Explore topic-wise InterviewSolutions in .

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

151.

किसी प्रकाशिक यन्त्र की क्षमता, जिसके द्वारा वह दो सन्निकट वस्तुओं के प्रतिबिम्बों को अलग-अलग बना सके, को कहते है-A. परिक्षेपण क्षमताB. आवर्धन क्षमताC. विभेदन क्षमताD. डायोप्टर

Answer» Correct Answer - C
152.

3D तथा 2D क्षमता के दो पतले लेन्सों को मिलाकर एक संयुक्त लेन्स बनाया गया है। संयुक्त लेन्स की फोकस दूरी तथा प्रकृति क्या होगी ?

Answer» `P=P_(1)+P_(2)-3+2=-1D`
`f=(1)/(P)=(1)/(-1)=-1` ,मीटर =-100 सेमी, यह अवतल लेन्स है।
153.

जब सूक्ष्मदर्शी की नली की लम्बाई बढ़ा दी जाती है तो इसकी आवर्धन क्षमता-A. कम हो जाती हैB. बढ़ती हैC. बदलती नहीं हैD. कम या अधिक, कुछ भी हो जाती है

Answer» Correct Answer - A
154.

जब दूरदर्शी की नली की लम्बाई बढ़ा दी जाती है तो उसकी आवर्धन क्षमता-A. कम हो सकती हैB. बढ़ती हैC. बदलती नहीं हैD. कम या अधिक कुछ भी हो जाती है

Answer» Correct Answer - A
155.

किस दशा में एक लेन्स की प्रथम दूरी का मान उसकी द्वितीय फोकस दूरी के बराबर नहीं होता ?

Answer» जब लेन्स के दोनों ओर अलग-अलग माध्यम हों।
156.

किसी दूरदर्शी की लम्बाई बढ़ने पर उसकी आवर्धन क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?

Answer» नली की लम्बाई `L=f_(@)+u_(e )` तथा आवर्धन क्षमता `M|=(f_(@))/(u_(e ))` चूँकि `f_(@)` नियत है अतः L का मान बढ़ने पर `u_(e )` बढ़ेगा,
अतः आवर्धन क्षमता घट जायेगी।
157.

किसी लेन्स की फोकस दूरी किन-किन बातों पर निर्भर करती हैं?

Answer» (i) लेन्स के पदार्थ के अपवर्तनांक पर, (ii) जिस माध्यम में लेन्स रखा गया है, उस माध्यम के अपवर्तनांक पर, (iii) लेन्स के पृष्ठों की वक्रता त्रिज्याओं पर।
158.

लेन्स की फोकस दूरी लेन्स के पदार्थ के अपवर्तनांक पर किस प्रकार निर्भर करती हैं?

Answer» `f prop (1)/((mu-1))`, अतः अपवर्तनांक जितना अधिक होगा। फोकस दूरी उतनी ही कम होगी।
159.

एक व्यक्ति `+2D`क्षमता का चश्मा प्रयोग करता है| उसका दृष्टि दोष है-A. निकट दृष्टि दोषB. दूर दृष्टि दोषC. जरा दृष्टि दोषD. अबिंदुकता

Answer» Correct Answer - B
160.

एक दूरदर्शी के द्वारक का व्यास 5 मीटर तथा प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैध्र्य `5000 Å` है । दूरदर्शी की विभेदन सीमा ज्ञात कीजिये।

Answer» दूरदर्शी की विभेदन सीमा `theta=(1.22lambda)/(d)`
प्रश्नानुसार, `lambda=5000 Å=5000xx10^(-10)` मीटर, d=5 मीटर
`:. " " theta=(1.22xx5000xx10^(-10))/(5)=1.22xx10^(-7)` रेडियन
161.

एक प्रेक्षक किसी 15 मीटर ऊँचाई के पेड़ को, आवर्धन क्षमता 10 के दूरदर्शी से देखता है | उसे पेड़ प्रतीत होगा-A. 10 गुना लम्बाB. 15 गुना लम्बाC. 10 गुना पासD. 10 गुना दूर

Answer» Correct Answer - C
162.

एक प्रिज्म के लिए अल्पतम विचलन का कोण `30^(@)` है तथा प्रिज्म का कोण `60^(@)` है। प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक है-A. 2B. `sqrt(2)`C. `3//2`D. `3//sqrt(2)`

Answer» Correct Answer - B
163.

काँच के एक प्रिज्म का कोण `60^(@)` है तथा अल्पतम विचलन कोण `30^(@)` हैं। काँच का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए।

Answer» Correct Answer - `1.41`
164.

हीरे का अपवर्तनांक 2 है। हीरे में प्रकाश की चल ज्ञात कीजिये।

Answer» `upsilon=(c )/(mu)=(3xx10^(8))/(2)=1.5xx10^(8)` मीटर/सेकंड
165.

एक लेन्स की फोकस दूरी किन-किन बातों पर निर्भर करती हैं ?

Answer» लेन्सों के पृष्ठों की वक्रता त्रिज्याओं पर , लेन्स के पदार्थ के अपवर्तनांक पर प्रकाश के रंग पर
166.

एक दूरदर्शी के अभिदृश्यक का व्यास D सेमी है| `5600 Å`तरंगदैध्र्य के प्रकाश के लिए दूरदर्शी की विभेदन सीमा है-A. `(6.83xx10^(-5))/(D)`रेडियनB. `(6.83xx10^(-4))/(D)`रेडियनC. `(6.83xx10^(-3))/(D)`रेडियनD. `(6.83xx10^(-2))/(D)`रेडियन

Answer» Correct Answer - A
167.

यदि `lambda` प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैध्र्य है तथा D दूरदर्शी के अभिदृश्यक का व्यास है तो दूरदर्शी की विभेदन सीमा होती है-A. `lambda D`B. `(1)/(lambdaD)`C. `(D)/(lambda)`D. `(1.22lambda)/(D)`

Answer» Correct Answer - D
168.

किसी सरल सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता 6 है, लेन्स की फोकस दूरी क्या होगी ? (स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी 25 सेमी है )A. `0.05` मीटरB. `0.06`मीटरC. `0.25`मीटरD. `0.12` मीटर

Answer» Correct Answer - A
169.

किस माध्यम का अपवर्तनांक न्यूनतम होता है?

Answer» Correct Answer - निर्वात
170.

एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक तथा नेत्रिका की फोकस दूरी क्रमशः `2.0` सेमी तथा `3.0` सेमी है। अभिदृश्यक तथा नेत्रिका के बीच की दूरी 15 सेमी है। नेत्रिका द्वारा अंतिम प्रतिबिम्ब अनन्त पर बनता है। वस्तु तथा अभिदृश्यक द्वारा बने प्रतिबिम्ब की अभिदृश्यक से दूरी ज्ञात कीजिये।

Answer» अंतिम प्रतिबिम्ब अनन्त पर बनता है, अतः नेत्रिका के लिए
`u_(e )=?, upsilon_(e )oo, f_(e )=+3` सेमी
लेन्स के सूत्र से `" " (1)/(upsilon_(e ))-(1)/(u_(e ))=(1)/(f_(e ))`
`(1)/(oo)-(1)/(u_(e ))=(1)/(3)" " :. U_(e )=-3` सेमी
अतः अभिदृश्यक द्वारा बने प्रतिबिम्ब की नेत्रिका से दूरी `u_(e )=3` सेमी प्रश्नानुसार, अभिदृश्यक तथा नेत्रिका के बीच दूरी L=15 सेमी
अतः अभिदृश्यक द्वारा बने प्रतिबिम्ब की अभिदृश्यक से दूरी
`upsilon_(@))L-u_(e )=15-3=12` सेमी
अभिदृश्यक के लिए, लेन्स के सूत्र से
`(1)/(upsilon_(@))-(1)/(u_(@))=(1)/(f_(@))`
`upsilon=+12` सेमी, `f_(@)=+12` सेमी, `u_(@)=?`
`(1)/(12)-(1)/(u_(@))=(1)/(2)`
`(1)/(u_(@))=(1)/(12)-(1)/(2)=-(5)/(12)`
`u_(@)=-(12)/(5)=-2.4`सेमी
अतः वस्तु की अभिदृश्यक से दूरी `=2.4` सेमी
171.

लेन्स के लिये रेखीय आवर्धन का सूत्र फोकस दूरी के पदों में लिखिये।

Answer» `m=(f-upsilon)/(f)=(f)/(f+u)`
172.

एक सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक तथा नेत्रिका की फोकस दूरियाँ क्रमशः 2 सेमी तथा 5 सेमी है। एक वस्तु अभिदृश्यक से `2.4` सेमी की दूरी पर रखी है तथा अंतिम प्रतिबिम्ब-(i) अनन्त पर (ii)स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनता है। सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता तथा लेन्सों के बीच की दूरी ज्ञात कीजिये। स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी 25 सेमी है।

Answer» अभिदृश्यक के लिए, `u_(@)=-2.4` सेमी, `f_(@)=+2`सेमी, `upsilon_(@)=?`
लेन्स के सूत्र से, `" " (1)/(upsilon_(@))-(1)/(u_(@))=(1)/(f_(@))`
`(1)/(upsilon_(@))-(!)/(-2.4)=(1)/(2)`
`(1)/(upsilon_(@))=(1)/(2)-(1)/(2.4)=(0.4)/(4.8)=(1)/(12)`
`upsilon=12` सेमी
(i) जब प्रतिबिम्ब अनन्त पर बनता है- अभिदृश्यक द्वारा बना प्रतिबिम्ब नेत्रिका के फोकस पर होगा। अतः
`u_(e )=5` सेमी(आंकिक मान)
आवर्धन क्षमता `M=-(upsilon_(@))/(u_(@))[(D)/(f_(@))]=-(12)/(2.4)[(25)/(5)]=-25X`
लेन्सों के बीच की दूरी `L=|upsilon_(@)|+|u_(e )|=12+5=17` सेमी
(ii) जब प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनता है-
`upsilon_(e )=-25` सेमी
नेत्रिका के लिए, लेन्स के सूत्र से
`(1)/(upsilon_(@))-(1)/(u_(@))=(1)/(f_(@))`
`(1)/(-25)-(1)/(u_(e ))=(1)/(5)`
`(1)/(u_(e ))=-(1)/(5)-(1)/(25)=-(6)/(25)`
अथवा `" " u_(e )=-(25)/(6)` सेमी
आवर्धन क्षमता `" " M=-(upsilon_(@))/(u_(@))[1+(D)/(f_(e ))]`
`=-(12)/(2.4)[1+(25)/(5)]=-30X`
लेन्सों के बीच की दूरी
`L=|upsilon_(@)|+|u_(e )|=12+(25)/(6)=16.17` सेमी
173.

एक दूरदर्शी के अभिदृश्यक का व्यास 250 सेमी है। प्रकाश की तरंगदैध्र्य का मान `5.5xx10^(-5)` सेमी है। दो सितारों के बीच की न्यूनतम कोणीय दूरी का मान ज्ञात कीजिये जिनको विभेदित किया जा सके।

Answer» `26.85xx10^(-5)` रेडियन
174.

अपवर्तन का मूल कारण क्या है?

Answer» भिन्न-भिन्न माध्यमों में प्रकाश के वेग का भिन्न-भिन्न होना अपवर्तन का मूल कारण है।
175.

एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता 30 है तथा नेत्र लेन्स की फोकस दूरी 5 सेमी है। यदि अन्तिम प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी 25 सेमी पर बनता है तो अभिदृश्यक का आवर्धन ज्ञात कीजिये।

Answer» Correct Answer - `-5X`
176.

सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक की फोकस दूरी है-A. नेत्रिका की फोकस दूरी से अधिकB. नेत्रिका की फोकस दूरी से कमC. नेत्रिका की फोकस दूरी के बराबरD. कुछ भी हो सकती है

Answer» Correct Answer - B
177.

चन्द्रमा का व्यास `3.5xx10^(3)` किसी तथा पृथ्वी से इसकी दूरी `3.8xx10^(5)` किमी है। चन्द्रमा को एक दूरदर्शी की सहायता से देखा जाता है, जिसके अभिदृश्यक तथा नेत्रिका की फोकस दूरियाँ क्रमशः 4 मीटर व 10 सेमी है। ज्ञात कीजिये- , (a) दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता (b) चन्द्रमा के प्रतिबिम्ब का कोणीय आकार।

Answer» (a) प्रश्नानुसार,`f_(@)=4` मीटर =400 सेमी
दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता
`M=-(f_(@))/(f_(e ))=-(400)/(10)=-40X`
(b) चन्द्रमा द्वारा आँख बना दर्शन कोण
`alpha=(चन्द्रमा का व्यास)/(चन्द्रमा की पृथ्वी से दूरी)`
`=(3.5xx10^(3))/(3.8xx10^(5))~~0.009`रेडियन
अतः चन्द्रमा के प्रतिबिम्ब का कोणीय आकार अथवा प्रतिबिम्ब द्वारा बना दर्शन कोण
`beta=Malpha" " (:. M=beta//alpha)`
`=40xx0.009=0.36` रेडियन
`=(0.36xx(180)/(pi))^(@)~~20.6^(@)`
178.

प्रकाश का वेग के पदों में अपवर्तनांक का सूत्र लिखिए।

Answer» `""_(1)mu_(2)=(upsilon_(1))/(upsilon_(2))`
179.

एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में अभिदृश्यक तथा इससे बने वास्तविक प्रतिबिम्ब के बीच दूरी 18 सेमी है। यदि `f_(@)=0.4` सेमी, `f_(e )=2.0` सेमी हों तो सूक्ष्मदर्शी की-(i) श्रांत नेत्र के लिए तथा (ii) अन्तिम प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनने के लिए आवर्धन क्षमता ज्ञात कीजिये।

Answer» (i) `-550X`, (ii) `-594X`
180.

दो उत्तल लेंसों से, जिनकी फोकस दूरियाँ `0.3`मीटर तथा `0.05` मीटर है , एक दूरदर्शी बनाया गया है जब अन्तिम प्रतिबिम्ब अनन्त पर बनता है,तब लेंसों के बीच की दूरी है-A. `0.35`मीटरB. `0.25`मीटरC. `0.175` मीटरD. `0.15` मीटर

Answer» Correct Answer - A
181.

एक खगोलीय दूरदर्शी का दूर स्थित वस्तुओं के लिए कोणीय आवर्धन 5 है। अभिदृश्यक तथा नेत्रिका के बीच की दूरी 36 सेमी है तथा अन्तिम प्रतिबिम्ब अनन्त पर बनता है। अभिदृश्यक तथा नेत्रिका की फोकस दूरी ज्ञात कीजिये।

Answer» वस्तु तथा प्रतिबिम्ब दोनों अनन्त ओर हैं अतः दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता
`M=-(f_(@))/(f_(e))=-5X`
`f_(@)=5f_(e )" "`…..(1)
इस स्थिति में, अभिदृश्यक तथा नेत्रिका के बीच की दूरी
`L=f_(@)+f_(e )" "`…..(2)
समीकरण (1) व (2) से
`5f_(e )+f_(e )=36` सेमी
अथवा `" " f_(e )=6` सेमी
समीकरण (1) से
`f_(@)=5f_(e )=5xx6=30`सेमी
182.

एक दर्पण अपने सामने रखी वस्तु का आभासी एवं सीधा प्रतिबिम्ब बनाता है। यह दर्पण है-A. समतल दर्पणB. अवतल दर्पणC. उत्तल दर्पणD. इनमे से कोई भी

Answer» Correct Answer - D
183.

निरपेक्ष अपवर्तनांक से क्या तात्पर्यहै ?

Answer» वायु या निर्वात के सापेक्ष किसी माध्यम का अपवर्तनांक उसका निरपेक्ष अपवर्तनांक कहते है।
184.

यौगिक सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक द्वारा बनाया गया प्रतिबिम्ब होता है-A. आभासी, सीधा तथा आवर्धितB. वास्तविक, सीधा तथा आवर्धितC. वास्तविक, उल्टा तथा आवर्धितD. आभासी,सीधा तथा छोटा

Answer» Correct Answer - C
185.

निम्नलिखित में से किसके द्वारा अन्तिम प्रतिबिम्ब सीधा बनता है ?A. परावर्ती दूरदर्शीB. अपवर्ती दूरदर्शीC. पार्थिव दूरदर्शीD. इसमें से कोई नहीं

Answer» Correct Answer - C
186.

निम्न में से किस पदार्थ का निरपेक्ष अपवर्तनांक अधिकतम है?A. हीराB. काँचC. ग्लिसरीनD.

Answer» Correct Answer - A
187.

काँच से वायु में जाने पर प्रकाश के किस रंग के लिए क्रांतिक कोण न्यूनतम है?A. हराB. लालC. पीलाD. बैंगनी

Answer» Correct Answer - D
188.

सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता निर्भर करती है-A. नेत्रिका की फोकस दूरी एवं उसके द्वारक परB. नेत्रिका एवं अभिदृश्यक की फोकस दूरियों परC. नेत्रिका एवं अभिदर्शीक के द्वारको परD. वस्तु को दीप्त करने वाले प्रकाश की तरंगदैध्र्य पर

Answer» Correct Answer - D
189.

प्रकाश के जल से वायु में जाने पर किस रंग के लिये क्रांतिक कोण अधिकतम है ?A. लालB. बैंगनीC. पीलाD. सभी के लिये समान

Answer» Correct Answer - A
190.

जिस भौतिक घटना के लिये सर सीo वीo रमन को नोबल पुरस्कार प्रदान किया गया था, वह है प्रकाश का-A. ध्रुवणB. व्यतिकरणC. विवर्तनD. प्रकीर्णन

Answer» Correct Answer - D
191.

एक पतले अभिसारी लेन्स को पर्दे पर प्रतिबिम्ब बनाने में प्रयोग किया जाता है। जब लेन्स का ऊपर का आधा भाग एक अपारदर्शी पर्दे से ढक दें तब-A. आधा प्रतिबिम्ब अदृश्य हो जायेगाB. प्रतिबिम्ब नीचे की और खिसक जायेगाC. प्रतिबिम्ब ऊपर की ओर खिसक जायेगाD. प्रतिबिम्ब की तीव्रता घट जायेगी

Answer» Correct Answer - D
192.

उस भौतिक सिध्दान्त का नाम लिखिए जिस पर प्रकाशिक तन्तु का कार्य सिद्धान्त आधारित है।

Answer» पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
193.

किसी कैसेग्रेन दूरबीन में चित्र में दर्शाए अनुसार दो दर्पणों का प्रयोग किया गया है| इस दूरबीन में दोनों दर्पण एक-दूसरे से 20 सेमीo दूर रखे गए है |यदि बड़े दर्पण की वक्रता त्रिज्या 220 मिमीo हो तथा छोटे दर्पण की वक्रता त्रिज्या 140 मिमीo हो तो अनन्त पर रखे किसी बिम्ब का अन्तिम प्रतिबिम्ब कहाँ बनेगा ?

Answer» अभिदृश्यक दर्पण तथा अन्य दर्पण के बीच की दूरी,
d=20 मिमीo
अभिदृश्यक दर्पण की वक्रता त्रिज्या `=R_(1)=220` मिमीo
`:.` अभिदृश्यक दर्पण की फोकस दूरी `(f_(1))=(220)/(2)=110` मिमीo
छोटे दर्पण की वक्रता त्रिज्या `=R_(2)=140`मिमीo
`:.` छोटे दर्पण की फोकस दूरी `f_(2)=(140)/(2)=70`मिमीo
अनन्त पर स्थित वस्तु का प्रतिबिम्ब (अभिदृश्यक द्वारा निर्मित) छोटे दर्पण के लिए आभासी वस्तु का कार्य करेगा |
अतः छोटे दर्पण से वस्तु की दूरी `(u) =f_(1)-d`
अर्थात `" " u=110-20=90`मिमीo
दर्पण में सूत्रानुसार, `(1)/(upsilon)+(1)/(u)=(1)/(f_(2))`
`(1)/(upsilon)=(1)/(f_(2))-(1)/(u)=(1)/(70)-(1)/(90)=(9-7)/(630)=(2)/(630)`
`upsilon=315` मिमीo `=31.5`सेमीo
अतः अन्तिम प्रतिबिम्ब छोटे दर्पण से 315 सेमीo की दूरी पर बनता है|
194.

एक दूरदर्शी के अभिदृश्यक की फोकस दूरी 50 सेमी तथा नेत्रिका की फोकस दूरी 5 सेमी हैं इसे `2.0` मीटर दूर एक पैमाने पर फोकस किया गया है। अभिदृश्यक से नेत्रिका तक की दूरी गणना कीजिये।

Answer» प्रश्नानुसार, `f_(@)=+50` सेमी, `" "f_(e )=+5` सेमी
`u_(@)=-2.0` मीटर `=-200`सेमी
अभिदृश्यक के लिए, लेन्स के सूत्र से
`(1)/(upsilon_(@))-(1)/(u_(@))=(1)/(f_(@))`
`(1)/(uspilon_(@))-(1)/(-200)=(1)/(50)`
`(1)/(upsilon_(@))=(1)/(50)-(1)/(200)=(3)/(200)`
`upsilon_(@)=(200)/(3)`सेमी `=66.67` सेमी
प्रतिबिम्ब के बनने की दो विशेष स्थितियाँ होगी-
(i) जब अन्तिम प्रतिबिम्ब अनन्त पर बनता है-इसके लिए अभद्र्श्यक द्वारा बना नेत्रिका के फोकस पर होता हैं। अतः अभिदृश्यक व नेत्रिका के बीच दूरी
`L=|upsilon_(@)|+|f_(e )|`
`=66.67+5=72.67` सेमी
(ii) जब अन्तिम प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनता है-
नेत्रिका के लिए, लेन्स के सूत्र से
`(1)/(upsilon_(e ))-(1)/(u_(e ))=(1)/(f_(e ))`
`(1)/(-25)-(1)/(u_(e ))=(1)/(5)`
`(1)/(u_(e ))=-(1)/(25)-(1)/(5)=-(6)/(25)`
`u_(e )=-(25)/(6)=-4.16`
अभिदृश्यक व नेत्रिका के बीच दूरी
`L=|upsilon_(@)|+|u_(e )|=66.67+4.16=70.83` सेमी
195.

एक वस्तु जिसकी ऊँचाई `0.04` मी है, एक अवतल दर्पण से किसकी वक्रता त्रिज्या 0.4 मी है, 0.8 मीटरकी दूरी पर रखी है । इसके प्रतिबिम्ब की स्थिति , आकार तथा प्रकृति ज्ञात कीजिए।

Answer» वास्तविक (उल्टा) आकार में 0.013 मी ऊँचाई दर्पण से 0.267 मी दूर वस्तु की ही ओर बनेगा
196.

24 सेमी वक्रता त्रिज्या वाले अवतल दर्पण के सामने 3 सेमी की दूरी पर एक मोमबत्ती रखी है। मोमबत्ती के प्रतिबिम्ब की स्थिति ज्ञात कीजिये।

Answer» दर्पण सूत्र `(1)/(u)+(1)/(upsilon)=(1)/(f)`
प्रश्नानुसार, `" " R=-24`सेमी
`u=-3`सेमी
`:. " " f=(R )/(2)=-(24)/(2)=-12`सेमी
अतः दर्पण सूत्र से
`(1)/(upsilon)=(1)/(f)-(1)/(u)`
`=(1)/(-12)-(1)/(-3)`
`=(-1+4)/(12)=+(3)/(12)=+(1)/(4)`
`:. " " upsilon=4`सेमी
अतः प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे 4 सेमी दूरी पर बनता है।
197.

संग्लन चित्र प्रदर्शित काँच `(mu=1.5)` की बेलनाकार छड़ के सिरे को 2.0 सेमी त्रिज्या के अर्द्ध-गोलीय आकार का बना दिया गया है। इस सिरे के बायी ओर 12 सेमी की दूरी पर स्थित वस्तु O के प्रतिबिम्ब I की दूरी`(upsilon)` ज्ञात कीजिये।

Answer» Correct Answer - 8 सेमी, दायी ओर।
198.

किसी द्वि-उत्तल लेन्स की वक्रता त्रिज्याये समान है। लेन्स के पदार्थ का अपवर्तनांक 1.5 है यदि लेन्स की फोकस दूरी 30 सेमी हो तो उसकी वक्रता त्रिज्याये ज्ञात कीजिये।

Answer» Correct Answer - 30 सेमी
199.

काँच `(mu=1.5)` के एक उभयोत्तल पतले लेन्स की प्रत्येक वक्रता त्रिज्या 20 सेमी है। लेन्स के अक्ष के समान्तर आपतित प्रकाश किरणें L सेमी दूरी पर अभिसारित होंगी, जहाँ-A. L=10B. L=20C. L=40D. L=20/3

Answer» Correct Answer - B
200.

काँच (अपवर्तनांक,`mu=1.5` ) के एक उभयोत्तल पतले लेन्स की प्रत्येक वक्रता त्रिज्या 20 सेमी है। लेन्स की अक्ष के समान्तर आपतित प्रकाश किरणें L दूरी पर अभिसारित होंगी जहाँ-A. L=10 सेमीB. L=20 सेमीC. L=40 सेमीD. L=20/3 सेमी

Answer» Correct Answer - B