InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
कौन-सा ऐल्किल हैलाइड एक ही पद में एथेन व् मेथेन दे सकता है? |
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Answer» हैलो मेथेन , `C_(2)H_(6) overset(वुर्ट्ज अभिक्रिया)larrCH_(3)X overset(अपचयन)to CH_(4)` |
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| 2. |
यौगिक `C_(2)H_(4)Cl_(2)` की सभी संरचनाएँ लिखिए तथा इनके IUPAC नाम भी बताइए। |
| Answer» `{:(CH_(3) CHCl_(2),CLCH_(2)CH_(2)Cl),(1","1-डाइक्लोरो एथेन,1","2 डाइक्लोरो एथेन):}`` | |
| 3. |
`C_(3)H_(7)Cl` के सम्भावित समावयवी लिखिए। |
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Answer» `CH_(3)CH_(2)CH_(2)Cl` (1-क्लोरो प्रोपेन) तथा `(CH_(3))_(2)CH-Cl` (2-क्लोरो प्रोपेन) |
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| 4. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? ऐनिलीन से क्लोरोबेंजीन |
| Answer» `C_(6)H_(5)NH_(2)underset(273.278 K)overset(NaNO_(2)//HCl) to C_(6)H_(5)overset(+)(N_(2))overset(-)(Cl) overset(CuCl//HCl) to C_(6)H_(5)Cl` | |
| 5. |
सोडियम एवं एक यौगिक (A) के दो मोल आपस में अभिक्रिया कर एथेन बनाते हैं। यौगिक (A) क्या है |
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Answer» मेथेन हैलाइड हैं। वुर्ट्ज अभिक्रिया `CH_(3)X+2Na+CH_(3)Xoverset(शुष्क ईथर)to CH_(3).CH_(3)+2NaX` |
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| 6. |
`C_(4)H_(9)Br` अणुसूत्र वाले यौगिक के समावयवी लिखिए: |
| Answer» 1-ब्रोमोब्यूटेन, 2-ब्रोमोब्यूटेन, 1-ब्रोमो-2-मेथिल प्रोपेन तथा 2-ब्रोमो-2-मेथिल प्रोपेन। | |
| 7. |
ब्रोमोबैंजीन के ऐल्किलीकरण (फ्रीडल-क्रास्ट अभिक्रिया) में विलायक की तरह नाइट्रोबैंजीन प्रयोग की जाती है, बैन्जीन नहीं,क्यों? |
| Answer» इस अभिक्रिया (इलेक्ट्रॉन-स्नेही प्रतिस्थापन) में बैन्जीन ब्रोमोबैंजीन से अधिक क्रियाशील है, जबकि नाइट्रोबैंजीन इससे कम क्रियाशील है। बैन्जीन की उपस्थिति में ब्रोमोबैंजीन के स्थान पर बैन्जीन का ऐल्किलीकरण हों जायेगा। | |
| 8. |
सोडियम एवं योगिक A आपस में अभिक्रिया करके एथेन बनाते हैं। यौगिक A का संरचना सूत्र तथा अभिक्रिया लिखिए। |
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Answer» सोडियम धातु की ऐल्किल हैलाइड के साथ अभिक्रिया कराने पर एल्केन बनते हैं। यह भीक्रिया वुर्ट्ज अभिक्रिया कहलाती हैं। अभिक्रिया की समीकरण इस प्रकार है- `A+Naoverset(शुष्क ईथर) to CH_(3) -CH_(3)` जहाँ A=मैथिल हैलाइड `(CH_(3)Cl,CH_(3)Br)` `2CH_(3)Br+2Na overset(शुष्क ईथर) to underset(एथेन)(CH_(3)-CH_(3))+2NaBr` |
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| 9. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? 2-क्लोरोप्रोपेन से 1-प्रोपेनॉल |
| Answer» `CH_(3)-underset(Cl)underset(|)CH-CH_(3)overset(KOH(ऐल्कोहॉलीय),Delta) to CH_(3)-CH=CH_(2)underset(परॉक्साइड)overset(HBr) to CH_(3)CH_(2)CH_(2)Br underset(Delta) overset(जलीय KOH) to CH_(3)CH_(2)CH_(2)OH` | |
| 10. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? टॉलूईन से बेन्जिल ऐल्कोहॉल |
| Answer» `C_(6)H_(5)CH_(3)overset(cl_(2)//hv) to C_(6)H_(5)CH_(2)Cl overset(जलीय KOH) to C_(6)H_(5)CH_(2)OH` | |
| 11. |
ब्रोमो-एथेन का सिल्वर कार्बोनेट की अर्द्ध-अनुक मात्रा की अभिक्रिया में क्या होता है ? |
| Answer» `2C_(2)H_(5)Broverset(Ag_(2)CO_(3))to(C_(2)H_(5))_(2)CO_(3)overset(OHO) to 2C_(2)H_(5)OH+H_(2)CO_(3)` | |
| 12. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? आइसोप्रोपिल ऐल्कोहॉल से आयोडोफोर्म |
| Answer» `CH_(3)-underset(आइसोप्रोपिल ऐल्कोहॉल)underset(OH)underset(|)CH-CH_(3)+4I_(2)+6NaOH underset(आयोडोफोर्म अभिक्रिया) overset(गर्म) to underset(आयोडोफोर्म)(CHI_(3))+CH_(3)COONa+5NaI+5H_(2)O` | |
| 13. |
प्रकाश की उपस्थिति में टॉलूईन ब्रोमीन के साथ अभिक्रिया करके बेन्जिल ब्रोमाइड और `FeBr_(3)` की उपस्थिति में p-ब्रोमो-टॉलूईन बनाती है। उपरोक्त तथ्यों की विवेचना कीजिए। |
| Answer» प्रकाश की उपस्थिति में मुक्त मूलक ब्रोमीनीकरण पाश्र्व-श्रृंखला में होता है। `FeBr_(3)` की उपस्थिति में इलेक्ट्रोफिलीक ब्रोमीनीकरण बैन्जीन रिंग में होता है। | |
| 14. |
निम्नलिखित हैलाइडो के नाम आईयूपीएसी (IUPAC) पध्दति में लिखिए तथा उनका वर्गीकरण, ऐल्किल, ऐलिलिक, बेन्जिलिक (प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक) वाइनिल अथवा ऐरिल हैलाइड के रूप में कीजिए : `CH_(3)CH=C(Cl)CH_(2)CH(CH_(3))_(2)` |
| Answer» 3-क्लोरो-5-मेथिल हैक्स-2-ईंन,वाइनिलिक हैलाइड | |
| 15. |
एक ही पद में कैसे परिवर्तित करोगे ? (i) ब्यूटीन -1 से 1- ब्रोमो ब्यूटेन (ii)प्रोपीन से अलील क्लोराइड (iii)प्रोपीन से आइसोप्रोपिल ब्रोमाइड |
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Answer» (i) `CH_(3)CH_(2)CH=CH_(2)overset(HBr//परॉक्साइड) to CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)Br` (ii) `CH_(3)CH=CH_(3)overset(Cl_(2)//500^(@)C) to CH_(2)=CH-CH_(2)Cl` (iii)`CH_(2)CH=CH_(2)overset(HBr) to CH_(3)-overset(Br)overset(|)CH-CH_(3)` |
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| 16. |
सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में ब्रोमीन के साथ अभिक्रिया करके 2- मेथिल ब्यूटेन मुख्यतः देता है :A. 1-ब्रोमो-2-मेथिल ब्यूटेनB. 2-ब्रोमो-2-मेथिल ब्यूटेनC. 2-ब्रोमो-3-मेथिल ब्यूटेनD. 2-ब्रोमो-3-मेथिल ब्यूटेन |
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Answer» Correct Answer - B `CH_(3)-underset(CH_(3))underset(|)CH-CH_(2)-CH_(3) overset(Br_(2)//प्रकाश) to CH_(3)-underset(CH_(3))underset(|)overset(Br)overset(|)C-CH_(2)-CH_(3)` |
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| 17. |
निम्नलिखित हैलाइडो के नाम आईयूपीएसी (IUPAC) पध्दति में लिखिए तथा उनका वर्गीकरण, ऐल्किल, ऐलिलिक, बेन्जिलिक (प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक) वाइनिल अथवा ऐरिल हैलाइड के रूप में कीजिए : `p-ClC_(6)H_(4)CH_(2)(CH_(3))_(2)` |
| Answer» 1-क्लोरो-4-(2-मेथिल प्रोपिल) बेन्जीन, ऐरिल हैलाइड | |
| 18. |
निम्नलिखित हैलाइडो के नाम आईयूपीएसी (IUPAC) पध्दति में लिखिए तथा उनका वर्गीकरण, ऐल्किल, ऐलिलिक, बेन्जिलिक (प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक) वाइनिल अथवा ऐरिल हैलाइड के रूप में कीजिए : `CH_(3)CH=CHC(Br)(CH_(3))_(2)` |
| Answer» 4-ब्रोमो-4-मेथिल पेन्ट-2-ईंन,एलिलिक हैलाइड | |
| 19. |
2-मेथिल ब्यूटेन का मोनो क्लोरीनीकरण करने पर कितने असममित यौगिक (chiral compound) बनते है :A. 2B. 4C. 6D. 8 |
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Answer» Correct Answer - B `underset(1)(C )H_(3)-underset(CH_(3))underset(|)overset(2)(C )H-overset(3)(C )H_(2)-overset(4)(C )H_(3)` कार्बन परमाणु 1 और 3 पर उपस्थित H-परमाणु को Cl-परमाणु द्वारा विस्थापित करने पर दो प्रकाशिक सक्रिय यौगिक प्राप्त होते है और परक्षिक समवयवियों की संख्या 4 होती है। |
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| 20. |
निम्नलिखित अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए। `(CH_(3))_(3)C.CH_(2)Br overset(KOH//C_(2)H_(5)OH//Delta) to B` |
| Answer» `(CH_(3))_(3)C CH_(2)Brunderset(Delta)overset(KOH//C_(2)H_(5)OH)to (CH_(3))_(2)C=CHCH_(3)` | |
| 21. |
2-क्लोरो 3-मैथिल ब्यूटेन की ऐल्कोहॉलीय KOH से क्रिया करने पर अधिक उत्पाद 2-मैथिल 2-ब्युटीन की बनती हैं, क्यों? |
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Answer» सेंटजेफ नियम के अनुसार, इस अभिक्रिया में अधिक विस्थापित एल्कीन मुख्य उत्पाद के रूप में बनती हैं। `{:(" "KOH//ऐल्कोहॉल),(CH_(3)-CH-CH-CH_(3) to CH_(3)-C=CH-CH_(3)+CH_(3)-CH-CH=CH_(2)),(" "|" "|" "|" "|),(" "CH_(3)" "Cl" "CH_(3)" "CH_(3)),(" "मुख्य उत्पाद " "गौण उत्पाद):}` |
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| 22. |
निम्नलिखित अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए। `CH_(3)CH_(2)CHCl_(2)underset(Delta)overset(KOH (जलीय)) to A` |
| Answer» `CH_(3)CH_(2)CHCl_(2)overset(KOH(जलीय)) to underset(अस्थायी)(CH_(3)CH_(2)CH(OH)_(2))underset(-H_(2)O)overset(Delta) to CH_(3)CH_(2)CHO` | |
| 23. |
क्या होता है जब ? एथिल क्लोराइड की अभिक्रिया जलीय KOH से होती है। |
| Answer» एथिल ऐल्कोहॉल बनता है। | |
| 24. |
क्लोरो ब्यूटेन का क्वथनांक 2-क्लोरो ब्यूटेन से अधिक होता है, क्यों ? |
| Answer» क्लोरो ब्यूटेन में हाइड्रोकार्वन शाखित (branched) होने के कारण गोलीय आकृति प्राप्त कर लेता है जिससे पृष्ठ क्षेत्रफल घटने के कारण अन्तराणुक आकर्षण क्षीण हो जाते हैं तथा इसका क्वथनांक कण होता हैं। | |
| 25. |
ब्रोमोथेन का क्वथनांक, क्लोरोएथेन से अधिक होता है, क्यों ? |
| Answer» ब्रोमोथेन का अणुभार उच्च होने के कारण इसमें क्लोरोएथेन की तुलना में प्रबल आरण्यक वांडर वाल्स आकर्षण बल होते हैं। | |
| 26. |
`C_(6)H_(5)F` का नाइट्रीकरण `C_(6)H_(5)Cl, C_(6)H_(5)Br` या `C_(6)H_(5)I` की तुलना में कठिन है, क्यों ? |
| Answer» F सर्वाधिक `-I` प्रभाव प्रदर्शित करता है अतः नाभिक को सबसे अधिक अक्रिय कर देता है। | |
| 27. |
`C_(6)H_(5)CH_(2)Cl` तथा `C_(6)H_(5)CHClC_(6)H_(5)` में से कौन-सा यौगिक जलीय KOH से शीघ्रता से जल-अपघटित होगा ? |
| Answer» `C_(6)H_(5)CHCl` चूँकि इसका C-Cl बंध `C_(6)H_(5)-Cl` बंध से अधिक क्रियाशील है तथा `C_(6)H_(5)overset(+)(C )H_(2)` उच्च स्थायित्व के कारण आसानी से बन जाता है। | |
| 28. |
ऐल्किल हैलाइडो में C-X बन्ध ध्रुवीय होता है पर यह विलायक जल में अविलेय है, क्यों ? |
| Answer» ऐल्किल समूह का जलरोधी प्रभाव, द्विधुर्व आकर्षण बलों से अधिक हो जाता है। | |
| 29. |
फ्लुओरो कार्बन निम्नलिखित में से किससे संबन्धित है ? (i) समचुंबकीय, (ii) प्रशीतन, (iii) `NH_(3)` का परीक्षण , (iv) `H_(2)O` का परीक्षण, (v) हाइड्रोजन बंध, (vi) चतुष्फलकीय । |
| Answer» (ii) प्रशीतन तथा (vi) चतुष्फलकीय | |
| 30. |
`C_(2)H_(5)Cl` का क्वथनांक `CH_(3)Cl` से अधिक होता है, क्यों ? |
| Answer» `C_(2)H_(5)Cl` का अणुभार अधिक होने के कारण । | |
| 31. |
ऐल्किल हैलाइड , ऐल्केनो की तुलना में अधिक क्रियाशील होते है, क्यों ? |
| Answer» `-underset(|)overset(|)C-X` बन्ध की धुर्वीय प्रकृति (पोलर nature) के कारण। | |
| 32. |
कौन-सी गैस क्लोरोफॉर्म को विषैला कर देती है ? |
| Answer» फॉस्जीन `(COCL_(2))`| | |
| 33. |
ऐल्किल हैलाइडो में कौन-सा हैलाइड सर्वाधिक क्रियाशील हैं ? |
| Answer» Correct Answer - ऐल्किल आयोडाइड। | |
| 34. |
निम्नलिखित को नाभिक-स्नेही अभिक्रियाओं में बढ़ती सक्रियता के कर्म में व्यवस्थित करो । `CH_(3)F,CH_(3)Br,CH_(3)I,CH_(3)Cl` |
| Answer» `CH_(3)F lt CH_(3)Cl lt CH_(3)Br lt CH_(3)I` | |
| 35. |
ऐल्कीनों से ऐल्किल हैलाइड बनाने के लिए शुष्क हाइड्रोजन हैलाइडो (HX) का प्रयोग करते है , इनके जलीय विलयनों का नहीं , क्यों ? |
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Answer» (i) शुष्क HX , अच्छा इलेक्ट्रान स्नेही (electrophilic) है। (ii) जल की उपस्थिति में HX से उत्प्रेरित होकर उत्पाद ऐल्कोहॉल में परिवर्तित हो जाते हैं। |
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| 36. |
ऐरिल हैलाइड, ऐल्किल हैलाइडो की अपेक्षा नाभिक-स्नेही अभिकर्मक के प्रति कम क्रियाशील होते हैं, क्यों ? |
| Answer» ऐल्किल हैलाइड में C-X बन्ध एकल होता है, जबकि ऐरिल हैलाइडो में C-X बन्ध में अनुनाद के कारण पाश्र्व द्विबन्ध गन आ जाता है जिस कारण यह आसानी से नहीं टूटता है। | |
| 37. |
एथिल ब्रोमाइड की किसी एक नाभिक स्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रिया का समीकरण लिखिए। |
| Answer» `C_(2)H_(5)Br+underset((जलीय))(KOH) to C_(2)H_(5)OH+KBr` | |
| 38. |
NaOH के साथ क्रिया करके ऐल्किल हैलाइड, ऐल्कोहॉल देते हैं, जबकि ऐरिल हैलाइड फीनॉल नहीं देते, क्यों? |
| Answer» ऐल्किल हैलाइड में C-X बन्ध एकल होता है, जबकि ऐरिल हैलाइडो में C-X बन्ध में अनुनाद के कारण पाश्र्व द्विबन्ध गन आ जाता है जिस कारण यह आसानी से नहीं टूटता है। | |
| 39. |
ऐल्किल आयोडाइडो को रखने पर इनका रंग गहरा हो जाता है , क्यों ? |
| Answer» ऐल्किल आयोडाइड के विघटन से मुक्त से आयोडीन को स्वयं ऐल्किल आयोडाइड शोषित क्र लेते है तथा गहरे रंग के हो जाते है । | |
| 40. |
ऐल्किल हैलाइड, नाभिक-स्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रिया देते हैं , क्यों ? |
| Answer» अधिक विधुत-ऋणात्मक होने के कारण C-X बन्ध में X- परमाणु पर ऋणावेश होता है अतः ये `Nu^(-)` से प्रतिस्थापित हो, `X^(-)` के रूप में निकल जाते है । | |
| 41. |
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम लिखिए: `CH_(3)CH(Cl)CH(Br)CH_(3)` |
| Answer» 2-ब्रोमो-3-क्लोरो ब्यूटेन | |
| 42. |
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम लिखिए: `(CH_(3))_(3)C CH=C(Cl)C_(6)H_(4)I-p` |
| Answer» 1-क्लोरो-1-(4-आयोडोफेनिल)-3,3- डाइमेथिल ब्यूट-1-ईंन | |
| 43. |
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम लिखिए: `CHF_(2)CBrClF` |
| Answer» 1-ब्रोमो-1-क्लोरो-1, 2, 2-ट्राइ फ्लुओरोएथेन | |
| 44. |
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम लिखिए: `ClCH_(2)C-=C CH_(2)Br` |
| Answer» 1-ब्रोमो-4-क्लोरो ब्यूट-2-आईन | |
| 45. |
निम्नलिखित समीकरण को पूरा कीजिए- `C_(2)H_(5)Broverset(NaOH(aq.))to(A)underset(H_(2)SO_(4)गर्म)overset(Na_(2)Cr_(2)O_(7)+)to (B)` |
| Answer» (A)`=C_(2)H_(5)OH`, (B)`=CH_(3)COOH` | |
| 46. |
निम्नलिखित परिवर्तन आप कैसे करेंगे ? प्रोपीन से 1-नाइट्रोप्रोपेन |
| Answer» `CH_(3)-CH=CH_(2)underset(परॉक्साइड प्रभाव)overset(HBr, परॉक्साइड) to CH_(3)-underset(1-ब्रोमोप्रोपेन)(CH_(2)-)CH_(2)Brunderset(-AgBr)overset(AgNO_(2), C_(2)H_(5)OH//H_(2)O) to CH_(3)underset(1-नाइट्रो प्रोपेन)(CH_(2)CH_(2)NO_(2))` | |
| 47. |
निम्नलिखित परिवर्तन आप कैसे करेंगे ? एथेनॉल से एथिल फ्लुओराइड |
| Answer» `CH_(3)underset(एथेनॉल)(CH_(2))OH underset(-SO_(2),-HCl) overset(SOCl_(2),पिरीडीन) to underset(एथिल क्लोराइड)(CH_(3)CH_(2)Cl) underset(-Hg_(2)Cl_(2)) overset(Hg_(2)F_(2)) to underset(एथिल फ्लुओराइड)(CH_(3)CH_(2)F)` | |
| 48. |
निम्नलिखित से -आयोडोब्यूटेन प्राप्त करने की समीकरण लिखिए। 1-क्लोरोब्यूटेन |
| Answer» `underset(1-क्लोरोब्यूटेन)(CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)Cl)underset(फिनकलस्टीन अभिक्रिया)overset(KI) to underset(1-आयोडोब्यूटेन)(CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)I)` | |
| 49. |
निम्नलिखित हैलाइडो के नाम आईयूपीएसी (IUPAC) पध्दति में लिखिए तथा उनका वर्गीकरण, ऐल्किल, ऐलिलिक, बेन्जिलिक (प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक) वाइनिल अथवा ऐरिल हैलाइड के रूप में कीजिए : `(CH_(3))_(2)CHCH(cl)CH_(3)` |
| Answer» 2-क्लोरो-3-मैथिल ब्यूटेन, `2^(@)` ऐल्किल हैलाइड | |
| 50. |
निम्नलिखित हैलाइडो के नाम आईयूपीएसी (IUPAC) पध्दति में लिखिए तथा उनका वर्गीकरण, ऐल्किल, ऐलिलिक, बेन्जिलिक (प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक) वाइनिल अथवा ऐरिल हैलाइड के रूप में कीजिए : `CH_(3)CH_(2)CH(CH_(3))CH(C_(2)H_(5))Cl` |
| Answer» 3-क्लोरो-4-मैथिल हेक्जेन, `2^(@)` ऐल्किल हैलाइड | |