नीति वचनों के प्रभाव से हमारे जीवन में और आचार – विचार में अवश्य परिवर्तन आते हैं।
नैतिक गुणों के विकास के द्वारा ही हम अच्छे – बुरे, सही – गलत में भेद कर सकते हैं।
विष्णुशर्मा के पंच – तंत्र की नैतिक कहानियों से हमें यह पता चल रहा है कि राज कुमारों के जीवन में परिवर्तन आया है।
समाज परिवर्तकों के नीति वचनों के प्रभाव एवं कार्य से ही समाज के आचार – विचारों में भी परिवर्तन आया है।
उदाहरण के लिए एक जमाने पर समाज में सती – प्रथा, बाल्य विवाह आदि थे। लेकिन समाज सुधारकों (परिवर्तकों) के नीति वचनों के कारण आजकल के समाज में वे सब गायब होगये।