InterviewSolution
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“राष्ट्रनायक चन्दावत’ राजमुकुट नाटक का एक प्रभावशाली चरित्र है।” इस कथन के आलोक में ‘चन्दावत’ का चरित्र-चित्रण कीजिए। |
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Answer» नाटककार श्री व्यथित हृदय ने अपने इस नाटक में ‘चन्दावत’ नामक पात्र का भी वर्णन किया है जो राष्ट्रनायक है और राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्व को भलीभाँति निभाता है, उसकी चारित्रिक विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- (1) कर्त्तव्य के प्रति जागरूक-इस नाटक में ‘चन्दावत’ को राष्ट्रनायक के रूप में प्रस्तुत किया। गया है। वह मर्यादाओं के पालन में विश्वास करने वाला व्यक्ति है। जब राणा जगमल अपने राज-कर्तव्य को भूलकर सुरासुन्दरी में डूब जाते हैं, इस कारण राष्ट्रनायक चन्दवत बड़े दु:खी हैं। इसलिए वे जगमले को फटकार लगाते हैं और कहते हैं कि अब तुम राजमुकुट की मर्यादाओं का पालन करने में अक्षम हो गये हों; अतः राजमुकुट किसी उचित उत्तराधिकारी को सौंप दो। उपर्युक्त बिन्दुओं के आधार पर हम कह सकते हैं कि चन्दावत एक त्यागी, बलिदानी, दूरदर्शी और एक सच्चा देशभक्त था। |
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