InterviewSolution
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यदि किसी इलेक्ट्रॉन की स्थिति में अनिश्चितता `+-0.001Å`की हो किस यथार्थ तक इलेक्ट्रॉन के संवेग की गणना संभव है । यदि इलेक्ट्रॉन का संवेग `(h)/( 2pi a_(0))` ( जहां `a_(0)= 0.529Å` हो तो प्राप्त मान को व्यक्त करने में क्या कठिनाई होगी ? |
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Answer» `Delta x .Deltap = ( h)/( 4pi ) ` `Delta x = 0.001 Å= 10^(-13)` मीटर `Delta p = ( 6.626 xx 10^(-34))/( 4 xx 3.14 xx 10^(-31)) = 5.27 xx 10^(-22)` न्यूटन -सेकण्ड प्रशनानुसार ,संवेग `(h)/( 2pi a_(0))= ( 6.626 xx 10^(-34))/(2 xx3.14 xx0.529 xx 10^(-10))= 2 xx 10^(-24) ` न्यूट्रॉन -सेकण्ड प्राप्त संवेग की अनिश्चितता बोर के संवेग `( (h)/( 2pi a_(0)))` से `[(5.27 xx 10^(-22))/( 2 xx 10^(-24))]` अर्थात 263.5 अधिक है । अतः बोर के सिद्धान्त की जगह नवीन सिद्धान्तों का दिया जाना तर्क संगत है । |
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