1.

फूल एवं तारों के विषय में कवयित्री महादेवी वर्मा क्या कहती हैं?

Answer»

फूल और तारों को बिम्ब के रूप में प्रयोग करते हुए कवयित्री ने इनके माध्यम से जीवन की नश्वरता एवं अस्थिरता पर प्रकाश डाला है। फूल जो खिलकर सबको प्रसन्नचित्त करता है उसे एक दिन मुरझाना भी पड़ता है। जिन फूलों को मुरझाना नहीं आता उन्हें मुस्कुराने का भी हक नहीं है। तारे जो विस्तीर्ण आकाश में टिमटिमाकर रात में अपना प्रकाश फैलाते हैं रात ढलते ही छिप जाना पड़ता है। ऐसे तारे दीपक नहीं बन सकते जो बुझना न जानते हों। जो मनुष्य दुख नहीं सह सकता, उसे सुख की चाह नहीं रखनी चाहिए। सुख और दुख जीवन में आते रहते हैं। उनसे मनुष्य को विचलित नहीं होना चाहिए।



Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions