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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

यदि बछड़े के गोबर में गोलकृमि (पेट का केंचुआ) है तो इससे बचने हेतु क्या उपाय करेंगे?

Answer»

बछड़े के लिए प्रथम बार कृमिहर दवा का प्रयोग 25 दिन की आयु में किया जाता है। प्रचलित कृमिहर दवाओं में पिपराजीन, नीलवार्म फोर्ट, बेनामिन्थ, निलजान तथा टोलजान दवाएँ प्रमुख हैं, जिन्हें पशु चिकित्सक के परामर्श के अनुसार देना चाहिए।

2.

गाय की नस्ल नहीं है(क) गंगातीरी(ख) मिनोरका(ग) नागौरी(घ) भदावरी

Answer»

सही विकल्प है (घ) भदावरी

3.

सिन्धी गाय है(क) दुधारू गाय की नस्ल(ख) दुकाजी गाय की नस्ल(ग) भरवाही गाय की नस्ल(घ) भैंस की नस्ल

Answer»

सही विकल्प है (क) दुधारू गाय की नस्ल

4.

गरीब की गाय कहलाती है(क) गाय(ख) भैंस(ग) भेड़(घ) बकरी

Answer»

सही विकल्प है (घ) बकरी

5.

आपकी गाय अफरा रोग से ग्रसित है तो आप क्या करेंगे?

Answer»

अफरा रोग का उपचार निम्न प्रकार करेंगे

(i) एक-दो दिन तक बरसीम व हरा चारा नहीं देंगे।
(ii) तीसी के एक लीटर तेल में 50 ग्राम हर्र व 100 ग्राम काला नमक मिलाकर दो खुराक बनाएँगे तथा प्रत्येक खुराक छह घन्टे के अन्तर पर पिलाएँगे।
(iii) बीमार गाय चिकित्सा हेतु पशु चिकित्सक को दिखाएँगे।

6.

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)-(क) पुआल और भूसा ___ सूखा चारा है।(ख) ___ प्रजनन की आधार शिला है।(ग) केंचुए को प्रकृति का ___ कहते हैं।(घ) मुँहपका खुरपका बीमारी एक ___ से फैलती है।(ङ) ___ एक बाह्य परजीवी जन्तु है।(च) दूध में मिठास ___ के कारण होती है।(छ) अमृत महल ___ गाय की नस्ल है।(ज) ___ एक सम्पूर्ण आहार है।

Answer»

(क) पुआल और भूसा अदलहनी सूखा चारा है।
(ख) वरण प्रजनन की आधार शिला है।
(ग) केंचुए को प्रकृति का हलवाहा कहते हैं।
(घ) मुँहपका खुरपका बीमारी एक विषाणु से फैलती है।
(ङ) जोंक एक बाह्य परजीवी जन्तु है।
(च) दूध में मिठास दुग्ध शर्करा के कारण होती है।
(छ) अमृत महल भारवाही गाय की नस्ल है।
(ज) दूध एक सम्पूर्ण आहार है।

7.

यदि आपकी भैंस प्रतिदिन 10 लीटर दूध देती है तो उसे आप जीवन-निर्वाह एवं दुग्ध उत्पादन हेतु कुल कितना दाना प्रतिदिन खिलाएँगे?

Answer»
  • जीवन निर्वाह हेतु दाना – 2 किग्रा)
  • दुग्ध उत्पादन हेतु        – 4 किग्रा0
  • कुल मात्रा                  – 6 किग्रा0 दाना प्रतिदिन देना चाहिए।
8.

सबसे मीठा दूध होता है|(क) गाय का दूध(ख) भैंस का दूध(ग) बकरी का दूध(घ) माँ का दूध

Answer»

सही विकल्प है (घ) माँ का दूध

9.

दूध क्यों फटता है?

Answer»

जब जीवाणु दूध में पहुँच जाते हैं तो वे तेजी से बढ़ते हैं और सारे दूध को दूषित कर देते हैं। दूध जीवाणु की वृद्धि का सर्वोत्तम माध्यम है। जीवाणु वृद्धि से दूध में अम्लता बढ़ जाती है और दूध फट जाता है।

10.

संदूषित दूध से फैलने वाली बीमारी है|(क) एड्स(ख) कैंसर(ग) टी0वी0(घ) पोलियो

Answer»

सही विकल्प है (ग) टी0वी0

11.

पशुधन विकास के मूलभूत तत्व लिखिए।

Answer»

पशुधन विकास के मूलभुत तत्व :

1. प्रजनन

2. पोषण

3. पशु-प्रबन्धन

4. पशुओं की सामान्य बीमारिया आदि हैं।

12.

स्वच्छ दूध किसे कहते हैं? दूध में संदूषण के स्रोतों का उल्लेख कीजिए।

Answer»

जिस दूध में धूल व गन्दगी न हो, जीवाणुओं की न्यूनतम संख्या हो, अवांछनीय गन्ध न हो और जो अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सके, स्वच्छ दूध कहा जाता है। ऐसा दृध स्वस्थ पशु से स्वस्थ वातावरण में प्राप्त होता है।
दूध में संदूषण के स्रोत :

(A) आन्तरिक कारण :

  1. थनैलाग्रस्त थन
  2. शुरुआती दूध

(B) बाह्य कारण :

  1. गाय का थन
  2. गाय के शरीर की त्वचा
  3. दूध दुहने वाला
  4. दूध का बर्तन
  5. पशु वाड़ा
  6. दूध दुहने का तरीका
  7. आहार व पानी
13.

आहार किसे कहते हैं? आहार कितने प्रकार का होता है, उत्पादन आहार के बारे में लिखिए?

Answer»

पशुओं को 24 घण्टे में दिए जाने वाले दाना-पानी की कुल मात्रा को पशु आहार (राशन) कहते हैं। आहार के मुख्य घटक हैं : (i) चारा (ii) दाना, वारा दो प्रकार का है- हरा चारा व सूखा बारा। हरे चारा में मक्का, ज्वार, बाजरा, जई, अदलहनी हरा चारा तथा बरसीम, लोबिया, मूंग, उड़द, सोयाबीन है। सूखा धारा में भूसा, पुआल आदि होता है। दाना में मूंगफली, सरसों, तिल, गेहूँ, मक्का, जी, जई आदि आते हैं। पशुआहार मुख्यतः दो प्रकार का है- जीवन निर्वाह आहार और दुग्ध उत्पादन आहार उदाहरण के लिए बिना दूधवाली भैंस को 2 किलोग्राम दाना प्रति 100 किलो भार पर देना जरूरी होता है। दुग्ध उत्पादन की दृष्टि से 2.5 किलोग्राम दूध के हिसाब से एक किलोग्राम अधिक दाना देना जरूरी होता है।

14.

बीमार पशु के लक्षण लिखिए तथा किसी एक बीमारी का वर्णन कीजिए।

Answer»

1. बीमार पशु के थूथन तथा मुँह बीमार होने पर सूखे रहते हैं, जबकि स्वरथ पशु को नम होता है।

2. पशु धीरे-धीरे चारा खाना बन्द कर देता है। कान ढीले होकर लटक जाते हैं। पशु का गोबर ज्यादा कड़ा या पतला हो जाता है।

खुरपका मुँहपका बीमारी :  मुँह/खुर पक जाते हैं। यह विषाणु जनित बीमारी है। इस बीमारी में पशु लँगड़ाता है। और दुग्ध उत्पादन भी कम हो जाता है।

उपचार :  पशुओं को टीका लगवाना चाहिए। दूसरों से अलग रखना चाहिए। नर्म, पाचक आहार देना चाहिए। छालों को लाल दवा से धोना चाहिए। ऐसा दिन में 2-3 बार करना चाहिए। खुर के छालों  को तूतिया के घोल और फिनायल से धोना चाहिए।