InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
निम्नलिखित गैसीय आयनों में आयुगिमत एलेक्ट्रॉनों की गड़ना कीजिये- `Mn^(+3), Cr^(+3), V^(3+)` इनमे से कौन-सा जलीय विलयन में अतिअस्थायी है? |
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Answer» `Mn^(3+): [Ar]^(18) 3d^(4)`, चार आयुगिमत इलेक्ट्रान `V^(3+): [Ar]^(18)3d^(3+)`: तीन आयुगिमत इलेक्ट्रान `Ti:3d^(1)`: एक आयुगिमत इलेक्ट्रान| |
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| 2. |
निम्नलिखित विधियों में उत्प्रेरक के रूप में प्रयोग होने वाली संक्रमण धातुएँ अथवा उनके यौगिक लिखिए | (i) हैबर विधि, (ii) सम्पर्क विधि, (iii) ऑस्टवाल्ड विधि | |
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Answer» (i) Fe, (ii) `V_(2)O_(5)`, (iii) Pt | |
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| 3. |
निम्न में से किस संक्रमण धातु धनायन में सबसे अधिक आयुगिमत इलेक्ट्रान हैं-A. `Mn^(++)`B. `Fe^(++)`C. `Co^(++)`D. `Cr^(++)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 4. |
संक्रमण तत्व अच्छे उत्प्रेरक होते है, क्यों ? |
| Answer» छोटे आकर व अधिक प्रभावी नाभिकीय आवेश के कारण इनमे मध्यवर्ती जटिल यौगिक (intermediate complex ) बनाने की प्रवृत्ति अधिक होती है | | |
| 5. |
अधिकांश संक्रमण तत्व उत्प्रेरक के रूप में प्रयुक्त किये जाते हैं क्यूंकि-A. आयनिक आवेश उच्च होता हैंB. पृष्ठीय क्षेत्रफल अधिक होता हैंC. d -कक्षक में आयुगिमत इलेक्ट्रान होते हैंD. b तथा c दोनों सही हैं| |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 6. |
संक्रमण तत्वों में आंशिक रूप से इलेक्ट्रान से भरे कक्षक होते हैं-A. s-कक्षकB. p -कशकC. d -कक्षकD. f-कक्षक |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 7. |
संक्रमण तत्व कणन एनथैलपी (Enthalpy of atomisation) के उच्च मान क्यों दर्शाते है? |
| Answer» संक्रमण तत्वों की कणन एनथैलपी के मान उच्च होते हैं, क्यूंकि इनके परमाणुओं में अधिक संख्या में आयुगिमत इलेक्ट्रान होते हैं, अतः इनमे प्रबल अन्तरापरमाणिक (Inter atomic) अन्योन्य क्रिया होती हैं| परमाणुओं के मध्य प्रबल बंध के कारण परमाणुओं को पृथक करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती हैं| | |
| 8. |
d-ब्लॉक तत्व संक्रमण तत्व भी कहलाते हैं, क्यूंकि इनके गन निम्नलिकनित में से इनके बीच होते हैं-A. क्षार धातु तथा हैलोजनB. निष्क्रिय गैस तत्व एवं हैलोजनC. s और `p^(-)` ब्लॉक तत्वD. विघुत धनात्मक एवं विघुत ऋणात्मक| |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 9. |
d -ब्लॉक तत्वों के लिए सही कथन है-A. ये सभी धातुएँ हैB. ये परिवर्ती संयोजकता प्रदर्शित करते हैंC. ये रंगीन आयन एवं जटिल लवण बनाते हैंD. उपर्युक्त सभी |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 10. |
Cu परिवार व Zn परिवार, संक्रमण तत्व माने जाते है, जबकि इनके d-उपकोश पूर्णरूपेण भरे होते है, क्यों ? |
| Answer» Cu परिवार के सदस्यों के अन्य संक्रमण तत्वों की भाँति विभेदी इलेक्ट्रॉन 3d-उपकोश में आता है | Zn परिवार के सदस्यों के गुणों की समानता अन्य संक्रमण तत्वों के साथ होने के कारण इन्हे भी संक्रमण तत्वों के साथ रखा गया है | | |
| 11. |
आप किस आधार पर कह सकते है की स्कैंडियम (Z=21) एक संकरमण्ड तत्व है, परन्तु ज़िंक (Z=30) नहीं? |
| Answer» स्कैंडियम की मूल अवस्था में 3d कक्षक का अपूर्ण `(3d^(1))` विन्यास होने के कारण इसे संक्रमण तत्व माना जाता है| जबकि Zn में मूल अवस्था तथा ऑक्सीकरण अवस्था `(Zn^(2+))` दोनों में ही इसके 3d कक्षक पूर्ण पूरित `(3d^(10))` होते है, अतः इसे संक्रमण तत्व नहीं माना जाता है| | |
| 12. |
निम्न में से कौन-सा तत्व अनुचुंबकिय नहीं होता-A. `Mn^(2+)`B. `O_(2)`C. `Co^(2+)`D. इनमे से कोई नहीं| |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 13. |
3d श्रेणी में कौन-सा तत्व अधिकतम अनुचुंबकत्व दर्शाता हैं-A. MnB. CoC. NiD. Fe |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 14. |
मैगनीज किस ब्लॉक से सम्बन्धित हैं-A. p -ब्लॉकB. s -ब्लॉकC. d -ब्लॉकD. f -ब्लॉक |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 15. |
Zn तत्व किस समूह से सम्बंधित हैं-A. 1 BB. II B समूहC. I A समूहD. II A समूह| |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 16. |
स्थायी चुंबक सामान्यतः किसके मिश्र धातु द्वारा बनाये जाते हैं -A. CuB. CoC. AlD. Pb |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 17. |
मैगनीज किस उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था को प्रदर्शित करता हैं-A. `K_(2)MnO_(4)`B. `KMnO_(4)`C. `MnO_(2)`D. `Mn_(3)O_(4)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 18. |
कोई धातु अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था केवल ऑक्साइड अथवा फ्लुओराइड में ही क्यों प्रदर्शित करती हैं? |
| Answer» किसी धातु की उच्तम ऑक्सीकरण अवस्था ऑक्सीकरण अथवा फ्लुओराइड में ही होती हैं, क्यूंकि छोटे आकार, उच्च ऑक्सीजन अथवा फ्लूरोइन धातु को उसकी उच्च ऑक्सीकरण अवस्था तक ऑक्सीकरण कर देती हैं| | |
| 19. |
`Cr^(2+)` और `Fe^(2+)` में से कौन प्रबल अपचायक हैं, और क्यों? |
| Answer» `Fe^(2+)` की तुलना में `Cr^(2+)` एक प्रबल अपचायक पदार्थ हैं, क्यूंकि `Cr^(2+)` से `Cr^(3+)` बनने में `d^(4)` का `d^(3)` में परिवर्तन होता हैं, किन्तु `Fe^(2+)` से `Fe^(3+)` बनने में `d^(6)` का `d^(5)` में परिवर्तन होता हैं| जलीय माध्यम में `d^(5)` की तुलना में `d^(3)` अधिक स्थायी हैं, क्यूंकि `t_(2g)^(3)` विन्यास अधिक स्थायी होता हैं| | |
| 20. |
निम्न अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए | (iii) `MnO_(4)^(-) + Fe^(2+) + H^(+) to` |
| Answer» `MnO_(4)^(-)+5Fe^(2+)+H^(+)toFe^(3+)+4H_(2)O` | |
| 21. |
निम्न अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए | (ii) `Cr_(2)O_(7)^(2-) + S_(2)O_(3)^(2-) + H^(+) to` |
| Answer» `Cr_(2)O_(7)^(2-)+3S_(2)O_(3)^(2-)+8H^(+)to2Cr^(3+)+3SO_(4)^(2-)+3S+4H_(2)O` | |
| 22. |
निम्न अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए | (i) `Cr_(2)O_(7)^(2-) + Sn^(2+) + H^(+) to` |
| Answer» `Cr_(2)O_(7)^(2-)+3Sn^(2+)+14H^(+)to2Cr^(3+)+3 Sn^(4+)+7H_(2)O` | |
| 23. |
निम्न अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए | (v) `Cr_(2)O_(7)^(2-) + Fe^(2+) + H^(+) to` |
| Answer» `Cr_(2)O_(7)^(2-)+6Fe^(2+)+14H^(+)to2Cr^(3+)+6Fe^(3+)+7H_(2)O` | |
| 24. |
`AgNO_(3)` के विलयन को रंगीन बोतलों में रखा जाता है, क्यों ? |
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Answer» प्रकाश की उपस्थिति में `AgNO_(3)` विघटित होकर सिल्वर बनाता है | `2AgNO_(3) overset(hv)to 2Ag + 2NO_(2)+O_(2)` |
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| 25. |
मोहर लवण का जलीय विलयन बनाते समय तनु `H_(2)SO_(4)` डालते है, क्यों ? |
| Answer» `2KMnO_(4)+16HCl to 2KCl+2MnCl_(2)+5Cl_(2)uparrow+8H_(2)O` या `2KMnO_(4) + 3H_(2) SO_(4) + 10HCl to 2MnSO_(4) + K_(2) SO_(4) + 8H_(2) O + 5Cl_(2) uparrow` | |
| 26. |
निम्न अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए | (vi) `C_(2)O_(4)^(2-) + MnO_(4)^(-) + H^(+) to` |
| Answer» `5C_(2)O_(4)^(2-)+2MnO_(4)^(2-)+16H^(+)to2 Mn^(2+)+10CO_(2)+8H_(2)O` | |
| 27. |
नम वायु में रखने पर जिंक की सतह खराब (dull) हो जाती है क्यों ? |
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Answer» सतह पर बेसिक जिंक कार्बोनेट की सतह बन जाने के कारण | `4Zn + 3H(2) + + 2O_(2) + CO_(2) to Zn CO_(3) * 3Zn(OH)_(2)` |
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| 28. |
कॉपर के लिए `E^(@)(M^(2+)//M)` का मान धनात्मक `(+0.34V)` हैं| इसके संभावित कारण क्या हैं? |
| Answer» किसी धातु के लिए मानक अपचयन विभव `E^(@)(M^(2+)//M)` का मान परमाणुकरण की एन्थैल्पी `(Delta_(a)H^(0))`, आयनन एन्थैल्पी `(Delta_(i)H)` तथा जलयोजन एन्थैल्पी `(Delta_("hyd")H^(@))` पर निर्भर करता हैं| `Cu_(s)` से `Cu_(g)^(2+)` बनने के लिए आवश्यक उच्च आयनन एनथैलपी तथा पर्मानुकरण एन्थैल्पी `Cu^(2+)` की निम्न जलयोजन एन्थैल्पी द्वारा संतुलित नहीं हो पति हैं, अतः `Cu^(2+)` के लिए अपचयन विभव का मान धनात्मक होता हैं| | |
| 29. |
कॉपर को वायुमण्डल में रखने पर इस पर हरे रंग की पर्त जम जाती है | यह हरे रंग की पर्त क्या होती है ? |
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Answer» Cu की सतह के परमाणु वायुमण्डल में उपस्थित `SO_(2)` तथा `H_(2)O` से क्रिया करके हरे रंग की बोरेनाइट की पर्त बनाते है | `8Cu + 6H_(2)O + 2SO_(2) + 5O_(2) to 2[CuSO_(4) * 3Cu(OH)_(2)` ] |
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| 30. |
निम्नलिखित संकुल स्पीशीज के चुंबकीय आघुर्णों के मान से आप क्या निष्कर्ष निकालेंगे? `{:("उदाहरण ","चुंबकीय आघूर्ण"),((i)K_(4)[Mn(CN)_(6)], 2.2),((ii)[Fe(H_(2)O)_(6)]^(2+),5.3),((iii)K_(2)[MnCl_(4)],5.9):}` |
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Answer» (i) `K_(4)[Mn(CN)_(6)]` का चुंबकीय आघूर्ण `mu=2.2` B.M. दिया गया हैं| सैंधनीनतक आधार पर सूत्र, `mu=sqrt(n(n+2))` B.M. के अनुसार n=1 होने पर `mu` का मान `1.732` B.M. के अनुसार 2.2 के लगभग समान हैं| अतः इस संकुल में Mn पर `d^(2)dp^(3)` संकरण होगा क्यूंकि `vec(CN)` प्रबल लिगेंड हैं जिसके कारण `Mn^(2+)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `(t_(2g))^(5)` होगा, जिसमे एक आयुगिमत इलेक्ट्रान हैं| अतः यह संकुल अनुचुंबकिय हैं| (ii) `[Fe(H_(2)O)_(6)]^(2+)` के लिए `mu =5.3` B.M. दिया गया हैं| अतः सूत्रानुसार n=4 लेने पर `mu = 4.89` B.M. आता हैं जो की `5.3` के लगभग समान हैं| अतः इस संकुल में Fe पर `sp^(3)d^(2)` संकरण होगा क्यूंकि `H_(2)O` दुर्बल लिगेंड हैं जिसमे `Fe^(2+)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `(t_(2g))^(4)(e_(g))^(2)` होगा, जिसमे चार आयुगिमत इलेक्ट्रान हैं| अतः यह संकुल भी अनुचुंबकिय हैं| (iii) `K_(2)[MnCl_(4)]` के लिए `mu = 5.9 B.M.` दिया हैं| अतः सूत्रानुसार n=5 लेने पर `mu=5.91` B.M. आता हैं जो की `5.9` के लगभग समान हैं| अतः इस संकुल में Mn पर `sp^(3)` संकरंड होगा क्यूंकि `Cl^(-)` दुर्बल लिगेंड हैं, जिसकी उपस्थिति में `Mn^(+2)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `(e_(g))^(2)(t_(2g))^(3)` होगा, जिसमे 5 आयुगिमत इलेक्ट्रान हैं| अतः यह संकुल भी अनुचुंबकिय हैं| |
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| 31. |
फोटोग्राफी में सिल्वर ब्रोमाइड का प्रयोग करते है | |
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Answer» यह प्रकाश के प्रीत अति सुग्राही होता है तथा प्रकाश की उपस्थिति में विघटित हो जाता है | `2AgBr overset(hv) to 2Ag + Br_(2)` |
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| 32. |
`AgNO_(3), NaCl` के साथ क्रिया करके सफेद अवक्षेप बनाता है किन्तु `CCl_(4)` के साथ कोई अवक्षेप नहीं देता है, क्यों ? |
| Answer» `NaCl` आयनिक यौगिक यह अतः इसके आयनन से बनने वाले `Cl^(-), Ag^(+)` के साथ क्रिया करके AgCl के सफेद अवक्षेप देते है | इसके विपरीत `CCl_(4)` में `Cl, C` से सह-संयोजी बंध द्वारा जुडी होती है | | |
| 33. |
संक्रमण तत्वों की मूल अवस्था में d-इलेक्ट्रॉनिक विन्यास दिए गए है | निम्नलिखित में स्थायी ऑक्सीकरण अवस्था क्या होगी ? `3d^(3), 3d^(5), 3d^(8)` तथा `3d^(4)` |
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Answer» `3d^(3), 4s^(2)` : ऑक्सीकरण अवस्था `= +5` `3d^(5), 4s^(2)` : ऑक्सीकरण अवस्था ` = + 7` `3d^(8), 4s^(2)` : ऑक्सीकरण अवस्था ` = + 2` `3d^(4), 4s^(2) = 3d^(5), 4s^(1)` : ऑक्सीकरण अवस्था `= + 6` तथा `+3` |
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| 34. |
एक ऐसे यौगिक का सूत्र लिखिए, जिसमे संक्रमण धातु की ऑक्सीकरण अवस्था + 7 है | |
| Answer» Correct Answer - `KMnO_(4)` | |
| 35. |
स्पीनेल (spinels) क्या है ? |
| Answer» यह लवणों का एक वर्ग है जिसका सामान्य सूत्र `M*O*R_(2)O_(3)` है| | |
| 36. |
संक्रमण धातुओं के आयनन प्रायः अनुचुम्बकीय होते है, क्यों ? |
| Answer» संक्रमण धातु आयन जिनमे अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होता है वे अनुचुम्बकीय गुण प्रदर्शित करते है | जैसे `-Cu^(2+)` आयन अनुचुम्बकीय है तथा `Cu^(+)` आयन में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन नहीं है अतः यह प्रतिचुम्बकीय है | | |
| 37. |
निर्जल `CuSO_(4)` रंगहीन है, जबकि `CuSO_(4)*5H_(2)O` नीला है, क्यों ? |
| Answer» संक्रमण धातुओं के आयनों का रंग d-d संक्रमण के कारण होता है | लिगेंड (ligand) की उपस्थिति में संक्रमण धातु के d-कक्षक दो ऊर्जास्तर के कक्षको `((t_(2g)` व `e_(g))` में विभक्त हो जाते है जिस कारण d-d संक्रमण होता है | निर्जल `Cu^(2+)` में लिगेंड उपस्थित नहीं है, इस कारण इसमें d-d विभाजन नहीं होता | अतः यह रंगहीन होता है | इसके विपरीत जलीय `Cu^(2+)` में `H_(2)O` की उपस्थिति के कारण d-d विभाजन हो जाता है | | |
| 38. |
`Zn^(2+)` लवण रंगहीन होते है, जबकि `Ni^(2+)` लवण रंगीन होते है, क्यों ? |
| Answer» क्योकि `Zn^(2+)[[Ar]3d^(10)]` में d-कक्षक पूर्ण भरे होते है, जबकि `Ni^(2+)[[Ar]3d^(8)]` में d-कक्षक अपूर्ण भरे होते है | |
| 39. |
`CuSO_(4) * 5H_(2)O` में कितने `H_(2)O` अणु Cu से उप-सहसंयोजी बंध से जुड़े होते है | |
| Answer» `4H_(2)O` अणु (पाँचवा `H_(2)O` अणु ऋणायन से H-बन्ध द्वारा जुड़ा होता है ) | | |
| 40. |
AgCl तथा `NH_(3)` की क्रिया से बने संकर लवण में Ag किस आयनन में होता है ? |
| Answer» `AgCl + 2NH_(3) to [Ag(NH_(3))_(2)]Cl` या `[Ag(NH_(3))_(2)]^(+)Cl^(-)` अतः `Ag^(+)` धनात्मक आयनन में है | | |
| 41. |
NaOH से Zn की प्रक्रिया से बने संकर लवण में Zn किस आयनन में होता है ? |
| Answer» `2NaOH + Zn to Na_(2) ZnO_(2) + H_(2)` , अतः `Zn^(2+)` ऋणात्मक आयनन `[ZnO_(2)]^(2-)` में है | | |
| 42. |
`Zn^(2+)` लवण श्वेत हैं, जबकि `Ni^(2+)` लवण नीले होते हैं, क्यूंकि? |
| Answer» `Zn^(2+)` में पूर्णपूरित d-कक्षक `(3d^(10))` होते हैं, जबकि `Ni^(2+)` में अर्द्धपूरित d-कक्षक `(3d^(10))` होते हैं, अतः इसमें आयुगिमत इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति के कारण d-d संक्रमण होता हैं, इसलिए इसका लवण नीला होता हैं| | |
| 43. |
`Zn^(2+)` लवण सफेद होते है, जबकि `Cu^(2+)` के लवण नील होते है, क्यों ? |
| Answer» `Zn^(2+)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `3d^(10)` है | जिसमे d-उपकोश पूर्ण है, जिसके कारण यह रंगहीन अर्थात सफेद है | जबकि `Cu^(2+)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `3d^(9)` है | जिसमे d-उपकोश अपूर्ण है, जिसके कारण यह रंगहीन अर्थात नील रंग का होता है | | |
| 44. |
`Zn^(2+)` लवण श्वेत हैं, जबकि `Ni^(2+)` लवण नीले होते हैं, क्यों? |
| Answer» `Zn^(2+)` में पूर्णपूरित d-कक्षक `(3^(10))` होती हैं, जबकि `Ni^(2+)` में अर्धपुरित d-कक्षक `(3d^(8))` होती हैं, अतः इसके आयुगिमत इलेक्ट्रान (d-d) संक्रमण करते हैं, अतः यह नीला होता हैं| | |
| 45. |
`Fe^(3+), Fe^(2+)` से अधिक स्थायी है, क्यों ? |
| Answer» अर्धपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `(3 d^(5))` के कारण | | |
| 46. |
संक्रमण तत्वों के प्रत्येक समूह में दूसरे तथा तीसरे सदस्य की परमाणु त्रिज्याएँ समान होती हैं| कारण बताइये| |
| Answer» लैंथेनाइड श्रेणी (z=58 से z=71) के सदस्यों में लैंथेनाइड संकुचन के कारण तृतीय संक्रमण श्रेणी (4f) तक तत्वों का आकर घटता हैं, जिसके परिणामस्वरूप संक्रमण तत्वों के समूह में दूसरे तथा तीसरे सदस्य के आकर में अंतर नगण्य होता हैं अर्थात त्रिज्याएँ लगभग समान होती हैं| | |
| 47. |
समूह 8,9 एवं 10 के धातुओं का अध्ययन क्षैतिज त्रिक के रूप में किया जाता हैं| कारण दीजिये| |
| Answer» एक ही आवर्त समूह में 9,9 एवं 10 के क्रमागत तत्वों के परमाणु आकार एवं ऋणविघुतता लगभग समान होते हैं| अर्थात ये अधिक समानताएं प्रदर्शित करते हैं| इसलिए इनका अध्यनन क्षैतिज त्रिक के रूप में किया जाता हैं| तीन त्रिक निम्न हैं- फेरस धातुएँ (Fe, Co, Ni), पैलेडियम धातुएँ (Ru, Rh, Pd) एवं प्लैटिनम धातुएँ (Os, Ir, Pt) | |
| 48. |
प्रत्येक युग्म में अधिक स्थायी आयन बताइए | (i) `Cu^(2+)` व `Cu^(+)` (ii) `Fe^(2+)` व `Fe^(3+)` (iii) `Ni^(2+)` व `Pt^(2+)` (iv) `Ni&(4+)` व `Pt^(4+)` |
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Answer» (i) `Cu^(2+)` (ii) `Fe^(3+)` (iii) `Ni^(2+)` (iv) `Pt^(4+)` |
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| 49. |
कौन-सा आयन रंगीन नहीं हैं-A. `Cu^(+)`B. `Cr^(++)`C. `Co^(++)`D. `Cr^(+++)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 50. |
निम्नलिखित में सर्वाधिक परिवर्ती संयोजकता दर्शाता हैं-A. CrB. TiC. CoD. Sc |
| Answer» Correct Answer - A | |