InterviewSolution
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दून किसे कहते हैं ? |
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Answer» ‘दून’ बाह्य हिमालय में स्थित वे झीलें हैं जो मिट्टी से भर गई हैं। |
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डेल्टा से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» नदी द्वारा अपने मुहाने पर बने स्थल-रूप को डेल्टा कहते हैं। |
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निम्न पर नोट लिखें(i) राजस्थान के मैदान और मरुस्थल(ii) मालवा का पठार(iii) उच्चतम हिमालय। |
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Answer» (i) राजस्थान के मैदान और मरुस्थल-यह मरुस्थल पंजाब तथा हरियाणा के दक्षिणी भागों से लेकर गुजरात के रण ऑफ़ कच्छ तक फैला हुआ है। यह समतल तथा शुष्क मरुस्थल थार मरुस्थल के नाम से जाना जाता है। अरावली पर्वत श्रेणी इसकी पूर्वी सीमा बनाती है। इसके पश्चिम में अन्तर्राष्ट्रीय सीमा लगती है। यह लगभग 650 कि०मी० लंबा तथा 250 कि० मी० चौड़ा है। अति प्राचीन काल में यह क्षेत्र समुद्र के नीचे दबा हुआ था। ऐसे भी प्रमाण मिलते हैं कि यह मरुस्थल किसी समय उपजाऊ रहा होगा। परंतु वर्षा की मात्रा बहुत कम होने के कारण आज यह क्षेत्र रेत के बड़े-बड़े टीलों में बदल गया है। थार मरुस्थल के पूर्वी भाग को ‘राजस्थान बांगर’ भी कहा जाता है। (ii) मालवा का पठार-पश्चिम में अरावली पर्वत, उत्तर में बुंदेलखंड तथा बघेलखंड पूर्व में छोटा नागपुर, राजमहल की पहाड़ियां तथा शिलांग के पठार तक और दक्षिण की ओर सतपुड़ा की पहाड़ियों तक घिरा हुआ पठार मालवा का पठार कहलाता है। इसका शीर्ष शिलांग के पठार पर है। इस पठार की उत्तरी सीमा अवतल चापाकार की तरह है। इस पठार में बनास, चंबल, केन तथा बेतवा नामक नदियां बहती हैं। इसकी औसत ऊंचाई 900 मी० है। पारसनाथ तथा नैत्रहप्पाट इसकी मुख्य चोटियां हैं। इसको तीन पर्वत श्रेणियां हैं-अरावली पर्वत श्रेणी, विंध्याचल पर्वत श्रेणी तथा सतपुड़ा पर्वत श्रेणी। (iii) उच्चतम हिमालय-इसे महान् हिमालय भी कहते हैं। हिमालय का यह विशाल भाग पश्चिम में सिंधु नदी की घाटी से लेकर उत्तर-पूर्व में ब्रह्मपुत्र की दिहांग घाटी तक फैला हुआ है। इसकी मुख्य धरातलीय विशेषताओं का वर्णन इस प्रकार है
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देश की प्रमुख ‘दून’ घाटियों के नाम बताइए। |
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Answer» देश की मुख्य दून घाटियां हैं-देहरादून, पतली दून, कोथरीदून, ऊधमपुर, कोटली आदि। |
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देश में रिफ्ट या दरार घाटियां कहां मिलती हैं? |
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Answer» भारत में दरार घाटियां प्रायद्वीपीय पठार में पाई जाती हैं। |
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लघु हिमालय में स्थित स्वास्थ्यवर्धक घाटियों के नाम बताइए। |
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Answer» लघु हिमालय के मुख्य स्वास्थ्यवर्धक स्थान शिमला, श्रीनगर, मसूरी, नैनीतालं, दार्जिलिंग तथा चकराता हैं। |
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लघु हिमालय की मुख्य पर्वत श्रेणियों के नाम बताइए। |
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Answer» लघु हिमालय की पर्वत श्रेणियां हैं- (i) कश्मीर में पीर पंजाल तथा नागा टिब्बा, (ii) हिमाचल में धौलाधार तथा कुमाऊं, (iii) नेपाल में महाभारत, (iv) उत्तराखण्ड में मसूरी, (v) भूटान में थिम्पू। |
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हिमालय पर्वत और दक्षिण पठार के लाभों की तुलना करें। |
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Answer» हिमालय पर्वत तथा ढक्कन का पठार भारत के दो महत्त्वपूर्ण भू-भाग हैं। ये दोनों ही भू-भाग अपने-अपने ढंग से भारत देश को समृद्ध बनाते हैं। इनके लाभों की तुलना इस प्रकार की जा सकती है हिमालय के लाभ-
दक्कन (दक्षिणी) पठार के लाभ
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देश का दक्षिणी बिन्द कहां स्थित है? |
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Answer» देश का दक्षिणी बिन्दु ग्रेट निकोबार के इंदिरा प्वाइंट (Indira Point) पर स्थित है। |
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पंजाब के शिवालिक पहाड़ों की उत्पत्ति किन दो भू-भागों के टकराने का परिणाम थी ?(क) गोंडवाना लैंड तथा भाबर मैदान(ख) अंगारा लैंड तथा शिवालिक मैदान(ग) गोंडवाना लैंड तथा यूरेशिया प्लेट(घ) अंगारालैंड तथा यूरेशिया प्लेट।। |
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Answer» (ग) गोंडवाना लैंड तथा यूरेशिया प्लेट |
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भारत के मुख्य डेल्टाई क्षेत्रों के नाम बताओ। |
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Answer» भारत के प्रमुख डेल्टाई क्षेत्र हैं-गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा क्षेत्र, गोदावरी नदी डेल्टा क्षेत्र, कावेरी नदी डेल्टा क्षेत्र, कृष्णा नदी डेल्टा क्षेत्र तथा महानदी का डेल्टा क्षेत्र। |
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लघु हिमालय की मुख्य पर्वतीय श्रेणियों के नाम बताइए। |
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Answer» लघु हिमालय की पर्वत श्रेणियां हैं-
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हिमालय पर्वत माला एवं दक्षिण के पठार के बीच क्या कुछ समानताएं पायी जाती हैं? |
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Answer» हिमालय पर्वत तथा दक्षिण के पठार में निम्नलिखित समानताएं पायी जाती हैं-
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देश का दक्षिणी सीमा बिंदु कहां स्थित है ? |
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Answer» देश का दक्षिणी सीमा बिंदु ग्रेट निकोबार के इंदिरा प्वाइंट (Indira Point) पर स्थित है। |
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जोग झरना कहां है?(A) गंगा नदी पर(B) शरावती नदी पर(C) यमुना नदी पर(D) चिनाब नदी पर |
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Answer» सही विकल्प है (B) शरावती नदी पर |
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चिलका झील कितनी लम्बी है? |
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Answer» चिलका झील 70 कि० मी० लम्बी है। |
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बारी दोआब का एक अन्य नाम कौन-सा है ?(क) मालवा(ख) चज(ग) नैली(घ) माझा। |
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Answer» सही विकल्प है (घ) माझा। |
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बृहत् हिमालय में 8000 मीटर से अधिक ऊंची चोटियां कौन-कौन सी हैं? |
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Answer» बृहत् हिमालय की 8000 मीटर से अधिक ऊंची चोटियां हैं-माऊंट एवरेस्ट (8848 मीटर), कंचन जंगा (8598 मीटर), मकालू (8481 मीटर), धौलागिरी (8172 मीटर), मनायशू, चोंउज, नागापर्वत तथा अन्नपूर्णा। |
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हिमालय पर्वतों की उत्पत्ति हुई है-(क) टैथीज़ सागर से(ख) अंध-महासागर से(ग) हिंद महासागर से(घ) खाड़ी बंगाल से। |
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Answer» (क) टैथीज़ सागर से |
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हिमालय पर्वत के दरों के नाम बताइए। |
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Answer» हिमालय पर्वत में पाये जाने वाले मुख्य दरे हैं-बुरज़िल, जोझीला, लानक ला, चांग ला, खुरनक ला, बाटा खैपचा ला, शिपकी ला, नाथु ला, तत्कला कोट इत्यादि। |
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बृहत् हिमालय में 8000 मीटर से अधिक ऊंची चोटियां कौन-कौन सी हैं ? |
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Answer» बृहत् हिमालय की 8000 मीटर से अधिक ऊंची चोटियां हैं-माऊंट एवरेस्ट (8848 मीटर), कंचनजंगा, मकालू, धौलागिरी, अन्नपूर्णा आदि। |
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बृहत् हिमालय के नाम, स्थिति तथा आकार का वर्णन करो। |
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Answer» बृहत् हिमालय का वर्णन इस प्रकार है-
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क्या हिमालय पर्वत अभी भी युवा अवस्था में है? |
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Answer» इसमें कोई सन्देह नहीं है कि हिमालय पर्वत अभी भी युवा अवस्था में है। इनकी उत्पत्ति नदियों द्वारा टैथीज सागर में बिछाई गई तलछट से हुई है। बाद में इसके दोनों ओर स्थित भूखण्डों के एक-दूसरे की ओर खिसकने से तलछट में मोड़ पड़ गया जिससे हिमालय पर्वतों के रूप में ऊपर उठ आए। आज भी ये पर्वत ऊंचे उठ रहे हैं। इसके अतिरिक्त इन पर्वतों का निर्माण देश के अन्य पर्वतों की तुलना में काफ़ी बाद में हुआ। अतः हम कह सकते हैं कि हिमालय पर्वत अभी भी अपनी युवा अवस्था में हैं। |
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अण्डमान द्वीप समूह में कुल कितने द्वीप हैं?(A) 120(B) 150(C) 18(D) 130 |
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Answer» सही विकल्प है (A) 120 |
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जोग झरना कहां है और यह कितना ऊंचा है? |
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Answer» जोग झरना शरावती नदी पर है जिसकी ऊंचाई 250 मीटर है। |
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अण्डमान तथा निकोबार द्वीप समूह में कितने-कितने द्वीप हैं? |
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Answer» अण्डमान द्वीप समूह में 120 तथा निकोबार द्वीप समूह में 18 द्वीप सम्मिलित हैं। |
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भारत के प्रमुख द्वीप समूह कौन-कौन से हैं और ये कहां स्थित हैं? |
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Answer» (i) भारत के प्रमुख द्वीप समूह अण्डमान तथा निकोबार और लक्षद्वीप हैं। |
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हिमालय का अधिकतर भाग फैला है-(क) भारत में(ख) नेपाल में(ग) तिब्बत में(घ) भूटान में। |
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Answer» (ग) तिब्बत में |
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बृहत् हिमालय की धरातलीय विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। |
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Answer» महान् हिमालय पश्चिम में सिन्धु नदी की घाटी से लेकर उत्तर-पूर्व में ब्रह्मपुत्र की दिहांग घाटी तक फैला हुआ है। इसकी मुख्य धरातलीय विशेषताओं का वर्णन इस प्रकार है-
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रावी और ब्यास के मध्य भाग को कहा जाता है-(क) बिस्त दोआब(ख) प्रायद्वीपीय पठार(ग) चज दोआब(घ) मालाबार दोआब। |
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Answer» (क) बिस्त दोआब |
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रावी और व्यास के मध्य भाग को कहा जाता है —(A) बिस्त दोआब(B) प्रायद्वीपीय पठार(C) चज दोआब(D) मालाबार दोआब |
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Answer» सही विकल्प है (A) बिस्त दोआब |
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हिमालय पर्वत श्रेणी की आकृति कैसी है ? |
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Answer» हिमालय पर्वत श्रेणी की आकृति एक चाप (Curve) जैसी है। |
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हिमालय पर्वत श्रेणी का आकार कैसा है? |
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Answer» हिमालय पर्वत श्रेणी का आकार एक उत्तल चाप (Convex Curve) जैसा है। |
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भारत का कौन-सा भू-भाग त्रिभुजाकार है? |
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Answer» प्रायद्वीपीय पठार। |
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कोंकण तट का विस्तार है-(क) दमन से गोआ तक(ख) मुम्बई से गोआ तक(ग) दमन से बंगलौर तक(घ) मुम्बई से दमन तक। |
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Answer» (क) दमन से गोआ तक |
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पश्चिमी घाट के दरों के नाम लिखो। |
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Answer» थाल घाट, भोर घाट तथा पाल घाट पश्चिमी घाट के दरें हैं। |
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पश्चिमी तटीय मैदानों का उसके उपभागों सहित विस्तृत विवरण दीजिए। |
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Answer» पश्चिमी तटीय मैदान अरब सागर और पश्चिमी घाट के मध्य, उत्तर से दक्षिण की ओर फैले हुए हैं। ये लगभग 1500 किलोमीटर की लम्बाई तथा 30 से 80 किलोमीटर की चौड़ाई में विस्तृत संकरे मैदान हैं। इनका ढलान दक्षिण तथा दक्षिण-पश्चिम की ओर है। मैदानों को धरातलीय विशेषताओं के आधार पर चार प्रमुख भागों में विभाजित किया जा सकता है —
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निकोबार द्वीप समूह में कुल कितने द्वीप हैं —(A) 30(B) 18(C) 28(D) 20 |
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Answer» सही विकल्प है (B) 18 |
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उत्तरी विशाल मैदानी भाग में किस-किस जलोढ़ी मैदान का निर्माण हुआ है? |
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Answer» उत्तरी विशाल मैदान में निम्नलिखित जलोढ़क मैदानों का निर्माण हुआ है —
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हिमालय की कौन-सी श्रेणी शिवालिक कहलाती है? |
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Answer» बाह्य हिमालय। |
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रावी और ब्यास के मध्य भाग को क्या कहा जाता है? |
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Answer» रावी और ब्यास के मध्य भाग को बिस्त दोआब कहा जाता है। |
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पश्चिमी घाट की प्रमुख चोटी है —(A) गुरु शिखर(B) वाणुलामाला(C) कोंकण शिखर(D) माऊंट K2 |
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Answer» सही विकल्प है (B) वाणुलामाला |
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भाबर और तराई में अंतर बताएं। |
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Answer» भाबर वे मैदानी प्रदेश होते हैं जहां नदियां पहाड़ों से निकल कर मैदानी प्रदेश में प्रवेश करती हैं और अपने साथ लाए रेत, कंकड़, बजरी, पत्थर आदि का यहां निक्षेप (जमा) करती हैं। भाबर क्षेत्र में नदियां भूमि तल पर बहने की बजाए भूमि के नीचे बहती हैं। |
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ब्रह्मपुत्र के मैदान की लम्बाई तथा चौड़ाई बताओ। |
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Answer» इस मैदान की लम्बाई 640 किलोमीटर और चौड़ाई 90 से 100 किलोमीटर तक है। |
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नागपुर के पठार की कोई एक विशेषता लिखो। |
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Answer» लावे से बना यह पठार कटा-फटा है। |
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ब्रह्मपुत्र के मैदानों की औसत ऊंचाई कितनी है ? |
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Answer» 250-550 मी०। |
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गंगा के मैदान के विभिन्न भौगोलिक पक्षों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए। |
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Answer» गंगा के मैदान के मुख्य भौगोलिक पक्षों का वर्णन इस प्रकार है —
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भारत के उत्तरी विशाल मैदान की रचना में किस-किस जल प्रवाह प्रणाली का योगदान रहा है? |
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Answer» भारत के उत्तरी विशाल मैदान की रचना में सतलुज, ब्रह्मपुत्र तथा गंगा जल प्रवाह प्रणालियों का योगदान है। |
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हिमालय पर्वत की चार विशेषताएं बताओ। |
Answer»
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प्रायद्वीपीय पठार और उनकी पर्वतीय श्रृंखलाओं के विषय में विस्तार में लिखें। |
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Answer» प्रायद्वीपीय पठार भारत के मध्य से लेकर सुदूर दक्षिण तक फैला हुआ है। यह पठार क्रिस्टलीय आग्नेय तथा 1. मध्य भारत का पठार-यह पठारी प्रदेश मारवाड़ प्रदेश के पूर्व में फैला है। इसकी समुद्र तल से ऊँचाई 250500 मी० तक है। इसकी दरार घाटी में चंबल तथा उसकी सहायक नदियां बहती हैं। यह पठार अपनी गहरी घाटियों के लिए प्रसिद्ध है। इस पठार के पूर्व में यमुना के निकट बुंदेलखंड का प्रदेश स्थित है। 2. मालवा पठार-पश्चिम में अरावली पर्वत, उत्तर में बुंदेलखंड तथा बघेलखंड, पूर्व में छोटा नागपुर, राजमहल की पहाड़ियां तथा शिलांग के पठार तक और दक्षिण की ओर सतपुड़ा की पहाड़ियों तक घिरा हुआ पठार मालवा का पठार कहलाता है। इसका शीर्ष शिलांग के पठार पर है। इस पठार की उत्तरी सीमा अवतल चापाकार की तरह है। इस पठार में बनास, चंबल, केन तथा बेतवा नामक नदियां बहती हैं। इसकी औसत ऊंचाई 900 मी० है। पारसनाथ तथा नैत्रहप्पाट इसकी मुख्य चोटियां हैं। इसकी तीन पर्वत श्रेणियां हैं-अरावली पर्वत श्रेणी, विंध्याचल पर्वत श्रेणी तथा सतपुड़ा पर्वत श्रेणी। 3. दक्कन (दक्षिण) का पठार-इसकी औसत ऊँचाई 300 से 900 मीटर तक है। इसके धरातल को मौसमी नदियों ने कांट-छांट कर सात स्पष्ट भागों में बांटा हुआ है-
पश्चिमी घाट की औसत ऊंचाई 1200 मीटर और पूर्वी घाट की 500 मीटर है। दक्षिण भारत की सभी महत्त्वपूर्ण नदियां पश्चिमी घाट से निकलती हैं। उत्तर से दक्षिण तक पश्चिमी घाट में चार प्रसिद्ध दर्रे हैं-थालघाट, भोरघाट, पालघाट तथा शेनकोटा। पूर्वी घाट पश्चिमी घाट की अपेक्षा अधिक चौड़े कटे-फटे तथा टूटी पहाड़ियों वाला है। पूर्वी घाट की सबसे ऊंची चोटी महेंद्रगिरी (1500 मी०) है। पश्चिमी और पूर्वी घाट जहां जाकर मिलते हैं, उन्हें नीलगिरि पर्वत कहते हैं। इन पर्वतों की सबसे ऊंची चोटी दोदाबेटा है अथवा डोडाबेटा जो 2637 मीटर ऊंची है। |
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