InterviewSolution
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ग्राहकों के होनेवाले शोषण को मुख्यत: कौन-से तीन विभागों में बाँटा गया है ? |
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Answer» ग्राहकों के होनेवाले शोषण को मुख्यतः निम्न तीन भागों में बाँटा गया है ।
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पर्यावरण के हानि पहुँचाकर आम जनता को नुकसान पहुँचाना यह किस तरह का ग्राहकों के प्रति शोषण कहलाता है ?(A) आर्थिक शोषण(B) सार्वजनिक हितों को नुकसान(C) शारीरिक और मानसिक शोषण(D) सरकार का शोषण |
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Answer» सही विकल्प है (B) सार्वजनिक हितों को नुकसान |
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वस्तु पर मुद्रित मूल्य (MRP) से अधिक मूल्य पर माल का विक्रय करना, यह ग्राहकों का कौन-सा शोषण कहलाया ?(A) आर्थिक शोषण(B) शारीरिक और मानसिक शोषण(C) सार्वजनिक हितों को नुकसान(D) इनमें से कोई नहीं |
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Answer» सही विकल्प है (A) आर्थिक शोषण |
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हल्की गुणवत्तावाली वस्तु अथवा बनावटी वस्तु के विक्रय से ग्राहकों में निराशा अथवा क्रोध का अनुभव होता है । यह ग्राहकों का किस प्रकार का शोषण कहलाया ?(A) आर्थिक शोषण(B) सार्वजनिक हितों को नुकसान(C) शारीरिक और मानसिक शोषण(D) उपरोक्त सभी |
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Answer» सही विकल्प है (C) शारीरिक और मानसिक शोषण |
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ग्राहकों के अधिकार कितने हैं ?(A) पाँच(B) छ(C) नौ(D) दस |
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Answer» सही विकल्प है (B) छ |
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ग्राहकों को उत्पादन की गुणवत्ता, मात्रा, शुद्धता, मूल्य इत्यादि की सूचना प्राप्त होनी चाहिए । यह ग्राहकों का कौन-सा अधिकार कहलाता है ?(A) सुरक्षा(B) जानकारी(C) प्रस्तुतीकरण(D) चयन |
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Answer» सही विकल्प है (B) जानकारी |
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जो औद्योगिक इकाई कम से कम प्रदूषण फैलायें ऐसी इकाई को भारत सरकार कौन-सा मार्क लगाने की अनुमति देता है ।(A) ISI Mark(B) ISO Mark(C) Trade Mark(D) Eco Mark |
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Answer» सही विकल्प है (D) Eco Mark |
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सार्वजनिक हेतु का आवेदन अर्थात् क्या ? |
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Answer» समाज में रहनेवाले किसी व्यक्ति को नुकसान न हो रहा हो परन्तु समाज में रहनेवाले अनेक लोगो के लाभ एवं कल्याण हेतु सामान्य कागज पर एक आवेदन लिखकर सुप्रीम कोर्ट एवं राज्य की मुख्य कोर्ट को रवाना करे उसे सार्वजनिक हेतु का आवेदन कहते हैं । |
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लोक अदालत (न्यायालय) से आप क्या समझते है ? |
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Answer» ग्राहक वस्तु या सेवा की खरीदी के संदर्भ में आनेवाली समस्या, परेशानी, शिकायत एवं उलझन इत्यादि का निराकरण लोक अदालत से प्राप्त होता है । |
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ग्राहक जागृति के कार्य में लोक न्यायालय किस तरह मददरूप होता है ? |
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Answer» बहुत सी औद्योगिक इकाइयाँ अपने ग्राहकों के योग्य शिकायतों के निराकरण के लिये लोक न्यायालय का आयोजन करते है । इस न्यायालय में ग्राहक अपने प्रश्नों की प्रस्तुति करते हैं और अधिकांशतः शिकायतों का हल ढूँढा जाता है । लोक न्यायालय द्वारा ग्राहकों की शिकायतों का निराकरण शीघ्र, कम खर्च पर और असरकारक होते है । जैसे भारत संचार निगम लिमिटेड, भारतीय रेल विभाग जैसी सार्वजनिक साहस की इकाइयाँ प्रतिवर्ष लोक न्यायालय का आयोजन करती है । |
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प्रत्येक ग्राहक का अधिकार एवं जिम्मेदारी होती है । |
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Answer» अधिकार एवं जिम्मेदारी एक दूसरे के पूरक हैं । जहाँ अधिकार होगा वहाँ जिम्मेदारी अवश्य होगी ग्राहक वर्गों को कानून के अनुसार सुरक्षा, सूचना प्राप्त करना, पसंदगी, प्रस्तुतिकरण, रियायत प्राप्त करने का अधिकार प्राप्त है । ग्राहकों को जितने अधिकार प्राप्त हैं । जैसे कि ग्राहक अपने अधिकारों का उपयोग करें, खरीदी के समय बिजक लेने का आग्रह करें, वस्तु की गुणवत्ता का निरीक्षण करे इत्यादि अन्य जिम्मेदारी भी है । इसलिए अधिकार एवं जिम्मेदारी एक सिक्के के दो पहलू के समान है । |
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ग्राहकों के शोषण के लिए ग्राहक स्वयम जिम्मेदार होता है । |
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Answer» ग्राहक वर्ग को उत्पादक एवं व्यापारियों के द्वारा होनेवाले शोषण से रक्षण प्राप्त हो सके इसके लिए अधिकार एवं जिम्मेदारी के प्रति हमेशा सतर्क एवं जागृत रहना चाहिए परन्तु अनेक ग्राहक प्राप्त अधिकारों का सद्उपयोग ही नहीं करते तथा जिम्मेदारी के प्रति अज्ञात रहते हैं । जिससे ग्राहक का शोषण होता है । जैसे वस्तु खरीदते समय वस्तु के विषय में जानकारी प्राप्त न करना वस्तु की गुणवत्ता का निरीक्षण न करना, गलत विज्ञापनो से प्रभावित होकर मिलावटवाली एवं नुकसानकारक वस्तु को खरीदना इसके साथ व्यापारियों के द्वारा होनेवाले नुकसान के लिए ग्राहक सुरक्षा अधिकारी तक शिकायत न करना ग्राहकों की इस प्रकार की आदते व्यापारियों को शोषण करने में प्रोत्साहन प्रदान करती है । अतः ग्राहकों के शोषण में ग्राहक स्वयं ही जिम्मेदार होता है । |
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राष्ट्रीय कक्षा के आयोग में किये गये आवेदन से प्राप्त निर्णय से सन्तुष्ट न हो तो कहाँ पर पुन: विचारणा हेतु आवेदन कर सकते हैं ? |
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Answer» राष्ट्रीय कक्षा के आयोग में किये गये आवेदन से प्राप्त निर्णय से सन्तुष्ट न होने पर पुनः विचारणा हेतु सुप्रिम कोर्ट (सर्वोच्च न्यायालय) में आवेदन कर सकते हैं । |
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राष्ट्रीय कक्षा के आयोग में कुल कितने व्यक्ति होते हैं तथा इनकी नियुक्ति कौन करती है ? |
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Answer» राष्ट्रीय कक्षा के आयोग में प्रमुख के साथ अन्य चार व्यक्ति अर्थात् कुल पाँच व्यक्ति, जिनकी नियुक्ति केन्द्र सरकार करती है । प्रमुख के रूप में सुप्रिम कोर्ट के प्रवर्तमान अथवा निवृत्त न्यायाधीश की नियुक्ति होती है । इनमें कम से कम महिला व्यक्ति भी होती है । |
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राष्ट्रीय कक्षा के आयोग में कितने लाख रु. के दावे स्वीकार किये जाते है ?(A) 20 लाख रु. से अधिक(B) 1 करोड रु. से अधिक(C) 5 लान से 20 लाख रु.(D) 5 करोड रु. |
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Answer» सही विकल्प है (B) 1 करोड रु. से अधिक |
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राज्य कक्षा के आयोग के निर्णय से सन्तुष्ट न हो तो पक्षकार को कितने दिनों में, कहाँ पर पुन: विचार के लिये भेजना पड़ता है ? |
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Answer» राज्य कक्षा के आयोग के निर्णय से सन्तुष्ट न हो तो पक्षकार को 30 दिनों में पुनः विचार हेतु राष्ट्रीय कक्षा के आयोग के समक्ष कर सकते हैं। |
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संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रस्तुत मार्गदर्शिका के अनुसार ग्राहकों को कितने अतिरिक्त अधिकार मिले इसकी सिफारिस की है ?(A) 4(B) 2(C) 5(D) 7 |
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Answer» सही विकल्प है (B) 2 |
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ग्राहक की जिम्मेदारियों के ख्याल की विस्तृत चर्चा कीजिए । (Responsibility of a Consumer) |
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Answer» प्रस्तावना : ग्राहकों को जितने अधिकार दिए हैं । उतनी ही प्रत्येक ग्राहक की जिम्मेदारी बनती है । अधिकार एवं जिम्मेदारी एक दूसरे के पूरक हैं । यदि ग्राहकों को पर्याप्त अधिकार प्राप्त हो लेकिन ग्राहक अपनी जिम्मेदारी न समझे तो प्राप्त अधिकारों से ग्राहकों को रक्षण प्राप्त नहीं हो सकता अर्थात् अधिकारों की सुरक्षा हेतु जिम्मेदारी निभाना प्रत्येक ग्राहक का कर्तव्य बनता है । ग्राहकों की जिम्मेदारीयाँ : ग्राहकों की जिम्मेदारियाँ निम्नलिखित हैं : (1) अधिकारों का उपयोग करना : ग्राहक के द्वारा वस्तु या सेवा की खरीदी करना महत्त्वपूर्ण पहलू है । परन्तु खरीदी करते समय अपने अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए यह भी महत्त्वपूर्ण घटक है । इन अधिकारों का योग्य उपयोग भी करना चाहिए । अनेकों ग्राहकों को अपने अधिकारों की जानकारी ही नहीं होती अधिकारो का उपयोग करने से ग्राहक वर्ग अधिकारो से परिचित होते हैं । और ग्राहकों का शोषण होने से बचता है । जैसे पसंदगी का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार इत्यादि । (2) खरीदी से पहले जानकारी प्राप्त करना : ग्राहक को वस्तु की खरीदी के पहले योग्य जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए वस्तु का उत्पादक, उत्पादक का पता, वजन, उपयोग की अंतिम तारीख, गेरंटी समय इत्यादि खरीदी करते समय व्यापारी के द्वारा ठगा न जाए इसका भी विशेष ख्याल रखना चाहिए । (3) नुकसानी वस्तु के रियायत की शिकायत करना : ग्राहक को नुकसानी वस्तु के रियायत की शिकायत योग्य अधिकारी को करनी चाहिए यदि ग्राहकों के द्वारा शिकायत का आग्रह न किया जाए तो व्यापारी वर्गो को शोषण करने की आदत पडती है । कभी कभी ग्राहकों के द्वारा कम नुकसान के सामने अधिक रियायत प्राप्त करने की शिकायत की जाती है । यह योग्य नहीं है । (4) वस्तु की योग्य गुणवत्ता का आग्रह रखना : ग्राहक के द्वारा हमेशा योग्य गुणवत्ता वाली वस्तु ही खरीदनी चाहिए ग्राहक को मिलावट वाली वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए । वस्तु खरीदते समय ग्राहकों वस्तु के गुणवत्ता का प्रमाणपत्र एवं योग्य मार्क या निशानी की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए वस्तुओं योग्य गुणवत्ता की जानकारी हो सके इसलिए ISI एवं एगमार्क का उपयोग किया जाता है । (5) गलत विज्ञापनों से प्रभावित न हो : वस्तु बाजार में अनेकों उत्पादकों के द्वारा विविध वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है । प्रत्येक उत्पादक अन्य उत्पादकों के कर्ता अधिक वस्तु का विक्रय हो इसलिए ग्राहकों को प्रेरित करने हेतु द्विअर्थी भ्रम युक्त, गलत विज्ञापनों का सहारा लेते हैं । जैसे यह पानी पीने से शरीर में शक्ति एवं ताजगी आती है । कुछी ही क्षणों में मस्तिष्क का दर्द दूर, हमारा साबुन उपयोग करने से शरीर सुन्दर इत्यादि इन सभी विज्ञापनों से ग्राहक को प्रभावित नहीं होना चाहिए ग्राहक के द्वारा वस्तु का निरीक्षण एवं अन्य उत्पादक की वस्तु से तुलना करने के बाद ही खरीदी का निर्णय लेना चाहिए । (6) बीजक (बिल) लेने का आग्रह : प्रत्येक ग्राहक को वस्तु की खरीदी के पश्चात् बिल लेने का आग्रह रखना चाहिए । नियम एवं कानून के अनुसार प्रत्येक व्यापारी को खरीदी के पश्चात ग्राहक वर्ग को बिल देना आवश्यक है । ग्राहक को खरीद की गई वस्तु नुकसानवाली है । इसकी शिकायत करनी है तो बिल आवश्यक है । यदि ग्राहक बिल लेने का आग्रह नहीं करता और वस्तु खराब या नुकसान वाली है तो वह अधिकारी को व्यापारी के विरोध में शिकायत भी नही कर सकता अत: ग्राहक के द्वारा खरीदी के पश्चात् बिल का आग्रह अवश्य रखना चाहिए । (7) ग्राहकवाद को फैलाना : ग्राहकों की संगठित चहल-पहल अर्थात् ग्राहकवाद । प्रत्येक ग्राहक को सुरक्षा समिति की स्थापना और संचालन में सक्रिय भाग लेना चाहिए और ग्राहकों में अधिकारों की जागृति लाने, हितों की सुरक्षा करने और आवश्यक ज्ञान मिले ऐसी व्यवस्था में सहभागी बनना चाहिए । (8) पर्यावरण का रक्षण : प्रत्येक ग्राहक को पर्यावरण सुरक्षा का महत्त्वपूर्ण कार्य करना चाहिए । वस्तु के उपयोग के पश्चात् उनके कचरे का योग्य निकाल करना चाहिए तथा गन्दगी न फैलाना वह उनका प्राथमिक दायित्व है । (9) नीतिमत्ता के विरूद्ध की प्रवृत्ति में जुड़ना : जब ग्राहक वस्तु या सेवा की खरीदी करे तब उन्हें कानूनी मामलों का आग्रह रखना । चाहिए । काला बाजार, संग्रहकोरी आदि को उत्तेजन दे ऐसी किसी भी प्रवृत्ति में जुडना नहीं चाहिए । इस तरह उपरोक्त सभी जिम्मेदारियाँ/दायित्व ग्राहक निभायें वह ग्राहक के अधिकार भोगने के लिए प्रथम शर्त है । |
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देश भर में स्थित ग्राहक सुरक्षा की संस्थाओं का संकलन कौन-सी समिति करती है ? |
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Answer» देशभर में स्थित ग्राहक सुरक्षा की संस्थाओं का संकलन CCC – Consumer Co-ordination Council अर्थात् ग्राहक संकलन समिति करती है । जो कि दिल्ली में है । |
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ग्राहक सुरक्षा मंडल ग्राहक की सुरक्षा के लिए प्रयत्नशील रहते है । |
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Answer» ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को संतुष्ट करने के लिए उत्पादक वर्गों के द्वारा अनेक प्रकार की वस्तुओं का उत्पादन किया जाता हैं । वस्तु बाजार में स्पर्धा का विशेष प्रभाव होने के कारण उत्पादक वर्ग ग्राहक का शोषण करने की नई-नई तरकीब सोचत है । ग्राहक के द्वारा मुद्रा का योग्य उपयोग हो सके आज की अर्थव्यवस्था की मुख्य आवश्यकता है । उत्पादकों एवं व्यापारियों के द्वारा ग्राहकों का होने वाला शोषण रोकने के लिए ग्राहकों में जागृती आए इस हेतु से ग्राहक सुरक्षा मंडलो की रचना की गई है । इन मंडली के द्वारा रेडियो, टेलिविजन, वर्तमानपत्र, विज्ञापन के माध्यम से ग्राहकों में समझदारी लाने का प्रयास किया जाता है । इसके लिए सेमिनार, जाहेर सभा का आयोजन भी किया जाता है । इसके साथ ग्राहक सुरक्षा मंडल ग्राहकों को उनके अधिकारो के लिए जागृत करता है । अतः ग्राहक सुरक्षा मंडल ग्राहक की सुरक्षा के लिए प्रयत्नशील है । |
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ग्राहक जागृति किस तरह आ सकती है ? |
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Answer» ग्राहक जागृति निम्न तरह से आ सकती है । 1. लोक न्यायालय : बहुत सी औद्योगिक इकाइयाँ अपने ग्राहकों के योग्य शिकायतों के निराकरण के लिये लोक न्यायालय का आयोजन करते है । इस न्यायालय में ग्राहक अपने प्रश्नों की प्रस्तुती करते है और अधिकांशत: शिकायतों का हल ढूँढा जाता है । लोक न्यायालय द्वारा ग्राहकों की शिकायतों का निराकरण शीघ्र, कम खर्च पर और असरकारक होते है । जैसे BSNL, MTNL, भारतीय डाक व तार विभाग, रेल विभाग जैसी सार्वजनिक साहस की इकाइयाँ प्रतिवर्ष लोक न्यायालय का आयोजन करती है । 2. सार्वजनिक हित का आवेदन (PIL – Public Interest Litigation) : प्रत्येक व्यक्ति स्वयं न्यायालय के समक्ष अपनी शिकायत प्रस्तुत करने में सक्षम नहीं होता है अथवा आर्थिक या समय को अभाव जैसे कारण भी जिम्मेदार होते है । कई मामले ऐसे होते है कि किसी एक व्यक्ति या व्यक्ति के समूह की अपेक्षाकृत समग्र समाज को प्रभावित करता है । जिस व्यक्ति या समूह को नुकसान हुआ हो वह अथवा कोई भी व्यक्ति सामान्य कागज पर एक अर्जी सीधी ही राज्य का उच्च न्यायालय (हाईकोर्ट) अथवा सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रिम कोर्ट) में कर सकता है । न्यायालय अर्जी (आवेदन) को पढकर योग्य लगे तो मुकदमा (केस) दाखिल करके उनके पक्षकारों को उपस्थित करवाकर सुनवाई करके उस अर्जी पर अपना निर्णय देती है । 3. पर्यावरण संरक्षक उत्पाद (Eco-Friendly Products) : यदि औद्योगिक इकाई कम से कम प्रदूषण फैलाएँ और उत्पादन करे तो उनको भारत सरकार का पर्यावरण विभाग ‘इको मार्क’ लगाने की अनुमति देता है । ग्राहक ‘इको मार्क’ के उत्पादों का उपयोग करेंगे जिससे जो उद्योग पर्यावरण की सुरक्षा करते है उनको मददरूप बनते हैं । जैसे नहाने का पाउडर (detergent), कुछ खाद्य |
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सार्वजनिक हित का आवेदन कौन-सी अदालत (कोर्ट) में किया जाता है ?(A) फौजदारी अदालत(B) दिवानी अदालत(C) जिला अदालत(D) सुप्रीम अदालत |
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Answer» सही विकल्प है (D) सुप्रीम अदालत |
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यदि राष्ट्रीय कक्षा के आयोग के आदेश के सामने असंतोष हो तो कौन-सी कोर्ट में जा सकते है ?(A) फौजदारी कोर्ट(B) दीवानी कोर्ट(C) हाईकोर्ट(D) सुप्रिम कोर्ट |
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Answer» सही विकल्प है (D) सुप्रिम कोर्ट |
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‘जागो ग्राहक जागो’ विज्ञापन कौन-से मंत्रालय द्वारा दिया जाता है ?(A) भारत सरकार का उपभोक्ता मंत्रालय(B) राज्य सरकार का उपभोक्ता मंत्रालय(C) भारत सरकार का कृषि मंत्रालय(D) भारत सरकार का उद्योग मंत्रालय |
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Answer» सही विकल्प है (A) भारत सरकार का उपभोक्ता मंत्रालय |
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ग्राहक सुरक्षा की कौन-सी संस्था की स्थापना अहमदाबाद के साथ संकलित है ?(A) Consumer Education and Research Centre(B) Consumer Guidance Society of India(C) Consumer Unity and Trust Society(D) Consumer Co-ordination Council |
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Answer» सही विकल्प है (A) Consumer Education and Research Centre |
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VOICE संस्था कौन-से शहर में स्थित है ?(A) अहमदाबाद(B) जयपुर(C) दिल्ली(D) मुम्बई |
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Answer» सही विकल्प है (C) दिल्ली |
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