InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
ऐनिलीन फ्रीडल क्रॉफ्ट अभिक्रियाएँ नहीं देते , क्यों ? |
| Answer» फ्रीडल क्रॉफ्ट अभिक्रिया `AlCl_(3)` की उपस्थिति में होती है, जो लुईस अम्ल है । चूँकि ऐनिलीन लुईस क्षार है, अतः यह `AlCl_(3)` के साथ लवण बना लेता है । लवण में नाइट्रोजन पर धनावेश उत्पन्न हो जाता है जो बेंजीन रिंग पर इलेक्ट्रोफाइल के आक्रमण को रोकता है । | |
| 2. |
नाइट्रोऐथेन को HCl के साथ उबालने पर प्राप्त उत्पाद है-A. `CH_(3)COOH+NH_(2)OH`B. `CH_(3)COOCH_(3)+N_(2)O`C. `CH_(3)Ch_(2)Cl+HNO_(2)`D. उपरोक्त में से कोई नहीं। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 3. |
सान्द्र `H_(2)SO_(4)` की उपस्थिति में सान्द्र `HNO_(3)` द्वारा बेन्जीन के नाइट्रीकरण में सन्नहित मध्यवर्ती है-A. `NO_(3)^(-)`B. `NO_(3)^(-)`C. D. |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 4. |
निम्न में से सबसे अधिक क्षारीय यौगिक है -A. बेन्जीन ऐमीनB. ऐनिलीनC. एसिटेनीलाइडD. p-नाइट्रो ऐनिलीन |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 5. |
एथिल आइसोसायनाइड अम्लीय माध्यम में जल अपघटन पर देता है -A. एथेनोइक अम्ल तथा अमोनिया लवणB. मेथिल ऐमीन तथा एथेनोइक अम्लC. ऐथिल ऐमीन लवण तथा मेथेनोइक अम्लD. प्रोपेनोइक अम्ल तथा अमोनियम लवण |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 6. |
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है?A. ऐथिलऐमिन तथा ऐनिलिन दोनों में `NH_(2)` समूह उपस्थित है।B. ऐथिलऐमिन तथा ऐनिलिन दोनों HCl में विलेय है।C. ऐथिलऐमिन तथा ऐनिलिन दोनों `CHCl_(3)` तथा KOH के साथ क्रिया कर अप्रिय गन्ध युक्त यौगिक देते है।D. ऐथिलऐमिन तथा ऐनिलिन दोनो से क्रिया पर हाइडॉक्सी यौगिकों का निर्माण करते है। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 7. |
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?A. नाइट्रोऐल्केन्स की गन्ध सामान्यत: अप्रिय होती है।B. नाइट्रोऐलकेन्स तथा नाइट्रोऐरिनस दोनों जल में काफी विलेय होते है।C. नाइट्रोऐल्केन्स प्रबल द्विध्रुव-द्विध्रुव अंतराकर्षण दर्शाते है।D. नाइट्रोऐरिन्स नाइट्रोऐल्केन्स की अपेक्षाकृत ऊष्मा के प्रति अधिक स्थायी होते है। |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 8. |
निम्नलिखित में से प्रबलतम क्षारक है-A. `C_(6)H_(5)NH_(2)`B. `p-NO_(2)-C_(6)H_(4)NH_(2)`C. `m-NO_(2)-C_(6)H_(4)NH_(2)`D. `C_(6)H_(5)CH_(2)NH_(2).` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 9. |
निम्नलिखित में से किसके लिए PKb का मान सबसे कम है?A. `CH_(3)NH_(2)`B. `(CH_(3))_(2)NH`C. `(CH_(3))_(3)N`D. `C_(6)H_(5)NH_(2).` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 10. |
ऐथिल आइसोसायनाइड अम्लीय माध्यम में जल-अपघटन पर देता है-A. ऐथिलऐमीन लवण तथा मेथेनोइक अम्लB. प्रोपेनोइक अम्ल तथा अमोनिया लवणC. ऐथेनोइक अम्ल तथा अमोनियम लवणD. मेथिलऐमिन लवण तथा ऐथेनोइक अम्ल। |
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Answer» Correct Answer - A `underset("ऐथिल आइसोसायनाइड")(C_(2)H_(5)N underset(=)toC)overset(H_(2)OH^(+))to underset("ऐथिलऐमिन")(C_(2)H_(5)NH_(2))+underset("मेथेनोइक अम्ल")(HCOOH)` अभिक्रिया में निर्मित ऐथिलऐमिन अम्ल के साथ क्रिया करके ऐथिलऐमिन लवण बनायेगा। |
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| 11. |
नाइट्रोबेन्जीन का प्रबल अम्लीय माध्यम में अपचयन कराने पर अन्तिम उत्पाद बनता है-A. ऐनिलीनB. फेनिल हाइड्रॉक्सिल ऐमिनC. p-ऐमिनोफिनॉलD. ऐजोबेन्जिन। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 12. |
निम्नलिखित अभिक्रिया पर विचार कीजिए- उपरोक्त के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है?A. यह अभिक्रिया ग्रेब्रिल थेलीमाइड अभिक्रिया कहलाती है।B. उत्पाद X तथा Y क्रमशः थैलिक अम्ल तथा `C_(2)H_(5)NH_(2)` है।C. ऐथिलऐमीन के अतिरिक्त अभिक्रिया के अन्य उत्पाद डाईऐथिलऐमीन तथा ट्राइऐथिलऐमीन है।D. ऐथिल आयोडाइड के स्थान पर बैन्जिलक्लोराइड का प्रयोग करने पर बैन्जिलऐमिन प्राप्त होता है। |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 13. |
निम्नलिखित में से विस्फोटक है -A. नाइट्रोबेन्जीनB. नाइट्रो फीनॉलC. नाइट्रो मेथेनD. ट्राइनाइट्रोबेन्जीन |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 14. |
बेन्जीलऐमिन को क्लोरोफॉर्म तथा ऐथेनॉलिक KOH के साथ गर्म करने पर प्राप्त होता है-A. बेन्जील ऐल्कोहॉलB. बेन्जेल्डिहाइडC. बेन्जोनाइट्रिलD. बेन्ज़ील आइसोसायनाइड। |
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Answer» Correct Answer - D `underset("बेन्जिलऐमिन")(C_(6)H_(5)CH_(2)NH_(2))+CHCl_(3)+3KOH(alc.)overset(Delta)to` `underset(बेन्जिल आइसोसायनाइड")(C_(6)H_(5)CH_(2)-Nunderset(=)toC)+3KCl+3H_(2)O` |
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| 15. |
ब्रोमीन तथा कॉस्टिक पोटाश की निम्न पर क्रिया से एथिल एमीन बनाया जा सकता है -A. ऐसिटामाइडB. प्रोपिओनामाइडC. फॉर्मामाइडD. मेथिल सायनाइड । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 16. |
एल्कोहॉलीय KOH की उपस्थिति में किस मिश्रण के साथ कार्बिल ऐमिन परीक्षण किया जाता है?A. क्लोरोफॉर्म एव रजत चूर्णB. त्रि-हैलोजनीकृत मीथेन और एक प्राथमिक ऐमिनC. एक ऐल्किल हैलाइड और एक प्राथमिक ऐमिनD. एक ऐल्किल सायनाइड और एक प्राथमिक ऐमिन। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 17. |
ऐनिलिन को ब्रोमीन जल के साथ अभिकृत करने पर-A. o-ब्रोमोऐनिलिन बनता हैB. p-ब्रोमोऐनिलिन बनता हैC. o-तथा p-ब्रोमोऐनिलनस का मिश्रण प्राप्त होता हैD. 2,4,6-ट्राईब्रोमोऐनिलिन प्राप्त होते है। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 18. |
कार्बिलऐमिन अभिक्रिया नहीं दर्शाते है-A. `1^(@)`ऐलिफेटिक ऐमीनसB. `1^(@)`ऐरोमैटिक ऐमीनसC. `2^(@)`ऐलिफेटिक ऐमीनसD. फेनिल प्रतिस्थापित `1^(@)` ऐमीनस। |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 19. |
ऐमीन, जो एसीटिल क्लोराइड के साथ अभिक्रिया नहीं करता है -A. `CH_(3)NH_(2)`B. `(CH_(3))_(2)NH`C. `(CH_(3))_(3)N`D. इनमें से पहले कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 20. |
`C_(3)H_(7)NO` अणुसूत्र वाला एक यौगिक A जल-अपघटन पर एक ऐमिन (B) तथा एक कार्बोक्सिलिक अम्ल (C) देता है। ऐमिन (B) बेन्जीन सल्फोनिल क्लोराइड के साथ क्रिया करके एक उत्पाद बनती है, जो NaOH में अविलेय होता है। अम्ल (C) टॉलन अभिकर्मक के साथ रजत दर्पण बनता है (A),(B) तथा (C) की पहचान कीजिए एव निहित अभिक्रियाए लिखिए। |
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Answer» Correct Answer - `H-overset(O)overset(||)C_N(CH_(3))_(2),(CH_(3))_(2)NH,HCOOH` चूँकि ऐमिन (B ) बेन्जिल सल्फोनिल क्लोराइड के साथ अभिक्रिया करके एक उत्पाद बनता है, जो NaOH में अविलेय होता है। अतः B एक द्वितीयक ऐमिन होना चाहिए। पुनः A के जल-अपघटन पर ऐमिन (B ) तथे एक कार्बोक्सिलिक अम्ल प्राप्त होता है। अम्ल रजत दर्पण परीक्षण देता है। अतः योगतिक `A(C_(3)H_(7)NO)N,N-`डाइमेथिलमेथेनामाइड होना चाहिए। दी गयी अभिक्रियाओं को निम्न प्रकार लिखा जा सकता है- `underset("N-N-डाइमेथिलमेथेनामाइड")(H-overset(O)overset(।।)C-N(CN_(3))_(2))+H_(2)Oto` `underset((C))underset("मेथेनोइक अम्ल")(H-overset(O)overset(।।)C-N(CH_(3))_(2))+underset((B))underset("N-मैथिलमेथेनामिन")((CH_(3))_(2)NH)` `underset((B))((CH_(3))_(2)NH)+C_(6)H_(5)SO_(2)Cloverset(NaOH)to` `underset("सल्फोनामाइड (NaOH में अविलेय)")underset("N,N-डाइमेथिलबेन्जिन")(C_(6)H_(5)SO_(2)-N(CH_(3))_(2))+HCl` मेथेनोइक अम्ल (हकूह) टालन अभिकर्मक के साथ रजक दर्पण (silver mirror) बनता है। - `HCOOH+2[Ag(NH_(3))_(2)]NO_(3)+H_(2)Oto2Ag+2NH_(4)NO_(3)+(NH_(4))_(2)CO_(3)` अतः यौगिक (A ),(B ) तथा (C ) क्रमशः `H-overset(O)overset(।।)C-N(CH_(3))_(2),(CH_(3))_(2)NH` तथा HCOOH है। |
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| 21. |
जब क्लोरोफॉर्म KOH की उपस्थिति में एथिल ऐमीन के साथ अभिक्रिया करता है, यो यौगिक बनता है -A. एथिल सायनाइडB. एथिल आइसोसायनाइडC. फॉर्मिक अम्लD. फॉस्जीन |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 22. |
जब एक ऐमाइड, ब्रोमीन तथा KOH के साथ क्रिया करता है, तो बने हुए यौगिक में ऐमाइड से-A. एक कार्बन परमाणु अधिक होता हैB. एक कार्बन परमाणु कम होता हैC. दो कार्बन परमाणु अधिक होता हैD. दो कार्बन परमाणु कम होते हैं |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 23. |
मेथिल ऐमिन को AgCl के अवक्षेप से अभिकृत करने पर-A. कोई अभिक्रिया नहीं होती है।B. AgCl मेथिलऐमिन में घुल जाता है।C. एक नीला अवक्षेप प्राप्त होते है।D. विस्फोटक होता है। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 24. |
निम्न अभिकर्मक नाइट्रोमेथेन के साथ क्रिया करके मेथिल हाइड्रॉक्सिल ऐमीन बनाते हैं -A. Zn/HClB. Zn/NaOHC. `Zn//NH_(4)Cl`D. Sn/HCl |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 25. |
हिन्सबर्ग अभिकर्मक है -A. `C_(6)H_(5)SO_(2)Cl`B. `C_(6)H_(5)N_(2)Cl`C. `C_(6)H_(5)NO`D. `C_(6)H_(5)SO_(3)H` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 26. |
ऐनिलीन को ब्रोमीन जल के साथ उपचरित करने के पश्चात सोडियम नाइट्राइट के जलीय विलयन के साथ तनु HCl की उपस्थिति में क्रिया कराई जाती है , जो यौगिक बनता है, उसको टेट्राफ्लोरोबोरेट में परिवर्तित किया जाता है, उपरांत गरम किया जाता है, अन्तिम उत्पाद है -A. p-ब्रोमोफ्लोरोबेन्जीनB. p-ब्रोमोऐनिलीनC. 2, 4, 6-ट्राइब्रोमोफ्लोरोबेन्जीनD. 1, 3, 5-ट्राइब्रोमोबेन्जीन |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 27. |
`C_(2)H_(7)NO_(2)`अणुसूत्र वाला एक कार्बनिक यौगिक (A) मन्द आवसव पर जल का हास करके यौगिक (B) देता है जिसका पुनः `P_(2)O_(5)` के साथ आवसन करने पर (C) प्राप्त होता है। (C) जल-अपघटन पर (D) देता है, जो `p+Cl_(2)` के साथ अभिकृत करने के पश्चात जल-अपघटन करने पर ग्लाइकोलिक अम्ल देता है। यौगिकों (A), (B),(C) तथा (D) की पहचान कीजिए। |
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Answer» Correct Answer - `CH_(3)COONH_(4),CH_(3)CONH_(2),CH_(3)CN, CH_(3)COOH` दी गयी अभिक्रियाएँ इंगित करती है कि `C_(2)H_(7)NO_(2)` अणुसूत्र वाला यौगिक (A ) अमोनियम ऐसीटेट, `CH_(3)COONH_(4)` है। अमोनियम ऐसीटेट से प्रारम्भ करके दी गयी अभिक्रियाओं कि सहायता से यौगिक (B ), (C ) तथा (D ) कि पहचान निम्न प्रकार कि जा सकती है- `{:(CH_(3)-overset(O)overset(||)C-ONH_(4)underset((-H_(2)O))overset("ऊष्म")toCH_(3)-overset(O)overset(||)C-NH_(2)),(underset((A))"अमोनिया ऐसीटेट" " "underset((B))"ऐसिटामाइड"):}` `{:(overset(P_(2)O_(5))toCH_(3)-C-=N),("उष्म" " ""मैथिलसायनाइड"),((-H_(2)O)" "(C)):}` `{:(CH_(3)-C-=overset(H_(3)^(+))toCH_(3)COOH),("मेथिलसायनाइड" " ""ऐसिटिक अम्ल"),(" "(C)" "(D)):} ` `{:(overset(P+Cl_(2))toCH_(2)ClCOOHoverset(H_(2)O)toCH_(2)OH.COOH),(" ""मोनोक्लोरो" " ""ग्लाइकोलिक अम्ल"),(" ""ऐसिटिक अम्ल"):}` अतः योगिक (A ), (B ), (C ) तथा (D ) क्रमशः `CH_(3)COONH_(4),`CH_(3)CONH_(2),CH_(3)CN` तथा `CH_(3)COONH_(4),CH_(3)CONH_(2),CH_(3)CN` है। |
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| 28. |
कथन : ऐरिलऐमीनस अमोनिया की अपेक्षकृत अधिक भास्मिक होते है। कारण : ऐरिलऐमीनस में N परमाणु पर उपस्थित एलेक्ट्रोनो का एकाकी युग्म अनुनाद के कारण पूर्ण बेन्जीन वलय पर विस्थानिकृत होता है।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 29. |
निम्नलिखित अभिक्रिया के अंत में किस योगिक का निर्माण होता है? ऐथिलऐमिन `overset(HNO_(2))to(A)overset(PCl_(5))to(B)overset(NH_(3))toC`A. ऐथिलासायनाइडB. ऐथिलेमिनC. मैथिलेमिनD. ऐसिटामाइड। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 30. |
ब्यूटेननाइट्रिल को प्राप्त किया जा सकता है-A. प्रोपिल एल्कोहॉल `+KCN` की क्रिया द्वाराB. ब्यूटिल एल्कोहॉल `+KCN` की क्रिया द्वाराC. ब्यूटिल क्लोराइड `+KCN` की क्रिया द्वाराD. प्रोपिल क्लोराइड `+KCN` की क्रिया द्वारा। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 31. |
यदि बेंजीन रिंग में `-NO_(2)` या `-CO OH` समूह उपस्थित हो, तो इलेक्ट्रॉनस्नेही विस्थापन मुश्किल हो जाता है । क्यों ? |
| Answer» दोनों समूह इलेक्ट्रॉन आकर्षी होने के कारण अनुनाद द्वारा बेंजीन रिंग में इलेक्ट्रॉन घनत्व कम कर देते हैं इसलिए इलेक्ट्रॉनस्नेही विस्थापन कठिन हो जाता है । | |
| 32. |
वह यौगिक , जो NaOH के साथ शीघ्रता से क्रिया करके मेथेनॉल बनाता है -A. `CH_(3)OCH_(3)`B. `(CH_(3))_(4)NI`C. `(CH_(3))_(3)SI`D. `(CH_(3))_(3)C Cl` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 33. |
ऐनिलीन के `pK_(b)` का मान एथेनेमीन के `pK_(b)` के मान से बहुत अधिक होता है , क्यों ? |
| Answer» किसी ऐमीन का क्षारीय गुण उसके `pK_(b)` मान के व्युत्क्रमानुपाती होता है अर्थात क्षारीय गुण बढ़ने पर `pK_(b)` का मान कम होता है । ऐनिलीन में नाइट्रोजन पर उपस्थित एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म बेन्जीन वलय के साथ अनुनाद करता है, अतः नाइट्रोजन परमाणु पर इलेक्ट्रॉन घनत्व कम हो जाता है और यह आसानी से प्रोटॉन स्वीकार नहीं कर पाता है , जिससे इसकी क्षारीय प्रकृति घट जाती है । जबकि एथिलेमीन में ऐथिल समूह `(C_(2)H_(5))` के `+I` प्रभाव के कारण नाइट्रोजन पर इलेक्ट्रॉन घनत्व बढ़ जाता है, जिसके कारण इसकी क्षारीय प्रकृति बढ़ जाता है । इसी कारण से ऐनिलीन का `pK_(b)` मान ऐथेनेमीन के `pK_(b)` मान से बहुत अधिक होता है । | |
| 34. |
कथन : ऐल्किल आइसोसायनाइड्सस को क्षार द्वारा जल-अपघटित नहीं किया जा सकता है। कारण : `N overset(to)=C` समूह के C पर उपस्थित त्राणावेश `OH^(-)` को प्रतिकर्षित करता है। जो की एक नाभिक स्नेही है।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 35. |
ऐथिलऐमिन को प्राप्त नहीं किया जा सकता-A. ऐसीटामाइड के ईथर में `LiAlH_(4)` के साथ अपचयन द्वाराB. ऐथेनामाइड को `Br_(2)` तथा KOH के साथ गर्म करकेC. ऐसीटेलडोकजइम का `LiAH_(4)` के द्वारा अपचयन करकेD. ऐसीटेलडोकजाईम को अमोनिया के आधिक्य के साथ गर्म करके तथा प्राप्त उत्पाद का `H_(2)//Ni` द्वारा अपचयन करने पर। |
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Answer» Correct Answer - B `CH_(3)CONH_(2)overset(Br_(2)//KOH)underset(Delta)to CH_(3)NH_(2)` |
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| 36. |
बेंजीन की तुलना में ऐनिलीन में इलेक्ट्रॉन स्नेही प्रतिस्थापना शीघ्रता से हो जाता है, क्यों ? |
| Answer» `NH_(2)` समूह के नाइट्रोजन पर एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म होने के कारण ऐनिलीन अनुनाद द्वारा o-तथा p-दैशिक हो जाता है अर्थात o-तथा p-स्थितियों पर इलेक्ट्रॉन घनत्व अधिक हो जाता है । साथ ही यह रिंग की क्रियाशीलता को भी बढ़ाता है । अतः ऐनिलीन में इलेक्ट्रॉनस्नेही प्रतिस्थापना शीघ्रता से होता है । | |
| 37. |
निम्नलिखित में से किसका ऐसिटिलीकरण नहीं किया जा सकता है?A. `C_(2)H_(5)NH_(2)`B. `C_(6)H_(5)NH_(2)`C. `(CH_(3))_(2)NH`D. `(CH_(3))_(3)N.` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 38. |
निम्नलिखित में से किस विधि द्वारा न तो ऐमीनस का संश्लेषण संभव है एव न ही इनका पृथकरण?A. कर्टियस अभिक्रियाB. वूटर्ज अभिक्रियाC. हॉफमैन विधिD. हिन्स्बर्ग विधि। |
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Answer» Correct Answer - B वुर्ट्ज अभिक्रिया द्वारा ऐल्किल हेलाइड्स से उच्च ऐल्केनो निर्माण किया जाता है। इसका प्रयोक ऐमीनस के संश्लेषण अथवा पृथक्करण के लिए नहीं किया जा सकता है। |
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| 39. |
ऐरोमैटिक डाइऐजोनियम लवण में नाइट्रस अम्ल की अधिकता को नष्ट किया जाता है -A. जलीय NaOHB. जलीय `Na_(2) CO_(3)`C. जलीय `NH_(2)CONH_(2)`D. जलीय KI |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 40. |
तृतीयक ऐमीन का ऐसिटिलीकरण नहीं होता, क्यों ? |
| Answer» तृतीयक ऐमीन में विस्थापन योग्य सक्रिय H - परमाणु नहीं है । | |
| 41. |
निम्न कि व्याख्या कीजिए- (i) ऐमीन लगभग समान अणुभार युक्त ऐल्कोहलो कि तुलना में कम अम्लीय क्यों होते है? (ii) प्राथमिक ऐमीनो के क्वथनांक तृतीयक ऐमीनो के क्वथनको से अधिक क्यों होते है? (iii) ऐलिंफेटिक ऐमीन ऐरोमैंटिक ऐमीनो कि तुलना में अधिक क्षारकीया क्यों होते है? |
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Answer» ऐमीन तथा ऐल्कोहॉल एक प्रोटॉन त्यागकर निम्न प्रकार से क्रमशः `R-NH^(-)` तथा `RO^(-)` आयन बनाते है। `underset("Alcohol")(R-NH_(2))toRHN^(-)+H^(+)` `underset(Alcohol")(R-OH)toT-O^(-)+H^(+)` O परमाणु N परमाणु से अधिक विधुत त्राणात्मक होने के करना त्रण आवेश को अधिक प्रभावशाली रूप में समयोजित कर सकता है। इस कारण `R-O^(-)` आयन `RNH^(-)` आयन कि तुलना में अधिक स्थिर होता है। इस कारण ही ऐमीन प्रोटॉन को त्यागने में कम दश्ता प्रदर्शित करते है और समान अणुभार के एल्कोहॉलों कि तुलना में काम अम्लीय होते है। (ii) तृतीयक ऐमीनो में उपस्थित तीन बड़े ऐल्किल समूह जलविरोधी (hydrophobic) होते है और ऐमीन के जल अणुओ के साथ बने हाइड्रोजन बंधो को दुर्बल करते है, और कम ऊर्जा से तोड़े जा सकते है। यही कारण है कि प्राथमिक ऐमीनो के क्वथनांक तृतीयक ऐमीनो कि तुलना में अधिक होते है (iii) कृपया पाठ्य देखे। |
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| 42. |
निम्नलिखित युगलों के यौगिकों में विभेद के लिए एक रासायनिक परीक्षण दीजिए- (i) मेथिलऐमीन एवं डाइमेथिलऐमीन (ii) द्वितीयक एवं तृतीयक ऐमीन (iii) ऐथिलऐमीन एवं ऐनिलीन (iv) ऐनिलीन एवं बेन्जिलऐमीन (v) ऐनिलीन एवं N -मेथिलऐनिलीन । |
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Answer» (i) मेथिलऐमीन `CH_(3)-NH_(2)(1^(@))`हिन्सबर्ग अभिकर्मक `(C_(6)H_(5)SO_(2)Cl)` से क्रिया करता है तथा बना उत्पाद क्षार में विलेय होता है जबकि डाईमेथिलऐमीन `CH_(3)-NH-CH_(3)(2^(@))`की हिन्सबर्ग अभिकर्मक ( बेन्जीन सल्फोनिल क्लोराइड ) से क्रिया द्वारा बना उत्पाद क्षार में विलेय होता है । (ii) द्वितीयक ऐमीन `(R_(2)NH)` हिन्सबर्ग अभिकर्मक से क्रिया करते हैं तथा बना उत्पाद क्षार में अविलेय होता है जबकि तृतीयक ऐमीन हिन्सबर्ग अभिकर्मक से क्रिया नहीं करते है । (iii) एथिलऐमीन बेन्जीन डाईऐजोनियम क्लोराइड से क्रिया करके ऐजो रंजक ( Azo dye) नहीं बनाता जबकि ऐनिलीन , बेन्जीन डाईऐजोनियम क्लोराइड से क्रिया करके ऐजोरंजक ( पीला ) बनाती है । (iv) ऐनिलीन , बेन्जीन डाईऐजोनियम क्लोराइड `(C_(6)H_(5)^(+)Nbar(C)l)` से क्रिया करके ऐजोरंजक बनाती है लेकिन बेन्जिलऐमीन ऐसा नहीं करती । (v) ऐनिलीन `(1^(@)), CHCl_(3)` तथा क्षार के साथ कार्बिल ऐमीन परीक्षण देता है जबकि N-मेथिल ऐनिलीन `(2^(@))`कार्बिल ऐमीन परीक्षण नहीं देता । |
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| 43. |
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रिया में X है - `Xoverset("ब्रोमोनीकरण ")rarr Y overset(NaNO_(2)//HCl)rarr Zunderset(C_(2)H_(5)OH)overset(" उबला")rarr ` ट्राइब्रोमोबेन्जीन ।A. बेन्जोइक अम्लB. सैलिसिलिक अम्लC. फीनॉलD. ऐनिलीन |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 44. |
अभिक्रिया `ArNH_(2) underset(" ठण्डी अवस्थाएँ ")overset(NaNO_(2)+HCl)rarr A overset(CuBr)rarrB` में , यौगिक B है -A. `Ar-Br`B. `Ar-NO_(2)`C. `Ar-Cl`D. `Ar-Ar` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 45. |
`C_(6)H_(5)NH_(2)+CHCl_(3)+3KOH underset(" solution") overset(" alco.") rarr C_(6)H_(5)NC+3KCl+3H_(2)O` अभिक्रिया का नाम लिखिए । |
| Answer» कार्बिल ऐमीन अभिक्रिया | |
| 46. |
निम्नलिखित अभिक्रिया के अन्तिम उत्पाद का नाम लिखिए - `C_(6)H_(5)NH_(2)underset(273-278K)overset(NaNO_(2)//HCl)rarr A overset(C_(6)H_(6)//NaOH)rarr B`.A. `C_(6)H_(5)N_(2)Cl`B. `C_(6)H_(5)OH`C. `C_(6)H_(5)-C_(6)H_(5)`D. `C_(6)H_(5)N=N-OH` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 47. |
निम्न यौगिक के IUPAC नाम लिखिए और उन्हें प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक ऐमिनो में वर्गीकृत कीजिए- `{:((i)(CH_(3))_(2)CHNH_(2),(ii)CH_(3)(CH_(2))_(2)NH_(2)),((iii)CH_(3)NHCH(CH_(3))_(2),(iv)(CH_(3))_(3)CNH_(2)),((v)C_(6)H_(5)NHCH_(3),(vi)(CH_(3)CH_(2))_(2)NCH_(3)),((vii)m-BrC_(6)H_(4)NH_(2),):}` |
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Answer» (i) Propan-2-amine, `1^(@)` (ii) Propan-1-amine, `1^(@)` (iii) N-methylpropan-2-amine, `2^(@)` (iv) 2-methylpropan-2mamina, `3^(@)` (v) N-methylbenzenamin or N-methylaniline, `2^(@)` (vi) N-ethyl-N-methylethanamine, `3^(@)` (vii) 3-bromobenzenamine or 3-bromoaniline, `1^(@)` |
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| 48. |
निम्न यौगिकों को IUPAC नाम लिखिए- `{:((i)CH_(3)-overset(NH_(2))overset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-CH_(2)NH_(2),(ii)CH_(2)-CH_(2)-overset(CH_(2)CH_(3))overset(|)(N)-CH_(2)-underset(C)underset(|)CH-CH_(3)):}` `{:((iii)CH-overset(NH_(2))overset(|)(CH)-CH_(2)OH,(iv)CH_(3)-overset(NH_(2))overset(|)(CH)-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-COOH):}` |
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Answer» (i) दिया गया योगिक गमन है- `{:(" "NH_(2)),(1" "|2" "3" "4),(CH_(3)-CH-CH-CH_(2)NH_(2)),(" "|),(" "CH_(3)):}` (ii) इसका पितृ हाइड्रोकार्बन ब्यूटेन स्थितियो 2 तथा 4 पर दो `-NH_(2)` समूह उपस्थित है। अतएव इसका IUPAC नाम 3-मेथिल ब्यूटेन 2,4 डाइऐमीन (-methylbutane-2,4-diamine) होगा। (ii) `{:(" "CH_(2)CH_(3)),(" "|" "1" "2" "3),(CH_(3)-CH_(2)-N-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-CH_(3)):}` इस योगिक का IUPAC नाम N,N-डाईऐथिल -2-मैथिलप्रोपेन -1-ऐमिन (N,N-diethyl-2-methylpropan-1-amine) है। (iii) `{:(" "NH_(2)),(3" "|2" "1),(CH_(3)-CH-CH_(2)OH):}` इस योगिक का IUPAC नाम 2-ऐमिनोप्रोपेन -1-ऑल (2-aminopropan-1-ol) है। (iv) `{:(" "NH_(2)),(5" "|4" "3" "2" "1),(CH_(3)-CH-CH_(2)-CH-COOH),(" "|),(" "CH_(3)):}` इस योगिक का IUPAC का नाम 4-एमिनो -2-मेथिलपेंटानोइक अम्ल (4-amino-2-methylpentanoic acid) है। |
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| 49. |
मेथिलामीन के जलीय विलयन में सिल्वर क्लोराइड घुलनशील है, क्यों ? |
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Answer» सिल्वर आयन के साथ मेथिलामीन के दो अणु उपसहसंयोजी बंध स्थापित करते हैं और संकुल लवण बनाते हैं जो विलेय हैं । `AgCl+2CH_(3)NH_(2)hArrunderset("क्लोराइड ( विलेय )")underset(" बिस ( मेथिलामीन) सिल्वर ( I ) ")([Ag(NH_(2)CH_(3))_(2)]^(+)Cl^(-))` |
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| 50. |
मेथिलामीन के जलीय विलयन में फेरिक क्लोराइड फेरिक हाइड्रॉक्साइड के रूप में अवक्षेपित होता है, समझाइए । |
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Answer» जिस प्रकार अमोनिया के जलीय विलयन अर्थात अमोनियम हाइड्रॉक्साइड `(NH_(4)OH)` द्वारा फेरिक क्लोराइड अवक्षेपित होता है उसी प्रकार मेथिलामीन के जलीय विलयन के साथ भी अवक्षेपित होता है । `CH_(3)NH_(2)+H_(2)OhArrCH_(3)overset(+)NH_(3)OH^(-)` `3CH_(3)overset(+)NH_(3)OH^(-)+FeCl_(3) hArr3"("CH_(3)overset(+)NH_(3)")"Cl^(-)+Fe(OH)_(3)` |
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