InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
समान लम्बाई की दो तनी हुई डोरियाँ समान तनाव बल से तनी हुई है। डोरियाँ एक ही पदार्थ की बनी हैं। यदि उनके व्यासों का अनुपात 3 : 2 हो तो मूल आवृतियों का अनुपात ज्ञात कीजिये । |
| Answer» Correct Answer - `2 : 3` | |
| 2. |
एक सिरे पर बन्द एक ऑर्गन पाइप `P_(1)` अपने प्रथम अधिस्वरक (overtone) में कम्पन कर रहा है तथा दोनों सिरों पर खुला एक अन्य पाइप `P_(2)` अपने तृतीय अधिस्वरक में कम्पन कर रहा है। ये दोनों एक दिए हुए स्वरित्र-द्विभुज के साथ अनुनाद में है। `P_(1)` व `P_(2)` की लम्बाइयों का अनुपात है:A. `8 : 3`B. `3 :8`C. `1 : 2`D. `1 : 3` |
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Answer» Correct Answer - b बन्द पाइप का प्रथम अधिस्वरक `(3v)/(4l_(1))` तथा खुले पाइप का तृतीय अधिकस्वरक `(4v)/(2l_(2))` होता है। |
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| 3. |
किसी ऑर्गन पाइप के लिए, तीन क्रमागत अनुनादी आवृत्तियाँ क्रमश: 425, 595 तथा 765 हर्ट्स पर पायी जाती है। वायु में ध्वनि की चाल 340 मीटर/सेकंड मानते हुई: (i) समझाए कि पाइप एक सिरे पर बन्द है अथवा दोनों सिरों पर खुला हुआ है एवं (ii) पाइप कि लम्बाई व मूल आवृत्ति ज्ञात कीजिए। |
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Answer» क्रमागत आवृत्तियाँ `5 : 7 : 9` है ये विषम सन्नदी है। (i) एक सिरे पर बन्द, (ii) 1 मीटर, 85 हर्ट्स। |
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| 4. |
किसी ऑर्गन पाइप की मूल आवृत्ति 110 हर्ट्स है। इस पाइप द्वारा उत्पन्न स्वरको में से कुछ अन्य आवृत्तियाँ 220, 440, 660 हर्ट्स है। यह पाइप दोनों सिरों पर खुला होगा या एक सिरे पर खुला और दूसरे पर बन्द है? पाइप की प्रभावी लम्बाई ज्ञात कीजिए। (ध्वनि की चाल = 330 मीटर/सेकंड) |
| Answer» पाइप दोनों सिरों पर खुला होगा, 1.5 मीटर। | |
| 5. |
एक खुली नलिका का एक सिरा अचानक बन्द कर दिया गया है। परिणामत: बन्द नलिका के तृतीय हार्मोनिक की आवृत्ति खुली नलिका की मूल आवृत्ति से 100 हर्ट्स अधिक हो जाती है। खुली नलिका की मूल आवृत्ति है:A. 200 हर्ट्सB. 300 हर्ट्सC. 240 हर्ट्सD. 480 हर्ट्स |
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Answer» Correct Answer - a माना ध्वनि की चाल v है तथा नलिका की लम्बाई l है। तब खुली नली की मूल आवृत्ति `v//2l` तथा बंद नलिका के तृतीया हार्मोनिक की आवृत्ति `3v//4l` होगी। |
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| 6. |
एक नलिका का एक सिरा बन्द है और दूसरा सिरा खुला है। इसके दो निकटस्थ सन्नदी स्वरों की आवृत्तियाँ क्रमश: 220 Hz तथा 260 Hz है तो इस निकाय की मूल आवृत्ति कितनी होगी:A. 40 HzB. 10 HzC. 20 HzD. 30 Hz |
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Answer» Correct Answer - c बन्द नलिका के दो निकटस्थ सन्नदी स्वरों की आवृत्तियाँ `(nv)/(4l) = 220, ((n +2)v)/(4l) = 260` भाग करने पर`(n +2)/(n) = (260)/(220) = (13)/(11)` `11n + 22 = 13n` `n = 11` अत: `11 xx (v)/(4l) = 220` `(v)/(4l) = 20 Hz` |
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| 7. |
`8.0 xx 10^(-3)`किग्रा/मीटर रैखिक द्रव्यमान घनत्व की किसी लम्बी डोरी एक सिरा 256 Hz आवृत्ति के विधुत चालित स्वरित्र माध्यम द्विभुज से ऊपर गुजरता हुआ किसी तुला के पलड़े से बंधा है जिस पर किग्रा के बाँट लटके हैं । घिरनी वाला सिरा सारी आवश्यक ऊर्जाको अवशोषित कर लेता है जिसके कारण इस सिरे से परावर्तित तरंगों का आयाम नगण्य होता है | `t = 0` पर डोरी के बायें सिरे (द्विभुज वाले सिरे) `x = 0` पर अनुप्रस्थ विस्थापन शून्य है `(y = 0)`तथा वह y की धनात्मक दिशाके अनुदिश गतिशील है । तरंग का आयाम 5.0 सेमी है डोरी पर इस तरंग का वर्णन करने वाले अनुप्रस्थ विस्थापन y को xतथाt के फलन के रूप में लिखिए । |
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Answer» तरंग +x अक्ष में गतिमान है चूँकि स्वरित्र द्विभुज बायीं और सम्बद्ध किया गया है यह विक्षोभ की दायी और x अक्ष के अनुदिश भेज रहा है । `y(x,t) = a sin (omegat - kx)` अब, `a = 5` सेमी `= 0.05`मीटर आवृत्ति (v) = `256 Hz` रस्सी में तनाव `= mg = 90xx 9.8 = 882` न्यूटन अनुप्रस्थ तरंग का वेग,`upsilon = (T/mu)` अथवा `v = ((882)/(8.0 xx 10^(-3)))` `= 332`मीटर/सेकण्ड कोणीय आवृत्ति `(omega) = 2 piv` `= 2 xx 3.14 xx 256 = 1607.6` `= 1.6 xx 10^(3)` रेडियन/सेकण्ड `lambda = (upsilon)/(v) = (332)/(256)` मीटर संचरण नियतांक, `k = (2pi)/(lambda) = (2 xx 3.14)/(((332)/(256)))` `= 4.84` मीटर अतः गति की आवश्यक तरंग समीकरण, `y(x,t) =0.05 sin (1.6 xx 10^(3)t - 4.84x)` मीटर |
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| 8. |
तनी हुई डोरी में से उत्पन्न अप्रगामी तरंगे किस प्रकार की होती है ? |
| Answer» Correct Answer - अनुप्रस्थ अप्रगामी | |
| 9. |
भूकम्प पृथ्वी के भीतर तरंगे उत्पन्न करते हैं । गैसों के विपरीत, पृथ्वी अनुप्रस्थ (S) तथा अनुदैर्ध्य (P) दोनों प्रकार की तरंगों की अनुभूति कर सकती है । S तरंगों की प्रतिरूपी चाल लगभग `4.0` किमी/सेकण्ड तथा P तरंगों की प्रतिरूपी चाल लगभग 8.0 किमी/सेकण्ड है । कोई भूकम्प-लेखी किसी भूकम्प की P तथा S तरंगों को रिकॉर्ड करता है । पहली P तरंग पहली S तरंग की तुलना में 4 मिनट पहले पहले पहुँचती है । यह मानते हुए कि भूकम्प सरल रेखा में गमन करती हैं ।यह ज्ञात कीजिए कि भूकम्प घटित होने वाले स्थान की दूरी क्या है ? |
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Answer» दिया है- `upsilon_(P) = P` तरंग की चाल `= 8.0` किमी/सेकण्ड `upsilon_(S) = S` तरंग की चाल `= 4.0` किमी/सेकण्ड `t_(P) =` रिकॉर्डर तक P तरंग को पहुँचने में लगा समय `t_(S) = S` तरंग को रिकॉर्डर तक पहुँचने में लगा समय अब,दोनों तरंगें संसूचक से केन्द्र तक समान दूरी तय करती है, अतः अथवा `upsilon_(P)t_(P) = upsilon_(S)t_(S)` अथवा `8 xx t_(P) = 4 xx t_(S)` अथवा `2t_(P) = t_(S) "..."(i)` अब, `t_(S) - t_(P) = 4` मिनट (दिया है ) या `2t_(P) - t_(P) =4` मिनट अथवा `t_(P) = 4`मिनट `= 240 `सेकण्ड अतः स्रोत तथा संसूचक के बीच की दूरी , `D = t_(P)upsilon _(P) = t_(S) upsilon_(S)` `= 240` सेकण्ड `xx 8 xx 10^(3)` मीटर/सेकण्ड `= 1920 xx 10^(3)` मीटर `= 1920` किमी |
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| 10. |
एक तनी हुई डोरी के द्वितीय तथा तृतीय अधिस्वरक की आवृत्तियाँ मूल स्वर की आवृत्ति के पदों में लिखिये । |
| Answer» `f_(2) = 3 f_(0), f_(3) = 4f_(0)`, जहाँ `f_(0)` मूल आवृत्ति है | |
| 11. |
तार वाले वाद्य यंत्रों (जैसे- सितार, वायलन आदि) में खूटियां क्यों लगी रहती है ? |
| Answer» खूंटियों के द्वारा तार में तनाव बदला जा सकता है अर्थात कम्पन की आवृत्ति बदली जा सकती है । | |
| 12. |
आवर्त गति करते एक कण का विस्थापन y, समीकरण `y = 4 cos^(2) ((1)/(2)t) sin (1000 t)` द्वारा व्यक्त किया जाता है। यह समीकरण कितनी स्वतंत्र आवर्त गतियों के अध्यारोपण का परिणाम है?A. दोB. तीनC. चारD. पाँच |
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Answer» Correct Answer - b `y = 4 cos^(2) ((1)/(2)t) sin (1000 t)` `= 4 [(1 - cos t)/(2)] sin (1000 t)` `= 2 sin (100 t) - 2 cos t sin (1000 t)` `= 2 sin (1000 t) - [sin (1001 t) + sin (999 t)]` `= 2 sin (1000 t) - sin (1001 t) - sin (999 t)` अत: दी हुई समीकरण तीन स्वतंत्र गतियों का अध्यारोपण है। |
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| 13. |
समीकरण `y = 5 sin pi (4.0 t - 0.02 x)` से व्यक्त तरंग के विपरीत दिशा में चलने वाली परन्तु अन्य अभी बातो में समान तरंग की समीकरण लिखिए। उक्त दोनों तरंगो के सयोजन से उत्पन्न अप्रगामी तरंग की समीकरण लिखिए तथा दो निकटतम निस्पन्दो की बिच की दूरी ज्ञात कीजिए। समीकरण में x सेमि में व्यक्त किया गया है। |
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Answer» विपरीत दिशा में चलने वाली तथा अन्य सभी बातो में समान तरंग की समीकरण निम्नलिखित है: `y = 5 sin pi (4.0t + 0.02 x)` अध्यारोपण के सिद्धांत से, अप्रगामी तरंग `y= 5 sin pi (4.0 t - 0.02x) + 5 sin pi (4.0 t + 0.02 x)` अथवा `y = 10 cos pi (0.02 x) sin pi (4.0 t)` इस समीकरण की समीकरण `y = 2a "cos"(2pi x)/(lamda) "sin"(2pi t)/(T)` से तुलना करने पर `lamda = (2)/(0.02)` सेमी = 100 सेमी । `:.` दो निकटतम निस्पन्दो के बीच दूरी `(lamda)/(2) = (100"सेमी")/(2)` = 50 सेमी। |
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| 14. |
`9 xx 10^(3) "किग्रा"//"मीटर"^(3)` घनत्व का एक तार 1.0 मीटर की दूरी के दो क्लैम्पों के बीच कसा हुए है और इसमें `5 xx 10^(-4)` मीटर का वितान (extension)है । इस तार के अनुप्रस्थ कम्पनों की न्यूनतम आवृत्ति ज्ञात कीजिये । (पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक `= 9 xx 10^(11)"न्यूटन"//"मीटर"^(2)` ) |
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Answer» Correct Answer - 112 हर्ट्ज `f = 1/(2L) sqrt((T)/(pir^(2)d))` जहाँ `T/(pir^(2))` = प्रतिबल `Y xx` विकृति `= (YdeltaL)/(L)` |
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| 15. |
एक ध्वनि-स्त्रोत की मूल आवृत्ति 200 हर्ट्स है तथा इसमें सभी सन्नदी उत्पन्न होते है। कारण देते हुए बताइए कि यह ध्वनि-स्त्रोत 150, 200, 300, 600 आवृत्तियों में से किस-किस से अनुनाद कर सकता है? |
| Answer» Correct Answer - 200 हर्ट्स, 600 हर्ट्स | |
| 16. |
(a) एक ध्वनि स्रोत की मूल आवृत्ति 150 हर्ट्ज है । इसमें सभी संनादी उत्पन्न होते है । यह ध्वनि स्रोत 150 ,200, 300 , 400, 500 तथा 600 हर्ट्ज की विभिन्न आवृत्तियों में से किस-किस आवृत्ति के साथ अनुनाद उत्पन्न करेगा ? (b) एक बन्द सिरे वाले ऑर्गन पाइप की मूल आवृत्ति 50 हर्ट्ज है यदि इसका दूसरा सिरा खुल दिया जाये तो यह किन अन्य आवृत्तियों के साथ अनुनाद करेगा ? |
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Answer» (a) 150, 300, 600 हर्ट्ज (b) 100 हर्ट्ज , 200 हर्ट्ज , 300 हर्ट्ज …….. |
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| 17. |
किसी ध्वनि स्रोत से उत्पन्न विभिन्न आवृतियाँ `200, 300, 150, 500, 600` हर्ट्ज इत्यादि हैं। स्रोत के मूल स्वरक ,विभिन्न अधिस्वरक तथा सनांदि कीजिये । |
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Answer» स्रोत से उत्पन्न विभिन्न आवृत्तियाँ (बढ़ते हुए क्रम में ) - `150,200,300,500,600` हटर्ज मूल स्वरक `(f_(0)) =` न्यूनतम आवृत्ति `= 150` हर्ट्ज अधिस्वरक - प्रथम अधिस्वरक =`f_(1) =` हर्ट्ज, द्वितीय अधिस्वरक `f_(2) = 300` हर्ट्ज तृतीय अधिस्वरक `f_(3) = 500` हर्ट्ज चतुर्थ अधिस्वरक `f_(4) = 600` हर्ट्ज सनादि- प्रथम सनादि `= f_(0) = 150`हर्ट्ज द्वितीय सनादि `=2f_(0) = 300` हर्ट्ज तृतीय सनादि `= 3f_(0) = 3xx 150 = 450`हर्ट्ज उत्पन्न नहीं हुआ है। चतुर्थ सनादि `=4f_(0) = 4 xx 150 = 600` हर्ट्ज अर्थात स्रोत द्वारा प्रथम, द्वितीय तथा चतुर्थ सनादि उत्पन्न हुए हैं । |
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| 18. |
एक बन्द ऑर्गन पाइप में तीसरा अधिस्वरक उत्पन्न किया जाता है। पाइप में पाये जाते है:A. तीन निस्पंद, तीन प्रस्पंदB. तीन निस्पंद, चार प्रस्पंदC. चाल निस्पंद, तीन प्रस्पंदD. चार निस्पंद, चाल प्रस्पंद |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 19. |
दोनों सिरों पर बंधी 1.0 मीटर लम्बी डोरी के कम्पन, समीकरण `y = 10 sin ((pi x)/(30)) cos [100 pi t]` द्वारा पदर्शित है, जहाँ x तथा y सेमी में तथा t सेकंड में है। गणना कीजिए: (i) सेमी पर अधिकतम विस्थापन तथा (ii) `x = 5.0` डोरी के अनुदिश दो क्रमागत निस्पन्दो की बीच की दूरी। |
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Answer» (i) `y = 10 sin ((pi x)/(30)) cos (100 pi t)` `x = 5.0` सेमी पर विस्थापन `y = 10 sin ((pi)/(6)) cos (100 pi t) = 5 cos (100 pi t)` अधिकतम विस्थापन तब होगा जब `cos (100 pi t)` अधिकतम होगा अर्थात जब `cos (100 pi t) = 1` `:. y_("max") = 5` सेमी। (ii) निस्पन्दो पर विस्थापन सदैव शून्य होता है अर्थात `0 = 10 sin ((pi x)/(30)) cos (100 pi t)` अथवा `sin ((pi x)/(30)) = 0` अथवा `(pi x)/(30) = 0, pi 2pi, 3pi`..... अथवा `x = 0, 30` सेमी, 60 सेमी, 90 सेमी,.... `:.` दो क्रमागत निस्पन्दो के बीच दूरी = 30 सेमी। |
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| 20. |
एक मीटर लम्बी, दोनों सेरो पर बंधी डोरी के कम्पन `y = 8 sin (0.04 pi x) cos (100 pi t)` से प्रदर्शित है, जहाँ x तथा y सेमी में तथा t सेकंड में है। (i) डोरी में निस्पंद कहाँ पर स्थित है? (ii) उन तरंगो के समीकरण लिखिए जिनके अध्यारोपण से उक्त तरंग बनी है। |
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Answer» दी गई समीकरण की तुंलना `y = 2a "sin"(2pi x)/(lamda) "cos"(2pi t)/(T)` से करने पर `(2)/(lamda) = 0.04` अथवा `lamda = (2)/(0.04) = 50` सेमी, `T = (1)/(50)` सेकंड। ( (i) डोरी में निस्पंद `0, (lamda)/(2), lamda, (3lamda)/(2)`,... पर होंगे। अर्थात 0, 25 सेमी, 50 सेमी, 75 सेमी तथा 100 सेमी पर होंगे। (ii) डोरी में तरंग का परवर्तन दृढ़ सिरों से होता है। आपतित तरंग की `y_(1) = a sin (omega t - kx)`, समीकरण परावर्तित तरंग की समीकरण `y_(2) = - a sin (omega t+ kx)` `y = y_(1) + y_(2) = a [sin (omega t - kx) - sin (omega t + kx)]` `= a [2 sin kx cos omega t]` `=2 a "sin"(2pi)/(lamda) x "cos"(2pi)/(T) t`. `:. y_(1) = a sin 2pi ((t)/(T) - (x)/(lamda)) = 4 sin 2pi (50t - (x)/(50))` `y_(2) = - 4 sin 2pi (50t + (x)/(50))` |
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| 21. |
मीटर लम्बी काँच की एक नली जल से भरी है। नली की तली से जल धीरे-धीरे करके निकाला जा सकता है। यदि 500 साइकिल/सेकंड आवृत्ति का कम्पन करता एक स्वरित्र द्विभुज नली के ऊपरी सिरे पर लाया जाये तथा ध्वनि की चाल 330 मीटर/सेकंड हो, तो नली में प्राप्त कुल अनुनादो की संख्या होगी:A. 4B. 3C. 2D. 1 |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 22. |
संलग्न चित्र में, स्टील के बने दो स्वरित्र A व Bदिखाये गए हैं । किस स्वरित्र की आवृत्ति अधिक है ? |
| Answer» स्वरित्र A की आवृत्ति अधिक है क्योकि मोटे तथा कम लम्बाई के स्वरित्र की आवृत्ति अधिक होती है । | |
| 23. |
स्वरित्र के कम्पन की आवृत्ति पर क्या प्रभाव पड़ता है ? यदि - (i) भुजा पर मोम लगा दें , (ii) भुजा को रेत दे, (iii) एक भुजा टूट जाये । |
| Answer» (i) घट जाती है , (ii) बढ़ जाती अपरिवर्तित रहती है , (iii) परन्तु कम्पन शीघ्र नष्ठ हो जाते हैं । | |
| 24. |
एक प्रगामी तरंग का समीकरण `y = 0.09 sin 8 pi [t - (x)/(20)]` है। किसी दृढ़ दीवार से इस तरंग के टकराने पर परावर्तित तरंग का आयाम प्रगामी तरंग का `(2)/(3)` रह जाता है। परावर्तित तरंग का समीकरण ज्ञात कीजिए। |
| Answer» `-0.06 sin 8 pi (t + (x)/(20))` | |
| 25. |
अप्रगामी तरंगो के बनने की शर्त बताइए। |
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Answer» (i) बद्ध माध्यम का होना ही आवश्यक शर्त है। (ii) दोनों तरंगो की चाल समान होनी चाहिए। (iii) दोनों के चलने की दिशा विपरीत होनी चाहिए। |
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| 26. |
प्रस्पंद तथा निस्पंद बनने की शर्ते बताइए। |
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Answer» अप्रगामी तरंग समीकरण `y = 2a "cos"(2pi x)/(lamda) "sin" (2pi t)/(T)` में `x = 0, (lamda)/(2), (2lamda)/(2), (3 lamda)/(2)` रखने पर `"cos"(2pi x)/(lamda)` का मान एकान्तर क्रम में `+1` तथा `-1` आता है। इन बिन्दुओ पर विस्थापन अन्य बिन्दुओ की तुलना में सदैव अधिकतम है। ये बिंदु ही प्रस्पंद है तथा ये परस्पर `(lamda)/(2)` दूरी पर है। इसी प्रकार, `x = (lamda)/(4), (3lamda)/(4), (5 lamda)/(4)`,... रखने पर `"cos"(2pi x)/(lamda)` का मान शून्य हो जाता है, इन बिन्दुओ पर विस्थापन y शून्य है। ये बिंदु ही निस्पंद है तथा ये परस्पर `(lamda)/(2)` दूरी पर है। |
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| 27. |
दो प्रगामी तरंगो की समीकरण है: `y_(1) = a "sin"(2pi)/(lamda) (vt - x)` तथा `y_(2) = a "sin"(2pi)/(lamda) (vt + x)` इन दोनों तरंगो के अध्यारोपण से प्राप्त परिणामी अप्रगामी तरंग की समीकरण ज्ञात कीजिए। |
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Answer» परिणामी तरंग की समीकरण `y = y_(1) + y_(2)` `= a "sin"(2pi)/(lamda) (v t - x) + a "sin"(2pi)/(lamda) (vt + x)` `sin (A - B) + sin (A + B) = 2 sin A cos B` का उपयोग करने पर, अप्रगामी तरंग की समीकरण `y = 2a "sin"(2pi)/(lamda) (vt) "cos"(2pi x)/(lamda)` `= 2 a "cos"(2pi x)/(lamda) "sin"(2pi v t)/(lamda)` |
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| 28. |
एक विधार्थी एक अनुनाद-स्तम्भ तथा एक स्वरित्र द्विभुज, जिसकी आवृत्ति `244 "से"^(-1)` है, को उपयोग में लाते हुए एक प्रयोग करता है। उसे बताया गया है कि नली में वायु के स्थान पर एक अन्य गैस भरी हुए है। (मान लीजिए स्तम्भ सदैव गैस से भरा रहता है।) यदि अनुनाद कि स्थिति के लिए न्यूनतम ऊँचाई `(0.350 +- 0.005)` मीटर है, तब नली में उपस्थित गैस है/है: (उपयोगी सूचना: `sqrt(167RT) = 640 "जूल"^(½) "मोल"^(-1//2) sqrt(140RT) = 590 "जूल"^(½) "मोल"^(-1//2)` तथा प्रत्येक गैस के लिए उनके मोलर दवव्यमान M ग्राम का मान विकल्पों में दिये है। `sqrt((10)/(M))` का मान जैसा कि वहाँ दिया गया है, वही प्रयोग करें।)A. निऑन `[M = 20, sqrt((10)/(20)) = (7)/(10)]`B. नाइट्रोजन `[M = 28, sqrt((10)/(28)) = (3)/(5)]`C. ऑक्सीजन `[M = 32, sqrt((10)/(32)) = (9)/(16)]`D. ऑर्गन `[M = 36, sqrt((10)/(36)) = (17)/(32)]` |
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Answer» Correct Answer - d न्यूनतम ऊँचाई `l = (lamda)/(4) " " :. Lamda = 4l` अब `v = n lamda = 244 xx 4 xx l = 976 l` क्योकि `l = (0.350 +- 0.005)` मी = 0.355 मी अथवा 0.345 मी। `:. V = 976 xx 0.355 = 346.5` मी/से अथवा `976 xx 0.345 = 336.7` मी/से हम जानते है। `v = sqrt((gamma RT)/(M xx 10^(-3)))` यहाँ M ग्राम में अणुक द्रव्यमान है। `= sqrt(100 gamma RT) xx sqrt((10)/(M))` एक-परमाणुक गैस के लिये, `gamma = 1.67` `:. v = 640 xx sqrt((10)/(M))` द्वी-पर्मानुक गैस के लिये, `gamma = 1.4` `:. v = 590 xx sqrt((10)/(M))` `:. v_(Ne) = 640 xx (7)/(10) = 488` मी/से `v_(Ar) = 640 xx (17)/(32) = 340` मी/से `v_(O_(2)) = 590 xx (9)/(16) = 331.8` मी/से `v_(N_(2)) = 590 xx (3)/(5) = 354` मी/से। v का मान 336.7 मी/से तथा 346.5 मी/से की बीच होगा। अत: सम्भव उत्तर ऑर्गन विकल्प (d) है। |
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| 29. |
एक ऑर्गन पाइप में बहुत धीरे से फूँक मारने पर 120 हर्ट्ज आवृत्ति का स्वर उत्पन्न होता है । थोड़ा जोर से फूँक मारने पर पहले अधिस्वरक से 360 हर्ट्ज आवृत्ति उत्पन्न होती है । (i) यह पाइप है अथवा खुला, (ii) थोड़ा और जोर से फूँक मारने पर द्वितीय अधिस्वरक कितनी आवृत्ति उत्पन्न करेगा ? |
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Answer» (i) `f_(0) = 120` हर्ट्ज , प्रथम अधिस्वरक `f_(1) = 360` हर्ट्ज `= 3 f_(0)`अतः यह बन्द पाइप है । (ii) द्वितीय अधिस्वरक `f_(2) = 5 f_(0) = 600` हर्ट्ज |
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| 30. |
एक बन्द ऑर्गन पाइप की मूल आवृत्ति 150 हर्ट्ज है । इस पाइप के- (i) द्वितीय संनादी, (ii) द्वितीय अधिस्वरक की आवृत्ति क्या है ? |
| Answer» (i) द्वितीय सनांदि उत्पन्न नहीं होगा। , (ii) 750 हर्ट्ज | |
| 31. |
खुली नली में बन्द नली की अपेक्षा मधुर स्वर उतपन्न होते है, क्यों ? |
| Answer» खुली ऑर्गन पाइप । खुली ऑर्गन पाइप में सम तथा विषम सनांदि उत्पन्न होते हैं । अधिस्वरकों की सख्या अधिक होने के कारण इसकी गुणता बेहतर होती है । अतः इसकी ध्वनि अधिक मधुर सुनायी देती है । | |
| 32. |
समीकरण `y = a cos (kx - omega t)` से प्रदर्शित एक तरंग एक अन्य तरंग से अध्यारोपण कर अप्रगामी तरंग उत्पन्न करती है तथा `x = 0` पर निष्पंद बनता है। दूसरी तरंग का समीकरण है:A. `y = a sin (kx + omega t)`B. `y = -a cos (kx - omega t)`C. `y = -a sin (kx - omega t)`D. `y = -a cos (kx + omega t)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 33. |
एक अप्रगामी तरंग की समीकरण `y = 4 sin (pi x//15) cos (96 pi t)` है, जहाँ y, x सेमी में तथा t सेकंड में है। किसी निस्पंद तथा उसके निकटवर्ती प्रस्पंद के बीच दूरी है:A. 7.5 सेमीB. 15 सेमीC. 22.5 सेमीD. 30 सेमी |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 34. |
एक अप्रगामी तरंग की समीकरण `y = 2a sin (1000 t) cos (0.1 x)` है, जहाँ y, a मिमी में, t सेकंड में तथा x मीटर में है। इसे उत्पन्न करने वाली प्रगामी तरंगो की चाल है:A. `10^(4)` मीटर/सेकंडB. `10^(-4)` मीटर/सेकंडC. 100 मीटर/सेकंडD. 10 मीटर/सेकंड |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 35. |
`y = 6 "cos" (pi x)/(3) sin 40 pi t` अप्रगामी तरंग की समीकरण है। यहाँ x तथा y सेमी में तथा t सेकंड में है घटक तरंगो के आयाम, तरंगदैर्घ्य तथा वेग ज्ञात कीजिए। |
| Answer» आयाम = 3 सेमी, `lamda = 6` सेमी तथा वेग `v = 120` सेमी/सेकंड। | |
| 36. |
दो स्वरित्र द्विभुज A तथा B एक साथ कम्पन करने पर 8 विसपंद /सेकंड उत्पन्न करते है। 32 सेमी लम्बाई के बन्द ऑर्गन पाइप के साथ A तथा 33 सेमी लम्बाई के बन्द ऑर्गन पाइप के साथ B, अनुनाद करते है। स्वरित्र द्विभुजो की आवृत्तियाँ ज्ञात कीजिए। |
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Answer» `n_(A) = (v)/(4l) = (v)/(4 xx 32)` तथा `n_(B) = (v)/(4l) = (v)/(4 xx 33)` प्रश्नानुसार, `n_(A) - n_(B) = 8` `(v)/(4 xx 32) - (v)/(4 xx 33) = 8` `v = 8 xx 32 xx 33 xx 4` `:. n_(A) = (v)/(4 xx 32) = (8 xx 32 xx 33 xx 4)/(4 xx 32) = 264 Hz` `n_(B) = (v)/(4 xx 33) = (8 xx 32 xx 33 xx 4)/(4 xx 33) = 256 Hz` |
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| 37. |
यदि वायु में ध्वनि का वेग 340 मी/से हो, तो 1250 हर्ट्स से कम आवृत्ति वाले 85 सेमी लम्बे एक सिरे पर बन्द नलिका (पाइप) में वायु-स्तम्भ के सम्भव प्राकृतिक दोलनों की संख्या होगी:A. 4B. 5C. 7D. 6 |
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Answer» Correct Answer - d बन्द ऑर्गन पाइप की मूल प्राकृतिक आवृत्ति `n_(1) = (v)/(4l) = (340)/(4 xx 0.85) = 100` हर्ट्स अत: इस ऑर्गन पाइप की वे प्राकृतिक आवृत्तियाँ जो 1250 हर्ट्स से कम हो n = 100 हर्ट्स, 300 हर्ट्स, 500 हर्ट्स, 700 हर्ट्स, 900 हर्ट्स, 1100 हर्ट्स। |
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| 38. |
50.0 सेमी और 50.6 सेमी लम्बाई वाले दो खुले ऑर्गन पाइप जब साथ-साथ कम्पित किये जाते है। तो 4 विस्पंद/सेकंड उत्पन्न होते है। वायु में ध्वनि की चल ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - 337 मीटर/सेकंड। | |
| 39. |
दो बन्द नलिकाओं को एक साथ कम्पन करने में 5 विस्पंद प्रति सेकंड उत्पन्न होते है। यदि उनकी लम्बाइयों का अनुपात `21 : 20` हो, तो उनकी आवृत्तियाँ क्या होगी? |
| Answer» Correct Answer - 100हर्ट्स , 105हर्ट्स | |
| 40. |
एक बन्द सिरे वाले ऑर्गन पाइप की आवृत्ति 50 हर्ट्स है। यदि इसके दूसरे सिरे को खोल दिया जाए, तो यह किन अन्य आवृत्तियों से अनुनाद कर सकता है? |
| Answer» 100 हर्ट्स, 200 हर्ट्स, 300 हर्ट्स,... | |
| 41. |
दो प्रगामी तरंगो के अध्यारोपण से उत्पन्न हुई अप्रगामी तरंग की समीकरण `y = 5 "cos"(pi x)/(3) sin (40 pi t)` है जिसमे x तथा y सेमी में तथा समय t सेकंड में है। ज्ञात कीजिए : (i) आयाम, (ii) उन अवयवी तरंगो की आवृत्ति एवं तरंगदैर्घ्य जिनके अध्यारोपण से यह तरंग उत्पन्न हए है तथा (iii) दो निकटतम निस्पन्दो के बीच की दूरी। |
| Answer» (i) 2.5 सेमी, (ii) `20 "सेकंड"^(-1)` , 6 सेमी, (iii) 3 सेमी। | |
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एक अप्रगामी तरंग को उत्पन्न करने वाली अवयवी तरंगो के आयाम, आवृत्ति तथा वेग क्रमश: 8 सेमी, 30 हर्ट्स तथा 180 सेमी/सेकंड है। अप्रगामी तरंग की समीकरण लिखिए। |
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Answer» अप्रगामी तरंग को उत्पन्न करने वाली अवयवी तरंगो की समीकरणे निम्नवत हो सकती है: `y_(1) = a sin (omega t - kx)` तथा `y_(2) = a sin (omega t + kx)` इनसे उत्पन्न अप्रगामी तरंग का विस्थापन `y = 2a cos kx sin omega t` प्रश्नानुसार a = 8, सेमी n = 30 हर्ट्स तथा `v = 180` सेमी/से। इनसे `omega = 2pi n = 2pi xx 30 = 60pi` `k = (2pi)/(lamda) = (2pi)/(v//n) = (2pi)/(180//30) = (pi)/(3)` `y = 16 cos ((pi x)/(3)) sin(60 pi t)` |
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| 43. |
एक अप्रगामी तरंग की समीकरण लिखिए। निस्पन्दो तथा परस्पनदो की स्थितियाँ बताइए। |
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Answer» एक प्रगामी तरंग की समीकरण है: `y = a "cos"(2 pi x)/(lamda) "sin"(2 pi t)/(T)` इस तरंग में `x = lamda//4, 3lamda//4, 5 lamda//4`,... स्थितियों पर प्रस्पंद तथा `x = lamda//4, 3lamda//4, 5lamda//4`,... स्थितियों पर निस्पंद है। |
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| 44. |
दोनों सिरों पर खुले एक पाइप की लम्बाई 48.8 सेमी है तथा इसकी मूल आवृत्ति 320 हर्ट्स है। पाइप की त्रिज्या ज्ञात कीजिए। यदि पाइप के एक सिरे को बन्द कर दे, तब मूल आवृत्ति कितनी होगी? (ध्वनि की चाल 320 मीटर/सेकंड) |
| Answer» Correct Answer - 1.0 सेमी, 162 हर्ट्स । | |
| 45. |
यदि किसी बन्द ऑर्गन पाइप में वायु के बजाए वायु से भारी गैस भर दी जाये, तो पाइप की मूल आवृत्ति पर क्या प्रभाव पड़ेगा? |
| Answer» Correct Answer - घट जायेगी। | |
| 46. |
एक सिरे पर बन्द नलिका के खुले सिरे के निकट 300 हर्ट्स आवृत्ति का ध्वनि-स्त्रोत रखने पर नलिका से तीव्र ध्वनि उत्पन्न होती है। नलिका की न्यूनतम लम्बाई तथा दो अन्य आवृत्तियाँ ज्ञात कीजिए जिनसे नलिका में ध्वनि उत्पन्न हो सके। ध्वनि की चल 330 मीटर/सेकंड है। |
| Answer» 27.5 सेमी, 900 हर्ट्स, 1500 हर्ट्स | |
| 47. |
एक सिरे पर बन्द नलिका एक कम्पित स्वरित्र के अनुनाद में है जब वायु-स्तम्भ की लम्बाई 25 सेमी है। अगली अनुनाद की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब वायु-स्तम्भ की लम्बाई 77 सेमी है। यदि प्रयोग के समय वायु में ध्वनि की चाल 338 मीटर/सेकंड हो, तो निकले हुए स्वर की तरंगदैर्घ्य तथा सवर्तित्र की आवृत्ति ज्ञात कीजिए। |
| Answer» `lamda = 104` सेमी, `n = 325` हर्ट्स | |
| 48. |
एक सिरे पर बन्द एक अनुनाद नली की सबसे छोटी लम्बाई 32.0 सेमी आती है जब इसे 256 आवृत्ति के स्वरित्र द्विभुज के साथ ध्वनित किया जाता है। 384 आवृत्ति के स्वरित्र के साथ संगत लम्बाई 20.8 सेमी आती है। ध्वनि की चाल तथा अन्त्य-संशोधन ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - 344 मीटर/सेकंड, 1.6 सेमी। | |
| 49. |
अनुनाद नली में किसी स्वरित्र से अनुनाद की प्रथम लम्बाई से ठीक तीन गुनी लम्बाई पर द्वितीय अनुनाद नहीं होता, क्यों? |
| Answer» अंत्य -संशोधन के कारण। | |
| 50. |
यदि तेल, जिसका घनत्व पानी से अधिक है, पानी के स्थान पर अनुनाद नली में प्रयुक्त किया जाता है, तो इसकी आवृत्ति:A. बढ़ेगीB. घटेगीC. वही रहेगीD. तेल के घनत्व पर निर्भर करेगी। |
| Answer» Correct Answer - C | |