InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 301. |
शुद्ध अर्धचालक में ______ परमाणु की अशुद्वियाँ मिलाने पर p-प्रकार का अर्धचालक प्राप्त होता है। |
| Answer» Correct Answer - त्रिसंयोजी | |
| 302. |
चित्र में प्रदर्शित गेट कौन-सा है ? A. ANDB. NANDC. NOTD. NOR |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 303. |
कौन-सा गेट सार्वत्रिक गेट है ?A. ORB. ANDC. XORD. NAND |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 304. |
p - n - p ट्रांजिस्टर की क्रिया में उतसर्जक -धारा `i _(E )`, आधार-धारा `i _(B )` तथा संग्राहक-धारा `i _(C )` में सम्बन्ध है -A. `i _(C )=i _(E ) -i _(B )`B. `i _(B )=i _(E )+i _(C )`C. `i _(E )=i _(C )-i _(B )`D. `i _(B )~~i _(E )~~ i _(C )` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 305. |
ट्रांजिस्टर के संदर्भ में `alpha ` व `beta ` में सही सम्बन्ध है -A. `alpha = beta (1 - alpha )`B. `alpha = (beta )/((1 - alpha ))`C. `alpha = beta (1 + alpha )`D. `beta =alpha (1 +alpha )` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 306. |
p-n संधि डायोड में अवक्षय पर्त की मोटाई होती हैA. `10^(-3)` मीटरB. `10^(-4)` मीटरC. `10^(-5)` मीटरD. `10^(-6)` मीटर |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 307. |
यदि p-n संधि डायोड के p एवं n सिरों को एक तार से जोड़ दिया जाये, तोA. परिपथ में कोई धारा नहीं बहेगीB. परिपथ में n से p की तरफ स्थायी धारा बहेगी।C. परिपथ में p से n की तरफ स्थायी धारा बहेगी।D. बहने वाली धारा प्रतिरोध पर निर्भर नहीं करेगी। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 308. |
निर्गत वोल्टेज में परिवर्तन और निवेश वोल्टेज के परिवर्तन के अनुपात को ____कहते है। |
| Answer» Correct Answer - वोल्टेज बढ़ना | |
| 309. |
ट्रांजिस्टर प्रवर्धक की उभयनिष्ठ-आधार व्यवस्था में निर्गत व निवेश वोल्टेज में कला-सम्बन्ध क्या होता है ? |
| Answer» दोनों एक ही कला में होते है । | |
| 310. |
किसी ट्रांजिस्टर प्रवर्धक के लिए वोल्टता लब्धि -A. सभी आवृत्तियों के लिए समान रहती है।B. उच्च और निम्न आवृत्तियों पर उच्च होती है तथा मध्य आवृत्ति परिसर में अचर रहती है।C. उच्च और निम्न आवृत्तियों पर कम होती है और मध्य आवृत्तियों पर अचर रहती है।D. उपरोक्त में से कोई नहीं है। |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 311. |
किसी ट्राँजिस्टर प्रवर्धक के लिए वोल्टता लब्धि -A. सभी आवृतियों के लिए समान रहती है।B. उच्च और निम्न आवृत्तियों पर उच्च होती है तथा मध्य आवृत्ति परिसर में अचर रहती है।C. उच्च और निम्न आवृत्तियों पर कम होती है और मध्य आवृत्तियों पर अचर रहती है।D. उपरोक्त में से कोई नहीं। |
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Answer» Correct Answer - C वोल्टेज लाभ उच्च तथा निम्न आवृत्तियों पर कम तथा मध्य आवृत्ति पर वोल्टेज लाभ नियत रहता है। |
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| 312. |
CE प्रवर्धक परिपथ में निवेश तथा निर्गत वोल्टेज में कलान्तर होता हैA. `0^@`B. `90^@`C. `180^@`D. `270^@` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 313. |
किसी ट्रांजिस्टर का निवेश प्रतिरोध निम्न तथा निर्गत प्रतिरोध उच्च क्यों होता है ? |
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Answer» निवेश प्रतिरोध `r_i=(DeltaV_"be")/(DeltaI_b)` ट्रांजिस्टर में उत्सर्जक वोल्टेज के मान में थोड़ा-सा `V_"be"` परिवर्तन करने पर भी आधार धारा `I_b` के मान में बहुत अधिक परिवर्तन हो जाता है। अतः ट्रांजिस्टर का निवेश प्रतिरोध कम होता है `(DeltaV_"be" lt DeltaI_b)` | निर्गत प्रतिरोध: `r_o=(DeltaV_"ce")/(DeltaI_c)` संग्राहक वोल्टेज `V_"ce"` के मान में अधिक परिवर्तन करने पर भी संग्राहक धारा `I_c` के मान में बहुत कम परिवर्तन होता है, अर्थात् `DeltaV_"ce" gt gt DeltaI_c` अत: ट्रांजिस्टर का निर्गत प्रतिरोध अधिक होता है। |
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| 314. |
एक के पश्चात एक श्रेणीक्रम सोपानित में दो प्रवर्धक संयोजित किए गए हैं। प्रथम प्रवर्धक की वोल्टता लब्धि 10 और द्वितीय की वोल्टता लब्धि 20 है। यदि निवेश संकेत 0.01 वोल्ट है तो निर्गत प्रत्यावर्ती संकेत का परिकलन कीजिए। |
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Answer» दिया है - प्रथम प्रवर्धक का वोल्टेज लाभ `(A_(V_(1)))=10` द्वितीय प्रवर्धक का वोल्टेज लाभ , `(A_(V_(2)))=20` निवेशी वोल्टेज `(V_(1))=0.01V` वोल्टता लाभ `(A_(V))=(V_(o))/(V_(i))=A_(V_(1))xxA_(V_(2))` `(V_(o))/(0.01)=10xx20` `V_(o)=2V` |
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| 315. |
ट्रांजिस्टर प्रवर्धक में निर्गत शक्ति निवेश शक्ति की तुलना में बहुत अधिक होती है । यह अतिरिक्त शक्ति हमें कहाँ से प्राप्त होती है ? |
| Answer» संग्राहक परिपथ में लगी बैटरी से। | |
| 316. |
CE -ट्रांजिस्टर प्रवर्धक हेतु 2 `k Omega ` के संग्राहक प्रतिरोध के सिरों पर ध्वनि वोल्टता 2V है। मान लीजिए की ट्रांजिस्टर का धारा प्रवर्धन गुणांक 100 है। यदि आधार प्रतिरोध `1 k Omega ` है तो निवेश संकेत ( signal ) वोल्टता और आधार धारा परिकलित कीजिए। |
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Answer» दिया है - संग्राहक प्रतिरोध `(R_("output"))=2kOmega=2000Omega` धारा प्रवर्धन गुणांक `(beta_(AC))=100` निर्गत वोल्टता `(V_("output"))=2V` आधार प्रतिरोध `(R_("input"))=1kOmega=1000Omega` `because` वोल्टता लाभ `(A_(v))=(V_("output"))/(V_("input"))=beta_(AC)(R_("output"))/(R_("input"))` `therefore` निवेशी सिग्नल वोल्टेज `(V_("input"))=(V_("output"))/(beta_(AC)(R_("output")//R_("input")))` `=(2)/(100(2000//1000))` `=0.001V` आधार धारा `(I_(B))=(V_("input"))/(R_("input"))` `=(0.01)/(1000)=10xx10^(-6)A=10 mu A` |
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| 317. |
एक CE प्रवर्धक के निवेश परिपथ का प्रतिरोध `1.5 k Omega ` है। लोड प्रतिरोध `7.5 k Omega ` के सिरों पर निर्गत वोल्टता प्राप्त की गई है। यदि ट्रांजिस्टर का धारा प्रवर्धन गुणांक `(beta )` 60 हो तो 5 mV निवेशी वोल्टता के संगत निर्गत वोल्टता ज्ञात कीजिये। |
| Answer» Correct Answer - 1.5 वोल्ट | |
| 318. |
सिलिकन तथा जर्मेनियम परमाणुओं की विभिन्न कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन विन्यास ( electron configurations ) क्या है ? |
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Answer» सिलिकन - `1s^(2) 2s^(2) 2p^(6)3s^(2) 3p^(2),` जर्मेनियम - `1s^(2) 2s^(2) 2p^(6) 3s^(2)3p^(6) 3d^(6)3d^(10) 4s^(2) 4p^(2)` |
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| 319. |
एक `beta = 19 ` धारा-लाभ वाले ट्रांजिस्टर की उभयनिष्ठ-उत्सर्जक व्यवस्था में यदि आधार-धारा में 0.4 मिलीऐम्पियर का परिवर्तन करें, तो संग्राहक-धारा में कितना परिवर्तन होगा ? उत्सर्जक धारा में क्या परिवर्तन होगा ? |
| Answer» Correct Answer - `7.6 mA, 8.0 mA` | |
| 320. |
उभयनिष्ठ-आधार व्यवस्था में, किसी ट्रांजिस्टर की धारा-लब्धि 0.98 है। उत्सर्जक -धारा के `4.0` मिलीऐम्पियर परिवर्तन के संगत संग्राहक धारा तथा आधार-धारा में परिवर्तन की गणना कीजिये। |
| Answer» Correct Answer - `3.92 mA, 0.08 mA` | |
| 321. |
धारा लाभ `beta = 19 ` वाले एक ट्रांजिस्टर की उभयनिष्ठ उत्सर्जक व्यवस्था में यदि आधार में 0.4 mA का परिवर्तन किया जाये तो संग्राहक धारा में परिवर्तन होगा -A. 7.6 mAB. 4.75 mAC. 1.31 mAD. `0.21` mA |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 322. |
उभयनिष्ठ उत्सर्जक विधा में एक ट्रांजिस्टर का धारा लाभ 49 है। आधार धारा में 5.0 `mu`A परिवर्तन के संगीत संग्राहक धारा तथा उत्सर्जक धारा के मान में परिवर्तन की गणना कीजिये। |
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Answer» दिया है - `beta=49 , DeltaI_B=5.0 muA = 5xx10^(-6)` A सूत्र - `beta=(DeltaI_C)/(DeltaI_B)` `DeltaI_C=DeltaI_Bxxbeta` सूत्र में मान रखने पर , `DeltaI_C=5xx10^(-6)xx49` `=245xx10^(-6)` ऐम्पियर | `=245 muA` अब चूँकि I `I_E=I_B+I_C` `therefore DeltaI_E=DeltaI_B+DeltaI_C` `=245muA + 5 muA ` `=250 muA` |
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| 323. |
OR गेट में एक निवेशी 0 तथा दुसरा 1 है। निर्गत होगा - |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 324. |
गन्धक, चाँदी, जर्मेनियम और सिलिकॉन में अर्धचालक छाँटिये। |
| Answer» Correct Answer - जर्मेनियम, सिलिकॉन | |
| 325. |
बिना बायस p-n संधि से होल p-क्षेत्र में n-क्षेत्र की ओर विसरित होते हैं, क्योंकिA. N-क्षेत्र में मुक्त इलेक्ट्रॉन उन्हें आकर्षित करते हैं।B. ये विभवांतर के कारण संधि के पार गति करते हैं।C. P-क्षेत्र में होल-सांद्रता, N -क्षेत्र में इनकी सांद्रता से अधिक है।D. उपरोक्त सभी। |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 326. |
कार्बन, सिलिकॉन और जर्मेनियम, प्रत्येक में चार संयोजक इलेक्ट्रॉन है । इनकी विशेषता ऊर्जा बैंड अंतराल द्वारा पृथक्कृत संयोजकता और चलन बैंड द्वारा दी गई है, जो क्रमशः `(E_(g))_(C), (E_(g))_(Si)` तथा `(E_(g))_(Ge)` के बराबर है। निम्नलिखित में से कौन-सा प्रकथन सत्य है ?A. `(E_(g))_(Si) lt (E_(g))_(Ge) lt (E_(g))_(C)`B. `(E_(g))_(C) lt (E_(g))_(Ge) gt (E_(g))_(Si)`C. `(E_(g))_(C) gt (E_(g))_(Si) gt (E_(g))_(Ge)`D. `(E_(g))_(C) = (E_(g))_(Si) = (E_(g))_(Ge)` |
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Answer» Correct Answer - C कार्बन के लिए ऊर्जा बैंड गेप अधिकतम तथा Si के लिए न्यूनतम होता है। |
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| 327. |
किसी p-n संधि डायोड में धारा को इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है- `I=I_0[exp((eV)/(k_BT))-1]` जहाँ `I_0` को उत्क्रमित संतृप्त धारा कहते हैं, V डायोड के सिरों पर वोल्टता है तथा यह अग्रदिशिक बायस के लिए धनात्मक तथा पश्चदिशिक बायस के लिए ऋणात्मक है। I डायोड से प्रवाहित धारा `k_B` है बोल्ट्जमैन नियतांक `(8.6xx10^(-5)eV//K)` है तथा T परम ताप है। यदि किसी दिए गए डायोड के लिए `I_0=5xx10^(-12)` A तथा T = 300K है, तब यदि पश्चदिशिक वोल्टता को 1V से 2V कर दें तो धारा का मान क्या होगा? |
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Answer» इन दोनों वाल्टता के लिए I का मान लगभग `I_0` के बराबर होगा । इस प्रकार `I=5xx10^(-12)A` |
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| 328. |
किसी p-n संधि डायोड में धारा को इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है- `I=I_0[exp((eV)/(k_BT))-1]` जहाँ `I_0` को उत्क्रमित संतृप्त धारा कहते हैं, V डायोड के सिरों पर वोल्टता है तथा यह अग्रदिशिक बायस के लिए धनात्मक तथा पश्चदिशिक बायस के लिए ऋणात्मक है। I डायोड से प्रवाहित धारा `k_B` है बोल्ट्जमैन नियतांक `(8.6xx10^(-5)eV//K)` है तथा T परम ताप है। यदि किसी दिए गए डायोड के लिए `I_0=5xx10^(-12)` A तथा T = 300K है, तब गतिक प्रतिरोध कितना है ? |
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Answer» `DeltaV`=0.7-0.6=0.1 V गतिक प्रतिरोध `r_d=(DeltaV)/(DeltaI)=0.1/2.96=0.0338Omega` |
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| 329. |
कार्बन, सिलिकॉन और जर्मेनियम, प्रत्येक में चार संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं। इनकी विशेषता ऊर्जा बैंड अंतराल द्वारा पृथक्करण संयोजकता और चालन बैंड द्वारा दी गई है, जो क्रमशः `(E_g)_C , (E_g)_(Si)` तथा `(E_g)_"Ge"` के बराबर हैं। निम्नलिखित में से कौन-सा प्रकथन सत्य है -A. `(E_g)_"Si" lt (E_g)_"Ge" lt (E_g)_C`B. `(E_g)_C lt (E_g)_"Ge" gt (E_g)_"Si"`C. `(E_g)_C gt (E_g)_"Si" gt (E_g)_"Ge"`D. `(E_g)_C = (E_g)_"Si" = (E_g)_"Ge"` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 330. |
ट्रांजिस्टर में उत्सर्जक हमेशा अग्र अभिनत तथा संग्राहक हमेशा उत्क्रम अभिनत होता है। क्यों ? |
| Answer» इसका कारण यह है कि उत्सर्जक विद्युत वाहकों (इलेक्ट्रॉन या होल) को तभी भेज सकता है, जब वह अग्र अभिनत हो तथा संग्राहक उन्हें तभी संगृहीत कर सकता है, जब वह उत्क्रम अभिनत हो। | |
| 331. |
अर्द्ध-तरंग दिष्टकारी में निवेशी सिगनल की आवृत्ति 50 हर्ट्ज है। निर्गत सिगनल की आवृत्ति क्या है ? |
| Answer» Correct Answer - 50 हर्ट्ज । | |
| 332. |
300 K ताप पर शुद्ध सिलिकॉन में इलेक्ट्रॉन-सान्द्रता और होल सान्द्रता दोनों `1.5xx 10^16` प्रति `मीटर^3` के बराबर हैं। इण्डियम की डोपिंग करने पर होल-सान्द्रता `4:5 xx 10^22` प्रति `"मीटर"^3` हो जाती है। डोपित सिलिकॉन में इलेक्ट्रॉन-सान्द्रता ज्ञात कीजिए। |
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Answer» Correct Answer - `5xx10^9 "प्रति मीटर"^2` `n_e. n_h=n_i^2=1.5xx10^16 "मीटर"^3` तथा `n_h=4.5xx10^22 "प्रति मीटर"^3` |
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| 333. |
इलेक्ट्रॉनों का अनुगमन वेग होलों के अनुगमन वेग से कम होता है या अधिक? |
| Answer» Correct Answer - अधिक | |
| 334. |
दो समरूप p - n जंक्शनों को श्रेणीबद्ध परिपथ में जोड़ा गया है, जैसा कि चित्रों में दिखाया गया है। किस परिपथ में दोनों सन्धियों पर विभव-पात समान होगा ? |
| Answer» Correct Answer - परिपथ - II में । | |
| 335. |
एक शुद्ध अर्द्धचालक में `6 xx 10 ^(19 )` चालान इलेक्ट्रॉन प्रति `" मीटर"^(3 )` है। अर्द्धचालक के `1 cm xx 1 cm xx 1 mm ` आकार के नमूने में - (i ) चालन इलेक्ट्रॉनों की संख्या, (ii ) होलों की संख्या ज्ञात कीजिये। |
| Answer» `(i) 6xx10^(12), (ii) 6xx10^(12)` | |
| 336. |
यदि एक अर्द्धचालक में इलेक्ट्रॉनों तथा होलों की सान्द्रता का अनुपात 7:4 है, तो इलेक्ट्रॉनों तथा होलों के अनुगमन वेगों का अनुपात होगा-A. `4:5`B. `5:4`C. `4:7`D. `5:8` |
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Answer» Correct Answer - B `I_e=Aen_eV_e` तथा `I_h=Aen_hV_h` `rArr V_e/V_h=(I_e)/(I_h).(n_h)/(n_e)=7/4xx5/7=5/4` |
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| 337. |
अर्द्धचालक के शुद्ध नमूने में इलेक्ट्रॉन व होलों की सांद्रता `6xx10^(8)" प्रति मीटर"^(3)` है। एक अशुद्धि से मादित करने पर इलेक्ट्रॉन सान्द्रता बढ़कर `9xx10^(12) " प्रति मीटर"^(3)` हो जाती है। (A ) नई होल सान्द्रता ज्ञात कीजिये । (B ) मादित अर्द्धचालक किस प्रकार का है ? |
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Answer» (A) सूत्र `n_(e)n_(h)=n_(i)^(2)` से, नयी होल सान्द्रता `n_(h)=(n_(i)^(2))/(n_(e))=((6xx10^(8))^(2))/(9xx10^(12))` `=4xx10^(4)" प्रति मीटर"^(3)` (B) `because n_(e) gt gt n_(h)` अतः मादित अर्द्धचालक n -प्रकार का है। |
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| 338. |
एक ताँबे तथा दूसरे जर्मेनियम के टुकड़ों को कमरे के ताप से 77 K तक ठंडा किया जाता है। इनके प्रतिरोध -A. बढ़ते हैB. ताँबे का घटता है तथा जर्मेनियम का बढ़ता हिअC. ताँबे का बढ़ता है तथा जर्मेनियम का घटता हैD. प्रत्येक का घटता है |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 339. |
एक फोटो डायोड 6200 Å अथवा कम तरंगदैर्ध्य के प्रकाश को संसूचित कर सकता है। इसके निर्माण में प्रयुक्त अर्द्धचालक का ऊर्जा अन्तराल ज्ञात कीजिये। |
| Answer» Correct Answer - 2.0 eV | |
| 340. |
मान लीजिये कि इलेक्ट्रॉन-हॉल पुनर्संयोजन में मुक्त ऊर्जा विधुत चुम्बकीय विकिरण के रूप में मुक्त होती है। यदि अधिकतम उत्सर्जित तरंगदैर्ध्य 8200 Å हो ऊर्जा अन्तराल `E _(g )` का मान ज्ञात कीजिये। |
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Answer» 1.5 eV `E_(g)=hc//lambda_("max")` |
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