InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 601. |
Cooperative bank and self help group mein kya difference hai |
| Answer» Cooperative bank and self help group mein koi bhi difference Nahin Hai donon Ek Hi | |
| 602. |
एक्सप्रेस राष्ट्रीय महामार्ग किसे कहते हैं? |
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Answer» Gjb आपका आंसर गलत है जो मार्ग दो या दो से ज्यादा राज्यो को जोड़ता है वह राष्ट्रीय मार्ग कहलाता है |
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| 603. |
भारतीय कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव का विश्लेषण करें |
| Answer» | |
| 604. |
October kranti (1917) Ko samajbad ke itihas mein ek meel ka pathar kyon mana jata hai |
| Answer» | |
| 605. |
Nepolion kaun tha |
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Answer» King of french नेपोलियन फ्रांस का राजा था नेपोलियन बोनापार्ट का जन्म 15 अगस्त 1769 को कॉर्सिका में हुआ था। 1799 के अक्टूबर में, नेपोलियन फ्रैजस, फ्रांस में उतरा, जहां उन्होंने फ्रांसीसी निर्देशिका, फ्रांस के अलोकप्रिय शासी निकाय को उखाड़ने में मदद की। ... उन्हें नए स्थापित फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास में पहली कांसुल का नाम दिया गया था। French monarch |
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| 606. |
सविनय आवेज्ञा आंदोलन में समाज के विभन्न वर्ग के लोगो ने किस प्रकार भाग लिया |
| Answer» इसका आंसर बहुत ही बड़ा है मगर एनसीआरटी के बुक में पेज नंबर 65 और 66 को पढ़ लेना आंसर मिल जाएगा | |
| 607. |
3rd sector ke bdhte mahtav ko 5 kardo **** spast kijiye |
| Answer» | |
| 608. |
Satta ki sajhedari ke vibhinn rupon ka ullekh kijiye long question |
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Answer» शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा:लोकतंत्र में शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा होता है। ...शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता के बँटवारे से यह सुनिश्चित हो जाता है कि शासन के किसी भी एक अंग के पास असीमित शक्ति न हो। ...कार्यपालिका सत्ता का उपयोग करती है लेकिन वह संसद के अधीन होती है। निषेधाधिकार को परिभाषित कीजिए |
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| 609. |
satta ki sajhedari ke vibhinn rupon ka ullekh kijiye |
| Answer» | |
| 610. |
बर्लिन में किस वर्ष में बड़ी यूरोपीय शक्तियां मिली |
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Answer» बर्लिन में 1875 वर्ष में बड़ी यूरोपीय शक्तियां मिली बर्लिन जर्मनी की राजधानी और इसके 16 राज्यों में से एक है। यह बर्लिन-ब्रैन्डनबर्ग मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के मध्य में, जर्मनी के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। इसकी जनसंख्या 34 लाख है। यह जर्मनी का सबसे बड़ा और यूरोपीय संघ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। बर्लिन यूरोप की राजनीति, संस्कृति और विज्ञान का महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। यूरोप के यातायात के लिए यह एक धुरी के समान है। यहाँ कई महत्त्वपूर्ण विश्वविद्यालय, संग्रहालय और शोध केन्द्र हैं। यह शहर बहुत तेजी से विकास कर रहा है और यहाँ के समारोह, उत्सव, अग्रणी कलाएँ, वास्तुशिल्प और रात्रि-जीवन काफी प्रसिद्ध हैं। बर्लिन 13वीं शताब्दी में स्थापित हुआ और इस क्षेत्र के कई राज्यों और साम्राज्यों की राजधानी रहा- प्रुशिया राज्य (1701 से), जर्मन साम्राज्य (1871-1918), वेइमार गणतंत्र (1919-1932) और तीसरी राइख (1933-1945). द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद इस शहर का विभाजन हो गया। पूर्वी बर्लिन जर्मन लोकतान्त्रिक गणराज्य (पूर्वी जर्मनी) की राजधानी बना और बर्लिन दीवार से घिरा पश्चिमी बर्लिन पश्चिमी जर्मनी के हिस्से आया। 1989 में बर्लिन दीवार के टूटने पर बर्लिन शहर फिर एक हो गया और जर्मनी के एकीकरण के बाद पूरे जर्मनी की राजधानी बना। 1873 De dydhchcucmv hzhsu |
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| 611. |
Nyay sangt veshvikaran ke liye Kuch upay sujhayiye |
| Answer» श्रम कानूनों में लचीलापन कम्पनियों को लाभ पहुँचाएगा। इस कानून की मदद से कम्पनियाँ श्रमिकों की संख्या को नियंत्रित कर पाएँगी। कई व्यवसाय में श्रमिकों की मांग कुछ खास महीनों में ही होती है। | |
| 612. |
वैश्वीकरण से लोगो के जीवन पर पड़े कोई तीन प्रभाव लिखिए | Plss tell me fast..... |
| Answer» उत्तर—(1)वैश्वीकरण ने राजनीतिक आर्थिक जीवन के साथ-साथ लोगों के सामाजिक संस्कृति जीवन को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है( 2)वैश्वीकरण की प्रक्रिया ने तमाम देश की अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है (3)वैश्वीकरण पूंजीवादी को बढ़ावा देता है | |
| 613. |
Simon Commission ka gathan Kyon Kiya gaya tha |
| Answer» | |
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वैश्वीकरण से लोगो के जीवन पर पड़े कोई तीन प्रभाव लिखिए |
| Answer» | |
| 615. |
सत्ता का विभाजन एक लोकतांत्रिक सरकार का सार है । बयान की जांच करे।Plz tell me answer fast |
| Answer» IDK | |
| 616. |
Sajjahath shasan mein aur ekatmak shasan mein antar bataiye |
| Answer» | |
| 617. |
Shrilanka aur Belgium gruh yuddh per tippani likhiye |
| Answer» | |
| 618. |
ghamandi ka hamesha sarwnash hota hei |
| Answer» Syllabus kya hai | |
| 619. |
Bharat mai rastravad aane ke karan 5marks |
| Answer» Please | |
| 620. |
भारत में बहुदलीय व्यवस्था क्या है |
| Answer» Guddu csyuugy the same 2 u can see the same 2 u want the same 2 u can see the attachment | |
| 621. |
साक्षरता दर की परिभाषा |
| Answer» साक्षरता का अर्थ है कि वहां के पढ़े-लिखे लोगों के कुल जनसंख्या का रेश्यो साक्षरता कहलाता है। तथा इसे साक्षरता दर कहते हैं। | |
| 622. |
यूरोप में राष्ट्रवाद में ड्यूक मैटरनिखतथा जयूसेपे मैतसिनी की भूमिकाओं का वर्णन कीजिए |
| Answer» | |
| 623. |
Send your cruise prabhat mahan yojana ki jankari dijiye? |
| Answer» | |
| 624. |
Dhoni ke Bharat mein garib Dost Hain samjhaie |
| Answer» | |
| 625. |
यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय के प्रमुख कारको की व्यख्या कीजियेPlz frds jaldi answer dedo |
| Answer» यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय:\xa0उन्नीसवीं सदी के मध्य तक यूरोपीय देशों का रूप वैसा नहीं था जैसा कि आज है। विभिन्न क्षेत्रों पर अलग-अलग वंश के लोग राज करते थे। इन इलाकों में राजतंत्र का शासन हुआ करता था। उस काल में कई ऐसे तकनीकी परिवर्तन हुए जिनके कारण समाज में अभूतपूर्व बदलाव आये। समाज में आये इन परिवर्तनों ने लोगों में राष्ट्रवाद की भावना को जन्म दिया।नये राष्ट्रों के निर्माण की प्रक्रिया 1789 में शुरु होने वाली फ्रांस की क्रांति के साथ शुरु हो गई थी। लेकिन किसी भी नई विचारधारा की तरह राष्ट्रवाद को भी अपनी जड़ जमाने में लगभ एक सदी लग गया। इस लंबी प्रक्रिया के अंतिम चरण में फ्रांस का एक प्रजातांत्रिक देश के रूप में गठन हुआ। उसके बाद यह सिलसिला यूरोप के कई अन्य देशों में भी चलने लगा। बीसवीं सदी की शुरुआत आते आते विश्व के कई हिस्सों में आधुनिक प्रजातंत्र की स्थापना हुई। | |
| 626. |
India ki rajdhani |
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Answer» Delhi नई दिल्ली Delhi |
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| 627. |
लाहौर सत्रा 1929 |
| Answer» 31 दिसंबर 1929 को कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में प्रस्ताव पारित कर भारत के लिए पूर्ण स्वराज की मांग की गई थी। नेहरू ने कहा था, "हमारा लक्ष्य सिर्फ स्वाधीनता प्राप्त करना है। हमारे लिए स्वाधीनता है, पूर्ण स्वतंत्रता।" इसी दिन, रावी (भारत-पाकिस्तान) नदी के तट पर भारतीय स्वाधीनता का तिरंगा झंडा फहराया गया था। | |
| 628. |
साक्षरता दर को परिभाषित करें |
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Answer» Right h साक्षरता दर:- 7 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में\xa0साक्षर\xa0जनसंख्या का अनुपात को\xa0साक्षरता दर\xa0कहते हैं । |
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Bhartiya arthvyavastha Ke Kitne dene ke unke Naam likhiye |
| Answer» | |
| 630. |
एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक होने के नाते राजनीतिक व्यवस्था से आप की क्या उम्मीद है? |
| Answer» इस सवाल के लिए धन्यवाद। मेंरा जवाब मेंरी निजी सोच, मान्यता व अनुभव के आधार पर है। अन्य मत का स्वागत है।१). हम क्वोरा में लोकतंत्र, लोकतंत्र ही तो खेल रहे हैं। अगर लोकतंत्र नहीं होता तो क्वोरा भी नहीं होता (हां, शायद होता, पर यह ‘कोरा’ होता)। अतः मुझे सवाल में ‘दोष’ शब्द का स्तेमाल अतिरेक पू्र्ण लगा। कोई भी प्रद्धति पूर्ण रूप से खामी मुक्त नहीं होती है, अतः लोकतांत्रिक शासन पद्धति भी पूर्ण रूप से खामी रहित नहीं है। फिर भी पहले तो यही कहुंगा कि यह शासन व्यवस्था, अन्य उपलब्ध शासन व्यवस्थाओं में सर्वाधिक स्वाभाविक व मानव स्वभाव के करीब है, व सबसे श्रेष्ठ है। खामियां भी प्रद्धति में नहीं, हमारी अपनी कमजोरियों की वजह से है (अगर हम बारीश में रैनकोट अथवा छाता ना लें और भिगने का दोष बारीश पर लगाएं तो यह सही नहीं होगा)। फिर इन खामियों को दूर करने की क्षमता भी इसी व्यवस्था में ही है।२). भारत के संदर्भ में : हमें ऐसा जरूर प्रतित होता है कि लोकतंत्र में कार्य संपादन की गति धीमी होती है, वोट की राजनीति की मजबुरी की वजह से राजनेताओं में बदलाव के प्रति अरुचि रहती है व यथास्थितिवाद/ तदर्थवाद हावी रहता है। (इनकी वजह है बार बार के चुनाव, सामाजिक आर्थिक विषमता, मतदाता में स्वतंत्र चिंतन का अभाव जिस वजह से वोट बैंक की राजनीति का फलना फुलना, आदि। उम्मीद है सुधार होगा)।३). कुछ लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरूपयोग करते हैं। पर इनसे निपटने की सामर्थ्य भी लोक-तंत्र में ही है।४). लोकतंत्र में व्यवस्था संचालन एक सिस्टम के तहत होता है। व खासियत यह है कि सिस्टम पर नजर/ नियंत्रण करने की उत्तम व्यवस्था भी है, संस्थाओं के रूप में। और सबसे ऊपर है ‘जन(ता)’ जिसे इन सब को नियंत्रित करने का अधिकार प्राप्त है (मानव स्वभाव है कि वह शासन करना चाहता है, शासित नहीं होना चाहता यह सुविधा लोकतंत्र में ही संभव है)।५). दोष : चुंकि लोकतंत्र आमजन की सामुहिक चेतना से संचालित होता है, अतः इसमें वे सभी दोष हैं जो मानव में है। अतः जो में वे सभी कमियां है उसके लिए तंत्र जिम्मेदार नहीं है। तो मेंरे हिसाब से स्थति तनावपूर्ण जरूर है, पर नियंत्रण में है। लोकतंत्र में सरकार चलाना एक बहुत बड़े संयुक्त परिवार के संचालन जैसा है। हम अपने-अपने घरों में देख सकते हैं। सभी के मुंह से यही निकलेगा “हम बदलेंगें, युग बदलेगा”। | |
| 631. |
सामंजस्य की नीति से आप क्या समझते हैं? |
| Answer» किसी संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उसकी विभिन्न क्रियाओं में सांमजस्य व तालमेल स्थापित करना ‘समन्वय’ कहलाता है। यह प्रबन्ध का वह कार्य है जो किसी संस्था के विभिन्न विभागों, कर्मचारियों तथा उसके समूहों में इस प्रकार एकीकरण स्थापित करता है कि न्यूनतम लागत पर वाछिंत उद्देश्यों की पूर्ति में सहायता मिलती है।\xa0‘समन्वय प्रबन्ध का सार है।’ सार किसी वस्तु की आन्तरिक प्रकृति अथवा उसके महत्वपूर्ण गुण का नाम है। समन्वय वह महत्वपूर्ण तत्व है जिससे प्रबन्ध प्रक्रिया का निर्माण होता है। यह नियोजन की अवस्था में ही प्रारम्भ हो जाता है तथा संगठन, निर्देशन, नियन्त्रण आदि सभी कार्यों के साथ चलता है। समन्वय से ही प्रबन्ध निम्न वांछित परिणाम उपलब्ध कर पाता हैl | |
| 632. |
ऋण और ब्याज में अंतर मानव विकास सूचकांक इसका भी नहीं आता है तुमको परिभाषा |
| Answer» | |
| 633. |
Unan me fransisi kranki ke Kya prabhav pade ??? |
| Answer» | |
| 634. |
भारत में राष्ट्रवाद का उदय कैसे हुआ एक्सप्लेन करें |
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Answer» तस्वीरों में राष्ट्र:\xa0आपने फ्रांस और जर्मनी के उदाहरण में पढ़ा कि राष्ट्र की पहचान को सामान्यतया किसी चित्र द्वारा मूर्त रूप दिया जाता है; ताकि लोग राष्ट्र की मूर्त रूप में पहचान कर सकें। यह काम सबसे पहले 1870 में बंकिम चंद्र चटर्जी ने मातृभूमि की स्तुति में ‘वंदे मातरम’ गीत लिखकर किया। अवनींद्रनाथ टैगोर ने 1905 में भारत माता की एक तस्वीर बनाई जिसमें भारत माता को एक विशेष रूप देने की कोशिश की गई। अलग-अलग कलाकारों ने अलग-अलग तरीके से भारत राष्ट्र को प्रस्तुत करने की कोशिश की। लोककथाएँ:\xa0कई विचारकों का मानना था कि लोककथाओं से पारंपिक संस्कृति की सही पहचान होती है। इसलिए कई नेताओं ने राष्ट्रवाद की भावना का प्रसार करने के लिए लोककथाओं का सहारा लिया।राष्ट्रीय ध्वज:\xa0आज जो राष्ट्र ध्वज हम देखते हैं उसका विकास कई चरणों में हुआ है। स्वदेशी आंदोलन के दौरान एक तिरंगे (लाल, हरा और पीला) का प्रयोग हुआ था। इस झंडे में उस समय के आठ राज्यों के प्रतीक के रूप में कमल के आठ फूल बने हुए थे। इस पर हिंदू और मुसलमान के प्रतीक के रूप दूज का चाँद भी था। गाँधीजी ने 1921 तक स्वराज ध्वज का डिजाइन तैयार किया था। यह भी एक तिरंगा ही था (लाल, हरा और सफेद) जिसके बीच में एक चरखा था।इतिहास की पुनर्व्याख्या:\xa0कई लोगों को लगता था कि अंग्रेजों ने भारत के इतिहास को तोड़ मरोड़कर पेश किया था। उन्हें भारत के इतिहास को भारतीय दृष्टिकोण से जानने की जरूरत महसूस हुई। वे चाहते थे कि भारत के सुनहरे अतीत को उजागर किया जाये ताकि भारत के लोग उस पर गर्व कर सकें। |
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| 635. |
ऋण और ब्याज में अंतर क्या है |
| Answer» ब्याज, ऋणदाता के लिए एक मुआवजा होता है जो उसे, क) मूल धन के जोखिम के लिए दिया जाता है जिसे\xa0ऋण\xa0जोखिम कहा जाता है; और ख) अन्य उपयोगी निवेश को छोड़ देने के लिए दिया जाता है जिसे उधार दी गयी संपत्ति द्वारा किया जा सकता था। | |
| 636. |
चेक क्या है |
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Answer» Mudra vinimey Ka sadan hota hai आप अपना बकाया भुगतान करने के लिये चेक का इस्तेमाल भी कर सक्ते हैं। चेक पर भुगतान पाने वाले व्यक्ति या संस्था का नाम और भुगतान की जाने वाली राशि को लिखना होता है। उसके बाद चेक जारी करने वाले व्यक्ति को चेक के नीचे हस्ताक्षर करना होता है।You can also use cheques\xa0to pay your dues. The cheques\xa0has to be written on the name of the person or institution receiving the payment and the amount to be paid. After that the person issuing the check has to sign under the cheque |
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एक्सप्लेन द मॉडल ऑफ इंग्लैंड जर्मनी एंड इटली इन हिंदी |
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Answer» ITALY की एकीकरण प्रक्रिया 3 प्राथमिक नेताओं Giuseppe Garibaldi, Count Cavour, और Victory Emmanuel II का काम था।इटली को 7 राज्यों में विभाजित किया गया था जिसमें केवल सार्डिनिया-पीडमोंट क्षेत्र पर इटली की रियासत का शासन था।उत्तरी क्षेत्र को ऑस्ट्रियन-हैब्सबर्ग राजवंश द्वारा नियंत्रित किया गया था, मध्य क्षेत्र फ्रांस के पोप और दक्षिणी क्षेत्र स्पेन के बॉर्बन राजाओं द्वारा शासित था।मेजीनी द्वारा स्थापित गुप्त समाजों जैसे यंग इटली और यंग यूरोप के साथ, इटली का एकीकरण शुरू हुआ।फ्रांस के साथ कूटनीति के अपने पूर्ण व्यवहार के साथ, काउंट कैवोर ने ऑस्ट्रियाई लोगों पर काबू पा लिया और उत्तरी इटली को मुक्त कर दिया।गैरीबाल्डी ने स्पेन के बोरबोन राजाओं को अपने सशस्त्र स्वयंसेवकों के साथ हरा दिया, जिन्हें लाल शर्ट कहा जाता है, जो दो सिसिली के राज्य को मुक्त करता है।इमैनुएल की दूसरी जीत ने फ्रांस के चबूतरे पर कब्जा कर लिया और दक्षिणी क्षेत्र को मुक्त कर दिया और इटली के एकीकरण को पूरा किया, और एकीकृत इटली के सम्राट की घोषणा की गई। जर्मनी का एकीकरण:1848 में जर्मनी में नए उभरे मध्य वर्ग ने कई जर्मन राज्यों को एकजुट करने की कोशिश की, जो एक निर्वाचित निकाय द्वारा शासित एक राष्ट्र राज्य में राजशाही और बड़े भूस्वामियों द्वारा दबा दिए गए थे।एक जर्मन राज्य प्रशिया ने विभिन्न जर्मन राज्यों को एकजुट करने में नेतृत्व किया। प्रशिया के मुख्यमंत्री ओटो वॉन बिस्मार्क का उद्देश्य प्रशिया सेना और नौकरशाही की मदद से एकीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करना था।सात वर्षों में फैला, ऑस्ट्रियाई, फ्रांसीसी और डेनिश सेनाओं की मदद से प्रशिया की सेना ने तीन युद्ध लड़े और सभी छोटे जर्मन राज्यों को सफलतापूर्वक शामिल किया। इसने जर्मन एकीकरण के पूरा होने की प्रक्रिया को चिह्नित किया।जर्मन एकीकरण 1871 में पूरा हुआ और उसी वर्ष विलियम प्रथम को वर्साय के पैलेस में जर्मनी का सम्राट घोषित किया गया।जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया ने प्रशिया राज्य की शक्ति का प्रदर्शन किया। जर्मनी में बैंकिंग, मुद्रा, प्रशासन और न्यायपालिका में कई नए सुधार शुरू किए गए थे। |
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| 638. |
सौहार्द का मतलब क्या है |
| Answer» | |
| 639. |
मानव विकास योजनाएं क्या है फुल डिटेल |
| Answer» | |
| 640. |
इंग्लैंड में किस पुस्तक को फेरी वाले बेचा करते थे जिनको चैपमेन कहा जाता था |
| Answer» In England, penny chapbooks were carried by petty pedlars known as chapmen, and sold for a penny, so that even the poor could buy them.इंग्लैंड में, पैनी चैपबुक को छोटेफेरीवाला द्वारा बनाया जाता था, जिन्हें चैपमैन के रूप में जाना जाता था, और एक पैसा बेचा जाता था, ताकि गरीब भी उन्हें खरीद सकें। | |
| 641. |
सत्ता की साझेदारी हुई क्यों है |
| Answer» समाज में सौहार्द्र और शांति बनाये रखने के लिये सत्ता की साझेदारी जरूरी है। इससे विभिन्न सामाजिक समूहों में टकराव को कम करने में मदद मिलती है।किसी भी समाज में बहुसंख्यक के आतंक का खतरा बना रहता है। बहुसंख्यक का आतंक न केवल अल्पसंख्यक समूह को तबाह करता है बल्कि स्वयं को भी तबाह करता है। सत्ता की साझेदारी के माध्यम से बहुसंख्यक के आतंक से बचा जा सकता है।लोगों की आवाज ही लोकतांत्रिक सरकार की नींव बनाती है। इसलिये यह कहा जा सकता है कि लोकतंत्र की आत्मा का सम्मान रखने के लिए सत्ता की साझेदारी जरूरी है।सत्ता की साझेदारी के दो कारण होते हैं। एक है समझदारी भरा कारण और दूसरा है नैतिक कारण। सत्ता की साझेदारी का समझदारी भरा कारण है समाज में टकराव और बहुसंख्यक के आतंक को रोकना। सत्ता की साझेदारी का नैतिक कारण है लोकतंत्र की आत्मा को अक्षुण्ण रखना। | |
| 642. |
राजनीतिक दल अभी भी कुछ गंभीर चुनौतियों की गिरफ्तारी में है समझाएं |
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Answer» पूरी दुनिया में, लोग राजनीतिक दलों के प्रदर्शन के बारे में मजबूत असंतोष व्यक्त करते हैं।लोकतंत्र के प्रभावी साधन बने रहने के लिए, राजनीतिक दलों को कुछ चुनौतियों से पार पाने की आवश्यकता है।य़े हैं(i) पहली चुनौती पार्टियों के भीतर लोकतंत्र की कमी है। पूरी दुनिया में, शीर्ष पर एक या कुछ नेतृत्व में शक्तियों की एकाग्रता की दिशा में राजनीतिक दलों में एक प्रवृत्ति है।पार्टियां सदस्यता रजिस्टर नहीं रखती हैं, संगठनात्मक बैठकें नहीं करती हैं और नियमित रूप से आंतरिक चुनाव नहीं करती हैं।(ii) दूसरी चुनौती वंशवादी उत्तराधिकार है जहां एक पार्टी के शीर्ष पदों पर हमेशा एक विशेष परिवार के सदस्यों द्वारा आनंद लिया जाता है।यह प्रवृत्ति पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ-साथ लोकतंत्र के लिए भी हानिकारक है। यह प्रवृत्ति पूरी दुनिया में कुछ उपायों में मौजूद है।(iii) तीसरी चुनौती पार्टियों में धन और शक्ति की बढ़ती भूमिका के बारे में है जो चुनावों के दौरान विशेष रूप से देखी जाती है।अमीर लोग और कंपनियां जो पार्टियों को धन देते हैं, हमेशा पार्टी की नीतियों और फैसलों पर एक कहावत होती है।(iv) चौथी चुनौती यह है कि बहुत बार पार्टियां मतदाताओं को एक सार्थक विकल्प नहीं देती हैं। हमारे देश में, आर्थिक नीतियों पर सभी प्रमुख दलों के बीच अंतर कम हो गया है। कभी-कभी, नेताओं का एक ही सेट एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शिफ्ट होता रहता है, इसलिए लोगों के पास उनके लिए कोई विकल्प उपलब्ध नहीं होता है। पूरी दुनिया में, लोग राजनीतिक दलों के प्रदर्शन के बारे में मजबूत असंतोष व्यक्त करते हैं।लोकतंत्र के प्रभावी साधन बने रहने के लिए, राजनीतिक दलों को कुछ चुनौतियों से पार पाने की आवश्यकता है।य़े हैं(i) पहली चुनौती पार्टियों के भीतर लोकतंत्र की कमी है। पूरी दुनिया में, शीर्ष पर एक या कुछ नेतृत्व में शक्तियों की एकाग्रता की दिशा में राजनीतिक दलों में एक प्रवृत्ति है।पार्टियां सदस्यता रजिस्टर नहीं रखती हैं, संगठनात्मक बैठकें नहीं करती हैं और नियमित रूप से आंतरिक चुनाव नहीं करती हैं।(ii) दूसरी चुनौती वंशवादी उत्तराधिकार है जहां एक पार्टी के शीर्ष पदों पर हमेशा एक विशेष परिवार के सदस्यों द्वारा आनंद लिया जाता है।यह प्रवृत्ति पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ-साथ लोकतंत्र के लिए भी हानिकारक है। यह प्रवृत्ति पूरी दुनिया में कुछ उपायों में मौजूद है।(iii) तीसरी चुनौती पार्टियों में धन और मांसपेशियों की शक्ति की बढ़ती भूमिका के बारे में है जो चुनावों के दौरान विशेष रूप से देखी जाती है।अमीर लोग और कंपनियां जो पार्टियों को धन देते हैं, हमेशा पार्टी की नीतियों और फैसलों पर एक कहावत होती है।(iv) चौथी चुनौती यह है कि बहुत बार पार्टियां मतदाताओं को एक सार्थक विकल्प नहीं देती हैं। हमारे देश में, आर्थिक नीतियों पर सभी प्रमुख दलों के बीच अंतर कम हो गया है। कभी-कभी, नेताओं का एक ही सेट एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शिफ्ट होता रहता है, इसलिए लोगों के पास उनके लिए कोई विकल्प उपलब्ध नहीं होता है। |
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| 643. |
Barlin me kis warsh me badi yuropie saktia mili |
| Answer» भाई तुम एसएसटी हिंदी में लिया है सीबीएसई मीडियम में | |
| 644. |
Satta ki sajhedari sahi hai kyunki yah Desh ke Madhya virodhabhas ko kam karne madad gar hoti hai |
| Answer» राजनीतिक व्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सत्ता की साझेदारी एक अच्छा तरीका है क्योंकि सामाजिक संघर्ष अक्सर हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता की ओर जाता है। बहुसंख्यक समुदाय की अन्य लोगों की इच्छा को कम समय में एक आकर्षक विकल्प की तरह देखा जा सकता है, लेकिन लंबे समय में, यह राष्ट्र की एकता को कमजोर करता है।सत्ता की साझेदारी वांछनीय है क्योंकि यह विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच संघर्ष की संभावना को कम करने में मदद करता है। चूंकि सामाजिक संघर्ष अक्सर हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता की ओर जाता है, इसलिए राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए शक्ति साझाकरण एक अच्छा तरीका है। अल्पमत में बहुसंख्यक समुदाय की इच्छा को कम समय में एक आकर्षक विकल्प की तरह देखा जा सकता है, लेकिन लंबे समय में यह राष्ट्र की एकता को कमजोर करता है। बहुमत का अत्याचार अल्पसंख्यक के लिए सिर्फ दमनकारी नहीं है; यह अक्सर बहुमत के लिए भी बर्बादी लाता है। | |
| 645. |
Punjab m ati sinchayi...........k liye utterdayi hai |
| Answer» उत्तर: पंजाब में भूमि क्षरण के लिए अधिक सिंचाई जिम्मेदार हैपंजाब में मिट्टी में लवणता और क्षारीयता में वृद्धि के कारण जलभराव का मुख्य कारण भूमि का क्षरण है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जो भूमि क्षरण के मुद्दे का सामना कर रहे हैं। | |
| 646. |
Over irrigation is responsible for ....... in punjab |
| Answer» ANSWER:\xa0Over irrigation is responsible for land degradation in punjabOver irrigation is main cause of land degradation in Punjab due to waterlogging leading to increase in salinity and alkalinity in the soil. Punjab, Haryana, Uttar Pradesh are the states facing issue of land degradation. | |
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Belgium model ke palte kya hai |
| Answer» \xa0(i) संविधान बताता है कि केंद्र सरकार में डच और फ्रांसीसी भाषी मंत्रियों की संख्या बराबर होगी। कोई भी एक समुदाय एकतरफा निर्णय नहीं ले सकता। (ii) राज्य सरकारें केंद्र सरकार के अधीन नहीं हैं। (iii) राजधानी, ब्रुसेल्स की एक अलग सरकार है जहाँ दोनों समुदायों का समान प्रतिनिधित्व है। (iv) एक तीसरी तरह की सरकार,) सामुदायिक सरकार ’का चुनाव एक भाषा समुदाय डच, फ्रेंच और जर्मन बोलने वाले लोगों द्वारा किया जाता है-चाहे वे कहीं भी रहें। यह सरकार सांस्कृतिक, शैक्षिक और भाषा संबंधी मुद्दों पर निर्णय ले सकती है। | |
| 648. |
Punjab me alt such an ke liye kon uttardai hai |
| Answer» पंजाब में मिट्टी में लवणता और क्षारीयता में वृद्धि के कारण जलभराव का मुख्य कारण भूमि का क्षरण है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जो भूमि क्षरण के मुद्दे का सामना कर रहे हैं। | |
| 649. |
वाघानो मे स्वराज का क्या अर्थ निकाला |
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Answer» Group असम में बागानो ने महात्मा गांधी और स्वराज की धारणा की अपनी समझ थी। असम में बागान श्रमिकों को कड़ाई में रखा गया और अल्प वेतन के लिए अधिक समय तक काम करना पड़ा। इसके अलावा, बागान श्रमिकों के लिए, स्वराज ’का मतलब सीमित स्थानों से स्वतंत्र रूप से अंदर और बाहर घूमने का अधिकार था और उनके पास जाने की स्वतंत्रता थी।पैतृक गाँव। असहयोग आंदोलन की शुरुआत के बाद श्रमिकों ने अधिकारियों की अवज्ञा की, बागान छोड़ दिया और अपने गांवों की ओर चले गए। बागान श्रमिकों का मानना था कि गांधी राज में, प्रत्येक व्यक्ति को अपने गांवों में जमीन दी जाएगी। हालांकि, उन्हें रास्ते में पुलिस ने पकड़ लिया और बेरहमी से पीटा गया। बागान श्रमिकों ने इस तरह से स्वराज की धारणा को अपने तरीके से स्वीकार किया जिसमें उन्होंने सोचा था कि उनमें से प्रत्येक को स्वतंत्रता और भूमि होगी और इस प्रकार उनकी गरीबी और दुख समाप्त हो जाएंगे। |
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| 650. |
Set 2 solution |
| Answer» | |