InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
दी-ब्रोगली द्वारा प्रतिपादित द्रव्य के दोहरे व्यवहार से इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की खोज हुई जिसे जैव अणुओं और अन्य प्रकार के पदार्थों के अति आवर्धित प्रतिबिम्ब के लिए उपयोग में लाया जाता है । इस सूक्ष्मदर्शी में यदि इलेक्ट्रॉन का वेग `1.6 xx 10^(6) ms^(-1)` है तो इस इलेक्ट्रॉन से सम्बन्धित दी-ब्रोगली तरंग-दैर्ध्य की गणना कीजिए । |
|
Answer» डि-ब्रोगली समीकरण के अनुसार, `lambda = ( h )/( m xx u ) + ( 6.625 xx 10^(-34))/(9.1 xx 10^(-31 ) xx 1.6 xx 10^(6))` `= 0.455 xx 10^(-9) m = 455 p m ` |
|