InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
एकसमान रूप से आवेशित 2.0 मीटर त्रिजिये वाले गोलिये चालक पर आवेश का श्रेष्ट घनत्व `sigma =80 "मिक्रोकुलमन/मीटर"^(2)` है चालक से निकलने वाला कुल विधुत फ्लेक्स ज्ञात किहिये दिया है `epsilon_(0)=8.85xx10^(-12) "कलुमन"^(2)//"न्यूटन मीटर"^(2)` |
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Answer» घूस की प्रमेय से गोलीय चालक से निकलने वाला कुल वैधुता फ्लेक्स `Phi_(E )=(q)/(epsilon_(0))=(4piR^(2)sigma)/(epsilon_(0))` `=4xx3.14xx(2.0)^(2)xx(80xx10^(-6))/(8.85xx10^(-12))` `=4.54xx10^(8)` |
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| 2. |
10 सेमि त्रिजिये के धातु के एक चालक गोले को 1.0 मिक्रोसॉलुम्न का आवेश एकसमान रूप से पुरे आयतन में मिक्रोसॉलुम्न का आवेश एकसमान एकसमान रूप से पुरे आयतन में वितरित है इसके कारण विधुत विधुत की परिवता ज्ञात कीजिये (i) गोले के केंद्र से 20 सेमि की दुरी पर (ii) गोले के शेरेस्ट पर तथा (iii) गोले के भीतर केंद्र से 4.0 सेमि की दुरी पर |
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Answer» Correct Answer - (i) `2.25xx10^(5)` न्यूटन / कॉलम (ii) `9.0xx10^(5)` न्यूटन / कॉलम (iii) `3.6xx10^(5)` न्यूटन / कॉलम |
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| 3. |
त्रिजिये `a//4` की एक डिस्क पर 6C आवेश एकसमान रूप से वितरित है और यह X-Y तल में इस प्रकार रखी है की इसके केंद्र `((-1)/(2),0,0)` पर है a लम्बाई की एक छान जिस पर 8C आवेश एकसमान रूप से वितरित है X अक्ष पर `x=a//4` से `x=5a//4` तक में रखी है दो बिंदु आवेश -7C तथा 3C क्रमश `((a)/(4),(a)/(4),0)` तथा `((-3a)/(4),(3a)/(4),0)` पर रखे है एक घनिए 6 सतह रहा विधुत फ्लेक्स है `x=pm(a)/(2),y=pa(a)/(2),z=px(a)/(2)` बनी है इस घनिए सता से गुजर रहा विधुत फ्लेक्स है A. `(-2 C)/(epsilon_(0))`B. `(2C)/(epsilon_(0))`C. `(10 C)/(epsilon_(0))`D. `(12C)/(epsilon_(0))` |
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Answer» Correct Answer - A विधुत फ्लेक्स `=("षेरेस्ट द्वारा प्रिबद्र कुल आवेश")/(epsilon_(0))` घनिए सतह पर कुल आवेश आधी डिस्क का आवेश + छान के आवेश का `1/4+(-7C)` `=3c +1/4xx8C(-7C)=5C-7C=-2C` `therefore` विधुत फ्लेक्स `=(2c)/(epsilon_(0))` |
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| 4. |
विधुत फ्लेक्स का मात्रक हैA. न्यूटन / कॉलमB. वाल्ट `xx` मीटरC. वाल्ट / मीटरD. `("न्यूटन" xx "मीटर")/("कॉलम")` |
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Answer» Correct Answer - B `"वाल्ट"xx"मीटर"=("जुल")/("कुलाम") xx"मीटर"` `=("न्यूटन-मीटर")/("कुलाम") xx"मीटर"` `("न्यूटन")/("कुलम")` |
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| 5. |
`R_(1)` व `R_(2)` त्रिजियो के दो चालक गोलों के षेरेस्ट पर आवेशों के षेरेस्ट घनत्व बराबर है षेरेस्ट पर विधुत क्षेत्र की त्रिवताओ का अनुपात हैA. `R_(1)^(2)//R_(2)R^(2)`B. `R_(2)^(2)//R_(1)^(2)`C. `R_(1)//R_(2)`D. `1:1` |
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Answer» Correct Answer - D चालक गोले के षेरेस्ट पर विधुत क्षेत्र की त्रीवता `E=sigma//epsilon_(0)` |
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| 6. |
धातु की एक पतली गोलिया कोस (spherical shell) की त्रिजिया 0.25 मीटर है तथा इस पर -0.2 मिक्रोसॉलुम्न `(muC)` आवेश है इसके कारन एक बिन्दु पर वैधुता चैत्र की त्रीवता कीजिये जबकि बिंदु (i) कोस के भीतर है (ii) कोस के ठीक भार है तथा (iii) कोस के केंद्र से 3.0 मीटर की दुरी पर है |
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Answer» (i) अवेश्चित कोस के भीतर किसी भी बिंदु पर विधुत चैत्र की ट्रिवटरा सुनिए है (ii) बरम बिंदु के लिए कोस इस प्रकार करती है जैसे की सम्पूर्ण आवेश इसके केंद्र पर रखा हो अतः यदि कोस की त्रिज्यीय R है तब कोस के ठीक बहार कसी बिंदु पर विधुत चैत्र की त्रीवता `E=(1)/(4piepsilon_(0)) (q)/(R^(2))` रसोनुसार =0.2 मिक्रोसॉलुम्न `0.2xx10^(-6)` कॉलम तथा R=0.25 मीटर `therefore E=(9.0xx10^(9) ("न्यूटन मीटर"^(2))/("कॉलम"^(2))xx(0.2xx10^(6))"कॉलम")/(0.25 "मीटर"^(2))` `2.88xx10^(4) "न्यूटन"//" कॉलम"` (iii) अवेश्चित्त कोस के भर कोस के केन्देर से दुरी `r(gtR)` पर विधुत चैत्र की तरिता `E=(1)/(7pi epsilon_(0)) (q)/(R^(2))` `=(9.0xx10^(9))("न्यूटन मीटर"^(2))/("कॉलम"^(2)) xx(0.2xx10^(-6)"कॉलम")/(3.0 "मीटर"^(2))` `=200" न्यूटन/कॉलम"` |
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| 7. |
माना एक विधुत क्षेत्र `hat E=E_(0) hat X` है जहाँ `E_(0)` नियतांक है इस क्षेत्र के कारण चित्र में दर्शाये आच्छादित क्षेत्र से गुजरने वाला विधुत फ्लेक्स है A. ` E_(0) a^(2)`B. `sqrt(2) E_(0) a^(2)`C. `E_(0) a^(2)`D. `(E_(0)a^(2))/(sqrt(2))` |
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Answer» Correct Answer - C विधुत फ्लेक्स x अक्ष के लंबवत क्षेत्र `xx` विधुत क्षेत्र `=a^(2)xxE_(0)=e_(0)a^(2)` |
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| 8. |
जाँच द्वारा सुनिश्चित कीजिये की `ke^(2)//Gm_(e )m_(p)` विमाहिं है भौतिक नियतांकों की सारणी देककर इस अनुपात का मान ज्ञात कीजिये यह अनुपात किया बताता है |
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Answer» न्यूटन के गुरुत्वाकर्रषण नियम से इलेक्ट्रॉनिक प्रोटोन के बीच गुरुत्वाकर्रषण बल `F_(G)=G(m_(e )m_(p))/(r^(2))` कॉलम की नियम के अनुसार `F_(e )=K(exxee)/(r^(2))` `therefore (F_(e ))/(F_(g))=(ke^(2))/(Hm_(e)m_(p))` `=9.0xx10^(9)xx(1.6xx10^(-19))^(2)/(6.67xx10^(11)xx(1.67xx10^(-27)xx9.1xxx10^(-31))=2.3xx10^(39)` यह सामना दुरी पर रखे इलेक्ट्रॉनिक तथा प्रोटोन के बीच विधुत बल तथा गुरत्वकृषण बल का अनुपात है अतः दिया गया अनुपात विमाहिं है अनुपात यह बताता है की विधुत बल गुरुत्व बल की अपेक्छा अभूत अधिक प्रबल है बालो में रगड़ने पर एक सूखा प्लास्टिक का कांगा कागज़ के टुकड़ो को कागज के दुकड़ो पर लगने वाले पूरी पृत्वी के गुरुत्वाकर्रषण बल के विरुद उठा सकता है `(F_(e ))/(F_(G))` विमाहिं है इस अनुपात का मान बताता है की दो कदो उठा सकता हिअ -विमान है इस अनुपात का मन बताता है की दो कदो के बिच विधुत बल गुरुत्वकासद बल से बहुत प्रबल है |
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| 9. |
विधुत आवेश `+q_(1)-q_(1)` तथा `+q_(2)` निवृत्त में रखे गए है तहा S एक गोलिये गोशिये षेरेस्ट है षेरेस्ट S से गुजरने वाले विधुत फ्लेक्स है A. केवल `+q_(2)` के कारणB. सभी आवेशों के कारणC. शून्येD. केवल धन आवेशों के कारण |
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Answer» Correct Answer - C गोशिये षेरेस्ट द्वारा घिरा नेट आवेश शून्ये है |
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| 10. |
किसी गोलिये षेरेस्ट के भीतर यदि आवेश रक दिया जाये तो सम्पूर्ण षेरेस्ट से निकलने वाला विधुत फ्लेक्स कितना होगा |
| Answer» Correct Answer - `q //epsilon_(0)` | |
| 11. |
परमाडु के टॉमसन मॉडल में परमाडु का सम्पूर्ण धन आवेश परमाडु के भीतर एकसमान रूप से विपरीत मन गया है इस आधार पर तथा यह मानते हुए की परमाडु `10^(-10)` मीटर त्रिजिये का एक गुला है (सहावृंद की लिए Z=79) के श्रेष्ठ पर विधुत चैत्र की तीव्रता की गढ़ना कीजिये `(e=1.6xx10^(-19) "कॉलम")` |
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Answer» भराम बिंदु के लिए कोई अवेश्चित गोला इस प्रकार व्यवहार करता है जैसे की सम्पूर्ण आवेश q गोली के केन्देर पर इस्कंदर हो अतः r त्रिजिये के गोले परमाडु के सेरेस्ट पर विधुत चैत्र की त्रीवता का परिमाण्ड `E=(1)/(4pi epsilon_(0) r^(2)` `q= Z e=79xx(1.6xx10^(-19))` `1//4 pi epsilon_(0)=(9.0xx10^(9) xx779xx 1.6xx10^(-19))/(10^(-10))` `=1.1xx10^(13)` |
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| 12. |
एकसमान विधुत चैत्र X दिशा में है इसे इस प्रकार प्रदसीरित किया जाता है `vec E=200vec i N//C,x lt 0` के लिए -`vec E= 200 vec i N/C,x lt 0` के लिए 20 सेमि लम्बाई तथा 5 सेमि त्रिज्यीय वाला वार्ताकार परिछेद का एक बेलन इस प्रकार है (अग्रांकित चित्र देखे) की इसका आक्स X दिशा में तथा केंद्र मूल बिंदु पर है इसका एक सिरा x=+10 सेमि व दूसरा x=10 सेमिपर है (i) प्रत्येक सपाट श्रेष्ठ से गुजरने वाला नेट विधुत फ्लेक्स कितना है (ii) वक्रीया श्रेस्ट से गुजरने वाला नेट फ्लेक्स कितना है (iii) बेलन से बहार निकलने वाला कुल विधुत फ्लेक्स कितना है (iv) बेलन के भीतर नेट आवेश कितना है |
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Answer» (i) दोनों स्पॉट सेरेस्ट में से प्रतीक की लिए विधुत चैत्र `vec E` तथा ` vec A` क दिशा में है अतः दोनों सपाट सेरेस्ट से निकलने वाला विधुत फ्लेक्स `phi_(LR )= vecE .vec A = (200 vec i).(A vec i=200 A)` `=200(pi r^(2))=200xx3.14xx(5xx10^(-2))^(2)` `1.57 "न्यूटन मीटर"^(2)//" कॉलम"` बाये सपाट चेरेस्ट से निकलने वाला विधुत फ्लेक्स `Phi_(C )=Sigma vec E .d vec A cos 90^(@)=0` 3.14 न्यूटन मीटर कॉलम बेलन से निकलने वाला विधुत फ्लेक्स `phi_(E )=phi_(R )+phi_(L )+phi_(C )` `=1.57+1.57+0` `=3.14 "न्यूटन मीटर"^(2)// "कॉलम"` (iv) घूस के प्रेमी से बंद सेरेस्ट से निकलने वाला कुल विधुत फ्लेक्स `phi_(E)=(1)/(epsilon_(0))q` `therefore` सेरेस्ट दुवारा घिरा नेट आवेश `q=epsilon_(0) phi_(E )` `=8.85xx10^(-12)xx3.14` `2.78xx10^(-11)` कॉलम |
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| 13. |
L भुजा के गहन के केन्देर बिंदु पर एक आवेश +Q रेखा है गहन में एक तल से निगरत विधुत फ्लेक्स हैA. `Q//epsilon_(0)`B. `Q//6 epsilon_(0)`C. `6 Q L ^(2)//epsilon_(0)`D. `Q //6 L^(2)epsilon_(0)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 14. |
दिए गए चित्र में XY एक अन्नंत रखिये आवेश वितरण है बिन्दु P तथा Q चित्र में देखिये गया है बिंदु P तथा Q पर विधुत चैत्र की त्रिवताओ का अनुपात है A. `1:1`B. `1:2`C. `2:1`D. `1:4` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 15. |
(a) स्थिर विधुत क्षेत्र रेखा एक संतत वक्र होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नहीं टूट सकती कियो (b) स्पस्ट कीजिये की दो क्षेत्र रेखाय कभी भी एक दूसरे का प्रतिछेद क्यो नहीं करती |
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Answer» (a) किसी विधुत चैत्र रेखा का टूटना उस स्थान पर विधुत चैत्र की अनुपसिथित दर्शाता है अतः यह सेन्थान्त वक्र होतो है (b) यदि बल रेखाएँ कहि भी प्रतिछेदित करेंगी तो उस बिन्दु पर बल रेखाएँ की दो स्पर्श रेखाएँ खींची जा सकती है अतः वहाँ छेत्र की दो देशए होगी जो आशाम्बव है |
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| 16. |
मान गोलाथ सम्मित आवेश वितरण में आवेश घनत्व r=R तक `rho(r)=rho_(0)(5/4-(r )/(R ))` के अनुसार बदलता है तथा `rgtR` तक `rho(r )=0` बदलता है जहाँ r मूल बिंदु से दुरी है मूल बिंदु से `r(rltR)` दुरी पर विधुत क्षेत्र हैA. `(rho_(0)r)/(3epsilon_(0))(5/4)-(r/R)`B. `(4pi rho_(0)r)/(3epsilon_(0))(5/3)-(r/R)`C. `(rho_(0)r)/(4epsilon_(0))(5/3)-(r/R)`D. `(4 rho_(0)r)/(3epsilon_(0))(5/4)-(r/R)` |
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Answer» Correct Answer - C गोश प्रमेय के अनुशार `Exx4 pi r^(2) = (1)/(epsilon_(0)) overset(r )underset(0)int rho dV =(1)/(epsilon_(0)) overset(r )underset(0)int rho_(0) (5/4-(x)/(R )) 4 pi x^(2) dx` `therefore E=(1)/(4pi epsilon_(0)r^(2)) overset(r )underset(0)int 4pi rho_(0)(5/4 x^(2)-(1)/(R )x^(3))dx` `=(1)/(4piepsilon_(0)r^(2)) 4 pi rho_(0) [5/4 (r^(3))/(3)-(1)/(R ) (r^(4))/(4)]` `=(rho_(0)r)/(4 epsilon_(0))(5/3-(r )/(R))` अतः विकल्प C सही है |
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| 17. |
2.0 `muC` का कोई बिंदु आवेश किसी किनारे पर 9.0 सेमि किनारे वाले किसी घनिए गोसियो शरेष्ट के केन्देर पर इस्थित है शरेष्ट से गुजरने वाला नेट फ्लेक्स क्या है |
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Answer» घनीय गोशीय शेरेस्ट से गुजरने वाला विधुत फ्लेक्स `Phi_(E )=(q)/(epsilon_(0))=(2.0xx10^(-6) "कॉलम")/( 8.85xx10^(-12)"कॉलम" // "न्यूटन मी"^(2))` `=2.26xx10^(5)"कॉलम" // "न्यूटन मी"^(2)` |
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| 18. |
चित्र में दररषाए अनुशार 10 सेमि भुजा की किसी वर्ग के केन्देर से ठीक 5 सेमि उचाई पर कोई `+10 muC` आवेश रखा है इस वर्ग से गुजरने वाले विधुत फ्लेक्स का परिदम किया हिअ (संकेत वर्ग को 10 सेमि किनारे की किसी गहन का एक फलक मानिये) |
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Answer» दिए गए वर्ग को कसी घन का फलक मानते हुए इससे गुजरने वाला विधुत फ्लेक्स `Phi_(E )=("घन से गुजरने वाला फ्लेक्स")/(6)` `[therefore` गहन के 6 फलक होते है ] घन से गुजरने वाला फ्लेक्स `Phi_(E )=(q)/(epsilon)` `therefore Phi_(E )=1/6 (q)/(epsilon_(0))=1/6xx(10xx10^(-6))/(8085xx10^(-12))=1.883xx10^(5)` `=2.0xx10^(5) "न्यूटन मीटर"^(2) / "कॉलम"` |
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| 19. |
L मीटर भुजा का वर्गाकार शेरेस्ट कागज के टेल में है एक एकसमान विधुत क्षेत्र `hat E` वाल्ट/कॉलम भी कागज के तेल में वर्गाकार शेरेस्ट के निचे के आधे भाग में सीमित है SI मात्रक में षेरेस्ट से सम्भंदित विधुत फ्लेक्स है A. शून्येB. `EL^(2)`C. `(EL^(2))/(2epsilon_(0))`D. `(EL^(2))/(2)` |
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Answer» Correct Answer - A `Phi=E a cos theta` यदि षेरेस्ट का तल विधुत क्षेत्र के समांतर है तो `theta =90^(@)` तब `Phi =E A cos 90^(@) =0` |
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| 20. |
किसी बिंदु आवेश के कारण उस बिन्दु को केन्देर मानकर खींचे गए 10 सेमि त्रिजिये के गोलिये गुसिये सश्रेष्ठ पर विधुत फ्लेक्स `-1.0x10^(3)" न्यूटन मीटर"^(2)// "कॉलम"` (a) यदि गोशीए सश्रेष्ठ की त्रिजिये दोगुना कर दी जाये तो स्श्रेस्ट से कितना फ्लेक्स गुजरेगा बिन्दु आवेश का मान किया है |
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Answer» (a) बिंदु आवेश के चारो और खींचे गए गोलिये गोशिये षेरेस्ट से गुजरने वाला विधुत फ्लेक्स गोशिये षेरेस्ट की थ्रिजिये पर निर्भर नहीं करता अतः विधुत फ्लेक्स `1.0xx10^(3)" न्यूटन मी"^(2)//"कॉलम"` ही रहेगा (b) `Phi_(E )-(q)/(epsilon_(0))` अथवा `q=Phi_(E )epsilon_(0)` `=(-1.0xx10^(3))x(8.85xx10^(-12))` `=8.85xx10^(-9)` कॉलम |
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| 21. |
एक सुमरूप विधुत छेत्र `vec E=5xx10^(3) vec i` न्यूटन / कॉलम में एक 10 सेमि भुजा वाला वर्गाकार समतल श्रेस्ट Y-Z तल के समांतर इस्थित है षेरेस्ट से कितना विधुत फ्लेक्स होगा यदि षेरेस्ट का तल X आक्स की दिशा से `30^(@)` कोड बनता है तब कितना विधुत फ्लेक्स होगा |
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Answer» ` vec A` सरिश्त से निगरत विधुत फ्लेक्स `Phi_(E )= vec E. vec A=E A cos theta` `theta =0` जहाँ `theta=60^(@) phi_(E )=E A cos 60^(@)` `=5xx10^(3)xx(0.1x0.1)=50"न्यूटन-मीटर"^(2)/ "कॉलम"` `=50xx21/2 25 "न्यूटन मीटर"^(2)"कॉलम"` |
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| 22. |
r मीटर त्रिजिये वाले खोकले गोले के केन्देर पर q कॉलम का आवेश रखा है यदि गोले की त्रिजिये दोगुनी क्र दी जाये तथा आवेश का मान आधा क्र दे तब गोले के षेरेस्ट पर खुल विधुत फ्लेक्स होगाA. `(4q)/(epsilon_(0))`B. `(2q)/(epsilon_(0))`C. `(q)/(2 epsilon_(0))`D. `(q)/(epsilon_(0))` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 23. |
टेल की एक बून्द जिस पर 12 अधिकिये इलेक्ट्रान है `2.55xx10^(4)` न्यूटन / कुमना के एकसमान विधुत क्षेत्र में इस्थिर लड़की है टेल का घनत्व `1.26xx10^(3)` किग्र / मीटर है बून्द के त्रिजिये ज्ञात कीजिये |
| Answer» Correct Answer - `9.82xx10^(-4)` मीमी | |
| 24. |
10 सेमि त्रिजिये के चालक गोले पर अज्ञात परिद्धम का आवेश है यदि गोले के केन्देर से 20 सेमि दुरी पर विधुत छेत्र `1.5xx10^(3)` न्यूटन / कॉलम त्रिजियत अनन्तमुर्खी (radially inward) है तो गोले पर नेट आवेश कितना है |
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Answer» चालक गोले के षेरेस्ट पर फैला आवेश भ्रम बिन्दुओ की लिए इस प्रकार वयवहार करेगा जैसा के आवेश गोले के केन्देर पर रेखा हो गोले के केन्देर से r दुरी पर विधुत क्षेत्र `E=(1)/(4 pi epsilon_(0)) (q)/(r^(2))=9xx10^(9)(q)/(0.20)^(2)` `therefore q=(Exx(0.20)^(2))/(9xx10^(9))=(1.5xx10^(3)xx0.04)/(9xx10^(9))` `=6.67xx10^(-9)` कॉलम कियोकि विधुत त्रिज्यीय अनन्तमृखी है अतः आवेश ऋणदात्मक है कॉलम `therefore q=-6.67xx10^(-9)` कॉलम |
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| 25. |
एक गोलिये शुचालक के ब्रह्म षेरेस्ट पर 0.036 न्यूटन / कॉलम का विधुत उत्पान करने के लिए शुचालक पर डेल जाने वाले एलेक्ट्रोनो की संख्या हैA. `2.7xxx10^(5)`B. `2.6xx10^(5)`C. `2.5xx10^(5)`D. `2.4xx10^(5)` |
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Answer» Correct Answer - C `E=(1)/(4pi epsilon) (q)/(R^(2))` यह E=0.036 न्यूटन / कॉलम `(1)/(4pi epsilon_(0))=9.0xx10^(9) "न्यूटन" // "कॉलम"^(2)` R=0.1 मीटर इससे `q=4xx10^(-14)` कॉलम अतः एलेक्ट्रोनो की संख्या `=(4xx10^(-14))/(1.6xx10^(-16))=2.5xx10^(5)` |
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| 26. |
अनानन्तः लम्बाई की दो समांतर प्लेट एकसमान रूप से आवेशित है तथा उन् पर आवेश के षेरेस्ट तनाव `+ phi` है विधुत क्षेत्र की त्रीवता खा पर शून्ये होगी |
| Answer» Correct Answer - प्रत्येक प्लेट के बहार | |
| 27. |
0.002 मिलीग्राम द्रिव्यमान वाली तथा 6 इलेक्ट्रॉनिक के आवेश से युक्त एक टेल की बून्द एकसमान विधुत में इस्थिर लटकी है विधुत क्षेत्र की त्रीवता ज्ञात कीजिये |
| Answer» Correct Answer - `2.04xx10^(10)` न्यूटन / कॉलम | |
| 28. |
दो प्लेट जन्मे प्रत्येक का छेत्तरफल A है अलप दुरी d पर एक दूसरे के सामांतर रखी है उन क्रमश +Q तथा -Q का आवेश है प्लेटो की बीच के स्थान में विधुत छेत्र होगाA. `(Q)/(epsilon A)`B. `(epsilon_(0) A)/(Q d)`C. `(epsilon_(0) Q)/(A d)`D. `(Q)/(2 epsilon_(0) A)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 29. |
अनंत लम्बी आवेश की रेखा 2.0 मीटर दुरी पर `4.5xx10^(4)` न्यूटन / कॉलम का विधुत क्षेत्र उत्पान करती है रखिये आवेश घनत्व ज्ञात कीजिये |
| Answer» Correct Answer - 5.0 मिक्रोसॉलुम्न / मीटर | |
| 30. |
संताल धातु की दो प्लेट के बीच द्रिव्यमान m तथा आवेश q वाली द्रिव बुंडू को गिरने से रोकने की लिए कितने विधुत छेतरत की अवक्षता होगी |
| Answer» Correct Answer - `E=mg//q` | |
| 31. |
`4.00xx40^(5)` न्यूटन / कॉलम प्रिडॉम का एक उदरवरधार विधुत क्षेत्र `1.00xx10^(-4)` किग्र की एक जल की बून्द को गिरने से रोकता है दंड पर आवेश का मान ज्ञात कीजिये |
| Answer» Correct Answer - `2.45xxx10^(-9)` कॉलम | |
| 32. |
मान लीजिये अब्यास 1.12 में गोले A तथा B साइज में सर्वसम हिअ तथा इसी साइज को कोई तीसरा अनावेशित गोले पहले तो पहले गोले की संपर्क तत्पश्चात दूसरे गोले की सम्पर्क में लाकर अतः में दोनों से हटा लिया जाता है अब A तथा B के बीच नया प्रतिक्रिशन बल कितना है |
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Answer» प्रारंभ में A व B में प्रत्येक पर आवेश `q_(1)=q_(2)=6.5xx10^(-7)C` तीशरे गोले पर आवेश `q_(3)=0` तीसरे गोले को पहले गोले A के संपर्क में लेन पर प्रत्येक पर आवेश `q_(1)=(q_(1)+q(3))/(2)=(6.5xx10^(-7)+0)/(2)=3.25xx10^(-7)C` अब तीसरे गोले को दूसरे गोले B के संपर्क में लेन पर दूसरे व तीसरे में प्रत्येक पर आवेश `q_(2)=(q_(2)+q_(1))/(2)=(6.5xx10^(-7)+3.25xx10^(-7))/(2)` `=4.875xx10^(-7)C` इस प्रकार गोले A तथा B पर नए आवेश क्रमश `q_(1)=3.25xx10^(-7)C` तथा `q_(2)=4.875xx10^(-7)C` होंगे इनके बीच दुरी r=0.50 मीटर अब दोनों गोले A व B के बीच प्रतिक्रिशन बल `F=(1)/(4piepsilon_(0)) (q_(1)xxq_(2))/(r^(2))` `=9xx10^(9)xx(3.25xx10^(-7)xx4.875xx10^(-7))/(0.50)(2)` `5.7xx10^(-3)` न्यूटन |
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| 33. |
चित्र में कसी एक्शमन स्थिर वैधुता छेत्र में तीन आवेशित करने के पाथचीन (track) दर्शाये गए है तीनो आवेशों के छीन लिखिए इनमे से किस कद का आवेश शानहित अनुपात `(q//m)` अधिकतम है |
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Answer» कण 1 व 2 ऋण आवेशित है कियोकि वे धन प्लेट और विछेपित है जबकि कण 3 धन आवेशित है माना तीनो कण पलटो के बीच विधुत क्षेत्र E में चलने में समय t लेते है आवेश q तथा द्रिव्यमान m के कण का विधुत क्षेत्र E में त्वरण `qE//m` है प्रारंभिक उदवृदृ वेग शून्यहै यदि समय t में उदवृद्धार वेचेप y है तो `y=1/2 at^(2)=1/2(q)/(m)Et^(2)` अथवा `y prop (q)/(m)` चूँकि कारण 3 का उदवृद्धार विशेप अधिकतम है इसके `q//m` का मान अधिकतम है |
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| 34. |
(a) दो वधूतरोधी अवशषित ताम्बे के गोलों A तथा B के केन्द्रो के बीच की दुरी 50 सेमि है यदि दोनों गोलों पर पृथक आवेश `6.5xx10^(-7)C` है तो इनमे प्रास्परिक स्ठिरवधूत प्रतिक्रिशन बल कितना है गोलों के बीच की दुरी की तुलना में गोलों A तथा B त्रिजिये नगाड़िये है यदि प्रतियेक गोले पर आवेश की मात्रा दोगुनी तथा गोलों के बीच की दुरी आधी किग्र दी जय तो प्रत्येक गोले पर कितना बल लगेगा |
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Answer» (a) चुकी गोलों के बीच की दुरी की तुलना में गोलों की त्रिजिये नागाड़िये है अतः इन आवेशित गोलों को बिन्दु आवेश माना जा सकता है गोलों की बीच इस्थिर विधुत प्रतिक्षण बल `F=(1)/(4piepsilon_(0)) (q_(1)q_(2))/(r^(2))` `=9xx10^(9)6.5xx10^(-7)xx(6.5xx10^(-7))/(0.50^(2))` `=1.52xx10^(-2)` न्यूटन (b) यदि `q_(1)=2q_(1),q_(2)=2q_(2)` तथा `r=r//2` तब गोलों की बीच बल `F=(1)/(4pi epsilon_(0))[(2q_(1)xx2q_(2))/(r//2)^(2)]` `=16xx(1)/(4piepsilon_(0)) (q_(1)q_(2))/(r^(2))` `=16 F=16xx1.52xx10^(-2)=0.243` न्यूटन |
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| 35. |
0.4 `muC` आवेश के कसी छोटे गोले पर किसी अन्य छोटे अवेश्चित्त गोले के कारन वायु में 0.2 N ल लगता है यदि दूसरे गोले पर 0.8 `muC` अवेश्चित्त हो तो (a) दोनों गोले के बेच कितनी दुरी है (b) दूसरे गोले पर पहले गोले के कारण कितना बल लगता है |
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Answer» विधुत बल `F=(1)/(4pipiepsilon_(0)) (q_(1)q_(2))/(r^(2))` अथवा `r^(2)=(1)/(4 pi epsilon_(0)) (q_(1)q_(2))/(F)` `=9xx10^(9)xx(0.4xx10^(-6)xx0.8xx10^(-6))/(0.2)` `=144xx10^(-4)` `therefore r=12xx10^(-2) =12` चूँकि दोनों गोलों पर विपरीत प्रकार के आवेश है अतः दूसरे गोले पर पहले के कारण 0.2 न्यूटन का आक्रषड बल लगेगा |
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