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1.

सन्तुलित समीकरण दीजिए- (क) `BF_(3)+LiHrarr` (ख) `B_(2)H_(6)+H_(2)Orarr` (ग) `NaH+B_(2)H_(6)rarr` (घ) `H_(3)BO_(3) overset(Delta)rarr` (ड़) `Al + NaOHrarr` (च) `B_(2)H_(6)+NH_(3)rarr`

Answer» (क) `2BF_(3)+6LiHrarrunderset("Diborane")(B_(2)H_(6))+6LiF`
(ख) `B_(2)H_(6)+6H_(2)Orarr underset("Orthoboric acid")(2H_(3)BO_(3))+6H_(2)`
(ग) `2NaH+B_(2)H_(6)rarrunderset("Sodium borohydride")(2Na^(+)[BH_(4)]^(-))`
(घ) `underset("Orthoboric acid")(2H_(3)BO_(3))overset(Delta)rarrunderset("Metaboric acid")(2HBO_(2))+2H_(2)O`
`4HBO_(2)overset(Delta)rarrunderset("Tetraboric acid")(H_(2)B_(4)O_(7))+H_(2)O`
(ड़) `2Al+2NaOH+6H_(2)Orarrunderset(("III"))underset("tetrahydroxoaluminate")underset("Sodium")(2Na^(+)[Al(OH)_(4)]^(-))+3H_(2)`
(च) `3B_(2)H_(6)+6NH_(3)overset("Heat")rarr3[BH_(2)(NH_(3))_(2)]^(+)[BH_(4)]^(-)overset("Heat")rarr underset(("inorganic benzene"))underset("Borozine")(2B_(3)N_(3)H_(6))+12H_(2)`
2.

`d_(pi)-p_(pi)` आबन्धन उपस्थित है-A. हीरे मेंB. ग्रेफाइट मेंC. ट्राईसैलिलऐमीन मेंD. इनमे से कोई नहीं

Answer» Correct Answer - C
3.

जलीय विलयन में + 3 ऑक्सीकरण अवस्था के स्थायित्व का क्रम है-A. `Al gt Ga gt In gt Tl`B. `Tl gt In gt Ga gt Al`C. `Al gt Tl gt Ga gt In`D. `Tl gt Al gt Ga gt In`

Answer» Correct Answer - A
4.

निम्नलिखित कथनो को युक्तिसंगत कीजिए तथा रासायनिक समीकरण दीजिए- (क) लैड (II) क्लोराइड `Cl_(2)` से क्रिया करके `PbCl_(4)` देता है। (ख) लैड (IV) क्लोराइड ऊष्मा के प्रति अत्यधिक अस्थायी है। (ग) लैड एक आयोडाइड `Pbl_(4)` नहीं बनाता है।

Answer» (क) लैड (II) क्लोराइड, `PbCl_(2)` क्लोरीन से क्रिया करके `PbCl_(4)` नहीं बनाता है। इसका कारण यह है कि अक्रिय युग्म प्रभाव के कारण Pb की +2 ऑक्सीकरण अवस्था +4 ऑक्सीकरण अवस्था से अधिक स्थायी होती है। दूसरे शब्दों में, `PbCl_(2). PbCl_(4)` से अधिक स्थायी है।
(ख) अक्रिय युग्म प्रभाव के कारण Pb की +4 ऑक्सीकरण अवस्था +2 ऑक्सीकरण अवस्था से कम स्थायी है। इस कारण लैड (IV) क्लोराइड गर्म करने पर विघटित होकर अधिक स्थायी लैड (II) क्लोराइड बनाता है।
`underset(("Less stable"))underset("Lead (IV) chloride")(PbCl_(4))overset(Delta)rarrunderset(("More stable"))underset("Lead (II) chloride")(PbCl_(2))+Cl_(2) uarr`
(ग) `PbI_(4)` का आस्तित्व ज्ञात नहीं है। इसका कारण `Pb^(4+)` की ऑक्सीकरण प्रकृति और `I^(-)` की अपचायक प्रकृति का संयुक्त प्रभाव है।
5.

समूह 13 में + 1 तथा + 3 ऑक्सीकरण अवस्थाओं का स्थायित्व किस प्रकार परिवर्तित होता है?

Answer» अक्रिय युग्म प्रभाव के कारण।
6.

निम्नलिखित अभिक्रियाओं को समझाइए- (क) कॉपर की उपस्थिति में उच्च ताप पर सिलिकॉन को मैथिल क्लोराइड के साथ गरम किया जाता है। (ख) सिलिकॉन डाइआक्साइड की क्रिया हाइड्रोजन फ्लुओराइड के साथ की जाती है। (ग) CO को ZnO के साथ गरम किया जाता है। (घ) जलयोजित ऐल्युमिना की क्रिया जलीय NaOH के साथ की जाती है।

Answer» (क) जब सिलिकॉन को मेथिल क्लोराइड के साथ उच्च ताप पर की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो मोनो, डाइ तथा ट्राइमिथा-इलक्लोरोसाइलेन और थोड़ी मात्रा में टेट्रा मिठाईलक्लोरोसाइलेन युक्त एक मिश्रण प्राप्त होता है।
`CH_(3)Cl+Siunderset("573 K")overset("Cu Powder")rarrCH_(3)SiCl_(3)+(CH_(3))_(2)SiCl_(2)+(CH_(3))_(3)SiCl+(CH_(3))_(4)Si`
(ख) जब `SiO_(2)` की क्रिया से की जाती है तो सिलिकॉन टेट्राक्लोराइड बनता है, जो HF में घुलकर हाइड्रोफ्लोरो- सिलिसिक अम्ल बनता है।
`SiO_(2)+4HFrarrSiF_(4)+2H_(2)O`
`SiF_(4)+2HFrarrunderset(("hydrofluorosilicic acid"))(H_(2)SiF_(6))`
(ग) जब कार्बन मोनोऑक्साइड को जिनक ऑक्साइड के साथ गर्म किया जाता है तो ZnO अपचयित होकर जिंक धातु बनाता है।
`CO+ZnO overset(Delta)rarrZn+CO_(2)`
(घ) जब जलयोजित एल्युमिना को NaOH के जलीय विलयन के साथ गर्म किया जाता है तो सोडियम टेट्राहाइड्रोक्सो एल्युमिनेट (III) बनता है।
`Al_(2)O_(3).2H_(2)O(s)+2NaOH(aq)+H_(2)O(l) overset(Delta)rarrunderset("Sodium tetrahydroxo aluminate (III)")(2Na[Al(OH)_(4)](aq))`
अथवा
`Al_(2)O_(3).2H_(2)O(s)+2NaOH(aq)overset(Delta)rarr underset("Sodium metaaluminate")(2NaAlO_(2)(aq)+3H_(2)O(l))`
7.

`BCl_(3)` तथा `C Cl_(4)` यौगिक का उदाहरण देते हुए जल के प्रति इनके व्यवहार के औचित्य को समझाइए।

Answer» `BCl_(3)` के केन्द्रीय परमाणु B के संयोजक कोश में इलेक्ट्रॉन होते है। इसलिए यह इलेक्ट्रॉन न्यून अणु है और `H_(2)O` द्वारा दिए गए इलेक्ट्रॉन युग्म को ग्रहण कर लेता है।
अतः जब `BCl_(3)` को जल में घोला जाता है तो यह जल अपघटित होकर बोरिक अम्ल और HCl देता है।
`BCl_(3)+3H_(2)OrarrH_(3)BO_(3)+3HCl`
`C Cl_(4)` में C का अष्टक पूर्ण होता है और यह इलेक्ट्रॉन युग्म त्यागने अथवा ग्रहण करने की प्रवृत्ति नहीं रखता है। अतः यह जल से कोई क्रिया नहीं करता है।
8.

प्रकृति में बोरॉन किस प्रकार पाया जाता है?

Answer» Correct Answer - संयुक्त अवस्था में
9.

निम्नलिखित में से कौन-सा आयन नहीं बनाता है?A. BB. AlC. GaD. In

Answer» Correct Answer - A
10.

ग्रेफाइट स्नेहक का कार्य क्यों करता है?

Answer» परतीय संरचना कर कारण।
11.

उष्मागतिकीय रूप में कार्बन का सर्वाधिक स्थायी रूप कौन-सा है?A. हीराB. ग्रेफाइटC. फुलेरीन्सD. कोयला

Answer» Correct Answer - ग्रेफाइट
12.

निम्नलिखित में से कौन-सा सत्य नहीं है?A. `Ge(OH)_(2)` उभयधर्मी है।B. `GeCl_(2), GeCl_(4)` की अपेक्षा अधिक स्थायी होता है।C. `GeO_(2)` दुर्बल अम्लीय है।D. `GeCl_(4), HCl` में `[GeCl_(6)]^(2-)` आयन बनाता है।

Answer» Correct Answer - B
13.

कार्बन प्रबल अपचायक का कार्य क्यों करता है?

Answer» यह ऑक्सीकरण के प्रति अत्यधिक आकर्षण रखता है।
14.

क्या मैग्नीशियम `CO_(2)` के वातावरण में जलता है?

Answer» Correct Answer - हाँ
15.

`BF_(3)` के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है?A. यह योगोत्पाद बनाता हैB. यह लुईस क्षारक के समान कार्य करता हैC. यह आयनिक आबन्ध बनाता हैD. यह `NH_(3)` जैसे यौगिक के साथ दाता आबन्ध बनाता है।

Answer» Correct Answer - B
16.

एथिल अल्कोहल के साथ बोरिक एसिड का मिश्रण जलता हैतब ?

Answer» हरे किनारे वाली ज्वाला
17.

बोरिक अम्ल का प्रयोग काँच उद्योग में क्यों किया जाता है?

Answer» काँच को ऊष्मा तथा आघात रोधक बनाने के लिए
18.

बोरिक अम्ल के बहुलीकृत होने के कारण है-A. इसकी अम्लीय प्रकृतिB. हाइड्रोजन आबन्धो की उपस्थितिC. इसकी एकक्षारकीय प्रकृतिD. इसकी ज्यामिति

Answer» Correct Answer - B
19.

बोरिक अम्ल, `H_(3)BO_(3)` के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?A. यह एक प्रबल त्रिक्षारकी अम्ल हैB. यह प्रोटॉन दाता नहीं है बल्कि एक हाइड्रॉक्सिल आयन को ग्रहण करके यह लुईस अम्ल के समान कार्य करता है।C. इसे बोरेक्स के जलीय विलयन को अम्लीय करके प्राप्त किया जाता है।D. इसकी संरचना परतीय होती है जिसमे समतल `BO_(3)` इकाई परस्पर हाइड्रोजन आबन्ध द्वारा जुडी होती है।

Answer» Correct Answer - A
20.

बोरेक्स के जलीय विलयन की प्रकृति कौन-सी होती है?A. उदासीनB. उभयधर्मीC. क्षारीयD. अम्लीय

Answer» (ग)। ऐसा इसलिए है क्योकि बोरेक्स प्रबल क्षार (NaOH) और दुर्बल अम्ल `(H_(3)BO_(3))` से बना लवण है। जल में यह जल अपघटित होकर क्षारीय विलयन बनाता है।
21.

डाइबोरेन में कितने 3c-2e आबन्ध उपस्थित होते है?

Answer» Correct Answer - दो
22.

डाइबोरेन में `H_(b)BH_(b)` तथा `H_(t)BH_(t)` कोणों के मान लिखिए।

Answer» Correct Answer - `97^(@), 120^(@)`
23.

डाइबोरेन का सूत्र लिखिए।

Answer» Correct Answer - `B_(2)H_(6)`
24.

डाइबोरेन अणु में दो बोरॉन परमाणुओं को जोड़ने वाले आबन्ध का नाम लिखिए।

Answer» Correct Answer - `3c-2e^(-)` आबन्ध
25.

निम्नलिखित में से कौन-सा बोरेक्स है?A. `Na_(2)B_(4)O_(7). 4H_(2)O`B. `Na_(2)B_(4)O_(7) . 10H_(2)O`C. `NaOH. B_(2)O_(3)`D. `Ca_(2)B_(6)O_(11). 5H_(2)O`

Answer» Correct Answer - B
26.

डाइबोरेन में कदली आबन्ध निर्मित होता है-A. 2 इलेक्ट्रॉन तथा 3 परमाणुओं के मध्यB. 2 इलेक्ट्रॉन तथा 1 परमाणुओं के मध्यC. 2 इलेक्ट्रॉन तथा 2 परमाणुओं के मध्यD. 1 इलेक्ट्रॉन तथा 2 परमाणुओं के मध्य

Answer» Correct Answer - A
27.

डाइबोरेन का इलेक्ट्रॉन न्यून यौगिक क्यों माना जाता है?

Answer» डाइबोरेन में दोनों बोरॉन परमाणु तथा दोनों सेतु हाइड्रोजन परमाणु केवल 4 इलेक्ट्रॉनों द्वारा परस्पर जुड़े रहते है।
28.

कारण बताइए- (क) सान्द्र `HNO_(3)` का परिवहन एल्युमीनियम के पात्र में किया जा सकता है। (ख) तनु NaOH तथा एल्युमीनियम के टुकड़ो के मिश्रण का प्रयोग अपवाहित खोलने के लिए किया जाता है। (ग) ग्रेफाइट शुष्क स्नेहक के रूप में प्रयुक्त होता है। (घ) हीरे का प्रयोग अपघर्षक के रूप में होता है। (ड) वायुमान बनाने में एल्युमीनियम मिश्रधातु का उपयोग होता है। (च) जल को एल्युमीनियम पात्र में पूरी रात नहीं रखना चाहिए। (छ) संरचना केबिल बनाने में एल्युमीनियम तार का प्रयोग होता है।

Answer» (क) सान्द्र `HNO_(3)` एल्युमीनियम (Al) से किर्या करके इसकी सतह पर एल्युमीनियम ऑक्साइड की एक पतली परत बनाता है, जो Al की सान्द्र `HNO_(3)` से पुनः: क्रिया को रोकती है। दूसरे शब्दों में Al सान्द्र `HNO_(3)` के प्रभाव से निष्क्रिय हो जाता है।
`2Al(s)+underset(("conc."))(6HNO_(3))rarrunderset("Alumina")(Al_(2)O_(3)(s))+6NO_(2)(g)+3H_(2)O(l)`
अतः सान्द्र `HNO_(3)` के परिवहन में Al कन्टेनर का उपयोग किया जा सकता है।
(ख) Al तनु NaOH से क्रिया करने पर हाइड्रोजन मुक्त करता है। इस प्रकार उच्च दाब पर विमुक्त `H_(2)` का उपयोग बन्द नालियों को खोलने में किया जा सकता है।
`2Al(s)+2NaOH(aq)+6H_(2)O(l)rarr2Na^(+)[Al(OH)_(4)]^(-)(aq)+3H_(2)(g)`
(ग) ग्रेफाइट की संरचना एक परतीय संरचना होती है जिसमे हेक्सागोनल रिंग की विशाल परते एक-दूसरे से दुर्बल वांडर वाल बलों द्वारा सम्बंधित होती है। ये परतें एक-दूसरे से स्थायी रूप से जुडी होती है और एक-दूसरे पर फिसलती रहती है। यही कारण है कि ग्रेफाइट मुलायम होता है। और एक शुष्क स्नेहक की भाँति प्रयोग किया जाता है। (घ) हीरे की संरचना एक त्रिविमीय नेटवर्क संरचना है जिसमे `sp^(3)` संकरित कार्बन परमाणु एक-दूसरे से मजबूत सहसंयोजक आबन्धो द्वारा जुड़े रहते है। इसका नेटवर्क बहुत कठोर होता है। यही कारण है कि हीरा अत्यधिक कठोर होता है और इसका उपयोग इस अपघर्षक के रूप में किया जाता है।
(ड) एल्युमीनियम कि मिश्र धातुएँ हल्की होती है और ये अत्यन्त मजबूत एवं क्षय प्रतिरोधी होती है। इसलिए इनका उपयोग हवाई जहाजों को बनाने में किया जाता है।
(च) एल्युमीनियम जल से तथा घुलित ऑक्सीजन से क्रिया कर अपनी सतह पर एल्युमीनियम ऑक्साइड की एक परत बनाता है।
`2Al(s)+O_(2)(g)+H_(2)O(l)rarrAl_(2)O_(3)(s)+H_(2)(g)`
इस परत में स्थित कुछ `Al^(3+)` आयन पानी में घुलकर एक विलयन बनाते है। `Al^(3+)` आयन विषैला होता है और पीने के पानी व खाने के पदार्थो में इसकी उपस्थिति अवांछित है।
(छ) एल्युमीनियम विघुत का अच्छा चालक है। भारानुसार यह Cu की तुलना में दो गुनी अधिक विघुत धारा को संचालित कर सकता है। Al के तार हल्के और सस्ते होते है। इसलिए Al का उपयोग संरचण केबिल बनाने में किया जाता है।
29.

बोरॉन हैलाइड अमोनिया के साथ योगोत्पाद क्यों बनाते है?

Answer» बोरॉन हैलाइड, इलेक्ट्रॉन न्यून होने के कारण लुईस अम्ल के समान कार्य करते है, अतः ये अमोनिया (जो लुईस क्षारक का कार्य करता है) से एक इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण करके योगोत्पाद बनाते है।
30.

कार्बन के टेट्राहैलाइड संकुल नहीं बनाते है जबकि समूह 14 के अन्य तत्वों के टेट्राहैलाइड ऐसा करने में सक्षम होते है। कारण स्पष्ट करते हुए इस कथन पर अपने विचार प्रकट कीजिए।

Answer» कथन सत्य है। ऐसा C में d-कक्षको की अनुपस्थिति के कारण होता है।
31.

एल्युमीनियम अम्लों तथा क्षारो दोनों से क्रिया कर उभयधर्मी व्यवहार दर्शाता है। उदाहरण के लिए,

Answer» एल्युमीनियम अम्लों तथा क्षारो दोनों से क्रिया कर उभयधर्मी व्यवहार दर्शाता है। उदाहरण के लिए,
`2Al(s)+6HCl(aq)rarr2AlCl_(3)(aq)+3H_(2)(g)`
`2Al(s)+2NaOH(aq)+6H_(2)O(l)rarr underset("Sodium tetrahydroxo aluminate (III)")(2Na^(+)[Al(OH)_(4)]^(-)(aq)+3H_(2)(g))`
32.

एल्युमीनियम (III) क्लोराइड द्विलक के रूप में पाया जाता है क्योकि एल्युमीनियम-A. त्रिलक नहीं बना सकताB. की आयनन ऊर्जा उच्च होती हैC. तृतीय समूह से सम्बन्धित हैD. की समन्वय संख्या उच्च होती है।

Answer» Correct Answer - D
33.

यघपि बोरॉन हैलाइड इलेक्ट्रॉन न्यून होते है परन्तु फिर भी ये द्विलक के रूप में नहीं पाये जाते है। स्पष्ट कीजिए, क्यों?

Answer» बोरॉन परमाणु के अत्यधिक छोटे आकार के कारण।
34.

इलेक्ट्रॉन न्यून होने पर भी बोरॉन हैलाइड द्विलक के रूप में नहीं पाये जाते है। इसका कारण है-A. बोरॉन परमाणु का छोटा आकारB. बोरॉन की उच्च विघुतऋणात्मकC. बोरॉन में d-कक्षको की अनुपस्थितिD. अक्रिय युग्म प्रभाव

Answer» Correct Answer - A
35.

कुछ अभिक्रियाओं में थैलियम एल्युमीनियम से समानता दर्शाता है, जबकि अन्य में यह समूह 1 की धातुओं से समानता दर्शाता है। इस तथ्य को कुछ प्रमाणों के द्वारा सिद्ध कीजिए।

Answer» एल्युमीनियम के समान थैलियम `Tl_(2)O_(3), TlCl_(3), Tl_(2)(SO_(4))_(3)` आदि में +3 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करता है। Al तथा Tl के जटिल यौगिक भी समान प्रकार के होते है। जैसे- `[AlF_(6)]^(3-)` तथा `[TlF_(6)]^(3-)`
अक्रिय युग्म प्रभाव के कारण यह समूह 1 ग्रुप की क्षार धातुओं के समान +1 ऑक्सीकरण अवस्था भी प्रदर्शित करता है। +1 ऑक्सीकरण अवस्था में यह `Tl_(2)O, TlCl` आदि यौगिकों का निर्माण करता है, जो `Na_(2)O, NaCl` आदि यौगिकों के समान है। `Tl_(2)O, Na_(2)O` के समान प्रबल क्षार है। अतः यह समूह 1 की धातुओं से भी समानता प्रदर्शित करता है।
36.

`BF_(3)` में बोरॉन परमाणु की संकरण अवस्था क्या है?

Answer» Correct Answer - `sp^(2)`
37.

बोरॉन हैलाइड लुईस अम्ल के समान कार्य क्यों करते है?

Answer» बोरॉन हेलाइडो में बोरॉन के संयोजी कोश में केवल 6 इलेक्ट्रॉन उपस्थित होते है, अतः ये इलेक्ट्रॉन न्यून होते है तथा लुईस अम्ल के समान व्यवहार प्रदर्शित करते है।
38.

बोरॉन के यौगिकों का लुईस अम्ल के समान व्यवहार प्रदर्शित करने का कारण है उनकी-A. अम्लीय प्रकृतिB. सहसंयोजक प्रकृतिC. आयनन गुणधर्मD. इलेक्ट्रॉन न्यून प्रकृति

Answer» Correct Answer - D
39.

बोरॉन `[BF_(6)]^(3-)` नहीं बनाता है जबकि एल्युमीनियम, `[AlF_(6)]^(3-)` बनाता है। स्पष्ट कीजिए, क्यों?

Answer» d-कक्षको की अनुपस्थिति के कारण बोरॉन अपने अष्टक का विस्तार नहीं कर सकता जबकि एल्युमीनियम d-कक्षको की उपस्थिति के कारण ऐसा कर सकता है।
40.

बोरॉन हैलाइडो में से `BF_(3)` की दुर्बलतम लुईस अम्ल सामर्थ्य को निम्न के आधार पर स्पष्ट किया जा सकता है-A. `BF_(3)gtBCl_(3)gtBBr_(3)`B. `BF_(3)gtBBr_(3)gtBCl_(3)`C. `BBr_(3)gtBCl_(3)gtBF_(3)`D. `BCl_(3)gtBCl_(3)gtBF_(3)`

Answer» Correct Answer - C
41.

`BF_(3), BCl_(3)` तथा `BBr_(3)` को अम्ल सामर्थ्य के घटते कर्म में व्यवस्थित कीजिए।

Answer» `BBr_(3)gtBCl_(3)gtBF_(3)`