InterviewSolution
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50 ओम प्रतिरोध की एक बन्द कुण्डली में 1000 फेरे है तथा यह `4.0" सेमी"^(2)` क्षेत्रफल वाले आयताकार फ्रेम पर लपेटी गयी है । इस कुण्डली का तल `0.4" वेबर/मीटर"^(2)` के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत दिशा में है । कुण्डली को `180^(@)` घुमाने पर उसमे बहते हुए आवेश की गणना कीजिये क्या आपका यह उत्तर कुण्डली को घुमाने की गति पर निर्भर करेगा ? |
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Answer» प्रारम्भ में कुण्डली का तल क्षेत्र के लम्बवत है अतः क्षेत्रफल सदिश `vec(S)` चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर होगा | अतः कुण्डली से बद्ध अंतिम फ्लक्स `phi_(1)=NBScos0^(@)=NBS` `:.` कुण्डली में प्रवाहित आवेश `q=(phi_(1)-phi_(2))/(R)=(NBS-(-NBS))/(R)=(2NBS)/(R)` प्रश्नानुसार, `N=1000,B=0.4" वेबर/मीटर"^(2),S=4.0" सेमी"^(2)=4.0xx10^(-4)" मीटर"^(2),R=50` ओम `:." "q=(2xx1000xx0.4xx4.0xx10^(-4))/(50)=6.4xx10^(-3)` कूलॉम प्रेरित आवेश का मान फ्लक्स परिवर्तन पर निर्भर करता है फ्लक्स परिवर्तन की दर नहीं । अतः चाहे कुण्डली को धीमे घुमाये अथवा तेजी से q का मान घुमाने की गति पर निर्भर नहीं होगा । |
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