InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
एक वैद्युत क्षेत्र विक्षेपित कर सकता है:A. एक्स-किरणों कोB. न्यूटॉनों कोC. एल्फा-कणो कोD. गामा-किरणों को |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 2. |
दो ऋणावेशित धूल के कणो के बीच की दूरी 1 मिमी है और वे एक-दूसरे को `4.0 xx 10^(-5)` न्यूटन के बल से प्रतिकर्षित करते है। यदि एक का आवेश दूसरे का चार गुना हो, तो उन्हें आवेशित करने वाले इलेक्ट्रॉनों की अलग-अलग संख्याएँ ज्ञात कीजिए। प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर `(5//3) xx 10^(-19)` कूलॉम आवेश है। |
| Answer» Correct Answer - `2 xx 10^(8), 8 xx 10^(8)` | |
| 3. |
दो विद्युतरोधी छोटे गोले परस्पर रगड़े जाते है तथा परस्पर 1 सेमी की दूरी पर रखे जाते है। यदि ये परस्पर 0.1 न्यूटन के बल से आकर्षित करें, तो रगड़ने के दौरान एक गोले से दूसरे पर कितने इलेक्ट्रॉन स्थानांतरित हुए थे? |
| Answer» Correct Answer - `2.1 xx 10^(11)` | |
| 4. |
दिये गये चित्रों में दो स्थितियाँ दर्शायी गई है जिनमे दो अनंत लम्बाई के एकसमान रैखिक आवेश घनत्व `lamda` (धनात्मक) के सीधे तार परस्पर समांतर रखे गये है। चित्रानुसार q तथा `-q` मान के दो बिंदु आवेश तारो से समान दूरी पर उनके वैद्युत क्षेत्र में साम्यावस्था में रखे हुये है। ये आवेश केवल X -दिशा में चल सकते है। यदि आवेशों को उनकी साम्यावस्था से थोड़ा-सा विस्थापित कराया जाये, तो सही विकल्प है: A. दोनों आवेश सरल आवर्त गति करेंगे।B. दोनों आवेश उनके विस्थापन की दिशा में चलते रहेंगेC. `+q` आवेश सरल आवर्त गति करेगा जबकि `-q` आवेश अपने विस्थापन की दिशा में चलता रहेगा।D. `-q` आवेश सरल आवर्त गति करेगा जबकि `+q` आवेश अपने विस्थापन की दिशा में चलता रहेगा। |
| Answer» जैसे ही `+q` आवेश को दायीं ओर विस्थापित किया जाता है। दायें। तार के कारण प्रतिकर्षण बल प्रभावी होगा। अत: `+q` आवेश पर परिणामी बल बायीं ओर होगा। अत: यह सरल आवर्त गति करेगा। जैसे `-q` ही आवेश को दायीं ओर विस्थापित किया जाता है। तो दायें तार के कारण आकर्षण बल प्रभावी होता है। अत: `-q` आवेश उसी दिशा में चलेगा। इसी प्रकार दूसरी दिशा में। अत: यह सरल आवर्त गति नहीं करेगा। | |
| 5. |
दो बिंदु-आवेश, जिनके मान क्रमश: 1.0 माइक्रोकॉलोम तथा `-0.25` माइक्रोकॉलोम है, वायु में एक-दूसरे से 0.40 मीटर की दूरी पर रखे है। बताइये की इन दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के किस बिंदु पर एक तीसरा आवेश रखा जाये कि उस पर कोई बल न लगे ? |
| Answer» दूसरे से बाहर कि ओर 0.40 मीटर कि दूरी पर। | |
| 6. |
`+2` माइक्रोक्लॉम तथा `+6` माइक्रोकॉलोम के दो बिंदु-आवेश परस्पर 12 न्यूटन के बल से प्रतिकर्षित करते है। यदि इन आवेशों में से प्रत्येक को `-4` माइक्रोक्लॉम का आवेश और दिया जाये तो अब बल कितना होगा? |
| Answer» Correct Answer - 4 न्यूटन, आकर्षण का। | |
| 7. |
दो समान प्रकार के स्थिर आवेश जिनके परिमाण Q है परस्पर 2d दूरी पर रखे गये है। इनके बीच मध्य बिंदु पर एक कण जिसका द्रव्यमान M तथा आवेश q है, विरामावस्था में रखा है। निकाय चित्रानुसार समरेख है। कण को अब दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के अनुदिश थोड़ा-सा `x (x lt lt d)` विस्थापित कर छोड़ दिया जाता है। यह अब मध्य स्थिति के पारित: दोलन करता है, जिसका दोलन काल है: A. `2 sqrt((pi^(3) M epsi_(0) d)/(Q q))`B. `2 sqrt((pi^(2) M epsi_(0) d^(3))/(Q q))`C. `2 sqrt((pi^(3) M epsi_(0) d^(3))/(Q q))`D. `2 sqrt((pi^(3) M epsi_(0))/(Q q d^(3)))` |
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Answer» q को विस्थापित करने पर लगने वाला प्रत्यानाया बल `F = (1)/(4pi epsi_(0)) [(Qq)/((d - x)^(2)) - (Qq)/((d + x)^(2))]` `= (Qq)/(4pi epsi_(0)) [(1)/((d -x)^(2)) - (1)/((d + x)^(2))]` `= (Qq)/(4pi epsi_(0) [(4dx)/((d^(2) - x^(2))^(2))]` `= (Qq)/(4pi epsi_(0)) (4dx)/(d^(4)) = (Qq)/(pi epsi_(0)) (x)/(d^(3))` `:.` त्वरण `a = (F)/(M) = (Qq)/(pi epsi_(0) M d^(3)) x = omega^(2) x` जहाँ `omega^(2) = (Qq)/(pi epsi_(0) M d^(3))` `T = (2pi )/(omega) = 2 pi sqrt((pi epsi_(0) M d^(3))/(Qq)) = 2 sqrt((pi^(3) epsi_(0) M d^(3))/(Qq))` |
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| 8. |
समान परिमाण के छ: आवेश जिनके तीन धनात्मक है तथा तीन ऋणात्मक है, एक षट्भुज के P, Q, R, S, T, U कोनो पर इस प्रकार रखे गये है की केंद्र O पर क्षेत्र उस क्षेत्र का दो गुना है जो बिंदु R पर केवल एक धन-आवेश रखने पर उत्पन्न होता। तब P, Q, R, S, T व U पर रखे आवेशों का क्रमश: क्रम होगा। A. `+,+,+, -,-,-`B. `-,+,+,+,-,-`C. `-,+,+,-,+,-`D. `+,-,+,-,+,-` |
| Answer» विकल्प (c) के अनुसार, कोनो P व S पर रखे आवेशों के कारण तथा कोनो Q व T पर भी रखे आवेशों के कारण, केंद्र O पर वैद्युत क्षेत्र शून्य होगा। कोनो R व U पर रखे आवेशों के कारण वैद्युत क्षेत्र परस्पर जुड़ जायेगे। | |
| 9. |
एक `alpha-`कण `15 xx 10^(4)` न्यूटन/कॉलम के वैद्युत क्षेत्र में स्थित है। उस पर लगे वैद्युत बल की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `4.8 xx 10^(-14)` न्यूटन। | |
| 10. |
एक चालक पर `2.4 8 xx 10^(-18)` कॉलम धन -आवेश है। इस चालक पर कितने इलेक्ट्रॉनों की अधिकता या कमी है? |
| Answer» Correct Answer - 15 इलेक्ट्रॉनों की कमी। | |
| 11. |
`5 xx 10^(-4)` कॉलम आवेश पर 2.25 न्यूटन का बल कार्य करता है, उस बिंदु पर वैद्युत क्षेत्र कि तीव्रता ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `4.5 xx 10^(3)` न्यूटन/कॉलम। | |
| 12. |
एक समबाहु त्रिभुजा के कोने A, B तथा C है। कोने A पर एक बिंदु-आवेश `+0.100` माइक्रोकॉलोम है। कोनो B तथा C के बीच मध्य-बिंदु पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता क्या होगी, यदि त्रिभुजा की भुजाएँ `10.0` सेमी की हो। |
| Answer» Correct Answer - `1.20 xx 10^(5)` न्यूटन/कॉलम। | |
| 13. |
समान परिमाण के तीन धन-आवेश एक समबाहु त्रिभुज के कोनो पर रखे गये है। परिणामी बल -रेखएं निम्नांकित रेखा-चित्रों में कौन-सी है?A. B. C. D. |
| Answer» चूँकि आवेश बराबर तथा धनात्मक है, अत: प्रत्येक से बल-रेखएं त्रिज्यत: बाहर निकलती है। चूँकि ये रेखाएँ परस्पर काट नहीं सकती, ये रेखाचित्र (c) बनायेगी। | |
| 14. |
एक स्थान पर 1000 न्यूटन/कॉलम का वैद्युत क्षेत्र पूर्व की ओर है। इस क्षेत्र में ऐसी वस्तु स्थित है जिस पर `10^(6)` इलेक्ट्रॉनों की अधिकता है। वस्तु पर लगने वाले बल की दिशा तथा परिमाण ज्ञात कीजिए। |
| Answer» पश्चिम की ओर `1.6 xx 10^(-10)` न्यूटन। | |
| 15. |
`+1 mu C` तथा `-1 mu C` के दो बिंदु-आवेश एक-दूसरे से 2 सेमी की दूरी पर स्थित है। दोनों मिलकर एक वैद्युत द्विध्रुव की रचना करते है। यह वैद्युत द्विध्रुव `1 xx 10^(5)` वोल्ट/मीटर के एकसमान वैद्युत क्षेत्र में स्थित है। ज्ञात कीजिए: (i) वैद्युत द्विध्रुव का आघूर्ण तथा (ii) वैद्युत द्विध्रुव पर आरोपित अधिकतम बल-आघूर्ण। |
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Answer» (i) `2xx 10^(-8)` कॉलम-मीटर, (ii) `2 xx 10^(-3)` न्यूटन-मीटर। |
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| 16. |
ABC एक समबाहु त्रिभुज है जिसकी भुजा 0.05 मीटर है। कोनो A, व B पर क्रमश: `+(50//3) xx 10^(-9)` तथा `-(50//3) xx 10^(-9)` कूलाम के आवेश है। इनके कारण कोने C पर परिणामी वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता व दिशा क्या होगी? |
| Answer» `6.0 xx 10^(4)` न्यूटन/कॉलम, भुजा AB के समांतर दिशा में। | |
| 17. |
एक निश्चित दूरी पर स्थित दो इलेक्ट्रॉनों के बीच वैद्युत बल F न्यूटन है। इससे आधी दूरी पर स्थित दो प्रोटॉनों के बीच वैद्युत बल कितना होगा? |
| Answer» Correct Answer - 4F न्यूटन। | |
| 18. |
दो सूक्ष्म गोलियों पर `(80//3) xx 10^(-9)` तथा `(160//3) xx 10^(-9)` कूलॉम आवेश है तथा वे वायु में एक-दूसरे से 0.10 मीटर पर रिथत है। उनके बीच वैद्युत बल ज्ञात कीजिए। यदि उन्हें एक तार द्वारा क्षण भर के लिये सम्बन्धित कर दे, तो बल कितना हो जायेगा? |
| Answer» `1.28 xx 10^(-3)` न्यूटन।, `1.44 xx 10^(-3)` न्यूटन। | |
| 19. |
एक इलेक्ट्रॉन तथा एक प्रोटॉन के बीच `0.53 xx 10^(-12)` मीटर की दूरी है। (i) उनका वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण क्या है यदि वे विरामावस्था में है? (ii) औसत द्विध्रुव आघूर्ण क्या है यदि इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन के चारो ओर वृत्ताकार कक्षा में घूमता है? |
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Answer» (i) `8.48 xx 10^(-32)` कॉलम -मीटर, प्रोटॉन की ओर, (ii) शून्य, क्योकि वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण की (त्रिज्य) दिशा लगातार बदलती जाती है। |
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| 20. |
दो सूक्ष्म गोलों में से प्रत्येक पर `10^(5)` इलेक्ट्रॉनों की कमी है। यदि उनके बिच दूरी 1.0 मीटर हो, तो वैद्युत बल की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `2.3 xx 10^(-18)` न्यूटन। | |
| 21. |
दो समान गोले जिन पर विपरीत किन्तु आसमान आवेश है एक-दूसरे से 90 सेमी दूर रखे जाते है। इनको आपसे में स्पर्श कराकर पुन: उतनी ही दूरी पर रख जाता है। तो वे एक-दूसरे को `0.025` न्यूटन बल से प्रतिकर्षित करने लगते है। दोनों में प्रत्येक का अंतिम आवेश ज्ञात कीजिए। |
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Answer» चूँकि गोले समान है, अत: स्पर्श कराने पर उन पर आवेश समान हो जायेगे । माना प्रत्येक पर आवेश q है। कॉलम के नियम `F = (1)/(4pi epsi_(0)) (q_(1) q_(2))/(r^(2))` के अनुसार, 0.025 न्यूटन `= (9.0 xx 10^(9) ("न्यूटन-मीटर"^(2 ))/("कॉलम"^(2 ))) (q ^(2 ))/((0.90"मीटर")^(2))` अथवा `q^(2) = (0.025 "न्यूटन" xx (0.90"मीटर")^(2))/(9.0 xx 10^(9)("न्यूटन-मीटर"^(2))/("कॉलम"^(2)))` `= 2.25 xx 10^(-12)" कॉलम"^(2)` अत: दोनों से प्रत्येक का अंतिम आवेश `q = sqrt(2.25 xx 10^(-12)) = +- 1.5 xx 10^(-6)` कॉलम। |
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| 22. |
हाइडोजन परमाणु में इलेक्ट्रॉन तथा प्रोटॉन के बीच दूरी `5.3 xx 10^(-11)` मीटर है। उनके बीच वैद्युत आकर्षण-बल का परिकलन कीजिए। इस बल की गुरुत्वाकर्षण बल से तुलना कीजिए। `G = 6.7 xx 10^(-11)"मीटर"^(3 )-"किग्रा"^(-1 ) - "सेकंड"^(-2 )`, इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान `= 9.1 xx 10^(-31)` किग्रा, प्रोटॉन का द्रव्यमान `= 1.7 xx 10^(-27)` किग्रा, इलेक्ट्रॉन का आवेश `e = 1.6 xx 10^(-19)` कॉलम। |
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Answer» कॉलम के नियमानुसार, r मीटर की दूरी पर वायु में स्थित `q_(1)` व `q_(2)` कॉलम के दो आवेशों के बीच वैद्युत बल `F_(2) = (1)/(4 pi epsi_(0)) (q_(1) q_(2))/(r^(2))` न्यूटन जहाँ `(1)/(4 pi epsi_(0)) = 9.0 xx 10^(9)` न्यूटन-`"मीटर"^(2 )//"कॉलम"^(2 )`। प्रश्नानुसार, इलेक्ट्रॉन का आवेश `q_(1) = 1.6 xx 10^(-19)` कॉलम (ऋण), प्रोटॉन का आवेश `q_(2) = 1.6 xx 10^(-19)` कॉलम (धन) तथा `r = 5.3 xx 10^(-11)` मीटर। `(9.0 xx 10^(9) ("न्यूटन-मीटर"^(2 ))/("कॉलम"^(2 ))) xx ((1.6 xx 10^(-19)"कॉलम") xx (1.6 xx 10^(-19) "कॉलम"))/((5.3 xx 10^(-11) "मीटर")^(2))` `= 8.2 xx 10^(-8)` न्यूटन। न्यूटन के नियमानुसार, इलेक्ट्रॉन -प्रोटॉन के बीच गुरुत्वाकर्षण बल `F_(G) = G (m_(1) m_(2))/(r^(2))` प्रश्नानुसार, इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान, `m_(1) = 9.1 xx 10^(-31)` किग्रा, प्रोटॉन का द्रव्यमान, `m_(2) = 1.7 xx 10^(-27)` किग्रा, `r = 5.3 xx 10^(-11)` मीटर तथा `G = 6.7 xx 10^(-11) "मीटर"^(3)-"किग्रा"^(-1)-"सेकंड"^(-2)`। `:. F_(G) = (6.7 xx 10^(-11) ("मीटर"^(3))/("किग्रा"-"सेकंड"^(-2))) xx ((9.1 xx 10^(-31)"किग्रा") xx (1.7 xx 10^(-27)" किग्रा"))/((5.3 xx 10^(-11) "मीटर")^(2))` `= 3.7 xx 10^(-47)` न्यूटन । इस प्रकार, `(F_(e))/(F_(G)) = (8.2 xx 10^(-8))/(3.7 xx 10^(-47)) = 2.2 xx 10^(39)` अत: वैद्युत बल, गुरुत्वाकर्षण बल का `2.2 xx 10^(39)` गुना है। |
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| 23. |
दो प्रोटॉनों के बीच की दूरी की गणना कीजिए यदि उनके बीच का प्रतिकर्षण बल एक प्रोटॉन के भार के बराबर हो। प्रोटॉन का द्रव्यमान `m_(p) = 1.67 xx 10^(-27)` किग्रा `g = 9.8` न्यूटन/किग्रा। |
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Answer» माना कि प्रोटॉन पर आवेश है तथा उनके बीच दूरी r है। कॉलम के नियमानुसार, प्रोटॉनों के बीच प्रतिकर्षण बल `F = (1)/(4pi epsi_(0)) (q^(2))/(r^(2))`...(i) जहाँ `(1)/(4 pi epsi_(0)) = 9.0 xx 10^(9)` न्यूटन-`"मीटर"^(2)//"कॉलम"^(2)` प्रश्नानुसार, F = प्रोटॉन का भार `= m xx g = 1.67 xx 10^(-27)` किग्रा `xx 9.8` न्यूटन/किग्रा `= 1.64 xx 10^(-26)` न्यूटन, प्रोटॉन पर आवेश `q = 1.6 xx 10^(-19)` कॉलम। अत: समीकरण (i ) से, `r^(2) = (1)/(4pi epsi_(0)) (q^(2))/(F)` `= (9.0 xx 10^(9) ("न्यूटन-मीटर"^(2 ))/("कॉलम"^(2 ))) xx ((1.6 xx 10^(-19) "कॉलम")^(2))/(1.64 xx 10^(-26)"न्यूटन")` `= 1.405 xx 10^(-2) "कॉलम"^(2)` `:.` प्रोटॉनों के बीच की दूरी `r = sqrt(1.405 xx 10^(-2)"मीटर"^(2 )) = 0.118` मीटर |
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| 24. |
दो प्रोटॉनों के बीच लगने वाले प्रतिकर्षण बल की गणना कीजिए, जबकि उनके बीच की दुरी `4.0xx10^(-15)` मीटर है। |
| Answer» Correct Answer - 14.4 न्यूटन | |
| 25. |
दो बिंदु-आवेश `+q` व `-q` परस्पर d दूरी पर स्थित है। किन बिन्दुओ पर परिणामी वैद्युत क्षेत्र दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के समांतर होगा? |
| Answer» आवेशों के बाहर उन्हें मिलाने वाली रेखा पर तथा इस रेखा के लम्बअर्द्धक पर। | |
| 26. |
दो समान आवेशों Q तथा Q को जोड़ने वाला रेखा के मध्य बिंदु पर एक आवेश q रख दिया जाता है। यह तीन आवेशों का निकाय संतुलन में होगा, यदि q का मान होगा।A. `-Q//2`B. `-Q//4`C. `+Q//4`D. `+Q//2` |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 27. |
वैद्युत क्षेत्र `vec(E)` में `vec(P)` आघूर्ण वाले द्विध्रुव पर लगने वाला बल-आघूर्ण है:A. `vec(P) • vec(E)`B. `vec(P) xx vec(E)`C. शून्यD. `vec(E) xx vec(P)` |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 28. |
एक वैद्युत द्विध्रुत एकसमान वैद्युत क्षेत्र में इस प्रकार स्थित है कि इसका `vec(P)` आघूर्ण वैद्युत क्षेत्र की दिशा में सरेखित है। वैद्युत द्विध्रुव का संतुलन स्थायी है अथवा अस्थायी? यदि `vec(P)` व `vec(E)` परस्पर विपरीत दिशाओ में हो तब ? |
| Answer» Correct Answer - स्थायी, अस्थायी। | |
| 29. |
2.0 माइक्रोकॉलोम के दो बराबर तथा विपरीत आवेशों के बीच की दूरी 3.0 सेमी है। इस वैद्युत द्विध्रुव के आघूर्ण p का मान ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `6.0 xx 10^(-8)` कॉलम-मीटर। | |
| 30. |
एक वैद्युत द्विध्रुव जिसकी लम्बाई 4 सेमी है को एकसमान वैद्युत क्षेत्र `10^(4) NC^(-1)` से `30^(@)` पर रखने से `9 xx 10^(-2)` न्यूटन-मी का बल-आघूर्ण लगता है। द्विध्रुव के द्विध्रुव-आघूर्ण की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `1.8 xx 10^(-5)` कॉलम-मीटर। | |
| 31. |
(i) एक वैद्युत द्विध्रुव को आसमान वैद्युत क्षेत्र के समांतर तथा (ii)अभिलंबवत रखा जाता है। वैद्युत द्विध्रुव की गति की विवेचना कीजिए। |
| Answer» (i) वैद्युत द्विध्रुव पर एक परिणामी बल लगेगा जिससे यह एक परिणामी बल की दिशा में गति करेगा। (ii) वैद्युत द्विध्रुव पर एक बल-युग्म तथा एक बल लगेगा जिससे इसमें स्थानांतरीय व घूर्णन दोनों प्रकार की गतियाँ होगी। | |
| 32. |
एक वर्ग के दो विपरीत कोनो पर आवेश Q रखे है। दूसरे दो विपरीत कोनो पर आवेश क्यू रखे है। यदि किसी Q पर नेट वैद्युत बल शून्य हो तो Q /q बारबर है:A. `-1//sqrt2`B. `-2sqrt2`C. `-1`D. 1 |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 33. |
एक धातु के गोले को वैद्युत से आवेशित किया जाता है। इस कथन का क्या तात्पर्य है? |
| Answer» यदि गोला धनावेशित है तो उससे कुछ इलेक्ट्रॉन हटाये गये है, यदि वह ऋणवेशित है तो उसे कुछ अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन दिये गये है। | |
| 34. |
एक वैद्युत द्विध्रुव के सिरे `+q` तथा `-q` वायु में X-अक्ष पर क्रमश: बिन्दुओ (a, 0, 0) तथा `(-a, 0, 0)` पर स्थित है। वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण p है। बिन्दुओ (2a, 0, 0) तथा `(-2a, 0, 0)` पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता p के पदों में ज्ञात कीजिए। संकेत: ध्यान दे कि वैद्युत द्विध्रुव छोटा नहीं है। |
| Answer» प्रत्येक बिंदु पर `E = (p)/(9pi epsi_(0) a^(3)), + X` दिशा में। | |
| 35. |
निर्वात की वैद्युतशीलता का मात्रक है:A. `"कॉलम"^(2 )//"न्यूटन-मीटर"^(2 )`B. `"न्यूटन-वोल्ट//मीटर"^(2 )`C. `"न्यूटन-मीटर"^(2 )//"कॉलम" ^(2 )`D. न्यूटन/कॉलम |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 36. |
तीन बिंदु-आवेश `q_(1), q_(2), q_(3)` एक रेखा में समान दूरियों पर है। आवेश `q_(2)` तथा `q_(3)` चिन्ह में विपरीत है। `q_(1)` का परिमाण तथा चिन्ह क्या है यदि `q_(3)` पर नैट बल शून्य है? |
| Answer» परिमाण `q_(2)` से चार गुना, चिन्ह `q_(3)` जैसा। | |
| 37. |
कोई इलेक्ट्रॉन विरामावस्था से किसी एकसमान तथा ऊपर को ऊर्ध्वाधर वैद्युत -क्षेत्र E में कोई दी गई दूरी, h गिरता है। अब वैद्युत-क्षेत्र का परिमाण अपरिवर्तित रखते हुए इसकी दिशा उत्क्रमित कर दी जाती है। किसी प्रोटॉन को विरामावस्था से इतनी ही ऊर्ध्वाधर दूरी h तक इसमें गिरने दिया जाता है। प्रोटॉन के गिरने में लिए गए समय की तुलना में इलेक्ट्रॉन द्वारा गिरने में लिया गया समय है:A. कमB. समानC. 10 गुना अधिकD. 5 गुना अधिक। |
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Answer» `F = qE " " rArr a = (qE)/(m)` `h = ut + (1)/(2) at^(2) = 0 + (1)/(2) ((qE)/(m)) t^(2)` `t = sqrt((2hm)/(qE)) rArr t prop sqrtm` चूंकि इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान प्रोटान की तुलना में कम है अत: लिया गया समय भी कम होगा। |
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| 38. |
वैधुत आवेश के क्वंटीकरण (अथवा आवेश की पर्मानुकता) से आप क्या समझते है? |
| Answer» कोई भी आवेश, मूल आवेश e की भिन्न में नहीं हो सकता। प्रकृति में आवेश `+-e, +-2e, +-3e`,... सम्भव है, `0.5 e` अथवा `1.5e` नहीं। | |
| 39. |
वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक है:A. वोल्ट/मीटरB. वोल्ट/`"मीटर"^(2)`C. वोल्ट-मीटरD. वोल्ट-`"मीटर"^(2)` |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 40. |
वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक है:A. न्यूटन-कॉलमB. कॉलम/न्यूटनC. न्यूटन/कॉलमD. जूल/न्यूटन |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 41. |
किसी वैद्युतरोधी माध्यम का परावैद्युतांक K हो सकता हैA. `-3`B. 0C. `0.7`D. `6.0` |
| Answer» Correct Answer - d | |
| 42. |
वायु में रखे दो धनावेशो के मध्य परावैद्युत पदार्थ रख देने पर इनके बीच प्रतिकर्षण बल का मान।A. बढ़ जायेगाB. घट जायेगाC. वही रहेगाD. शून्य हो जायेगा। |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 43. |
`+ 1 mu C` तथा `+ 4 mu C` के दो आवेश एक-दूसरे से कुछ दूरी पर वायु में स्थित है। उन पर लगने वाले बलों का अनुपात है:A. `1 : 4`B. `4 : 1`C. `1 : 1`D. `1 : 16` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 44. |
संलग्न चित्रों (a व b) में समान रूप से आवेशित तीन कण A, B व C दिखाए गए है। कण A, द्वारा कण B पर आरोपित वैद्युत बल `2.0 xx 10^(-6)` न्यूटन है। प्रत्येक चित्र में ज्ञात कीजिए: (i) कण C द्वारा कण B पर आरोपित वैद्युत बल तथा (ii) कण B पर नैट बल। |
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Answer» चित्र (a) के लिये : (i) `4.5 xx 10^(-6)` न्यूटन, (ii) `2.5 xx 10^(-6)` न्यूटन (B से A की ओर), चित्र (b) के लिये: (i) `4.5 xx 10^(-6)` न्यूटन, ऊपर की ओर (ii) `4.924 xx 10^(-6)` न्यूटन, क्षैतिज से, `theta = tan^(-1) (2.25)` |
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| 45. |
यदि `+ 1 mu C` तथा `+ 5 mu C` के दो आवेशित कण 10 सेमी की दूरी पर रखे हो, तो उन पर लगने वाले बलों का अनुपात होगा।A. `10^(4) : 1`B. `10^(-4) : 1`C. `1 : 5`D. `1 : 1` |
| Answer» Correct Answer - d | |
| 46. |
m द्रव्यमान का इलेक्ट्रॉन (आवेश q ) एकसमान वैद्युत क्षेत्र E में विरामावस्था से त्वरित होता है। सिद्ध कीजिए कि x दूरी तय करने में इलेक्ट्रॉन द्वारा अर्जित वेग `sqrt((2q Ex)/(m))` होगा। माना इलेक्ट्रॉन द्वारा x दूरी तय करने में अर्जित वेग v है, तब `v^(2) = 0^(2) + 2ax = 2(F)/(m) x` परन्तु `F = qE " " :. V = sqrt((2q Ex)/(m))` |
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Answer» माना इलेक्ट्रॉन द्वारा x दूरी तय करने में अर्जित वेग v है, तब `v^(2) = 0^(2) + 2ax = 2 (F)/(m) x` परन्तु `F = qE " " :. V = sqrt((2q Ex)/(m))` |
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| 47. |
दो आवेशित कणो के बीच दूरी आधी करने पर उनके बीच बल पर क्या प्रभाव पड़ेगा? |
| Answer» बल चार गुना हो जायेगा। | |
| 48. |
क्या एक आवेशित पिंड समीपवर्ती अनावेशित पिंड को आकर्षित करेगा? |
| Answer» हाँ, आवेशित पिंड प्रेरण द्वारा अनावेशित पिंड के समीप वाले सिरे पर विपरीत आवेश उत्पन्न करेगा। | |
| 49. |
इलेक्ट्रॉन के आवेश एवं द्रव्यमान का अनुपात होगा।A. `1.77 xx 10^(11)`कॉलम/किग्राB. `1.9 xx 10^(12)` कॉलम/किग्राC. `1.6 xx 10^(-19)`कॉलम/किग्राD. `3.2 xx 10^(11)` कॉलम/किग्रा |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 50. |
`12.5 xx 10^(18)` इलेक्ट्रॉनों के आवेश की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - 2 कॉलम | |