InterviewSolution
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एक खगोलीय (astronomical) दूरदर्शक के अभिदृश्यक और नेत्रिका की फोकस-दूरियाँ क्रमशः 100 cm और 10 cm है | दूरदर्शक की लंबाई तथा आवर्धन-क्षमता निकले जब प्रतिबिंब (i) स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दुरी पर तथा (ii) अनंत पर बनता हो | |
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Answer» (i) जब प्रतिबिंब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनता है- (a) दूरदर्शक की लंबाई `L = f_(0) = (Df_(e))/(D+f_(e))` यहाँ, `f_(0) = 100 cm, f_(e) = 10 cm` तथा `D = 25 cm. ` `therefore L = 100 + (25 xx 10)/(25 + 10) = 100 + (250)/(35) = 100 + 7.14 = 107.14 cm` तथा (b) आवर्धन-क्षमता `M = (f_(0))/(f_(e))(1+(f_(e))/(D))` ` = -(100)/(10)(1+(10)/(25))=-(10xx35)/(25)=-14` (ii) जब प्रतिबिंब अनंत पर बनता है- (a) दूरदर्शक की लंबाई `L = f_(0) +f_(e) = 100 + 10 = 110 cm` तथा (b) आवर्धन-क्षमता `M = -(f_(0))/(f_(e))=-(100)/(10)=10` अतः दूरदर्शक की लंबाई = 107 cm तथा 110 cm एवं आवर्धन-क्षमता = -14 तथा -10. |
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