InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
चुंबकीय क्षेत्र `(vecB)` में स्थित `(vecm)` चुंबकीय आघूर्ण वाले धारा-पाश द्वारा अनुभूत बल-आघूर्ण `(vectau)` का मान होता हैA. `vectau = vecm xx vecB`B. `vectau = vecB xx vecm`C. `vecB = vectau xx vecm`D. `vecB = vecm xx vectau` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 2. |
क्षेत्रफल A वाले एक वृत्ताकार लूप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र B है । लूप का चुंबकीय आघूर्ण होगा ।A. `(BA)/(mu_(0))`B. `(BA^(2))/(pimu_(0))`C. `(2BA)/(mu_(0))sqrt((A)/(pi))`D. `(BAsqrt(A))/(pimu_(0))` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 3. |
चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) की विमा हैA. `I^(-1) ML^(0) T^(-2)`B. `I^(0) MLT^(-1)`C. `IM`D. `IM^(-1)L^(-1)T^(-2)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 4. |
विधुत-धारा वहन करनेवाले एक सीधे तार के समीप किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र समानुपाती होता हैA. तार से बिंदु की दूरी केB. तार से बिंदु की दूरी के वर्ग केC. दूरी से व्युत्क्रम केD. दूरी के वर्ग के व्युत्क्रम के |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 5. |
दो समांतर तारों में विपरीत दिशाओं में धाराएँ प्रवाहित होती है । वे एक-दूसरेA. को विकर्षित (repel) करते हैंB. को आकर्षित (attract) करते हैंC. पर कोई बल (force)नहीं लगाते हैंD. की धाराओं (currents) को नष्ट करते हैं |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 6. |
किसी धारा-अल्पांश के कारण किसी बिंदु पर, जो अल्पांश से r दुरी पर है, चुम्बकीय क्षेत्रA. r का समानुपाती होगा हैB. `r`का व्युत्क्रमानुपाती होता हैC. `r^(2)` का व्युत्क्रमानुपाती होता हैD. r पर निर्भर नहीं करता है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 7. |
R त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर एकसमान चाल v से घूमते हुए इलेक्ट्रॉन का चुंबकीय द्विध्रुव -आघूर्ण बराबर होगाA. `(evR)/(2)`B. `eVR`C. `(eR)/(2v)`D. इनमें कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 8. |
साइक्लोट्रॉन आवृत्ति आवेशित कण के वृत्तीय पथ की `"…………"` पर निर्भर नहीं करती है । |
| Answer» Correct Answer - त्रिज्या | |
| 9. |
धारावाही वृत्ताकार कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्रA. कुंडली के समतल में होता हैB. कुंडली के समतल के लंबवत होता हैC. कुंडली के अक्ष के साथ किस भी कोण पर हो सकता हैD. इसमें सभी गलत है |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 10. |
दो समांतर चालक एक-दूसरे को आकर्षित करते है यदि उनमें प्रवाहित होनेवाली विधुत -धाराओं की दिशा `"…………"` रहती है । |
| Answer» Correct Answer - समान | |
| 11. |
स्थिर आवेशित कण के निकट एक प्रबल चुम्बकीय क्षेत्र उत्पान किए जाने परA. धनात्मक आवेश चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में गतिमान होगाB. ऋणात्मक आवेश चुंबकीय क्षेत्र की दिशा के विपरीत गतिमान होगाC. आवेश में चक्रण गति (spin) उत्पन्न होगीD. आवेश स्थिर रहेगा |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 12. |
त्रिज्या वाली धारावाही वृत्तीय लूप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र B का मान `0.50 xx 10^(-4) T` है । इस लूप के केंद्र से इसके अक्ष पर 5 cm की दूरी पर चुंबकीय क्षेत्र का मान निकालें । |
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Answer» वृत्ताकार धारावाही वृत्तीय लूप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र `B= (mu_(0)I)/(2R)` तथा इसके अक्ष पर केंद्र से x दूरी पर चुंबकीय क्षेत्र `B_(1) = (mu_(0) IR^(2))/(2(R^(2) + x^(2))^(3//2))` अतः `(B_(1))/(B_(2)) = (mu_(0) I R^(2))/(2(R^(2) + x^(2))^(3//2)) xx(2R)/(mu_(0)I) = (R^(3))/((R^(2) xx x^(2))^(3//2))` या `B_(1) = B xx (R^(3))/((R^(2) + x^(2))^(3//2))` यहाँ, `B = 0.50 xx 10^(-4) T , R = 12 cm = 0.12 m` तथा `x = 5 cm = 0.05 m` `:. B_(1) = (0.50 xx 10^(-4) T xx (0.12 m)^(3))/([(0.12 m)^(2) + (0.05 m)^(2)]^(3//2)) = (0.5 xx 1.73xx 10^(-7))/([0.0144 + 0.0025]^(3//2)) T` `= (0.865 xx 10^(-7))/((0.0169)^(3//2)) t = (0.865 x10^(-7))/(2.197 xx 10^(-3)) T = 0.394 xx 10^(-4) T =3.94 xx 10^(-5) T`. अभीष्ट बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र `= 3.9 xx 10^(-5) T`. |
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| 13. |
किसी धारावाही लंबी परिनालिका के किनारों पर चुंबकीय क्षेत्र का मान केंद्र पर के मान की अपेक्षा `"…………"` होता है । |
| Answer» Correct Answer - आधा | |
| 14. |
दो लंबे समांतर सीधे तार 10 cm की दूरी पर हैं । इनसे कितनी शक्ति की धारा प्रवाहित की जाए कि इनके बीच `0.02 N` का बल प्रति मीटर पर कार्य करे ? |
| Answer» Correct Answer - `100 A` | |
| 15. |
किसी सीधे धारावाही तार को R त्रिज्या के एक वृत्त-खंड के रूप में मोड़ गया है । वृत्त के केंद्र O पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण A. `(muItheta)/(2R)`B. `(mu_(0)Itheta)/(360R)`C. `(mu_(0)Itheta)/(720 R)`D. शून्य |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 16. |
एक परिनालिका (solenoid) `0.1 T` का चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है जब धारा 4A की है और फेरों की कुल संख्या `6000` है । परिनालिका की लंबाई निकालें । |
| Answer» Correct Answer - `0.302 m` | |
| 17. |
दो समांतर तारों में 20 A की धारा प्रत्येक तार में समान दिशा में प्रवाहित हो रही है । उनके बीच की दूरी 5cm है । तार की प्रति लंबाई पर कार्य करने वाले बल की गणना करें । |
| Answer» `1.6 xx 10^(-3) Nm^(-1)` | |
| 18. |
किसी लंबे, सीधे धारावाही तार से प्रवाहित विधुत-धारा होगी, यदि तार से 10 cm की दूरी पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र 2 mTहो ?A. `500 A`B. `1000 A`C. `250 A`D. `2000 A` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 19. |
एक आयन (ion) किसी क्रॉसित `vecE` तथा `vecB` क्षेत्र से अवक्षेपित निकल जाता है । यदि `E = 7.7 kV m^(-1)` तथा `B = 1400 G` हो, तो आयन की चाल निकालें । |
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Answer» आयन की अविक्षेपित स्थित में विधुत-क्षेत्र द्वारा कार्यकारी बल `(F_(el) = qE)` तथा चुंबकीय क्षेत्र द्वारा कार्यकारी बल `(F_(mag) = qvB)` परिमाण में बराबर तथा दिशा में विपरीत होंगे । अतः `qvB = qE` `:.` अभीष्ट चाल `v = (E )/(B) = (7.7 xx 10^(3) V m^(-1))/(1400 xx 10^(-4)T) = 55 km s^(-1)`. |
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| 20. |
एक `alpha` कण (`alpha`-particle) 0.80 T के एकसमान चुंबकीय क्षेत्र की लंबवत दिशा में `10^(5) ms^(-1)` के वेग से गतिशील है ।`alpha`- कण पर कार्यकारी बल का पर ज्ञात करें । |
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Answer» सूत्र से, `F = qvB sin theta` प्रश्न से, `alpha`-कण पर आवेश `q = 2e = 2 xx 1.6 xx 10^(-19)C`, `v = 10^(5) ms^(-1)` `B = 0.80 T` तथा `theta = 90^(@)` `:.` अभीष्ट बल `F = 2(1.6 xx 10^(-19)C) (10^(5) ms^(-1)) (0.80T) sin 90^(@) = 2.56 xx 10^(-14)N`. |
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| 21. |
किसी कुंडली में फेरों की संख्या 20 है तथा इसका क्षेत्रफल `800mm^(2)`है । यदि इसका तल `0.3 T` एकसमान चुंबकीय क्षेत्र के समांतर रखा हो, तो उसमें `0.5 A` की विधुत-धारा प्रवाहित की जाने पर उस पर कितना टॉर्क लगेगा ? |
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Answer» सिद्धांत से, टॉर्क `tau = NIAB sin 90^(@)` प्रश्न से, फेरों की संख्या `N = 20`, प्रवाहित धारा `I = 0.5 A`. कुंडली का क्षेत्रफल `A = 800 xx10^(-6) m^(2)` तथा चुंबकीय क्षेत्र `B = 0.3 T` `:. tau = 20(0.5 A) (800 xx 10^(-6) m^(2))(0.3T)` `= 2.4xx 10^(-3) Nm`. |
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| 22. |
अनंत लंबाई के दो सीधे धारावाही तार एक-दूसरे के समांतर रखे हैं । यदि दोनों से समान परिमाण की विधुत-धारा विपरीत दिशा में प्रवाहित हों, तो चित्र में प्रदर्शित बिंदु P तथा Q पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्रों का अनुपात ज्ञात करें । P एवं Q तार में समतल में हैं । |
| Answer» Correct Answer - `8:1` | |
| 23. |
वेग `vecv` से गतिशील किसी आवेशित कण `vecE` को `vecB` के क्रॉसित क्षेत्र से अविक्षेपित निर्गत होने के लिए आवश्यक शर्त हैA. `E = vB`B. `v = EB`C. `B = Ev`D. `v = sqrt(E/B)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 24. |
किसी आवेशित कण को चुंबकीय क्षेत्र -रेखा के अनुदिश गति दी जाती है । कण पर कार्यकारी बल होगाA. वेग की दिशा मेंB. वेग की दिशा में विपरीतC. वेग की दिशा के लंबवतD. शून्य |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 25. |
चुंबकीय क्षेत्र के समांतर गतिशील आवेश का गति-पथ `"…………"` रहता है । |
| Answer» Correct Answer - अपरिवर्तित | |
| 26. |
एक इलेक्ट्रॉन का वेग `vecV = 2hati + 3hatj` हैं । उसे समरूप चुंबकीय क्षेत्र `vecB = 4hatk` में छोड़ा जाता हैं, तो इलेक्ट्रॉन की गति के आवर्तकाल (T) की गणना करें । |
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Answer» Correct Answer - `8.9 xx 10^(-12) g` चूँकि, `vecV, X - Y` तल में हैं और `vecB,Z` तल में हैं , अतः `vecV,vecB` के लंबवत है और इलेक्ट्रॉन का पथ वृत्ताकार होगा । `:. F = (mv^(2))/(r ) = qvB` या `(mv)/(r ) = qB` या `m/r = ((2pir)/(T)) = qB` या `T = (2pim)/(qm)` या `T = (2 xx 3.14 xx (9.1 xx 10^(-31)kg))/((1.6 xx 10^(-19) C) xx 4T) =8.9 xx 10^(-12) s` |
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| 27. |
एक इलेक्ट्रॉन X-अक्ष की धनात्मक दिशा में गमन कर रहा है । Y-अक्ष की ऋणात्मक दिशा में एकसमान विधुत-क्षेत्र मौजूदा है । उचित मान के चुंबकीय क्षेत्र की दिशा होगी चाहिए , जिससे कि इलेक्ट्रॉन पर नेट बल शून्य होA. धनात्मक Z-अक्ष की ओरB. ऋणात्मक Z-अक्ष की ओरC. ऋणात्मक Y-अक्ष की ओरD. धनात्मक Y-अक्ष की ओर |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 28. |
तार की एक वृत्ताकार कुण्डली मे 100 फेरे हैं,प्रत्येक की त्रिज्या 8 cm है और इसमें `0.4 A`की धारा प्रवाहित हो रही है । कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है ? |
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Answer» वृत्ताकार कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र `B = (mu_(0)NI)/(2R)` [समीकरण 2.27 से] यहाँ, `mu_(0)= 4pixx 10^(-7) H m^(-1) H m^(-1) , N = 100, I = 0.4 A` तथा `R = 8 cm = 8 xx 10^(-12)`m `:. B = (4pi xx 10^(-7) xx100 xx 0.4)/(2 xx 8 xx 10^(-2)) = 3.14 xx 10^(-4) T`. अतः कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण `= 3.14 xx 10^(-4) T`. |
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