1.

मान लीजिए की N में `a**b=a` तथा b का `HCF` द्वारा परिभाषित एक द्विआधारी संक्रिया है। क्या `**` क्रमविनिमेय है? क्या `**` साहचर्य है ? क्या N में इस द्विआधारी संक्रिया के तत्समक का अस्तित्व है ?

Answer» यहाँ `a**b=a` और b का `HCF= AA a, b in N`
द्विआधारी संक्रिया `**` की N में क्रमविनिमेयता एवं साहचर्यता उपरोक्त उदाहरण के अनुसार विद्यार्थी स्वयं हल करें।
तत्समक अवयव - माना N में तत्समक अवयव e है, तब,
`a**e=e**a=a AA a in N`
`rArr a` और e का `HCF=a` और e और `a` का HCF=a
`rArr ` प्रत्येक `a in N` के लिए `a,e` का भाजक है। [ जैसे `HCF(2,4)=2]`
अतः एक संख्या e इस प्रकार है की जो प्रत्येक `a in N` से विभाजित होता है, जो की संभव नहीं है ।


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