InterviewSolution
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किसी r त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर गति करते हुए किसी कण का अभिकेंद्र त्वरण `a_(c)` समय t के सापेक्ष समीकरण `a_(c)=k^(2)rt^(2)` के अनुसार बदल रहा है। जहाँ k एक नियतांक है । सिद्ध कीजिए कि अभिकेंद्र बल द्वारा कण को प्रदत्त शक्ति `mk^(2)r^(2)t` होगी मान लें कि अभिकेंद्र त्वरण `a_(c)=(v^(2))/(r)`। |
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Answer» अभिकेंद्र त्वरण `a_(c)=(v^(2))/(r)=k^(2)rt^(2)` अतः परिवर्ती वेग `" "v=sqrt(k^(2)r^(2)t^(2))=krt.` अब न्यूटन के द्वितीय नियम से अभिकेंद्र बल `F=m((dv)/(dt))=m(d)/(dt)(krt)=mkr` अतः अभिकेंद्र बल द्वारा प्रदत्त शक्ति , `P=Fv=mkrxxkrt=mk^(2)r^(2)t.` |
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