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1.

विलोम शब्द लिखिए :मुरझाना, जीवन, सुख, आशा, भलाई, सुंदर, मुश्किल।1.  मुरझाना 2.  जीवन 3.  सुख 4.  आशा 5.  भलाई 6.  सुंदर 7.  मुश्किल 

Answer»

1.  मुरझाना × खिलना

2.  जीवन × मृत्यु

3.  सुख × दुःख

4.  आशा × निराशा

5.  भलाई × बुराई

6.  सुंदर × कुरूप

7.  मुश्किल × आसान

2.

ससंदर्भ स्पष्टीकरण कीजिए: ‘अब तक जिस घर में राज्य किया, उसी घर में पराधीन बनकर नहीं रह सकता।’

Answer»

प्रसंग : प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘साहित्य गौरव’ के ‘सुजान भगत’ नामक कहानी से लिया गया है जिसके लेखक प्रेमचंद हैं।
संदर्भ : प्रस्तुत वाक्य को सुजान भगत जब अपने ही घर में वह अपने आपको तिरस्कृत होता हुआ देखकर अपनी पत्नी बुलाकी से कहता है।
स्पष्टीकरण : जब सुजान भगत को पत्नी और पुत्रों से कुछ-न-कुछ सुनना पड़ता है, तो वह परेशान हो जाता है और अपनी पत्नी से कहता है कि एक समय था कि इस घर में मेरा ही राज था, पर आज मैं पराधीन हो गया हूँ। इस प्रकार वह अपनी मजबूरी बताता है।

3.

अन्य वचन रूप लिखिए :घर, बात, अभिलाषा, लड़का, रोटी, भिक्षुक, महीना, टीका।1.  घर – 2.  बात – 3.  अभिलाषा –4.  लड़का – 5.  रोटी – 6.  भिक्षुक – 7.  महीना – 8. टीका – 

Answer»

1.  घर – घर

2.  बात – बातें

3.  अभिलाषा – अभिलाषाएँ

4.  लड़का – लड़के

5.  रोटी – रोटियाँ

6.  भिक्षुक – भिक्षुक

7.  महीना – महीने

8.  टीका – टीकाएँ

4.

निम्नलिखित वाक्य किसने किससे कहे?‘बाबा, इतना मुझसे उठ न सकेगा।’

Answer»

यह वाक्य भिक्षुक ने सुजान भगत से कहा।

5.

बुढ़ापे में आदमी की क्या मारी जाती है?

Answer»

बुढ़ापे में आदमी की बुद्धि मारी जाती है।

6.

‘मैं संझा को डाँड फेंक दूंगा।’ 

Answer»

भोला ने सुजान से कहा।

7.

ससंदर्भ स्पष्टीकरण कीजिए :‘जिसमें लाग नहीं, गैरत नहीं, वह जवान भी मृतक है।’

Answer»

प्रसंग : प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘साहित्य गौरव’ के ‘सुजान भगत’ नामक कहानी से लिया गया है जिसके लेखक प्रेमचंद हैं।

संदर्भ : लेखक प्रेमचंद ने पाठकों को लगन और मेहनत से किए गए परिश्रम के महत्व को बताया है।

स्पष्टीकरण : लेखक ने मानव जीवन में लाग के महत्व को समझाते हुए कहा है कि जिसमें लाग है, वह बूढ़ा भी जवान व्यक्ति के समान है, और जिसमें लाग नहीं वह जवान भी मृतक के समान है।
सुजान ने आठ महीने अविरल परिश्रम करने के उपरान्त सुख और अपने खोए हुए अधिकार को आज पुनः प्राप्त किया था। वह सुजान की लाग थी, उसी लाग और मेहनत ने सुजान को अमानुषीय बल प्रदान किया था।

8.

ससंदर्भ स्पष्टीकरण कीजिए: ‘जिसमें लाग नहीं, गैरत नहीं, वह जवान भी मृतक है।’

Answer»

प्रसंग : प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘साहित्य गौरव’ के ‘सुजान भगत’ नामक कहानी से लिया गया है जिसके लेखक प्रेमचंद हैं।
संदर्भ : लेखक प्रेमचंद ने पाठकों को लगन और मेहनत से किए गए परिश्रम के महत्व को बताया है।
स्पष्टीकरण : लेखक ने मानव जीवन में लाग के महत्व को समझाते हुए कहा है कि जिसमें लाग है, वह बूढ़ा भी जवान व्यक्ति के समान है, और जिसमें लाग नहीं वह जवान भी मृतक के समान है।
सुजान ने आठ महीने अविरल परिश्रम करने के उपरान्त सुख और अपने खोए हुए अधिकार को आज पुनः प्राप्त किया था। वह सुजान की लाग थी, उसी लाग और मेहनत ने सुजान को अमानुषीय बल प्रदान किया था।

9.

भिक्षुक के गाँव का नाम लिखिए। 

Answer»

भिक्षुक के गाँव का नाम अमोला है।

10.

कटिया का ढेर देखकर कौन दंग रह गयी? 

Answer»

कटिया का ढेर देखकर बुलाकी दंग रह गई।

11.

निम्नलिखित वाक्य किसने किससे कहे?आधी रोटी खाओ, भगवान का भजन करो और पड़े रहो।

Answer»

यह वाक्य बुलाकी ने अपने पति सुजान भगत से कहा।

12.

सुजान भगत भिक्षुक को कैसे संतुष्ट करता है? 

Answer»

जब भिक्षुक सुजान के द्वार पर आता है तो सुजान कहता है – तुमसे जितना उठाया जा सकता है, उतना अनाज ले जाओ। भिक्षुक लोक-लाज से अधिक अनाज लेने में शर्मिंदा होता है, फिर भी सुजान उसे खूब-सारा अनाज चादर में भरकर देता है। उसे इसमें बड़ा आनंद आ रहा था।

13.

शंकर क्या भरकर लाया? 

Answer»

शंकर नारियल भरकर लाया।

14.

शंकर क्या भरकर लाया?

Answer»

शंकर नारियल भरकर लाया।

15.

सुजान के हाथों से धीरे-धीरे क्या छीने जाने लगे? 

Answer»

सुजान के हाथों से धीरे-धीरे अधिकार छीने जाने लगे।

16.

सुजान ने रुपये-पैसे का लेन-देन किसके हाथ में दे रखा था? 

Answer»

सुजान ने रुपये-पैसे का लेन-देन अपनी पत्नी बुलाकी के हाथ दे रखा था।

17.

सत्कार्य में बाधा डालने से क्या बिगड़ता है

Answer»

सत्कार्य में बाधा डालने से अपनी ही मुक्ति बिगड़ती है।

18.

सुजान ने भिक्षुक को क्या देना चाहा और उसका परिणाम क्या हुआ? 

Answer»

सुजान भगत भिक्षुक को भीख देने के लिए अनाज लेने भंडार घर में गये। वे एक छबड़ी में सेर भर जौ लेकर निकले। तभी अचानक भोला ने उनके हाथ से छबड़ी छीन ली और क्रोध से बोला – सेंत का माल नहीं है, जो लुटाने चले हो। छाती फाड़-फाड़ कर काम करते हैं, तब दाना घर में आता है। इस प्रकार भोला ने सुजान भगत को अपमानित किया।

19.

सुजान ने रुपये-पैसे का लेन-देन किसके हाथ में दे रखा था?

Answer»

सुजान ने रुपये-पैसे का लेन-देन अपनी पत्नी बुलाकी के हाथ दे रखा था।

20.

सुजान के हाथों से धीरे-धीरे क्या छीने जाने लगे?

Answer»

सुजान के हाथों से धीरे-धीरे अधिकार छीने जाने लगे।

21.

भगत बनने के बाद सबसे बड़ी बात क्या है? 

Answer»

भगत बनने के बाद झूठ का त्याग करना पड़ता है।

22.

सुजान के छोटे बेटे का नाम क्या है?

Answer»

सुजान के छोटे बेटे का नाम शंकर है।

23.

सीधे-सादे किसान धन आते ही किस ओर झुकते हैं?

Answer»

सीधे-सादे किसान धन हाथ आते ही धर्म और कीर्ति की ओर झुकते हैं।

24.

कानूनगो इलाके में आते तो किसके चौपाल में ठहरते?

Answer»

कानूनगो इलाके में आते, तो सुजान महतो के चौपाल में ठहरते।

25.

कानूनगो इलाके में आते तो किसके चौपाल में ठहरते? 

Answer»

कानूनगो इलाके में आते, तो सुजान महतो के चौपाल में ठहरते।

26.

सुजान ने गाँव में क्या बनवाया?

Answer»

सुजान ने गाँव में एक पक्का कुँआ बनवाया।

27.

सुजान ने गाँव में क्या बनवाया? 

Answer»

सुजान ने गाँव में एक पक्का कुँआ बनवाया।

28.

सुजान के बड़े बेटे का नाम लिखिए।

Answer»

सुजान के बड़े बेटे का नाम भोला है।

29.

सुजान की पत्नी का नाम क्या है?

Answer»

सुजान की पत्नी का नाम बुलाकी है।

30.

सुजान के बड़े बेटे का नाम लिखिए।

Answer»

सुजान के बड़े बेटे का नाम भोला है।

31.

सुजान के छोटे बेटे का नाम क्या है? 

Answer»

सुजान के छोटे बेटे का नाम शंकर है।

32.

तीन वर्ष लगातार ऊख की फसल लगती गयी।

Answer»

सत्कार्य में बाधा डालने से अपनी ही मुक्ति बिगड़ती है।

33.

वाक्य शुद्ध कीजिए :1. सुजान एक पक्का कुँआ बनवाया।2. प्रातः काल स्त्री और पुरुष ‘गया’ चला गया।3. मुझसे कल बहुत बड़ा भूल हुआ।4. उसके हाथ काँप रही थी।5. सब यही कहेंगे कि भिक्षुक कितनी लोभी है।

Answer»

1. सुजान ने एक पक्का कुँआ बनवाया।

2. प्रातःकाल स्त्री और पुरुष ‘गया’ चले गए।

3. मुझसे कल बहुत बड़ी भूल हुई।

4. उसके हाथ काँप रहे थे।

5. सब यही कहेंगे कि भिक्षुक कितना लोभी है।

34.

कौन द्वार पर आकर चिल्लाने लगा?

Answer»

भिक्षुक द्वार पर आकर चिल्लाने लगा।

35.

तीन वर्ष लगातार कौन-सी फसल लगती गयी?

Answer»

तीन वर्ष लगातार ऊख की फसल लगती गयी।

36.

बुढ़ापे में आदमी की क्या मारी जाती है? 

Answer»

बुढ़ापे में आदमी की बुद्धि मारी जाती है।

37.

किसने भोला को परास्त कर दिया था? 

Answer»

वृद्ध पिता ने भोला को परास्त कर दिया था।

38.

किसने भोला को परास्त कर दिया था?

Answer»

वृद्ध पिता ने भोला को परास्त कर दिया था।

39.

सुजान को कितने महीने के अविरल परिश्रम का फल मिला?

Answer»

सुजान को आठ महीने के अविरल परिश्रम का फल मिला।

40.

कोष्टक में दिए गए कारक चिह्नों से रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए : (ने, से, की, का, को)1. चैत …………. महीना था।2. जो खर्च करता है, उसी …………… देता है3. अब इन व्यापारों ………….. उसे घृणा होती थी।4. भिक्षुक …………. भोला की ओर संदिग्ध नेत्रों से देखा।5. तुम्हारे बेटों ………… तो कमाई है।

Answer»

1. का

2. को

3. से

4. ने 

5. की

41.

घर में किसका राज होता है?

Answer»

घर में उसी का राज होता है जो कमाता है।

42.

सुजान महतो की संपत्ति बढ़ी तो क्या करने लगा? 

Answer»

सुजान महतो की सम्पत्ति बढ़ी तो चित्त की वृत्ति धर्म की ओर झुक पड़ी। साधु-सन्तों का आदर-सत्कार होने लगा। बड़े अफसर गाँव में आते तो सुजान के चौपाल में ही ठहरते। वे उनकी देख-रेख अच्छी तरह से करते थे। भजन-भाव होने लगा। सुजान ने गाँव में एक पक्का कुआँ बनवाया, ब्रह्मभोज हुआ। पूरे गाँववालों को न्योता था। गया के यात्री गाँव में आकर ठहरे तो सुजान और उनकी पत्नी गया जाकर आए। आने के बाद यज्ञ और फिर ब्रह्मभोज। इस तरह के कार्य करने से गाँव के सभी लोग उनका आदर करने लगे।

43.

भगतों के आचार-विचार कैसे होते हैं? 

Answer»

भगतों के आचार-विचार कुछ और होते हैं। वह बिना स्नान किये कुछ नहीं खाता। गंगा जी अगर घर से दूर हों और वह रोज़ स्नान करके दोपहर तक घर न लौट सकता हो, तब भी पर्यों के दिनों में तो जरूर नहाना चाहिए। उसके घर भजन भाव अवश्य होना चाहिए। पूजा-अर्चना उसके लिए अनिवार्य है। खान-पान में संयम और झूठ का त्याग करना पड़ता है। भगत के लिए, ज्ञानी के लिए क्षमा नहीं है। प्रायश्चित नहीं है। अगर वह है भी तो बहुत कठिन है। इस प्रकार भगतों के आचार-विचार साधारण मनुष्यों के आचार-विचार से अलग होते हैं।

44.

कोष्टक में दिए गए कारक चिह्नों से रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए : (ने, से, की, का, को)1. चैत …………. महीना था।2. जो खर्च करता है, उसी …………… देता है।3. अब इन व्यापारों ………….. उसे घृणा होती थी।4. भिक्षुक …………. भोला की ओर संदिग्ध नेत्रों से देखा।5. तुम्हारे बेटों ………… तो कमाई है।

Answer»

1. को

2. को

3. से

4. ने

5. की

45.

चैत के महीने में खलिहानों में सतयुग के राज का वर्णन कीजिए।

Answer»

चैत का महीना था। खलिहानों में सतयुग का राज था। जगह-जगह अनाज के ढेर लगे हुए थे। यही किसानों का सफल जीवन है, जब गर्व से उनका हृदय फूलता है। सुजान अनाज भरकर देता और बेटे अंदर रख आते। कितने ही भाट और भिक्षुक भगत उसे घेरे रहते थे। उनमें वह भिक्षुक भी था, जो आठ महीने पहले भगत के द्वार से निराश लौटा था। लेकिन आज खूब-सारा अनाज देकर उसे बिदा किया।

46.

सुजान महतो की संपत्ति बढ़ी तो क्या करने लगा?

Answer»

सुजान महतो की सम्पत्ति बढ़ी तो चित्त की वृत्ति धर्म की ओर झुक पड़ी। साधु-सन्तों का आदर-सत्कार होने लगा। बड़े अफसर गाँव में आते तो सुजान के चौपाल में ही ठहरते। वे उनकी देख-रेख अच्छी तरह से करते थे। भजन-भाव होने लगा। सुजान ने गाँव में एक पक्का कुआँ बनवाया, ब्रह्मभोज हुआ। पूरे गाँववालों को न्योता था। गया के यात्री गाँव में आकर ठहरे तो सुजान और उनकी पत्नी गया जाकर आए। आने के बाद यज्ञ और फिर ब्रह्मभोज। इस तरह के कार्य करने से गाँव के सभी लोग उनका आदर करने लगे।

47.

वाक्य शुद्ध कीजिए :1. वाक्य शुद्ध कीजिए :2. प्रातः काल स्त्री और पुरुष ‘गया’ चला गया।3. मुझसे कल बहुत बड़ा भूल हुआ।4. उसके हाथ काँप रही थी।5. सब यही कहेंगे कि भिक्षुक कितनी लोभी है।

Answer»

1. सुजान ने एक पक्का कुँआ बनवाया।

2. प्रातःकाल स्त्री और पुरुष ‘गया’ चले गए।

3. मुझसे कल बहुत बड़ी भूल हुई।

4. उसके हाथ काँप रहे थे।

5. सब यही कहेंगे कि भिक्षुक कितना लोभी है।

48.

भगतों के आचार-विचार कैसे होते हैं?

Answer»

भगतों के आचार-विचार कुछ और होते हैं। वह बिना स्नान किये कुछ नहीं खाता। गंगा जी अगर घर से दूर हों और वह रोज़ स्नान करके दोपहर तक घर न लौट सकता हो, तब भी पर्यों के दिनों में तो जरूर नहाना चाहिए। उसके घर भजन भाव अवश्य होना चाहिए। पूजा-अर्चना उसके लिए अनिवार्य है। खान-पान में संयम और झूठ का त्याग करना पड़ता है। भगत के लिए, ज्ञानी के लिए क्षमा नहीं है। प्रायश्चित नहीं है। अगर वह है भी तो बहुत कठिन है। इस प्रकार भगतों के आचार-विचार साधारण मनुष्यों के आचार-विचार से अलग होते हैं।

49.

सुजान भगत पेड़ के नीचे बैठ कर क्या सोचता है?

Answer»

पेड़ के नीचे बैठकर सुजान विचारों में मग्न हो गया। अपने ही घर में उसका यह अनादर। वह कोई अपाहिज नहीं, घर का सब काम करता है, फिर भी अनादर! उसी ने कमाया, उसी ने सब-कुछ किया, फिर भी कोई अधिकार नहीं! अब वह द्वार का कुत्ता है, जो रूखा-सूखा मिले, वही खाकर पड़ा रहे। ऐसे जीवन को धिक्कार है

50.

घर में सुजान भगत का अनादर कैसे हुआ?

Answer»

सुजान महतो सुजान भगत बनने के बाद धार्मिक और सत्कार्य करने लगे। घर के मामलों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते थे। इसलिए घरवालों की नजरों में गिर गये। सुजान के हाथों से धीरे-धीरे अधिकार छीने जाने लगे। किस खेत में क्या बोना है, किसको क्या देना है, किससे क्या लेना है, किस भाव क्या चीज़ बिकी, ऐसी महत्वपूर्ण बातों में भी भगत जी की सलाह न ली जाती थी। उनके दोनों जवान बेटे बात-बात में उन पर फब्तियाँ कसते। उनकी पत्नी बुलाकी भी बेटों के पक्ष में थी। हद तब हो गई जब वे भिक्षुक को दान देने की स्वतंत्रता भी खो चुके। गाँव भर में सुजान का मान-सम्मान बढ़ता था और अपने घर में उसका मान सम्मान घट रहा था।