InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 201. |
चित्र (a) तथा (b) में किसी आपतित किरण का अपवर्तन दर्शाया गया है जो वायु में क्रमशः काँच-वायु जल-वायु अन्तरापृष्ठ के अभिलम्ब से `60^(@)` का कोण बनाती है। उस आपतित किरण का अपवर्तन कोण ज्ञात कीजिए, जो जल में जल-काँच अन्तरापृष्ठ के अभिलम्ब से `45^(@)` का कोण बनाती है [चित्र] |
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Answer» चित्र (a) से- आपतन कोण `(i)=60^(@)` अपवर्तन कोण `(r )=35^(@)` काँच का वायु के सापेक्ष अपवर्तनांक, `""^(a)mu_(g)=(sin60^(@))/(sin35^(@))=(0.8660)/(0.5736)=1.51" "`….(i) चित्र (b) से- आपतन कोण `(i)=60^(@)` , अपवर्तन कोण `(r )=47^(@)` जल का वायु के सापेक्ष अपवर्तनांक, `""^(a)mu_(w)=(sin 60^(@))/(sin 47^(@))=(0.8660)/(0.7314)=1.18 " "`.......(ii) चित्र (c ) से- आपतन कोण `(i)=45^(@)` , माना r अपवर्तन कोण है। काँच का जल के सापेक्ष अपवर्तनांक, `""^(w)mu_(g)=(sin 45^(@))/(sin r)""`.........(iii) हम जानते हैं कि- `" " ""^(w)_(g)=(""^(a)mu_(g))/(""^(a)mu_(w))` `""^(w)mu_(g)` का मान समीकरण (iii) में रखने पर, `(""^(a)mu_(g))/(""^(a)mu_(w))=(0.7071)/(sin r)` `(1.51)/(1.32)=(0.7071)/(sin r)` समीकरण (i) तथा (ii) से, `sin r=(1.32xx0.7071)/(1.51)=0.6181` `r=38.2^(@)` |
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| 202. |
12 सेमी व्यास वाले काँच के ठोस गोले `(mu=1.5)` में समान्तर किरणें आपतित है। अन्तिम रूप से ये किरणें अपवर्तन के पश्चात कहाँ केन्द्रित होगी? किरण आरेख भी प्रदर्शित कीजिये। |
| Answer» गोले के पीछे 3 सेमी दूरी पर | |
| 203. |
एक अवतलोत्तल लेन्स के अवतल और उत्तल पृष्ठों की वक्रता त्रिज्याएँ क्रमशः15 सेमी व 10सेमी हैं। यदि काँच का अपवर्तनांक 1.5 तथा द्रव का अपवर्तनांक 1.7 हो तो लेन्स की वायु तथा द्रव में फोकस दूरी ज्ञात कीजिये। |
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Answer» दिये गये अवतलोत्तल लेन्स के लिये `R_(1)=-15` सेमी, `R_(2)=-10` सेमी यदि लेन्स की वायु में फोकस दूरी `f_(a)` हो तो लेन्स मेकर्स सूत्र से `(1)/(f_(a))=(""_(a)mu_(g)-1)((1)/(R_(1))-(1)/(R_(2)))` `=(1.5-1)[(1)/(-15)-(1)/(-10)]` `=(0.5)((1)/(30))=(1)/(60)` अथवा `" " f_(a)=60` सेमी यदि लेन्स की द्रव में फोकस दूरी `f_(1)` हो तो `(1)/(f_(1))=(""_(l)mu_(g)-1)((1)/(R_(1))-(1)/(R_(2)))` `=((""_(a)mu_(g))/(""_(a)mu_(l))-1)((1)/(R_(1))-(1)/(R_(2)))` `=((1.5)/(1.7)-1)((1)/(-15)-(1)/(-10))` `=-(0.2)/(1.7)xx(1)/(30)=-(1)/(255)` `:. " " f_(1)=-255` सेमी |
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| 204. |
दो पतले लेन्स जिनकी फ़ोकस दूरियां क्रमशः 3 सेमी व 4 सेमी हैं सम्पर्क में रखे गये है। यदि लेन्स के संयोजन के सामने 4.0 सेमी दूरी पर वस्तु रखी गयी हो तो उसके प्रतिबिम्ब की स्थिति ज्ञात कीजिये। |
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Answer» लेन्स युग्म की फ़ोकस दूरी F के लिये `(1)/(F)=(1)/(f_(1))+(1)/(f_(2))" "`………(1) तथा प्रतिबिम्ब की स्थिति के लिये `(1)/(F)=(1)/(upsilon)-(1)/(u)" "`……….(2) प्रश्नानुसार, `" " u=-4` सेमी स्थिति 1- यदि दोनों लेन्स उत्तल हो, `f_(1)=+3` सेमी, `f_(2)=+4` सेमी अतः समीकरण (1) से, `(1)/(F)=(1)/(3)+(1)/(4)=(7)/(12)` समीकरण (2) से, `" " (7)/(12)=(1)/(upsilon)-(1)/(-4)` `(1)/(upsilon)=(7)/(12)-(1)/(4)=(1)/(3)` `:. " " upsilon=3` सेमी अतः प्रतिबिम्ब संयोजन से 3 सेमी दूर बनेगा। स्थिति 2-यदि दोनों लेन्स अवतल हो, `f_(1)=-3` सेमी, `" "f_(2)=-4`सेमी समीकरण (1) से, `(1)/(F)=(1)/(-3)+(1)/(-4)=-(7)/(12)` समीकरण (2) से, `(7)/(12)=(1)/(upsilon)-(1)/(-4)` `(1)/(upsilon)=-(7)/(12)-(1)/(4)=-(10)/(10)` `upsilon=-(12)/(10)=-1.2` सेमी अतः प्रतिबिम्ब संयोजन से `1.2` सेमी दूरी वस्तु की ओर बनेगा। यह प्रतिबिम्ब आभासी होगा । |
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| 205. |
प्रकाश की किरणें उत्तल लेन्स पर दर्शाए गए चित्र (a) के अनुसार पद रही हैं। यदि लेन्स की फ़ोकस दूरी 20 सेमी हो तो प्रतिबिम्ब की स्थिति ज्ञात कीजिए। |
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Answer» किरणें बिन्दु O पर मिलती हुई प्रतीत हो रही है। अतः लेन्स के लिए आभासी वस्तु का कार्य करेगा। अतः `upsilon=Cl,u=CO=+10` सेमी, `f=+20` सेमी लेन्स के सूत्र से, `(1)/(upsilon)-(1)/(u)=(1)/(f)` अथवा `" " (1)/(upsilon)-(1)/(10)=(1)/(20)` अथवा `" " (1)/(upsilon)=(1)/(10)+(1)/(20)=(3)/(20)` अथवा `" " upsilon=(20)/(3)=+6.7` सेमी अतः प्रतिबिम्ब लेन्स से 6.7 सेमी की दूरी पर वस्तु O की ओर ही I पर बनेगा। किरणों का मार्ग `9.66`(b) में प्रदर्शित है। |
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| 206. |
30 सेमी फ़ोकस दूरी के उत्तल लेन्स के सामने `2.5` सेमी ऊँचाई की वस्तु रखी है। लेन्स द्वारा वस्तु का `5.0` सेमी ऊँचाई का प्रतिबिम्ब bnta हैं वस्तु तथा प्रतिबिम्ब के बीच की दूरी ज्ञात कीजिये। |
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Answer» प्रश्नानुसार, रेखीय आवर्धन `|m|=(I)/(O)=(5.0)/(2.5)=2` दो स्थितियाँ सम्भव हैं- स्थिति 1. यदि प्रतिबिम्ब वास्तविक avm उल्टा है : इस स्थिति में का मान ऋणात्मक होगा। अतः `m=(upsilon)/(u)=-2 " " :. Upsilon=-2u` लेन्स सूत्र से, `(1)/(upsilon)-(1)/(u)=(1)/(f)` `(1)/(-2u)-(1)/(u)=(1)/(30)` `(-3)/(2u)=(1)/(30)` `:. " " u=-45` सेमी तदनुसार `" " upsilon=-2(-45)=+90` सेमी वस्तु तथा प्रतिबिम्ब के बीच दूरी=45+90=135 सेमी स्थिति 2. यदि प्रतिबिम्ब आभासी एवं सीधा है : इस स्थिति में m का मान धनात्मक होगा। अतः `m=(upsilon)/(u)=+2 " " :. upsilon=2u` लेन्स सूत्र से `(1)/(upsilon)-(1)(/(u)=(1)/(f)` `(1)/(-2u)-(1)/(u)=(1)/(30)` `(1-2)/(2u)=(1)/(30)` `:. " " u=-45` सेमी तदनुसार `" " upsilon=2u=-30` सेमी वस्तु तथा प्रतिबिम्ब के बीच दूरी`=30-95=15` सेमी |
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| 207. |
यदि फ्लिन्त के काँच के लेन्स को द्रव कार्बन डाइसल्फाइड में डुबो दिया जाये, तो उसकी फोकस दूरी और उसके व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? |
| Answer» कार्बन डाइसल्फाइड का अपवर्तनांक फ्लिन्त काँच के लगभग बराबर है अतः फोकस दूरी अनन्त हों जायेगी तथा लेन्स समतल प्लेट की भाँति व्यवहार करेगा। | |
| 208. |
15 सेमी फोकस दूरी वाला काँच का उत्तल लेन्स कार्बन डाइसल्फाइड में डूबा दिया जाता है। इस दशा में लेन्स की फोकस दूरी एवं प्रकृति क्या होगी? वायु के सापेक्ष काँच एवं कार्बन डाइसल्फाइड के अपवर्तनांक क्रमशः 3/2 एवं 5/3 है। |
| Answer» Correct Answer - `-75` सेमी, अवतल | |
| 209. |
स्नैल का नियम लागू होता है-A. समतल तलों के लिएB. खुरदरे तलों के लिएC. सभी तलों के लिएD. इनमें से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 210. |
एक प्रकाश किरण निरक्षेप अपवर्तनांक `mu_(1)` वाले माध्यम से निरपेक्ष अपवर्तनांक `mu_(2)` वाले माध्यम में प्रवेश करती है। यदि i तथा r क्रमशः आपतन व अपवर्तन कोण हो तो sin i/sin r का मान है-A. `mu_(1)`B. `mu_(2)`C. `mu_(1)//mu_(2)`D. `mu_(2)//mu_(1)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 211. |
चित्र में एक प्रकाश की किरण वायु से पारदर्शी गुटके में प्रवेश करती है। यदि गुटके के पदार्थ का अपवर्तनांक `sqrt(2)` हो तो अपवर्तन कोण का मान ज्ञात कीजिये। |
| Answer» Correct Answer - `30^(@)` | |
| 212. |
एक समतल काँच के गुटके को विभिन्न रंगो के अक्षरों के ऊपर रखा जाता हैं। वह अक्षर जो न्यूनतम उठा हुआ प्रतीत होता हैं, वह है-A. लालB. हराC. पीलाD. बैंगनी |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 213. |
एक तालाब (जिसमें जल भरा है) की तली में स्थित वस्तु की आभासी गहराई 9 मीटर है। इसकी वास्तविक गहराई ज्ञात कीजिये। जल का अपवर्तनांक है। |
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Answer» सूत्र- `d_(app)=(d)/(mu)` से `d=d_(app)xxmu` प्रश्नानुसार, `" " d_(app)=9` मीटर, `mu=4//3` `:. " " d=9xx(4)/(3)=12` मीटर |
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| 214. |
एक द्रव में प्रवेश की चाल `1.5xx10^(8)` मी/से तथा वायु में प्रकाश की चाल `3xx10^(8)` मी/से है। यदि एक प्रकाश किरण उस द्रव से वायु में प्रवेश करती है तो क्रान्तिक कोण का मान ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `30^(@)` | |
| 215. |
(A) 9 सेमी भुजा वाले काँच `(mu=1.5)` के गुटके को एक पुस्तक के पन्ने के ऊपर रख दिया जाता है। ऊपर से देखने पर पृष्ठ लिखे अक्षर कितना विस्थापित प्रतीत होंगे ? (B) यदि गुटके को पुस्तक से 2 सेमी ऊपर उठा दे तब पृष्ठ पर लिखे अक्षर कितना विस्थापित प्रतीत होंगे ? |
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Answer» (A) गुटके की मोटाई d=9 सेमी अक्षरों की स्थिति में गुटके पृष्ठ की ओर आभासी विस्थापन `Delta d=d[1-(1)/(mu)]` `=9[1-(1)/(1.5)]=9xx(1)/(3)=3` सेमी (B) 3 सेमी क्योकि अक्षरों का विस्थापन गुटके की स्थिति पर निर्भर नहीं है। |
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| 216. |
एक बेलनाकार पात्र में 8 सेमी ऊंचाई तक जल `(mu=4//3)` तथा इसके ऊपर 9.6 सेमी ऊँचाई तक एक तेल `(mu=1.2)` भरा है ऊपर से देखने पर तेल पर तेल के तल से पात्र की पेदी की गहराई कितनी प्रतीत होगी? इसमें उतपन्न आभासी विस्थापन कितना होगा? |
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Answer» पेदी की आभासी गहराई `d_(app)=(d_(1))/(mu_(1))+(d_(2))/(mu_(2))` `=(9.6)/(1.2)+(8)/(4//3)` `=8+6=14` सेमी आभासी विस्थापन `Deltad=d-d_(app.)` `=(9.6+8)-14=3.6` सेमी |
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| 217. |
एक तालाब में 1.3 अपवर्तनांक का द्रव भरा है तथा इसकी तली में रखी वस्तु की आभासी गहराई 7.7 सेमी है। तालाब में द्रव की वास्तविक गहराई क्या है ? |
| Answer» Correct Answer - `10.10` सेमी | |
| 218. |
एक अवतल दर्पण की फोकस दूरी 10 सेमी है दर्पण की मुख्य अक्ष पर ध्रुव से 15 सेमी दूरी पर 2.5 सेमी लम्बाई की वस्तु अक्ष के लंबवत रखी है। ज्ञात कीजिये- (i) प्रतिबिम्ब की स्थिति , (ii) रेखीय आवर्धन, (iii) प्रतिबिम्ब की लम्बाई, (iv) प्रतिबिम्ब की प्रकति | |
| Answer» (i) दर्पण के सामने 30 सेमी दूर, (ii) `-2`, (iii) 5 सेमी, (iv) वास्तविक एवं उल्टा | |
| 219. |
काँच तथा वायु में प्रकाश की चाल क्रमशः `2xx10^(8)` मी/से तथा `3xx10^(8)` मी/से है। जब रोशनी के किसी चिन्ह के ऊपर `6.0` सेमी मोती काँच की प्लेट रख दी जाती है तो यह कितनी उठी दिखाई देगी? |
| Answer» Correct Answer - 2.0 सेमी | |
| 220. |
चित्र में एक टैंक की तली में 1.6 अपवर्तनांक वाले काँच का 8 सेमी मोटा गुटका रखा है। इसके ऊपर 4.5 सेमी ऊँचाई तक 4/3 अपवर्तनांक का द्रव भरा है तथा इसके ऊपर अपवर्तनांक की जल की 6 सेमी सतह तैर रही है। टैंक की तली पर बने चिन्ह को का प्रेक्षक ऊपर से देख रहा है ।इसकी आभासी स्थिति क्या होगी? |
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Answer» Correct Answer - तली से 6 सेमी ऊपर `d_(app.)=(d_(1))/(mu_(1))+(d_(2))/(mu_(2))+(d_(3))/(mu_(3))` `=(8)/(1.6)+(4.5)/(1.5)+(6)/(4//3)=12.5`सेमी `d=6+4.5+8=18.5`सेमी `:. " " Deltad=18.5-12.5=6`सेमी |
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| 221. |
जब वस्तु अवतल दर्पण के फोकस तथा ध्रुव के बीच रखी होती है तो प्रतिबिम्ब कहाँ तथा कैसा बनता है? |
| Answer» दर्पण के पीछे, आभासी तथा सीधा, वस्तु से बड़ा | |
| 222. |
एक अपवर्ती खगोलीय दूरदर्शी में अभिदृश्यक लेन्स तथा नेत्रिका की फोकस दूरियाँ क्रमशः 250 सेमी तथा 10 सेमी हैं। यदि अन्तिम प्रतिबिम्ब अनंत पर बने तो दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता तथा अभिदृश्यक व नेत्रिका के बीच की दूरी की गणना कीजिये। |
| Answer» Correct Answer - `-25X, 260` सेमी | |
| 223. |
एक मेज के ऊपरी पृष्ठ पर लगी एक छोटी पिन को 50 सेमी की ऊँचाई से देखा जाता है। यदि इस पिन को मेज के पृष्ठ के समान्तर रखें 15 सेमी मोठे आयताकार काँच के गुटके के द्वारा उसी उसी बिन्दु से देखा जाये, तो पिन कितनी दूरी उठी हुई दिखाई देगी ? काँच का अपवर्तनांक=1.5 । क्या उत्तर गुटके की स्थिति पर निर्भर करेगा? |
| Answer» 5 सेमी। उत्तर गुटके की मोटाई पर निर्भर है, उसकी स्थिति पर नहीं। | |
| 224. |
किसी मेज के ऊपरी पृष्ठ पर जड़ी एक छोटी पिन को 50 सेमीo ऊँचाई से देखा जाता है| 15 सेमीo मोटे आयताकार काँच के गुटके को मेज के पृष्ठ के समान्तर पिन व नेत्र के बीच रखकर उसी बिन्दु से देखने पर पिन नेत्र से कितनी दूर दिखाई देगी ? काँच का अपवर्तनांक `1.5` है | क्या उत्तेर गुटके कि अवस्थिति पर निर्भर करता है ? |
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Answer» काँच पट्टिका कि मोटाई=15 सेमीo वायु के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक `""^(a)mu_(g)=1.5` सूत्रानुसार, `""^(a)mu_(g)=(वास्तविक गहराई)/(आभासी गहराई)=(15)/(""^(a)mu_(g))` पिन की आभासी गहराई `(y)=15//1.5=10` सेमीo पिन की बढ़ी हुई गहराई =वास्तविक गहराई-आभासी गहराई `=15-10=5`सेमीo अतः उत्तेर पट्टिका की स्थिति पर निर्भर नहीं करता है| अन्य विधि काँच की पट्टिका की मोटाई (t)=15 सेमीo काँच का अपवर्तनांक `(mu)=1.5` पिन की स्थिति में सामान्य विस्थापन `d=t(1-(1)/(mu))=15(1-(2)/(mu))=15xx(1)/(3)=5` सेमीo पिन 5 cm विस्थापित होती है| |
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| 225. |
दर्पण-सूत्र का उपयोग यह व्युतपन्न करने के लिए कीजिए कि- (a) किसी अवतल दर्पण के f तथा 2f के बीच रखे बिम्ब का वास्तविक प्रतिबिम्ब 2f से दूर बनता है। (b) उत्तल दर्पण द्वारा सदैव आभासी प्रतिबिम्ब बनता है जो बिम्ब कि स्थिति पर निर्भर नहीं करता। (c) उत्तर दर्पण द्वारा सदैव आकार में छोटा प्रतिबिम्ब, दर्पण के ध्रुव व फोकस के बीच बनता है। (d) अवतल दर्पण के ध्रुव तथा फोकस के बीच रखे बिम्ब का आभासी तथा बड़ा प्रतिबिम्ब बनता है। |
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Answer» (a) अवतल दर्पण की फोकस का सूत्र, `(1)/(upsilon)+(1)/(u)=(1)/(f)` अवतल दर्पण हेतु चूँकि वस्तु सदैव दर्पण के बायीं ओर अतः `u lt 0`. प्रश्नानुसार,`f lt u lt 2f` (वस्तु f व 2f के बीच है) `(1)/(2f) gt (1)/(u) gt (1)/(f)` अथवा `-(1)/(2f)lt -(1)/(u) lt -(1)/(f)` दोनों ओर `(1)/(f)` जोड़ने पर, `(1)/(f)-(1)/(2f) lt (1)/(f)-(1)/(u) lt 0" "`....(i) लेन्स सूत्र `(1)/(f)-(1)/(u)=(1)/(upsilon)` अतः समीकरण (i) से, `(1)/(f)-(1)/(2f) lt (1)/(upsilon)` `(1)/(2f) lt (1)/(upsilon)` या `upsilon gt 2f` चूँकि f ऋणात्मक है, तब 2f भी ऋणात्मक होगा तथा इस प्रकार `upsilon` भी ऋणात्मक होगा। अतः निर्मित प्रतिबिम्ब वस्तविक है तथा 2f की परिसीमा में है। (b) अवतल दर्पण हेतु , f हमेशा धनात्मक है `f gt 0` चूँकि वस्तु सदैव दर्पण के बायीं ओर रखी जाती है, अतः `u lt 0`. लेन्स के सूत्रानुसार `(1)/(upsilon)=(1)/(f)-(1)/(u)` चूँकि `f gt 0` तथा `u lt 0`. `(1)/(upsilon) gt 0` या `upsilon gt 0` अतः `upsilon` सदैव धनात्मक होगा। निर्मित प्रतिबिम्ब आभासी है। यह वस्तु की स्थिति पर निर्भर नहीं है । (c ) उत्तल दर्पण हेतु, `f gt 0,u lt 0` लेन्स के सूत्रानुसार, `(1)/(upsilon)=(1)/(f)-(1)/(u)` इसलिए `(1)/(upsilon) gt (1)/(f)` या `upsilon lt f` अतः प्रतिबिम्ब हमेशा ध्रुव तथा फोकस बिन्दु के बीच होगा, चूँकि `upsilon lt |u|` अतः प्रतिबिम्ब हमेशा आकार में छोटा होगा | (d) अवतल दर्पण हेतु, `f lt 0` चूँकि वस्तु ध्रुव तथा फोकस बिन्दु के बीच है| `:. " " f lt u lt 0` `:. "" (1)/(f)-(1)/(u) gt 0` लेन्स के सूत्रानुसार, `(1)/(f)-(1)/(u)=(1)/(upsilon) gt 0` अथवा `upsilon gt 0` इसका अर्थ है कि `upsilon` धनात्मक है अतः प्रतिबिम्ब दायी और आभासी होगा | `(1)/(upsilon) lt (1)/(u)` `upsilon gt |u|` अतः प्रतिबिम्ब बड़ा होगा| |
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| 226. |
(a) किसी वेधशाला की विशाल दूरबीन के अभिदृश्यक की फोकस दूरी `1.0` मीटर है। यदि `1.0` सेमीo फोकस दूरी के नेत्रिका प्रयुक्त की गयी है, तो दूरबीन का कोणीय आवर्धन क्या है ? (b) यदि इस दूरबीन का उपयोग चन्द्रमा का अवलोकन करने में किया जाए तो अभिदृश्यक लेन्स द्वारा निर्मित चन्द्रमा के प्रतिबिम्ब का व्यास क्या है? चन्द्रमा का व्यास `3.75xx10^(6)` मीटर तथा चन्द्रमा की कक्षा की त्रिज्या `3.8xx10^(8)` मीटर है। |
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Answer» अभिदृश्यक लेन्स की फोकस दूरी `(f_(@))=15` मीटर नेत्रिका की फोकस दूरी `(f_(@))=1` सेमीo`=0.01` मीटर (a) दूरदर्शी की कोणीय आवर्धन क्षमता, `m=(f_(@))/(f_(e ))=(15)/(0.01)=1500` माना अभिदृश्यक लेन्स द्वारा चन्द्रमा के प्रतिबिम्ब का व्यास है, `:.` प्रतिबिम्ब द्वारा निर्मित कोण `=(d)/(f_(@ ))=(d)/(15)` (b) वस्तु का व्यास `(d_(@))=3.48xx10^(6)`मीटर कक्षा की त्रिज्या `(r)=3.8xx10^(8)` मीटर चन्द्रमा के व्यास द्वारा निर्मित कोण `=(चन्द्रमा का व्यास)/(चन्द्रमा की कक्षा की त्रिज्या)=(3.487xx10^(6))/(3.8xx10^(8))` प्रतिबिम्ब द्वारा निर्मित कोण वस्तु निर्मित कोण के बराबर है `:. " " (d_(i))/(15)=(3.48xx10^(6))/(3.8xx10^(8))` अथवा `" "d_(i)=(3.48xx15xx10^(-2))/(3.8)=13.73xx10^(-2)`मीटर अथवा `" " d_(i)=13.73` सेमीo अतः चन्द्रमा के प्रतिबिम्ब का व्यास `13.73` सेमीo है। |
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| 227. |
किसी छोटी दूरबीन के अभिदृश्यक की फोकस दूरी 144 सेमीo तथा नेत्रिका की फोकस दूरी `6.0` सेमीo है। डूबीं की आवर्धन क्षमता कितनी है? अभिदृश्यक तथा नेत्रिका के बीच पृथकन दूरी क्या है ? |
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Answer» अभिदृश्यक लेन्स की फोकस दूरी `(f_(@))=144` सेमीo नेत्रिका की फोकस दूरी `(f_(e ))=6` सेमीo सामान्य समायोजन में दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता (अर्थात जब अन्तिम प्रतिबिम्ब अनन्त पर बन रहा हों) `m=-(f_(@))/(f_(e ))=-(144)/(6)=-24` `:.` लेन्सों के बीच की दूरी (L)`=f_(@)+f_(e )=144+6=150` सेमीo |
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| 228. |
किसी दूरदर्शी की विभेदन क्षमता का सूत्र लिखिये तथा प्रयुक्त प्रतीकों का अर्थ बताइए। |
| Answer» विभेदन क्षमता `=(d)/(1.22lambda)` जहाँ d अभिदृश्यक के द्वारक का व्यास तथा `lambda` प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैध्र्य है। | |
| 229. |
किसी प्रिज्म के पदार्थ की परिक्षेपण क्षमता का सूत्र लिखिये तथा प्रयुक्त प्रतीकों को समझाइये। |
| Answer» `omega=((mu_(V)-mu_(R ))/(mu_(Y)-1))` | |
| 230. |
किसी प्रिज्म के लिए न्यूनतम विचलन की शर्त है-A. `i_(1)=i_(2)`B. `i_(1)=90^(@)`C. `i_(1)=A`D. इनमें कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 231. |
किसी पतले प्रिज्म द्वारा उतपन्न विचलन तथा कोणीय परिक्षेपण का सूत्र लिखिये। |
| Answer» `delta=(mu-1)A, theta=(mu_(V)-mu_(R ))A` | |
| 232. |
किसी प्रिज्म के पदार्थ के नीचे, पीले तथा लाल रंग के लिए अपवर्तनांक क्रमशः`1.67, 1.65` व `1.63` है। प्रिज्म के पदार्थ की परिक्षेपण क्षमता है-A. `0.024`B. `0.031`C. `0.0615`D. `1.6015` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 233. |
किसी पदार्थ में लाल, बैंगनी, पीले रंग के प्रकाश के अपवर्तनांक क्रमशः `1.51, 1.61, 1.59` हैं। पदार्थ की परिक्षेपण क्षमता ज्ञात कीजिये। यदि माध्य विचलन `5^(@)` हों तो पदार्थ के प्रिज्म से प्राप्त कोणीय परिक्षेपण कितना होगा ? |
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Answer» प्रिज्म के पदार्थ की परिक्षेपण क्षमता `omega=(mu_(V)-mu_(R ))/(mu_(gamma)-1)` प्रश्नानुसार, `" " mu_(V)=1.61, mu_(R )=1.51, mu_(gamma)=1.59` `:. " " omega=(1.61-1.51)/(1.59-1)=(0.10)/(0.59)=0.169` यदि कोणीय परिक्षेपण `theta` हों तो सूत्र `" " omega=(theta)/(delta_(gamma))` से, `theta=omega.delta_(gamma)=0.169xx5^(@)=0.845^(@)` |
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| 234. |
क्राउन काँच से बने दो प्रिज्मों के कोण `10^(@)` व `20^(@)` है। इनकी परिक्षेपण क्षमताओं का अनुपात है-A. `1:1`B. `2:1`C. `1:2`D. `4:1` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 235. |
बैंगनी तथा लाल रंगों के प्रकाश के लिए क्राउन काँच के अपवर्तनांक क्रमशः `1.523` तथा `1.513` हैं। इस काँच की परिक्षेपण क्षमता ज्ञात कीजिये। यदि क्राउन काँच के प्रिज्म द्वारा मध्य विचलन `40^(@)` हों तो कोणीय परिक्षेपण कितना होगा? |
| Answer» Correct Answer - `0.0193, 0.772^(@)` | |
| 236. |
क्राउन काँच की परिक्षेपण क्षमता `0.0154` है यदि करूँ प्रिज्म `0.616^(@)` का कोणीय परिक्षेपण उतपन्न करता है तो औसत विचलन कोण होगा-A. `20^(@)`B. `40^(@)`C. `60^(@)`D. `30^(@)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 237. |
एक पतले प्रिज्म द्वारा उतपन्न विचलन कोण निम्नलिखित में से किस पर निर्भर नहीं करता ?A. प्रिज्म के पदार्थ के अपवर्तनांक `mu` परB. प्रिज्म के कोण A परC. माध्यम जिसमें प्रिज्म रखा हैD. आपतन कोण i पर |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 238. |
किसी प्रिज्म के लिए आपतन कोण तथा विचलन कोण में वक्र खींचकर इसे समझाइये। विचलन कोण कब न्यूनतम होता है? |
| Answer» चित्र 9.84 देखिये, जब आपतन कोण व निर्गमन कोण बराबर हों। | |
| 239. |
किसी प्रिज्म के लिए न्यूनतम विचलन की शर्त लिखिये। |
| Answer» आपतन कोण `(i_(1))`=निर्गमन कोण `(i_(2))` | |
| 240. |
किसी पदार्थ के बैंगनी तथा लाल रंग के प्रकाश के लिए अपवर्तनांक क्रमशः `1.66` तथा `1.64` हैं। यदि इस पदार्थ से बने प्रिज्म का कोण `10^(@)` हो तो कोणीय परिक्षेपण ज्ञात कीजिये। |
| Answer» Correct Answer - `0.20^(@)` | |
| 241. |
किसी पदार्थ के बैंगनी तथा लाल रंग के लिये अपवर्तनांक क्रमशः `1.67` एवं `165` हैं। यदि पदार्थ से बने प्रिज्म का कोण `8^(@)` हों तो कोणीय परिक्षेपण का मान ज्ञात कीजिये। |
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Answer» कोणीय परिक्षेपण `theta=(mu_(v)-mu_(R ))A` दिया है- `" " mu_(v)=1.67, mu_(R )=1.65, A=8^(@)` `:. " " theta=(1.67-1.65)8` `=(0.02)8` `=0.16^(@)` |
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| 242. |
काँच से निर्मित एक पतले प्रिज्म से उतपन्न न्यूनतम विचलन कोण `4^(@)` है। प्रिज्म कोण ज्ञात कीजिये। काँच का अपवर्तनांक `1.5` है। |
| Answer» Correct Answer - `8^(@)` | |
| 243. |
क्राउन व फ्लिन्ट काँच के प्रिज्मों की परिक्षेपण क्षमताओं का मान निम्नलिखित आँकड़ो से ज्ञात कीजिये- क्राउन काँच के लिए `mu_(v)=1.522, mu_(R )=1.514` फ्लिन्ट काँच के लिए `mu_(v)=1.662, mu_(R )=1.644` |
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Answer» `0.0154, 0.0276` `mu_(Y)=(mu_(R )+mu_(v))/(2)` |
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| 244. |
किसी पतले प्रिज्म से उतपन्न न्यूनतम विचलन कोण `10^(@)` है। प्रिज्म का कोण ज्ञात कीजिए। प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक `1.5` है। |
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Answer» दिया है, `delta_(m)=10^(@), n=1.5, A=?` सूत्र `delta_(m)=(n-1)A` से प्रिज्म कोण `A=(delta_(m))/((n-1))=(10)/((1.5-1))=(10)/(0.5)=20^(@)` |
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| 245. |
न्यूनतम विचलन कोण, प्रिज्म कोण तथा आपतन कोण में संबन्ध लिखिये। |
| Answer» Correct Answer - `delta_(m)=2i-A` | |
| 246. |
यदि काँच के एक पतले प्रिज्म को जल में डुबो दे तो सिध्द कीजिये कि प्रिज्म द्वारा उतपन्न प्रकाश का न्यूनतम विचलन (वायु के सापेक्ष) एक-चौथाई रह जायेगा। दिया है- `""_(a)mu_(g)=3//2` तथा `""_(a)mu_(w)=4//3`, जहाँ संकेतों का प्रचलित अर्थ है। |
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Answer» पतले प्रिज्म द्वारा विचलन का सूत्र, `delta=(mu-1)A` यहाँ `mu` प्रिज्म के पदार्थ का चारों ओर के माध्यम के सापेक्ष अपवर्तनांक तथा A प्रिज्म कोण है। वायु में, `" " mu=""_(a)mu_(g)=(3)/(2)` `:. " " delta_(1)=((3)/(2)-1)A=(A)/(2)` जब में डुबोने पर, `mu=""_(w)mu_(g)=(""_(a)mu_(g))/(""_(a)mu_(w))=(3//2)/(4//3)=(9)/(8)` `:. " " delta_(2)=((9)/(8)-1)A=(A)/(8)` इस प्रकार, `" " (delta_(2))/(delta_(1))=(A//8)/(A//2)=4` |
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| 247. |
`63^(@)` कोण वाले प्रिज्म का पीले प्रकाश के लिए न्यूनतम विचलन कोण 30 है। इस स्थिति में आपतन कोण का मान क्या होगा? |
| Answer» Correct Answer - `46^(@)` | |
| 248. |
`60^(@)` कोण वाले प्रिज्म का पीले प्रकाश के लिए न्यूनतम विचलन कोण `30^(@)` है। इस स्थिति में अवतल आपतन कोण कितना है? |
| Answer» Correct Answer - `45^(@)` | |
| 249. |
एक समबाहु प्रिज्म न्यूनतम विचलन की स्थिति में है। यदि आपतन कोण प्रिज्म कोण का 4/5 गुना हों तो न्यूनतम विचलन कोण का मान होगा-A. `72^(@)`B. `60^(@)`C. `48^(@)`D. `36^(@)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 250. |
न्यूनतम विचलन की स्थिति में एक प्रकाश किरण समकोणिक प्रिज्म पर आपतित होती है। यदि आपतन कोण प्रिज्म कोण का `(3)/(4)` है जो न्यूनतम विचलन कोण ज्ञात कीजिये। |
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Answer» न्यूनतम विचलन कोण `delta_(m)=2i-A` प्रश्नानुसार, `" " i=(3A)/(4)` `:. " " delta_(m)=2((3A)/(4))-A` `=(3A)/(2)-A=(A)/(2)` |
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