 
                 
                InterviewSolution
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    				| 1. | “उसका (भय का) क्षोभ कारक रूप बहुत-से आवरणों के भीतर ढक गया है।” भय का क्षोभकारक रूप क्या है? वे आवरण कौन-से हैं जिनमें उसका क्षोभकारक रूप ढक गया है? | 
| Answer» कोई आकर जबरदस्ती किसी का खेत, बाग-बगीचा, घर-मकान, रुपया-पैसा आदि छीन ले। यह भय का क्षोभकारक रूप है। सुदृढ़ शासन-व्यवस्था के अभाव में पहले यह भय बना रहता था। भय के इस रूप पर छल-कपट तथा बनावटी आचरण का पर्दा पड़ गया है। यह पर्दा या आचरण है-नकली दस्तावेज तैयार कराकर, झूठे गवाह प्रस्तुत करके, अदालतों में जिरह करके इन वस्तुओं के स्वामित्व से किसी को वंचित कर देना। | |