InterviewSolution
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काँच का एक फ्लास्क जिसका आयतन 1 लीटर है, `0^(@)C` ताप पर पारे से पूरा भरा है। फ्लास्क एवं पारे को `100^(@)C` ताप तक गर्म करने पर कितना पारा फ्लास्क से बाहर गिरेगा? पारे का आयतन प्रसार गुणांक `1.82xx10^(-4)` प्रति `.^(@)C` तथा काँच का रैखिक प्रसार गुणांक `0.1xx10^(-4)//` प्रति `.^(@)C` है। |
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Answer» यदि काँच का आयतन प्रसार गुणांक `gamma_(S)` तथा पारे का आयतन प्रसार गुणांक `gamma_(L)` हो तो गर्म करने पर, काँच के फ्लास्क के आयतन में वृद्धि, `DeltaV_(1)=V_(gammaS)DeltaT` पारे के आयतन में वृद्धि, `DeltaV_(2)=V_(gammaL)DeltaT` फ्लास्क के सापेक्ष पारे का आयतन में वृद्धि, `DeltaV=DeltaV_(2)-DeltaV_(1)=V(gamma_(L)-gamma_(s))DeltaT` यहाँ V = 1 लीटर = 1000 `" सेमी"^(3)` `DeltaT=100-0=100^(@)C` `gamma_(L)=1.82xx10^(-4)` प्रति `.^(@)C` `gamma_(S)=3alpha_(S)=3xx0.1xx10^(-4)` `=0.3xx10^(-4)` प्रति `.^(@)C` `therefore DeltaV=(1000)[(1.82-0.3)xx10^(-4)][100]` =1.52 `" सेमी"^(3)` |
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