1.

589 नैनोमीटर तरंगदैधर्य का एकवर्णीय प्रकाश वायु से जल की सतह पर आपतित होता है । (a) परावर्तित तथा (b) अपवर्तित प्रकाश की तरंगदैधर्य, आवृत्ति तथा चल क्या होगी ? जल का अपवर्तनांक `1.33` है ।

Answer» (a) परावर्तित प्रकाश वायु में ही चलता है, अतः तरंगदैधर्य, आवृत्ति तथा चाल वही होगी जो आपतित प्रकाश है। तरंगदैधर्य `lambda=589` नैनोमीटर है। अतः आवृत्ति
`v=(c)/(lambda)=(3.0xx10^(8)"मी/से")/(589xx10^(-9) "मी")`
`=5.09xx10^(14) "से"^(-1)"(हर्ट्ज )"`।
वायु में प्रकाश की चाल `3.0xx10^(8)" मी/से"` है।
(b) अपवर्तित प्रकाश जल में चलता है । प्रकाश की आवृत्ति , माध्यम पर निर्भर नहीं करती है। जल में वही रहती है , जो वायु में है अर्थात
`v=5.09xx10^(14) "से"^(-1)`
तरंग-सिद्धांत के अनुसार, जल में प्रकाश की चाल
`v=(c)/(n)=(3.0xx10^(8))"मी से"^(-1)/(1.33)`
`=2.26xx10^(8) "मी/से"|`
अब , जल में प्रकाश की तरंगदैधर्य
`lambda=(u)/(v)=(2.26xx10^(8))/(5.09xx10^(14))`
`=0.444xx10^(-6)"मीटर "=" 444 नैनोमीटर"`


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