InterviewSolution
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यदि नाइट्रोजन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `1s^(2),2s^(2) , 2p^(3)` के स्थान पर `1s^(7)` होता, तो इसकी ऊर्जा और भी कम होती , क्योंकि इलेक्ट्रॉन नाभिक के अधिक समीप होते , फिर भी यह नहीं होता , क्योंकि इससे निम्न में से एक नियम का उल्लंघन होता । वह नियम है :A. हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता का सिद्धान्तB. हुण्ड का नियमC. पाउली का अपवर्जन का नियमD. बोर की स्थायी कक्षाओं की संकल्पना |
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Answer» Correct Answer - C पाउली के अपवर्जन नियम के अनुसार एक कक्षक में दो से अधिक इलेक्ट्रॉन नहीं हो सकते । |
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