InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
हा हा न हूजिए मोहि अमोही’ पंक्ति से कवि घनानंद के मन की किस दशी का बोध होता है? |
|
Answer» इस पंक्ति में सुजाने के हृदय को लगे आघात के कारण उसके मन की कातरता तथा दयनीय दशा का बोध होता है। |
|