InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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ध्वनि-प्रदूषण से क्या आशय है? |
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Answer» शोर तथा उसकी तीव्रता का बढ़ जाना ही ध्वनि-प्रदूषण है। |
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ध्वनि या शोर की इकाई क्या है? |
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Answer» ध्वनि या शोर की इकाई डेसीबेल है। |
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पर्यावरण-प्रदूषण के चार मुख्य कारकों का उल्लेख कीजिए। |
Answer»
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क्या आपके विचार से आधुनिक औद्योगिक युग में पर्यावरण-प्रदूषण को समाप्त किया जा सकता है? |
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Answer» हमारे विचार से आधुनिक औद्योगिक युग में पर्यावरण प्रदूषण को समाप्त नहीं केवल नियन्त्रित किया जा सकता है। |
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पर्यावरण के प्रमुख स्वरूप बताइए। |
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Answer» पर्यावरण के प्रमुख स्वरूप हैं प्राकृतिक पर्यावरण, सामाजिक पर्यावरण तथा सांस्कृतिक पर्यावरण। |
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मृदा-प्रदूषण अर्थात् मिट्टी के प्रदूषण के सामान्य विवरण प्रस्तुत कीजिए। |
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Answer» पर्यावरण प्रदूषण का एक स्वरूप मृदा-प्रदूषण’ भी है। मृदा-प्रदूषण का अर्थ है किसी क्षेत्र की मिट्टी का प्रदूषित हो जाना। मिट्टी या भूमि का सीधा सम्बन्ध वनस्पतियों अर्थात् पेड़-पौधों से होता है। मृदा-प्रदूषण की दशा में मिट्टी में विजातीय तथा हानिकारक तत्त्वों का समावेश हो जाता है। मिट्टी का निरन्तर सम्पर्क वायु तथा जल से होता है। अत: यदि जल एवं वायु में प्रदूषण की दर में वृद्धि होती है। तो निश्चित रूप से मृदा-प्रदूषण में भी वृद्धि होती है। फसलों की सिंचाई के लिए निरन्तर जल की आवश्यकता होती है। अत: यदि प्रदूषित जल द्वारा सिंचाई का कार्य किया जाए तो मिट्टी भी प्रदूषित हो जाती है। इसी प्रकार वायु-प्रदूषण की दशा में वर्षा होने पर वायु की अशुद्धियाँ मिट्टी में मिल जाती हैं। मृदा-प्रदूषण का सीधा प्रभाव हमारी फसलों पर पड़ता है। फसलों एवं उनसे प्राप्त खाद्य-पदार्थों के विजातीय तत्त्वों का समावेश हो जाता है। इस प्रकार के खाद्य-पदार्थों के सेवन से मनुष्यों एवं पशुओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है। मृदा-प्रदूषण को नियन्त्रित करने के लिए अलग से कोई विशेष उपाय करने आवश्यक नहीं होते। इसके लिए जल एवं वायु के प्रदूषण को नियन्त्रित कर लेना ही पर्याप्त माना जाता है। यदि वायु एवं जल-प्रदूषण को नियन्त्रित कर लिया जाए, तो मृदा-प्रदूषण की समस्या ही उत्पन्न नहीं होगी। |
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| 7. |
पर्यावरण से सम्बन्धित किन्हीं दो दण्डनीय अपराधों के नाम बताइए। |
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Answer» (1) वनों एवं सार्वजनिक स्थलों के वृक्षों को काटना तथा |
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पर्यावरण-प्रदूषण के मुख्य प्रकार या स्वरूपों का उल्लेख कीजिए। |
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Answer» पर्यावरण-प्रदूषण के मुख्य प्रकार या स्वरूप हैं
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वस्तुओं के जलने से कौन-सी गैस बनती है? |
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Answer» वस्तुओं के जलने से मुख्यत: कार्बन डाइऑक्साइड व कार्बन मोनोऑक्साइड गैसें बनती हैं। |
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पर्यावरण-प्रदूषण से क्या आशय है? |
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Answer» पर्यावरण के किसी एक या एक से अधिक भागों का दूषित हो जाना ही पर्यावरण-प्रदूषण कहलाता है। पर्यावरण-प्रदूषण अपने आप में पर्यावरण की एक हानिकारक दशा है। |
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| 11. |
क्या कार्बन आदि के कण भयंकर रोग उत्पन्न करने के लिए उत्तरदायी होते हैं? |
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Answer» हाँ, कार्बन आदि के कण भयंकर रोग उत्पन्न करने के लिए उत्तरदायी होते हैं क्योंकि इनसे तपेदिक, कैंसर, दमा, श्वास आदि रोग हो जाते हैं। |
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कारखानों से निकलने वाली गैसें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं। क्यों? |
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Answer» कारखानों से निकलने वाली गैसें विषैली होती हैं। ये विषैली गैसें सल्फर व कार्बन की ऑक्साइड आदि होती हैं जो अनेक रोगों को उत्पन्न करती हैं या शरीर की प्रतिरोधक शक्ति को कम करती हैं, जिससे रोगाणु क्रिया करने में सफल हो जाते हैं। |
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| 13. |
मोटरगाड़ियों को सबसे प्रदूषणकारी क्यों माना गया है? |
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Answer» मोटरगाड़ियों को सबसे प्रदूषणकारी माना गया है; क्योंकि इनसे निकली अनेक हानिकारक गैसें; प्रमुखतः गैसीय हाइड्रोकार्बन्स, नाइट्रोजन ऑक्साइड के साथ सूर्य के प्रकाश में विषैला प्रकाश संश्लेषी स्मॉग बना लेती हैं, जो प्राणियों के लिए हानिकारक हैं। |
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| 14. |
पर्यावरण के किस स्वरूप का निर्माण मनुष्य के द्वारा नहीं हुआ है? |
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Answer» प्राकृतिक अथवा भौगोलिक पर्यावरण का निर्माण मनुष्य के द्वारा नहीं हुआ है। |
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भूमि-प्रदूषण को मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है? |
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Answer» भू-प्रदूषण के जनजीवन पर होने वाले कुप्रभाव निम्नलिखित हैं
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जंगलों को जनजीवन में क्या महत्त्व है? |
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Answer» मानव जाति ने प्राचीनकाल से ही जंगलों कों निज स्वार्थ में ईंधन, फर्नीचर एवं भवन-निर्माण सामग्री की लकड़ी के स्रोतों की तरह प्रयोग किया है। इसके अनेक दुष्परिणाम धीरे-धीरे मानव जाति को ही भुगतने पड़े हैं। वनों का जनजीवन में महत्त्व निम्नलिखित है
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| 17. |
पर्यावरण से क्या आशय है? |
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Answer» व्यक्ति के सन्दर्भ में व्यक्ति के अतिरिक्त इस सृष्टि में जो कुछ भी विद्यमान है, वह सब कुछ सम्मिलित रूप से पर्यावरण है। |
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सल्फर डाइऑक्साइड से मनुष्य को क्या रोग हो जाता है? |
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Answer» फेफड़ों के ऊतक कुप्रभावित होते हैं तथा पुरानी खाँसी का रोग हो जाता है। |
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औद्योगिक संस्थानों की चिमनियों से विसर्जित होने वाले अवशेषों से किस प्रकार के प्रदूषण में वृद्धि होती है? |
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Answer» औद्योगिक संस्थानों की चिमनियों से विसर्जित होने वाले अवशेषों से वायु-प्रदूषण में वृद्धि होती है। |
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वर्तमान औद्योगिक जगत् की गम्भीर समस्या है ।(क) बेरोजगारी(ख) महँगाई(ग) भिक्षावृत्ति(घ) पर्यावरण-प्रदूषण |
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Answer» सही विकल्प है (घ) पर्यावरण-प्रदूषण |
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औद्योगीकरण तथा नगरीकरण ने बढ़ावा दिया है(क) पर्यावरण की स्वच्छता को(ख) पर्यावरण-प्रदूषण को(ग) पर्यावरण के रख-रखाव को(घ) इनमें से कोई नहीं |
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Answer» सही विकल्प है (ख) पर्यावरण-प्रदूषण को |
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पारे व सीसे के यौगिक मनुष्य को किस प्रकार प्रभावित करते हैं? |
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Answer» ये मछलियों के शरीर में पहुँच जाते हैं। इन मछलियों को खाने से मनुष्य के नेत्रों व मस्तिष्क पर कुप्रभाव पड़ता है। |
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वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड की निरन्तर बढ़ रही प्रतिशत मात्रा से क्या दुष्परिणाम सम्भव हैं? |
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Answer» वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड गैस की प्रतिशत मात्रा में वृद्धि के कारण हैं (1) कोयला, पेट्रोल व डीजल आदि को दहन तथा वातावरण में कार्बन डाइ-ऑक्साइड के बढ़ने की यदि यह गति बनी रही तो आगामी 40 वर्षों में पृथ्वी के तापमान में लगभग तीन डिग्री सेण्टीग्रेड तक वृद्धि होने की सम्भावना है। इसका परिणाम होगा विभिन्न देशों की जलवायु में परिवर्तन; उत्तरी अमेरिका व रूस में वर्षा में कुछ कमी तथा पश्चिमी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, सहारा का क्षेत्र व भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा में कुछ वृद्धि होगी। इससे हमारे देश में बाढ़, प्रदूषण व मृदा अपरदन आदि की समस्याओं में वृद्धि होगी। पृथ्वी का तापमान बढ़ जाने के कारण दोनों ध्रुवों पर बर्फ के पिघलने के कारण समुद्र के जल-स्तर में वृद्धि हो जाएगी, जिसके कारण समुद्र के किनारे पर स्थित कई नगर व द्वीप जलमग्न हो जाएँगे। |
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फेफड़ों का केंसर सर किस गैस के प्रदूषण से होता है? |
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Answer» नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NO, तथा NO) फेफड़ों के कैंसर की सम्भावनाओं में वृद्धि करते हैं। |
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पर्यावरण-प्रदूषण में वृद्धि करने वाले कारक हैं(क) औद्योगीकरण(ख) नगरीकरण(ग) यातायात के शक्ति-चालित साधन(घ) ये सभी। |
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Answer» सही विकल्प है (घ) ये सभी। |
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पौधे वायुमण्डल का शुद्धिकरण करते हैं(क) नाइट्रोजन द्वारा(ख) ऑक्सीजन द्वारा(ग) कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा(घ) पानी द्वारा |
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Answer» सही विकल्प है (ख) ऑक्सीजन द्वारा |
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मछलियों एवं अन्य समुद्री प्राणियों के विनाश का प्रायः कारण बना करता है(क) तैलीय-प्रदूषण(ख) वायु-प्रदूषण(ग) रेडियोधर्मी-प्रदूषण(घ) इनमें से कोई नहीं |
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Answer» सही विकल्प है (क) तैलीय-प्रदूषण |
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जल कैसे दूषित होता है? |
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Answer» मनुष्यों द्वारा वाहित मल, औद्योगिक अपशिष्ट पदार्थों, कीटनाशकों, साबुन व डिटर्जेण्ट्स आदि के नदी, झील अथवा तालाब आदि के जल में मिल जाने से जल दूषित हो जाता है। |
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वाहित मल के प्रदूषण से फैलने वाले दो रोगों के नाम बताइए। |
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Answer» वाहित मल के प्रदूषण से फैलने वाले दो रोग हैं (1) टायफाइड तथा |
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रेडियोधर्मी प्रदूषण के कारण होने वाला असाध्य रोग है(क) टायफाइड(ख) चेचक(ग) कैन्सर(घ) डिफ्थीरिया |
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Answer» सही विकल्प है (ग) कैन्सर |
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वायु किस प्रकार दूषित होती है? उसे शुद्ध करने के प्राकृतिक साधन कौन-कौन से हैं?यावायु-प्रदूषण के कारण तथा प्रदूषण को रोकने के उपाय बताइए। |
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Answer» वायु-प्रदूषण अथवा वायु के दूषित होने के कारण शुद्ध वायु लगभग सभी जीवधारियों की मूल आवश्यकता है। सभी जीवधारी श्वसन में वायु के प्राणदायी भाग (ऑक्सीजन) का उपभोग कर कार्बन डाइऑक्साइड गैस छोड़ते हैं, जिसकी मात्रा वायुमण्डल में निरन्तर बढ़ती जा रही है। हरे पौधे इसको एकमात्र अपवाद हैं, क्योंकि ये प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड का उपभोग कर ऑक्सीजन गैस स्वतन्त्र करते हैं। तथा इस प्रकार वायुमण्डल में ऑक्सीजन की मात्रा का लगभग सन्तुलन बना रहता है। शुद्ध वायु में आवश्यक तत्त्वों के सन्तुलन को बिगाड़ने का श्रेय मानव जाति को जाता है। इस तथ्य की पुष्टि वायु के अशुद्ध होने के निम्नलिखित कारणों के अध्ययन से हो जाती है| (1) श्वसन क्रिया द्वारा: (2) विभिन्न पदार्थों के जलने से: (3) वनों की अन्धाधुन्ध कटाई: (4) औद्योगिक अशुद्धियों द्वारा: (i) पोलीक्लोरीनेटेड बाइफिनाइल्स (पी० सी० बी०): (ii) स्मॉग: (iii) क्लोरो-फ्लोरो-कार्बन: (iv) परमाणु ऊर्जा: वायु-प्रदूषण की रोकथाम के उपाय
वायु शुद्धिकरण के प्राकृतिक साधन हम जानते हैं कि वायु का आदर्श संगठन पृथ्वी के सभी जीवधारियों के लिए अति आवश्यक है। अनेक (पूर्व वर्णित) कारणों से यह संगठन प्रभावित होता रहता है। संगठन के इस परिवर्तन को हम वायु-प्रदूषण कहते हैं। प्रकृति ने अनेक ऐसे साधन उत्पन्न किए हैं जो कि वायु का शुद्धिकरण कर वायु-प्रदूषण को एक सीमा तक नियन्त्रित रखते हैं। ये साधन निम्नलिखित हैं (1) पेड़-पौधे: (2) सूर्य: (3) वर्षा: (4) ऑक्सीजन: (5) ओजोन: (6) विसरण: |
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जल में डी० डी० टी० की मात्रा में वृद्धि से सम्भावना बढ़ जाती है(क) फेफड़ों के कैन्सर की(ख) ल्यूकीमिया की(ग) पेट में अल्सर की(घ) लिवर के कैन्सर की |
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Answer» सही विकल्प है (घ) लिवर के कैन्सर की |
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निम्नलिखित में कौन-सा रोग वाहित मल द्वारा दूषित जल से होता है?(क) चेचक(ख) काली खाँसी(ग) टायफाइड(घ) विषैला भोजन |
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Answer» सही विकल्प है (ग) टायफाइड |
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पर्यावरण का अर्थ एवं परिभाषा निर्धारित कीजिए तथा पर्यावरण के विभिन्न वर्गों का सामान्य परिचय दीजिए। |
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Answer» पर्यावरण का अर्थ एवं परिभाषा मनुष्य ही क्या प्रत्येक प्राणी एवं वनस्पति जगत् भी पर्यावरण से घनिष्ठ रूप से सम्बद्ध है तथा ये सभी अपने पर्यावरण से प्रभावित भी होते हैं। पर्यावरण की अवधारणा को स्पष्ट करने से पूर्व पर्यावरण के शाब्दिक अर्थ को स्पष्ट करना आवश्यक है। (i) जिस्बर्ट द्वारा परिभाषा: (ii) रॉस द्वारा परिभाषा: पर्यावरण का वर्गीकरण पर्यावरण के अर्थ एवं परिभाषा सम्बन्धी विवरण के आधार पर कहा जा सकता है कि पर्यावरण की धारणा अपने आप में एक विस्तृत अवधारणा है। इस स्थिति में पर्यावरण के व्यवस्थित अध्ययन के लिए पर्यावरण का समुचित वर्गीकरण प्रस्तुत करना आवश्यक है। सम्पूर्ण पर्यावरण को मुख्य रूप से निम्नलिखित तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है (1) प्राकृतिक अथवा भौगोलिक पर्यावरण: (2) सामाजिक पर्यावरण: (3) सांस्कृतिक पर्यावरण: |
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