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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कब किया ?

Answer»

जर्मनी ने 7 मई, 1945 ई० को बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया।

2.

निम्नलिखित में से किस युद्ध में इटली ने भाग लिया था ?(क) प्रथम विश्वयुद्ध में(ख) द्वितीय विश्वयुद्ध में(ग) दोनों युद्धों में(घ) इनमें से किसी में नहीं

Answer»

सही विकल्प है (ग) दोनों युद्धों में

3.

जापान ने आत्मसमर्पण कब और क्यों किया ?

Answer»

जापान ने हिरोशिमा और नागासाकी नगरों पर अणुबम प्रहार होने के बाद 14 अगस्त, 1945 ई० को आत्मसमर्पण किया, जबकि वास्तविक समर्पण कार्य 2 सितम्बर, 1945 ई० को सम्पन्न हुआ।

4.

हिटलर कौन था? उसकी नीतियों ने किस प्रकार द्वितीय विश्व युद्ध को प्रभावित किया?

Answer»

हिटलर जर्मनी का प्रधानमंत्री था जो बाद में वहाँ का तानाशाह बन गया। हिटलर ने वर्साय सन्धि-पत्र की अवहेलना करके जर्मनी का शस्त्रीकरण आरम्भ कर दिया, क्योंकि वह विश्व विजय करना चाहता था। इससे सम्पूर्ण यूरोप में खलबली मच गई। हिटलर की बढ़ती हुई शक्ति से भयभीत होकर यूरोप के राष्ट्र अपनी सुरक्षा के लिए युद्ध की तैयारियाँ करने लगे। यूरोप के राष्ट्रों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर गुट बना लिये जिसके कारण द्वितीय विश्वयुद्ध का आरम्भ हुआ।

5.

द्वितीय विश्वयुद्ध कब से कब तक चला ?

Answer»

द्वितीय विश्वयुद्ध 1939 ई० से 1945 ई० तक चला।

6.

द्वितीय विश्वयुद्ध कब और क्यों शुरू हुआ ?

Answer»

प्रथम विश्वयुद्ध के बाद की गयी वर्साय की सन्धि के द्वारा मित्रराष्ट्रों (इंग्लैण्ड, फ्रांस के रूस) ने पराजित राष्ट्रों (जर्मनी, ऑस्ट्रिया, हंगरी व तुर्की) के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार किया। जर्मनी को प्रथम विश्वयुद्ध का दोषी ठहराकर उसे शक्तिहीन बना दिया गया। इससे जर्मनी में बदला लेने की भावना उत्पन्न हो गयी। धीरे-धीरे अपनी शक्ति को संचित करके, जर्मनी ने 1 सितम्बर, 1939 ई० को पोलैण्ड पर आक्रमण करके उस पर अधिकार कर लिया। फ्रांस, व इंग्लैण्ड ने जर्मनी को पोलैण्ड से अपनी सेना वापस बुलाने की चेतावनी दी, जिसे जर्मनी ने अनसुना कर दिया। इस पर इंग्लैण्ड और फ्रांस ने जर्मनी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। इटली व जापान ने जर्मनी का साथ दिया। इस प्रकार 1 सितम्बर, 1939 ई० को द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू हो गया।

7.

तुष्टीकरण की नीति से क्या अभिप्राय है? यह द्वितीय विश्वयुद्धका कारण कैसे बनी ?

Answer»

तुष्टीकरण से अभिप्राय है, किसी के आक्रमण को मूक मान्यता देना अथवा किसी आक्रामक शक्ति को मनाने के लिए किसी अन्य देश की बलि दे देना। आक्रामक शक्तियों की निन्दा करने की अपेक्षा पश्चिमी देशों ने ऐसी शक्तियों के प्रति तुष्टीकरण की नीति अपनायी। इसी तुष्टीकरण की नीति के कारण विश्व को एक अन्य युद्ध झेलना पड़ा। इस तथ्य के निम्नलिखित प्रमाण दिये जा सकते हैं

1. तत्कालीन यूरोप में दो बड़े खतरे थे—फासीवाद से और साम्यवाद से। युद्धकालीन साम्यवाद ने पश्चिमी यूरोपीय देशों को आतंकित कर रखा था। उन्हें यह भी भय था कि कहीं उनके देश में मजदूर स्वयं को संगठित करके सामाजिक क्रान्ति न कर दें। पश्चिमी देशों ने फासीवाद को तो सहन कर लिया, परन्तु मजदूरों के समर्थक साम्यवादी देश रूस का विरोध किया। जब जापान, इटली तथा जर्मनी ने कोमिण्टर्न विरोधी गठबन्धन स्थापित किया तो पश्चिमी देशों ने राहत का अनुभव किया, किन्तु यह उनकी भूल थी। उन्हें धुरी शक्तियों को उसी समय दबा देना चाहिए था।

2. पश्चिमी देशों ने दूरदर्शिता से काम नहीं लिया। उन्हें प्रथम महायुद्ध में पराजित जर्मनी तथा इटली से सावधान रहना चाहिए था। सन् 1936 ई० में जर्मनी ने वर्साय सन्धि की शर्तों को भंग करते हुए जब राइनलैण्ड में प्रवेश किया तब उसे रोकने के लिए पश्चिमी देशों के द्वारा कुछ नहीं किया गया।

3. जापान ने जब चीन पर आक्रमण किया तो ब्रिटेन और फ्रांस ने राष्ट्र संघ के कहने पर भी उसके विरुद्ध प्रतिबन्धों पर कोई विचार नहीं किया। सन् 1933 ई० में जापान राष्ट्र संघ से अलग हो गया। उसने चीन में अमेरिका तथा ब्रिटेन की सम्पत्ति भी जब्त कर ली, फिर भी इन देशों की तुष्टीकरण की नीति जारी रही।

4. सन् 1935 ई० में इटली ने इथोपिया पर आक्रमण किया। राष्ट्र संघ ने इटली की कड़ी आलोचना की तथा उसके विरुद्ध आर्थिक प्रतिबन्ध लगाने की भी बात कही, किन्तु फ्रांस, इंग्लैण्ड और अमेरिका ने इटली को दण्ड देने के लिए कुछ नहीं किया।

5. सन् 1936 ई० में स्पेन में गृहयुद्ध छिड़ गया था। वहाँ सेना ने जनरल फ्रांको के नेतृत्व में लोकतान्त्रिक मोर्चा सरकार को उखाड़ फेंका। अन्य फासिस्ट देशों ने भी जनरल फ्रांको की सहायता की, तब ब्रिटेन और फ्रांस ने वहाँ की संवैधानिक सरकार को बचाने का कोई प्रयास नहीं किया।

6. सन् 1938 ई० में जर्मनी ने चेकोस्लोवाकिया के सुदेतेनलैण्ड क्षेत्र पर अपना दावा किया, तब फ्रांस और इंग्लैण्ड के प्रधानमन्त्रियों ने म्यूनिख समझौते के तहत हिटलर की शर्तों को मान लिया। सन् 1939 ई० में जर्मनी ने सम्पूर्ण चेकोस्लोवाकिया पर अधिकार कर लिया। पश्चिमी देशों की तुष्टीकरण की नीति ने फासिस्ट शक्तियों को बल प्रदान किया। यदि फासिस्टों पर रोक लगा दी जाती तो सम्भव था कि द्वितीय विश्वयुद्ध टल जाता।

8.

द्वितीय विश्वयुद्ध का आरम्भ कब हुआ?(क) 28 जुलाई, 1914 ई० को ।(ख) 28 जून, 1919 ई० को।(ग) 1 सितम्बर, 1939 ई० को(घ) 3 सितम्बर, 1939 ई० को

Answer»

सही विकल्प है (ग) 1 सितम्बर, 1939 ई० को

9.

द्वितीय विश्वयुद्ध का आरम्भ कब और किसने किया ?

Answer»

द्वितीय विश्वयुद्ध का आरम्भ जर्मनी ने 1 सितम्बर, 1939 ई० को पोलैण्ड पर आक्रमण के साथ किया।

10.

द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की पराजय क्यों हुई? इसका क्या प्रभाव पड़ा?

Answer»

द्वितीय विश्व युद्ध के अन्तिम चरण में अमेरिका ने जापान के दो नगरों हिरोशिमा और नागासाकी पर 6 अगस्त, 1945 ई० को परमाणु बम गिराए। परमाणु बमों द्वारा किए गए जन-धन के इस महाविनाश ने जापान को आत्मसमर्पण करने के लिए विवश कर दिया। इस प्रकार 14 अगस्त, 1945 ई० को जापान पराजित हो गया। इसका प्रभाव यह पड़ा कि जापान की बढ़ती सैन्य क्षमता पर विराम लग गया तथा उसे विपरीत परिस्थितियों में आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा और इसी के साथ द्वितीय विश्व युद्ध का भी अन्त हो गया।

11.

संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा द्वितीय विश्वयुद्ध में सम्मिलित होने का तात्कालिक कारण था(क) हिटलर द्वारा रूस पर आक्रमण(ख) नालियों द्वारा पोलैण्ड पर आक्रमण(ग) जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर आक्रमण(घ) इटली द्वारा अलवानिया पर आक्रमण

Answer»

सही विकल्प है (ग) जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर आक्रमण

12.

1941 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान के विरुद्ध युद्ध की घोषणा क्यों की ? उन दो नगरों के नाम लिखिए जो अणु बम द्वारा नष्ट कर दिये गये थे। ये नगर किस देश में हैं ?याद्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिका क्यों शामिल हुआ ? जापान आत्मसमर्पण करने को क्यों विवश हुआ ?

Answer»

जापान सम्पूर्ण एशिया पर अपना प्रभाव स्थापित करना चाहता था। अत: 7 दिसम्बर, 1941 ई० को अचानक ही जापानी सेना ने अमेरिका के प्रशान्त महासागर स्थित नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर भयानक आक्रमण कर दिया जिसमें अमेरिका को अत्यन्त जान-माल की हानि हुई। फलस्वरूप अमेरिका ने जापान के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी।

अमेरिका ने जीपान के दो प्रमुख नगरों हिरोशिमा और नागासाकी पर अणु बम गिराये जिसके कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो गयी। इस विनाशलीला को देखकर जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया।

13.

द्वितीय विश्वयुद्ध कब-से-कब तक चला?(क) 1939 ई० से 1942 ई० तक(ख) 1939 ई० से 1943 ई० तक(ग) 1939 ई० से 1944 ई० तक(घ) 1939 ई० से 1945 ई० तक

Answer»

सही विकल्प है (घ) 1939 ई० से 1945 ई० तक

14.

द्वितीय विश्वयुद्ध कब और कैसे समाप्त हो गया ?याद्वितीय विश्वयुद्ध श्रेष्ठ हथियारों का युद्ध था, जिसका अन्त सर्वाधिक विनाशकारी हथियार के आविष्कार द्वारा हुआ। स्पष्ट कीजिए।याद्वितीय विश्वयुद्ध कब समाप्त हुआ ? इसमें किसकी पराजय हुई ?

Answer»

सन् 1942 ई० से ही जर्मनी रूस के साथ एक निर्णायक तथा विनाशकारी युद्ध में संलग्न था। सन् 1944 ई० में फ्रांस के नॉर्मण्डी तट पर अमेरिकी तथा ब्रिटिश सेनाएँ उतर पड़ीं तो जर्मनी के लिए दूसरा गोर्चा खुल गया। मित्रराष्ट्रों की सेनाओं ने जर्मनी को सब ओर से घेर लिया। जब 2 मई, 1945 ई० को मित्र देशों की सेनाओं ने बर्लिन में प्रवेश किया तो हिटलर ने आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही जर्मनी ने बिना शर्त के 7 मई, 1945 ई० को आत्मसमर्पण कर दिया तथा यूरोप से युद्ध का अन्त हो गया, किन्तु एशिया में अगस्त, 1945 ई० तक युद्ध जारी रहा। 6 तथा 9 अगस्त, 1945 ई० को क्रमशः हिरोशिमा और नागासाकी नगरों पर अमेरिका द्वारा लिटिल बॉय और फैट मैन नामक बम गिराने से हुई भारी क्षति के कारण जापान ने 14 अगस्त को आत्मसमर्पण कर दिया। इस प्रकार द्वितीय विश्वयुद्ध समाप्त हो गया।

15.

द्वितीय विश्वयुद्ध के परिणाम अत्यन्त विनाशकारी थे। भविष्य में ऐसे युद्धों को रोकने के लिए दो सुझाव दीजिए।

Answer»

द्वितीय विश्वयुद्ध कितना विनाशकारी था, इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें 5 करोड़ से अधिक लोग मारे गये, करोड़ों लोग घायल व बेकार हो गये। लगभग 1 करोड़ 20 लाख लोगों को तो जर्मनी व इटली के यन्त्रणा शिविरों में अपनी जान गॅवानी पड़ी। इस युद्ध में सबसे अधिक हानि जर्मनी व रूस को उठानी पड़ी। इनके अतिरिक्त पोलैण्ड तथा चेकोस्लोवाकिया में शायद ही कोई गाँव बचा हो, जो युद्ध में नष्ट न हुआ हो। फ्रांस, हॉलैण्ड, बेल्जियम आदि राष्ट्रों में असंख्य लोग भूख से तड़प-तड़प कर मर गये। मानवता का यही तकाजा है कि भविष्य में ऐसे युद्ध न हों। इसके लिए दो सुझाव आगे दिये गये हैं

1. निरस्त्रीकरण – द्वितीय विश्वयुद्ध में जितना भी जन-जीवन या सम्पत्ति का विनाश हुआ, उसका मुख्य कारण विनाशकारी अस्त्र-शस्त्रों का खुलकर प्रयोग किया जाना था। अन्त में परमाणु बमों के प्रयोग ने तो जैसे मानवता को ही अनदेखा कर दिया। विभिन्न देशों के आपसी हितों के टकराव के कारण उनके पारस्परिक मतभेद तो सदा चलते और सुलझते रहेंगे, परन्तु शस्त्रों से सुसज्जित राष्ट्रों का रवैया संयमविहीन हो जाता है और वहीं से युद्धों की भयानक विभीषिका का प्रारम्भ होता है। अत: सर्वप्रथम हमें निरस्त्रीकरण को अपनाना होगा।

2. शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र संघ – हमें संयुक्त राष्ट्र संघ को इतना शक्तिशाली व प्रभावी बनाना होगा कि वह विभिन्न राष्ट्रों के आपसी विवादों को प्रभावी ढंग से सुलझा सके, कोई भी राष्ट्र उसके द्वारा लिये गये निर्णयों की अवहेलना न कर सके और आवश्यकता पड़ने पर संयुक्त राष्ट्र संघ बल प्रयोग भी कर सके। सभी राष्ट्र अपने विवादों को संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच पर ही प्रस्तुत करें और उसके निर्णय को मानने के लिए बाध्य हों। संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्य-क्षेत्र को भी विस्तृत बनाना होगा। संयुक्त राष्ट्र संघ को महाशक्तियों के प्रभाव से मुक्त रखने के लिए वीटो’ की शक्ति का उन्मूलन किया जाना चाहिए।

16.

क्या आपकी दृष्टि में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा जापान के विरुद्ध अणुबम का प्रयोग करना उचित था ? अपने उत्तर की पुष्टि में दो तर्क दीजिए।

Answer»

संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा जापान के विरुद्ध अणुबम का प्रयोग उचित नहीं था, क्योंकि –

1. जापान का 7 दिसम्बर, 1941 ई० को अमेरिका के पर्ल हार्बर नामक बन्दरगाह पर आक्रमण उसके नौसैनिक अड्डे पर केन्द्रित था। इस आक्रमण में अमेरिका के 20 युद्धपोत और 250 विमान नष्ट हुए थे, परन्तु कोई विशेष जन-हानि नहीं हुई थी। अमेरिका को भी जवाबी कार्यवाही में जापान के सैनिक ठिकानों को निशाना बनाना चाहिए था, परन्तु उसने हिरोशिमा और नागासाकी के सघन जन आबादी वाले 8 नगरों पर अणुबम गिराकर एक अमानवीय कृत्य किया, जिसमें जितने लोग मारे गये उनसे कई गुना अधिक के जीवन बर्बाद हो गये।

2. पर्ल हार्बर बन्दरगाह पर जापानी बमबारी दिसम्बर, 1941 ई० में की गयी थी। अमेरिका ने अणुबम 6 व 9 अगस्त, 1945 को जापानी नगरों पर गिराये। अमेरिका के पास पर्ल हार्बर पर बमबारी के उपरान्त होने वाले दूरगामी परिणामों का विश्लेषण करने के लिए पर्याप्त समय था। लेकिन अमेरिका ने दूरदर्शिता नहीं दिखायी। अणुबम के प्रयोग ने द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् एक शीत युद्ध तथा परमाणु अस्त्रों की होड़ को जन्म दिया, जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया।

17.

यदि आपको अपने विद्यालय में संयुक्त राष्ट्र संघ के स्थापना दिवस पर द्वितीय विश्वयुद्ध के भयानक विध्वंस की चर्चा करनी हो तो आप अणु बम से विनष्ट हुए किन दो नगरों की चर्चा करेंगे ? युद्ध पर इसका तात्कालिक प्रभाव क्या पड़ा ?याद्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के किन दो शहरों पर अणुबम गिराये गये ?याकिस देश पर अमेरिका ने द्वितीय विश्वयुद्ध काल में एटम बम गिराया ? उन दो नगरों के नाम भी लिखिए जो बमों के प्रहार से नष्ट हो गये।

Answer»

द्वितीय विश्वयुद्ध में जान-माल का भयंकर विनाश हुआ तथा पाँच करोड़ से भी अधिक लोग मारे गये। इस युद्ध में सर्वाधिक हानि जर्मनी व रूस को उठानी पड़ी। 26 जुलाई, 1945 ई० को पोट्सडनी सम्मेलन में मित्रराष्ट्रों ने जापान से बिना शर्त आत्मसमर्पण करने की माँग की, परन्तु जापान ने उनकी माँग पर कोई ध्यान न देकर युद्ध जारी रखा। फलस्वरूप 6 अगस्त, 1945 ई० को अमेरिका ने जापान के समृद्ध नगर हिरोशिमा पर पहला अणु बम; जिसका नाम ‘लिटिल ब्वाय’ रखा गया था; गिरा दिया। 9 अगस्त, 1945 ई० को अमेरिका ने जापानी नगर नागासाकी पर अपना दूसरा अणुबम; जिसका नाम ‘फैट मैन’ रखा गया था; गिराया। इन दोनों बमों के परिणामस्वरूप वहाँ भयानक तबाही फैल गयी। इन नगरों पर अणुबम के प्रहार के बाद 14 अगस्त, 1945 ई० को जापान ने मित्रराष्ट्रों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

18.

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान किस देश ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए ? इस युद्ध के बाद विश्व किन दो गुटों में बँट गया और इन गुटों का नेतृत्व किन देशों ने किया ?

Answer»

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद विश्व के अनेक राष्ट्र दो गुटों में बँट गये-पूँजीवादी तथा साम्यवादी। पूँजीवादी देशों का नेतृत्व अमेरिका, जबकि साम्यवादी देशों का नेतृत्व रूस के हाथों में था। यद्यपि द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिका तथा रूस दोनों ने मिलकर जर्मनी के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी, किन्तु युद्ध के बाद साम्यवाद के प्रसार के कारणों से अमेरिका तथा रूस में गम्भीर मतभेद उत्पन्न हो गये। रूस की बढ़ती हुई शक्ति से चिन्तित होकर अमेरिका तथा कुछ अन्य राष्ट्रों ने नाटो, सीटो तथा सेण्टो नामक सैनिक गुटबन्दियों का निर्माण किया।

19.

द्वितीय विश्वयुद्ध में अणु बम किस देश पर गिराया गया था?(क) जापान(ख) जर्मनी(ग) कोरिया(घ) इटली

Answer»

सही विकल्प है (क) जापान