1.

m द्रव्यमान का एक छोटा गुटका M द्रव्यमान के एक बड़े गुटके पर रखा हुआ है। इस बड़े गुटके की सतह दाहिने किनारे के पास क्षैतिज है तथा धीरे-धीरे मुड़ती हुई ऊर्ध्वाधर हो जाती है। बड़ा गुटका एक क्षैतिज सतह पर फिसल सकता है। छोटे गुटके को बड़े गुटके पर v चाल से चलाकर निकाय को स्वतंत्र छोड़ दिया जाता है। सभी सतहों को घर्षणरहित मानें। जब छोटा गुटका ऊर्ध्वाधर भाग पर पहुँचकर फिसल रहा हो, उस समय बड़े गुटके की चाल ज्ञात करें।

Answer» Correct Answer - `(mv)/(M+m)`


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