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    				This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. | एक उत्तल दर्पण की फोकस-दुरी `2.5 cm` है। एक बालक इसे कितनी दुरी पर खड़ा हो ताकि उसके प्रतिबिंब की ऊँचाई उसकी ऊँचाई की आधी हो ? बालक की ऊँचाई मुख्य अक्ष के लंबवत है। | 
| Answer» उत्तल दर्पण में प्रतिबिंब सैदेव व सीधा बनता है। अतः, प्रश्न के अनुसार `m=(1)/(2)` या `-(v)/(u)=-(1)/(2)` या `v=-(u)/(2)` उत्तर दर्पण के लिए `f=+2.5m` अतः `(1)/(v)+(1)/(u)=(1)/(f)`, से `(2)/(-u)+(1)/(u)=(1)/(52.5m)` या `u=-2.5m` अतः बालक को उत्तल दर्पण से `2.5m` की दुरी पर खड़ा होना चाहिए। | |
| 2. | प्रकाश से संबधित एक प्रयोग में आपतित प्रकाश की बीम की दिशा बदलने से विचलन कोण का मान `20^(@)` से `40^(@)` तक बदलता हुआ पाया गया। एक-दूसरे प्रयोग में आपतित प्रकाश की बीम की दिशा बदलें से विचलन का कोण `80^(@)` से `110^(@)` तक बदलता हुआ पाया गया।A. पहला प्रयोग परावर्तन हो सकता है।B. दूसरा प्रयोग अपवर्तन का हो सकता है।C. दूसरा प्रयोग परावर्तन का हो सकता है।D. दूसरा प्रयोग अपवर्तन का हो सकता है। | 
| Answer» Correct Answer - A::B::C | |
| 3. | श्वेत प्रकाश की एक पतली बीम एक आयताकार पट्टिका पर तिरछी पड़ती है।A. प्रकाश कभी भी अलग-अलग रंगो में विभाजति नहीं होता ।B. पट्टिका से निकली बीम मुख्यतः श्वेत प्रकाश की होती है।C. पट्टिका के अंदर बीम रंगो में विभाजित होती है।D. पट्टिका के अंदर बीम श्वेत है। | 
| Answer» Correct Answer - B::C | |
| 4. | एक प्रिज्म एकवर्णी प्रकाश की एक बीम में न्यूनतम विचलन `delta` पैदा कर सकता है। यदि तीन ऐसे प्रिजो का संयोजन बने जाए, तो वह निम्नलिखित में कौन-सा न्यूनतम विचलन पैदा कर सकता है ? | 
| Answer» Correct Answer - B | |
| 5. | मध्य तरंगदैर्घ्य वाले प्रकाश (पिले) के लिए किसी प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक `n` है। प्रत्येक द्वारा उत्पन्न कोणीय विक्षेपणA. बढ़ेगा यदि, n अधिक लिया जाएB. बढ़ेगा यदि, n कम लिया जाएC. उतना ही रहेगा, चाहे n कुछ भी होD. का n से कोई संबध नहीं होगा | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 6. | एक प्रिज्म के लिए न्यूनतम विचलन का कोण `37^(@)` है। यदि प्रिज्म का कोण `53^(@)` हो, तो उसके पदार्थ का अपवर्तनांक निकाले। | 
| Answer» `n=("sin"(A+delta_(m))/(2))/("sin"(A)/(2))=("sin"(53^(@)+37^(@))/(2))/("sin"(53^(@))/(2))=(sin 45^(@))/(sin 26.5^(@))=1.58` | |
| 7. | एक बीकर में `h_(1)` ऊँचाई तक पानी और उसके ऊपर `h_(2)` ऊँचाई तक किरोसिन रखा है। इनके अपवर्तनांक क्रमशः `n_(1)` तथा `n_(2)` है `(n_(2)gtn_(1))` । बीकर की पेंदी के स्थान में आभासी परिवर्तन निकाले। | 
| Answer» पानी के कारण आभासी परिवर्तन, `Delta t_(1)(1-(1)/(n_(1))) h_(1)` तेल के कारण आभासी परिवर्तन, `Delta t_(2)(1-(1)/(n_(2)))h_(2)` अतः, कुल आभासी परिवर्तन `Delta t=Delta t_(1)+Delta t_(2)=(1-(1)/(n_(1)))h_(1)+(1-(1)/(n_(2)))h_(2)` | |
| 8. | चित्र `34. W(a)` में दिखाए अनुसार एक समकोण त्रिभुजाकार आधार `ABC` का एक प्रिज्म बनाना है ताकि प्रकाश की कोई किरण जो `AB` सतह पर लंबवत पड़े `AC` तथा `CB` सतहों पर पूर्ण आंतरिक परावर्तन कर सके । (a) इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए प्रिज्म के पदार्थ का न्युमत अपवर्तनांक कितना होना चाहिए? (b) यदि प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक `5//3`ओर `60^(@)` हो, तो क्या इस आवश्यकता की पूर्ति हो सकती है ? | 
| Answer» (a) मान ले की कोण `A= theta` है [ चित्र 34 .5W5(b)] `AB` पर लंबवत पड़ती किरण सीधी चलती हुई `AC` सतह पर पड़की है। चित्र की ज्यामिति से यहाँ आपतन कोण `theta` है। यहाँ से परावर्तन के बाद यह किरण सतह `CB` पर पड़ती है। यहाँ पर आपतन का कोण `90^(@)-theta` है। चूँकि दोनों सतहों पर आंतरिक परावर्तन होना है इसलिए `theta` तथा `90^(@)-theta` दोनों को क्रांतिक कोण `theta_()` से बड़ा होना चाहिए । ऐसी हालत में `theta_(c)` का मान `45^(@)` से बड़ा नहीं हो सकता, अन्यथा `theta` या `90^(@)-theta` में से किसी एक को `theta_(c)` से छोटा होना पड़ेगा। अतः `theta_(c) le 45^(@)` या `sin theta_(c) le (1)/(sqrt(2))` या `(1)/(n) le (1)/(sqrt(2))` या `n ge sqrt(2)`. अतः अपवर्तनांक का न्यूनतम मान `sqrt(2)` होगा। (b) `n=(5)/(3), "sin" theta _(c)(3)/(5)` या `theta_(c)=37^(@)`. `60^(@)` हो तो क्रांतिक कोण `37^(@)` से बड़ा है, लकिन `30^(@)` क्रांतिक कोण से छोटा है। अतः पहली सतह पर पूर्ण आंतरिक परावर्तन होगा, लेकिन दूसरी सतह पर पूर्ण आंतरिक परावर्तन नहीं होगा। | |
| 9. | मान ले आपतन कोण , परावर्तन कोण एवं अपवर्तन कोण परावर्तक सतह पर अभिलंब से नहीं नापकर, आपतन एक तल में परावर्तन के तल में परावर्तक या अपवर्तक सतह पर खींची रेखा से नापे जाते है। परावर्तन के नियम `r=r` को `R_(1)` तथा अपवर्तन के नियम `(sin i)/(sin r)=(n_(2))/(n_(1))` को `R_(2)` कहें।A. `R_(1)` सत्य है, पर `R_(2)` नहीं।B. `R_(2)` सत्य है, पर `R_(1)` नहीं।C. `R_(1)` तथा `R_(2)` दोनों सत्य है।D. `R_(1)` तथा `R_(2)` दोनों सत्य है। | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 10. | प्रकाश एक बिंदु स्रोत एक समतल दर्पण के सामने रखा है।A. सभी परावर्तित किरणे पीछे बढ़ने पर एक बिंदु पर मिलती है।B. सिर्फ अभिलंब के पास की किरणे पीछे बढ़ाने पर एक बिंदु पर मिलती है ।C. सिर्फ वे किरणे जो दर्पण की सतह से छोटा कोण बनाती है, परावर्तन के बाद पीछे बढ़ाने अपर एक बिंदु पर मिलती है ।D. अलग-अलग रंग की किरणे अलग-अलग प्रतिबिंब बनाती है। | 
| Answer» Correct Answer - A | |
| 11. | एक फ्लिंट काँच के लिए लाल तथा बैंगनी के अपवर्तनांक क्रमशः `1.613` तथा `1.632` है । इस काँच के बने `5^(@)` कोण वाले एक प्रिज्म के कारण श्वेत प्रकाश में कोणीय विक्षेपण ज्ञात करे। | 
| Answer» लाल रंग के लिए विक्षेपण `delta_(r)=(mu_(t)-1)A` तथा बैंगनी रंग के अतः,कोणीय विक्षेपण `delta_(v)=(mu_(v)-1)A` अतः, कोणीय विक्षेपण `=delta_(v)-delta_(r)(mu_(v)-mu_(r))A` `=(1.632-1.613)xx5^(@)=0.095^(@)` | |