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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

6951.

निम्नलिखित क्रिया विशेषणों का उचित प्रयोग करते हुए रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-अगले दिन, कम समय में, कुछ देर बाद, सुबह तक(क) मैंयह कार्य कर लँगा।(ख) बादल घिरने केही वर्षा हो गई।(ग) उसने बहुतइतनी तरक्की कर ली।(घ) नाङकेसा कोगाँव जाना था।योग्यता-विस्तार.​

Answer» ONG>ANSWER:

FRIST is CORRECT ..

....

6952.

1. 'ਸਾਰਾਗੜ੍ਹੀ' ਇਤਿਹਾਸ ਦੇ ਪੰਨਿਆਂ ਵਿੱਚ ਬੜੀ ਵੱਡੀ ਥਾਂ ਕਿਉਂ ਮੱਲੀ ਬੈਠਾ ਹੈ? * (ੳ) ਇੱਕ ਛੋਟਾ ਜਿਹਾ ਪਿੰਡ ਹੋਣ ਕਰਕੇ(ਅ) ਫ਼ੌਜੀ ਨੁਕਤੇ ਤੋਂ ਬੜੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਥਾਂ ਹੋਣ ਕਰਕੇ(ੲ) ਛੇ ਹਜ਼ਾਰ ਫੁੱਟ ਦੀ ਉਚਾਈ ਉੱਤੇ ਹੋਣ ਕਰਕੇ(ਸ) ਸਿਦਕ ਅਤੇ ਸਿਰੜ ਦੇ ਪੱਖੋਂ ​

Answer» ONG>ANSWER:

ਇਕ ਛੋਟਾ ਜਿਹਾ ਪਿੰਡ ਹੋਣ ਕਰਕੇ

6953.

महिला सशक्तिकरण में शिक्षा और समाज की भूमिका की व्याख्या कीजिए​

Answer» ONG>ANSWER:

महिलाएं जब तक शिक्षित नहीं होगी तब तक वह आगे नहीं बढ़ सकती, इसलिए महिला सशक्तीकरण के लिए शिक्षा का महत्व सर्वोपरि है। जब हम शिक्षित होंगे तभी अपने अधिकारों, कर्तव्य एवं अपने कानूनों को जान पाएंगे। ... महिला सशक्तिकरण में समाज की भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है। देश की समग्र प्रगति तब तक नहीं हो सकती, जब तक उस देश की राजनीति से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में वहां की महिलाएं सशक्त बन कर न उभरी हों। तमाम प्रभावी नीतियों और योजनाओं के बावजूद हकीकत यह है कि महिलाएं व्यावहारिकता में अब भी तरह-तरह की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रही हैं। निश्चित तौर पर यह मानना होगा कि जब तक परिवार और समाज सकारात्मक सोच के साथ आगे नहीं बढ़ेगा, तब तक महिलाओं के विकास और सशक्तिकरण की बातें करना महज एक कल्पना ही होगी।

समाज में प्रत्येक पुरुष और महिला को संविधान द्वारा समान तौर पर समस्त मूलभूत अधिकार दिए गए हैं, लेकिन फिर भी किसी न किसी रूप में सामाजिक रूढ़िवादी मान्यताओं और विषमताओं के कारण महिलाएं अपने अधिकारों से वंचित रह जाती हैं। अत: इस महत्त्वपूर्ण मुद्दे के समाधान की दिशा में हमारे देश में स्थित कई गैर सरकारी और स्वैच्छिक संस्थाएं, लिंग विभेद और महिलाओं से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से सहयोग लेकर अपने स्तर पर प्रयास कर रही हैं।

6954.

10. गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है?​

Answer» ONG>ANSWER:

सोनजुही की लता के नीचे गिलहरी की समाधि बनाई गयी थी।

6955.

अमीर’ का विपरीत शब्द निम्नलिखित में से क्या होगा ? * क) धनीख) गरीबग) धनवानघ) अमीरी​

Answer» ONG>ANSWER:

) गरीब

h҈o҈p҈e҈ t҈h҈i҈s҈ i҈s҈ u҈s҈e҈f҈u҈l҈....

......

6956.

Shid bhaght singh da jadi pind khera hain​

Answer» ONG>Answer:

Kya pucha hai KUCH samj nahin aa RAHA hai

6957.

अनेक6.6. गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था?.​

Answer» ONG>ANSWER:

गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।

6958.

Gazal Kavita ke Kavi​

Answer» ONG>EXPLANATION:

SHAH MUHAMMAD's walliullah ✌️✌️✌️.,.,

6959.

I do not like him change passive voice

Answer» ONG>Answer:

he is not LIKED by me

Explanation:

PLSSS MARK it as BRAINLIST

6960.

निम्नलिखित में से भाववाचक संज्ञा शब्द छाँटिए :- * क) मेहनतख) अमीरग) लड़काघ) घर​

Answer» ONG>ANSWER:

ghar... sangya H

Explanation:

ghar sangya h

6961.

7. निम्नलिखित वाक्यों में उचित स्थान पर सही विराम चिह्न लगाइए- i. भरत दशरथ के पुत्र तपस्वी थेii. इस बालक पर यह कहावत लागू होती है होनहार बिरवान के होत चीकने पातiii. सुबह सुबह कौवा काँव काँव करने लगा।​

Answer» ONG>ANSWER:

answer (3) सुबह सुबह कौवा कांव कांव करने लगा।

6962.

Boli kitna perkar ki hoti hai​

Answer» ONG>EXPLANATION:

oòooooooooooòooo

kya BOLE samjhe NAHI

6963.

यात्रा' शब्द का बहुवचन क्या होगा ? ​

Answer» ONG>ANSWER:

यात्राएं ☺️☺️✌️

hope it's HELPFUL MARK me

6964.

20. Choose the correct English Translation of the given sentence. 3hfਮੇਰੀ ਮਦਦ ਕਦੋਂ ਕਰੋਗੇ ? ?*Oa) Will you help me?O b) When will you help me?O c) Has you helped me? ?O d) Have you been helping me?​

Answer»

ong>Explanation:

Will you HELP me? is correct ANSWER

please FOLLOW me.

thanks

6965.

A motoroyalist (as a particle) is undergoing vertical ciocles inside be a sphere of deaththe speed of the motorcyo le varies betwochGelmes and to m/s .. Calculate diameterof the sphere of death How muchminimum value Value are possible forthese two speeds &[ Ans: Diameter = 3.2 m.(Vi) min = 4 m/s, (Wa) min = 485 m/s​

Answer»

but not have ENOUGH TIME

6966.

Class 8 hindi chapter 10 1. कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहागया?2. बच्चों के ऊधम मचाने के कारण घर की क्या दुर्दशा हुई?3. "या तो बच्चा राज कायम कर लो या मुझे ही रख लो।" अम्मा ने कबकहा? और इसका परिणाम क्या हुआ?4. 'कामचोर' कहानी क्या संदेश देती है?5. क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकरपानी भी नहीं पिएँगे।​

Answer»

ong>Answer:

QUESTION 1. कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहा गया?

Solution: कहानी में ‘मोटे-मोटे किस काम के हैं’ बच्चों के बारे में कहा गया है क्योंकि वे घर के कामकाज में जरा सी भी मदद नहीं करते थे तथा दिन भर उधम मचाते रहते थे। इस तरह से ये कामचोर हो गए थे।

Question 3. “या तो बच्चाराज कायम कर लो या मुझे ही रख लो।” अम्मा ने कब कहा? और इसका परिणाम क्या हुआ?

Solution: अम्मा ने बच्चों द्वारा किए गए घर के हालत को देखकर ऐसा कहा था। जब पिताजी ने बच्चों को घर के काम काज में हाथ बँटाने को कहा तब उन्होंने इसके विपरीत सारे घर को तहस-नहस कर दिया। जिससे अम्मा जी बहुत परेशान हो गई थीं। इसका परिणाम ये हुआ कि पिताजी ने घर की किसी भी चीज़ को बच्चों को हाथ ना लगाने कि हिदायत दे डाली। अगर किसी ने घर का काम किया तो उसे रात का खाना नहीं दिया जाएगा।

Question 4. ‘कामचोर’ कहानी क्या संदेश देती है?

Solution: यह एक हास्यप्रधान कहानी है। यह कहानी संदेश देती है की बच्चों को घर के कामों से अनभिज्ञ नहीं होना चाहिए। उन्हें उनके स्वभाव के अनुसार, उम्र और रूचि ध्यान में रखते हुए काम कराना चाहिए। जिससे बचपन से ही उनमें काम के प्रति लगन तथा रूचि उत्पन्न हो न कि ऊब।

Question 5. क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे।

Solution: बच्चों द्वारा लिया गया निर्णय उचित नहीं था क्योंकि स्वयं हिलकर पानी न पीने का निश्चय उन्हें और भी कामचोर बना देगा। वे कभी-भी कोई काम करना सीख ही नहीं पाएँगें। बच्चों को काम तो करना चाहिए पर समझदारी के साथ। बड़ों को उनको काम सिखाना चाहिए और आवश्यकता अनुसार मार्गदर्शन देना चाहिए।

Question 6. घर के सामान्य काम हों या अपना निजी काम, प्रत्येक व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुरूप उन्हें करना आवश्यक क्यों है?

Solution: अपनी क्षमता के अनुसार काम करना इसलिए जरूरी है क्योंकि क्षमता के अनुरूप किया गया कार्य सही और सुचारु रूप से होता है। यदि हम अपने घर का काम या अपना निजी काम, नहीं करेंगे तो हम कामचोर बन जाएँगे। हमें अपने कामों के लिए आत्मनिर्भर रहना चाहिए।

Question 7. भरा-पूरा परिवार कैसे सुखद बन सकता है और कैसे दुखद? कामचोर कहानी के आधार पर निर्णय कीजिए।

Solution: भरा-पूरा परिवार तब सुखद बन सकता है जब सब मिल-जुलकर कार्य करें व दुखद तब बनता है जब सब स्वार्थ भावना से कार्य करें। कामों के क्षमतानुसार विभाजित करने से कहानी जैसी दुखद स्थिति से बचा जा सकता है। कार्यों को बाँटने से किसी दूसरे को काम करने के लिए कहने की जरुरत होगी और तनाव भी उत्पन्न नहीं होगा।

Question 8. बड़े होते बच्चे किस प्रकार माता-पिता के सहयोगी हो सकते हैं और किस प्रकार भार? कामचोर कहानी के आधार पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।

Solution: बडे होते बच्चे यदि माता-पिता को छोटे-मोटे कार्यों में मदद करें तो वे उनके सहयोगी हो सकते हैं जैसे अपना कार्य स्वयं, अपने-आप स्कूल के लिए तैयार हो जाएँ, अपने खाने के बर्तन यथा सम्भव स्थान पर रख आएँ, अपने कमरे को सहज कर रखें।

यदि हम बच्चों को उनका कार्य करने की सीख नहीं देते तो वह सहयोग के स्थान पर माता-पिता के लिए भार ही साबित होंगे। उनके बड़ा होने पर उनसे कोई कार्य कराया जाएगा तो वह उस कार्य को भली-भांति करने के स्थान पर तहस-नहस ही कर देंगे, जैसे की कामचोर लेख पर बच्चों ने सारे घर का हाल कर दिया था। इसलिए माता-पिता को बच्चों को उनके स्वभाव के अनुसार, उम्र और रूचि ध्यान में रखते हुए काम कराना चाहिए। जिससे बचपन से ही उनमें काम के प्रति लगन तथा रूचि उत्पन्न हो न कि ऊब। और उनके सहयोगी हो सके।

Question 9. ‘कामचोर’ कहानी एकल परिवार की कहानी है या संयुक्त परिवार की? इन दोनों तरह के परिवारों में क्या-क्या अंतर होते हैं?

Solution: कामचोर कहानी सयुंक्त परिवार की कहानी है इन दोनों में अन्तर इस प्रकार है –

एकल परिवार में सदस्यों की संख्या तीन से चार होती है – माँ, पिता व बच्चे होते है। सयुंक्त परिवार में सदस्यों की संख्या ज़्यादा होती है क्योंकि इसमें चाचा-चाची ताऊजी-ताईजी, माँ-पिताजी, बच्चे सभी सम्मिलित होते हैं। एकल परिवार में सारा कार्य स्वयं करना पड़ता है जबकि संयुक्त परिवार में सबलोग मिल-जुलकर कार्य करते हैं। एकल परिवार में जीवन के सुख-दुख का अकेले सामना करना पड़ता है जबकि सयुंक्त परिवार में सारे सदस्य मिलकर जीवन के सुख-दुख का सामना करते है।

6967.

Hmare svidhan anusaar pranit bhasha konsi hai Punjabi hindi marathi​

Answer» ONG>ANSWER:

hindi

Explanation:

i THINK so..

HOPE IT HELPS!

6968.

निम्नलिखित में से कौन सा शब्द संज्ञा शब्द है ? *) भारत ख) तेरहग) उनकाघ) सभी विकल्प सही हैं​

Answer» ONG>ANSWER:

OPTION a is your answer

6969.

II. निम्नलिखित शब्दों का संधि-विच्छेद कीजिए-i. तथैवii. सम्भाषण​

Answer» ONG>ANSWER:

तथा+एव

सम् + भाषण

i HOPE it HELP you

6970.

विद्यालय में कवि सम्मेलन आयोजित कराने हेतु प्राचार्य को पत्र​

Answer»

o PATRA chahie Vidyalay Mein KAVI Sammelan aayojit karane Hetu PARYAYVACHI ko Patra Yahi chahie TUMKO

6971.

पिता' शब्द का स्त्रीलिंग शब्द क्या होगा​

Answer» ONG>ANSWER:

माता

Explanation:

HOPE you got it.

please follow meee.

6972.

पिता' शब्द का स्त्रीलिंग शब्द क्या होगा ​

Answer»

ong>ANSWER:

Mata

SORRY don't have hindi keypad

follow MEEE

6973.

अखाड़े में मिट्टी की क्या विशेषता होती है​

Answer»

अखाड़े की मिट्टी साधारण धूल नहीं होती। यह मिट्टी अखाड़े में अपने गांव आजमाने वाले जवानों के शरीर पर लगे तेल, मट्ठे और उनकी मेहनत से बहे हुए पसीने से सिझाई हुई होती है। अखाड़े में परिश्रम करने से पसीने से तर बतर जवानों के शरीर पर यह मिट्टी ऐसे फिसलती है जैसे वह कुआं खोदकर बाहर निकला हो।

Good MORNING to all GUYS

6974.

4. निम्नलिखित शब्दों में उचित स्थान पर नुक्ते का प्रयोग कीजिये-गिरफ्तार, रोज​

Answer»

rong>गिरफ्तार, रोज़  HOPE it HELPS you!! PLS mark as brainliest!

6975.

वह कभी भी अपने शिकार के भक्षण के लिए झपट सकती है। वह चुपचाप ही आक्रमण लेखक भय का क्या कारण मानता हऔर क्यों?लेखक दुख की स्थिति कब मानता है?जी की चेतावनी का क्या अभिप्राय है?प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।यद्यपि यह एक शाश्वत सत्य है, फिर भी मृत्यु से सब को भय लगता है। वास्तव मेंभय किसी वस्तु से अलग हो जाने का है। जो छूटता है, उसमें भय है। धन छूट जाएगा,परिवार छूट जाएगा, इसका भय है। त्याग में भय है। किस त्याग में भय है? जिनवस्तुओं को या परिजनों को हम उपयोगी समझते हैं उनके त्याग में भय है। वहां भयनहीं होता ,जहां त्याग अपनी इच्छा से किया जाए। जैसे कपड़ा पुराना हो जाता है तोइच्छा से त्याग करते हैं। ऐसे त्याग में संतोष है। दुःख वहां होता है, जहां कोई अपनीवस्तु छिन या छूट जाती है। हम कपड़ा या धन दूसरों को दे सकते हैं, परंतु एक वस्तु है'प्राण' जो हम नहीं दे सकते हैं। शरीर से 'प्राण' निकल जाए तो कहते हैं मृत्यु हो गई।इसमेंदुख होता है, क्योंकि प्राण को हम इच्छा से नहीं छोड़ते। पंचभूतों से बना यह शरीरपहले विकास को प्राप्त होता है और फिर ह्रास की ओर उन्मुख होता है। पंच महाभूतों केसाथ आत्मा का जुड़ जाना जन्म है। पंच महाभूतों से आत्मा का अलग हो जाना मृत्यु है।हमारे मनीषी बताते हैं कि जो लोग मृत्यु से निर्भय होकर जीवन को पूर्णता के साथऔर अर्थपूर्ण जीते हैं, वे ही अपना जीवन विश्वास से जी लेते हैं। परंतु, हममें सेअधिकतर जीवन के परिवर्तन और उलट-फेर में इतन तटस्थ और उदासीन रहते हैं किमृत्युके बारे में अज्ञानी बने रहते हैं। मृत्यु अपने शिकार पर बाज पक्षी की तरह चुपचापआक्रमण कर देती है। गुरु तेग बहादुर जी चेतावनी देते हैं, 'प्रिय मित्र, मृत्यु स्वच्छंद है,कर देती है, अत: आनंद और प्रेम के साथ जियो।इच्छा किस प्रकार भय उत्पन्न करती है ?जन्म तथा मृत्यु को गद्यांश में किस प्रकार परिभाषित किया गया है ?गुरुतेगबहादुरख-2122​

Answer» ONG>ANSWER:

bsjwjfrbkjavenkw sjjebehjebabhw rkkdbje

hehwhkwkebgdkwbwof6292747r8

6976.

Maine ek hasmukh vaikti ko dekha misra vakya ma banayiya​

Answer» ONG>ANSWER:

what MEAN okkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkkk

6977.

ईश्वर पेटलीकार किस भाषा के लेखक है?(A) तमिल (B) उड़िया (C) गुजराती (D) कनड़​

Answer»

ong>ANSWER:

यह बहुत ही आसान हैं L

Explanation:

ईश्वर पेटलिकार "गुजराती" भाषा के लेखक है l

(C) गुजरती l

Hope you like it.

6978.

Kark ke chinh bataeye​

Answer» ONG>ANSWER:

PAR KONSE...... ...........

6979.

Kark ke lakhshn bataeye​

Answer»

र्भ में, किसी वाक्य, मुहावरा या वाक्यांश में संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ उनके सम्बन्ध के अनुसार रूप बदलना कारक कहलाता है। अर्थात् व्याकरण में संज्ञा या सर्वनाम शब्द की वह अवस्था जिसके द्वारा वाक्य में उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है उसे कारक कहते हैं। संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया से सम्बन्ध जिस रूप से जाना जाता है, उसे कारक कहते हैं। कारक यह इंगित करता है कि वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का काम क्या है। कारक कई रूपों में देखने को मिलता है।

कुछ भाषाओं में संज्ञा और सर्वनाम के अतिरिक्त विशेषण और क्रियाविशेषण (ऐडवर्ब) में भी विकार आते हैं। जैसे -'शीतलेन जलेन' (संस्कृत) में 'शीतलेन' विशेषण है।

विभिन्न भाषाओं में कारकों की संख्या तथा कारक के अनुसार शब्द का रूप-परिवर्तन भिन्न-भिन्न होता है। संस्कृत तथा अन्य प्राचीन भारतीय भाषाओं में आठ कारक होते हैं। जर्मन भाषा में चार कारक हैं।

कारक विभक्ति - संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों के कारक अनुसार रूप-परिवर्तन को कहते हैं।

6980.

Do log gulzar summary​

Answer»

ong>Answer:

Two is set in a small town named Campbellpur; now a city Attock in Pakistan. Pinned in late 1946 around the partition PERIOD, ‘Two’ captures the psychological and physical turmoil of locals, seeking a place they can call home. It revolves around a group of people aboard a truck bound for the proposed partitioned land. No one knows where each is headed but with hopes GALORE, they leave behind everything that belonged to them to set up paradise in unknown lands. They face trials and tribulations; mostly fatal in nature, but no sooner have they reached the destination, each go their own way, with a heavy heart, a bleeding soul, and scarred memories for belongings.

Known as the greatest tragedy in Indian history, the partition of India sowed seeds for political, social and communal unrest for decades to come, and even today, we are just as much tortured by the atrocities as the populace suffered then. This book attempts to showcase the incidents that have led to the DIFFERENCES the nations nurture, and truly have become ‘Two’ from one magnanimous nation.

The language of the book is simple yet captivating. Gulzar’s choicest of vocabulary make the perils of the characters come alive that tear your heart to pieces. Most characters are real only with different names because this is a personal story, one the author has lived himself. But of course, the characters are redone but their stories are the same. You live them long after you’re through the 200-page partition saga, and yet that’s not all. You wish you could go back and erase the memories the book just etched in your mind.

Of course, it’s been 70+ years of Independence, and of course, no man on either side of the border hates another enough, blames another enough, but what needs to be remembered is that the tragedy fell on both, massacres and riots scarred both, it was not one nation’s doing. The country that was one was made two, and it is still bleeding, and it will go on this way unless conscious, considerate steps of humanity and love are taken by the two. This one message as a leaving note, is compelling enough for humans on both SIDES to break-free of the shackles that hold them prisoners, despite being free, even after so many years.

Please MARK as Brainlist

6981.

जाति प्रथा पर लेखक के विचारों की तुलना महात्मा गाँधी, ज्योतिबा फुले और डॉ० राममनोहर लोहिया से करते हुए एक संक्षिप्त आलेख तैयार करें और उसका कक्षा में पाठ करें।​

Answer»

ong>ANSWER:

gkfudj hchkj. IHHC BIG

htydlhuvkt yd bhckh. gxb

6982.

Sanskrit bhasha me kul kitne ling hote hai​

Answer» MATE...!

HERE IS UR ANSWER...!

संस्कृत में तीन लिंग होते हैं- पुल्लिंग, स्त्रीलिंग तथा नपुंसक लिंग।

HOPE IT HELPS...!

THANKS.

6983.

Sanskrit bhasha me kul kitne long hote hai​

Answer»

is long.....

There is no word in SASKRIT LIKE 'long'

Please ask again...

Its not CORRECT.....

Mark as brainlist....

6984.

Sanskrit bhasha me kul kitne vachan hote hai​

Answer»

्कृत भाषा में वचन तीन प्रकार के होते हैं।

पहला, एकवचन–एक वस्तु या एक व्यक्ति का बोध कराने के लिए एकवचन का प्रयोग होता है, जैसे–बालक:, हरि:, गुरु:, विद्यालय: आदि।

दूसरा, द्विवचन–दो व्यक्तियों या दो वस्तुओं के लिए द्विवचन का प्रयोग होता है। जैसे–बालकौ, हरी, गुरू, विद्यालयौ, पुस्तकें आदि।

तीसरा, बहुवचन–तीन या तीन से अधिक व्यक्तियों या वस्तुओं का बोध कराने के लिए बहुवचन का प्रयोग किया जाता है। 'बहुषु बहुवचनम्'

जैसे–बालका:, हरय:, गुरव:, विद्यालया:, पुस्तकानि आदि।

6985.

Sanskrit bhasha me kul kitne purush hote hai​

Answer»

Sanskrit bhasha mein KUL 3 PURUSH Hote Hain.

HOPE I HELP YOU PLEASE MARK AS BRAINLIST ANSWER AND FOLLOW ME AND THANKS.

6986.

Shabd ki sabse choti ekai bhasha me konsi hoti hai​

Answer»

ong>ANSWER:

भ् HOTI HAI sabse chhoti❤️✌️

6987.

मदशहर सूप10निम्नलिखित संकेत बिंदु के आधार पर दिए गए किसी एक विषय पर निबंधलिखिए...(क) वन संरक्षणसंकेत बिदु- प्रस्तावना, वृक्षों से लाभ, प्राकृतिक आपदा में सहायक, वृक्षों का हमारेजीवन में महत्व, संरक्षण के उपाय, उपसंहार(ख) प्लास्टिक की दुनियासंकेत बिंदु भूमिका, प्लास्टिक का उपयोग, प्लास्टिक की उपयोगिता, प्लास्टिक सेहोने वाली हानिया, उपसंहार​

Answer» ONG>Answer:

वन/वन संरक्षण पर निबंध - वन प्राणियों के लिए कितने आवश्यक हैं, ये सभी को पता है। कहा भी गया है कि वन ही जीवन है। इतना समझने के बावजूद भी दिन-प्रतिदिन वनों की अंधाधुंध कटाई होती है। यह समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। इस लेख में हम इसी गंभीर समस्या पर निबंध ले कर आए हैं। आशा करते हैं कि यह निबंध जितना आपकी परीक्षाओं में सहायक होगा, उतना ही आपको वनों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने में भी प्रेरक सिद्ध होगा।

प्रस्तावना

जंगल मूल रूप से भूमि का एक टुकड़ा है जिसमें बड़ी संख्या में वृक्ष और पौधों की विभिन्न किस्में शामिल हैं। प्रकृति की ये खूबसूरत रचनाएँ जानवरों की विभिन्न प्रजातियों के लिए घर का काम करती हैं। घने पेड़ों, झाड़ियों, श्लेष्मों और विभिन्न प्रकार के पौधों द्वारा कवर किया गया, एक विशाल भूमि क्षेत्र को वन के रूप में जाना जाता है। दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के वन हैं। ये अपने-अपने प्रकार की मिट्टी, पेड़ों और वनस्पतियों और जीवों की अन्य प्रजातियों के आधार पर वर्गीकृत किए गए हैं। जंगल पृथ्वी के पारिस्थितिक तंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। वे ग्रह की जलवायु को बनाए रखने में मदद करते हैं, वातावरण को शुद्ध करते हैं, वाटरशेड की रक्षा करते हैं। वे जानवरों के लिए एक प्राकृतिक आवास और लकड़ी के एक प्रमुख स्रोत हैं जो कि हमारे दिन-प्रतिदिन जीवन में उपयोग किए जाने वाले कई उत्पादों के उत्पादन के लिए उपयोग की जाती है। वन पृथ्वी पर जैव विविधता को बनाए रखता है और इस प्रकार वन ग्रह पर एक स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।

वन शब्द की उत्पत्ति

वन शब्द की उत्पत्ति फ्रांसीसी शब्द से हुई है जिसका मतलब है कि बड़े पैमाने पर पेड़ों और पौधों का प्रभुत्व होना। इसे अंग्रेजी के एक ऐसे शब्द के रूप में पेश किया गया था जो कि जंगली भूमि को संदर्भित करता है जिसको लोगों ने शिकार के लिए खोजा था। इस भूमि पर पेड़ों द्वारा कब्जा हो भी सकता है या नहीं भी हो सकता। कुछ लोगों ने दावा किया कि जंगल शब्द मध्यकालीन लैटिन शब्द 'फोरेस्टा' से लिया गया था जिसका अर्थ था खुली लकड़ी। मध्यकालीन लैटिन में यह शब्द विशेष रूप से राजा के शाही शिकार के लिए प्रयुक्त मैदानों को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

वनों के प्रकार

दुनिया भर के वनों को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। यहाँ विभिन्न प्रकार के वनों का संक्षिप्त परिचय दिया गया है, जिससे आपको इन वनों के बारे में मूल जानकारी प्राप्त हो सके। ये वन पृथ्वी के पारिस्थितिक तंत्र का एक हिस्सा बनाते हैं -

(1) ऊष्णकटिबंधीय वर्षा वन -

ये बेहद घने जंगल हैं और इनमें बड़े पैमाने पर सदाबहार वृक्ष शामिल होते हैं, जो हर साल हरे भरे रहते हैं। इन वनों में वर्ष भर में बहुत अधिक बारिश होती है लेकिन फिर भी तापमान यहाँ अधिक है क्योंकि ये भू-मध्य रेखा के निकट स्थित हैं।

(2) उप-उष्णकटिबंधीय वन -

ये जंगल उष्णकटिबंधीय जंगलों के उत्तर और दक्षिण में स्थित हैं। ये जंगल ज्यादातर सूखा जैसी स्थिति का अनुभव करते हैं। यहाँ के पेड़ और पौधें गर्मियों में सूखे के अनुकूल होते हैं।

(3) पर्णपाती वन -

ये जंगल मुख्य रूप से उन पेड़ों के घर हैं, जो हर साल अपने पत्ते खो देते हैं। पर्णपाती वन ज्यादातर उन क्षेत्रों में हैं, जो हल्की सर्दियों और गर्मियों को अनुभव करते हैं। ये यूरोप, उत्तरी अमेरिका, न्यूजीलैंड, एशिया और ऑस्ट्रेलिया सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पाए जा सकते हैं। वालनट, ओक, मेपल, हिकॉरी और चेस्टनट पेड़ अधिकतर यहाँ पाए जाते हैं।

(4) टेम्पेरेट वन -

टेम्पेरेट वनों में पर्णपाती और शंकुधारी सदाबहार पेड़ों का विकास होता है। पूर्वोत्तर एशिया, पूर्वी उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी पूर्वी यूरोप में स्थित इन जंगलों में पर्याप्त वर्षा होती है।

(5) मोंटेन वन -

ये बादल वनों के रूप में जाने जाते हैं, ऐसा इसलिए है क्योंकि इन जंगलों में अधिकतर बारिश धुंध से होती है, जो निचले इलाकों से होती है। ये ज्यादातर उष्णकटिबंधीय, उप उष्णकटिबंधीय और समशीतोष्ण क्षेत्रों में स्थित हैं। इन जंगलों में ठंड के मौसम के साथ-साथ गहन धूप का अनुभव होता है। इन वनों के बड़े भाग पर कोनीफर्स का कब्जा है।

(6) बागान वन -

ये मूल रूप से बड़े खेत हैं, जो कॉफी, चाय, गन्ना, तेल हथेलियों, कपास और तेल के बीज जैसे नकदी फसलों का उत्पादन करते हैं। बागान वन के जंगलों में लगभग 40% औद्योगिक लकड़ी का उत्पादन होता है। ये टिकाऊ लकड़ी और फाइबर के उत्पादन के लिए विशेष रूप से जानी जाती हैं।

(7) भूमध्य वन -

ये जंगल भूमध्यसागरीय, चिली, कैलिफ़ोर्निया और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट के आसपास स्थित हैं। इनमें सॉफ्टवुड और दृढ़ लकड़ी के पेड़ों का मिश्रण है और लगभग सभी पेड़ सदाबहार हैं।

(8) शंकुधारी वन -

ये जंगल ध्रुवों के पास पाए जाते हैं, मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध और वर्ष भर में ठंड और हवा के मौसम का अनुभव करते हैं। ये दृढ़ लकड़ी और शंकुवृक्ष के पेड़ों के विकास का अनुभव करते हैं। पाइंस, फर, हेमलॉक्स और स्प्रूस का विकास यहाँ एक आम दृश्य है। शंकुवृक्ष के पेड़ सदैव सदाबहार होते हैं और यहाँ सूखे जैसी स्थिति को अच्छी तरह से अनुकूलित किया जाता है।

6988.

Sara akaash utrad 1 ka summary class 12 ​

Answer»

hat LESSON is from CBSE BOOK then PLZ

REFER to Learncbse.in

6989.

Sara akaash utrad 1 ka summary​

Answer»

ong>Answer:

which class ...

Explanation:

TELL me and KITNA word MAI 150ya200...

6990.

'आत्मिक आनन्द' से आशय हैआहलाद(b) मन की मोज(c) उपहास(d) अट्टहास​

Answer» ONG>Answer:

lska aashy ye HAI KI MAAN ki maugi

6991.

निराशावादी दु:ख के सागर में डूबे रहते हैं और सदा अपने आपको प्रस्थापित करने के लिए तर्क किया करते हैं, के लिएकहा जा सकता है(a) निराशा कुण्ठा और प्रवंचना की जननी है।(b) निराशावादी का चेहरा चिन्ता की रेखाओं से घिरारहता है।(c) निराशावादी व्यक्ति दूसरे के आनन्द से दुखी रहतेहैं।(d) उपर्युक्त सभी वाक्य सही हैं​

Answer» ONG>ANSWER:

d उपयुक्त सभी वाक्य सही है

6992.

नकारात्मकता का आशय है (a) निराशावाद(b) स्वीकार्यता(c) सकारात्मकता(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं​

Answer» ONG>ANSWER:

निराशावाद

...................

6993.

परम्परा का विरोध करने से प्रतिभा ऊपर नहीं उठती का आशय है(a) परम्परा व्यक्ति को दकियानूसी बनाती है।(b) परम्परा का विरोध व्यक्ति को प्रतिभासम्पन्न बनाताहै।(c) परम्परा को स्वीकारने से प्रतिभा नष्ट नहीं होती।(d) परम्परा और प्रतिभा में अन्योन्याश्रित सम्बन्ध है।​

Answer»

ong>Answer:

buff and polish and give me thanks and REGARDS lojja peye gelam Alo ki tahole to my email and will

Explanation:

परम्परा का विरोध करने से प्रतिभा ऊपर नहीं उठती का

आशय है

(a) परम्परा व्यक्ति को दकियानूसी बनाती है।

(B) परम्परा का विरोध व्यक्ति को प्रतिभासम्पन्न बनाता

है।

(C) परम्परा को स्वीकारने से प्रतिभा नष्ट नहीं होती।

(d) परम्परा और प्रतिभा में अन्योन्याश्रित सम्बन्ध है।

6994.

निम्नलिखित में से अशुद्ध वर्तनी वाला शब्द है (a) निस्संदेह(b) निस्संकोच(c) उज्ज्वल(d) महत्व​

Answer»

ong>ANSWER:

B.) nissankock

Explanation:

MARK as brainliest answer

6995.

निम्नलिखित में से वह वाक्य छांटिए, जिसमें क्रिया विशेषण का प्रयोग किया गया है।(a) यहाँ कैसे-कैसे लोग एकत्र हुए हैं।(b) वह काली गाय घास चर रही है।(c) मुझसे खट्टा फल नहीं खाया जाता।(d) तुम जी जान लगाकर पढ़ रहे हो​

Answer»

ong>Answer:

(d)

EXPLANATION:

kriya visheshan kriya KI visheshta batata hai.

tum jee Jaan LAGA ke padh rahi ho .

question. KAISE padh (kriya) rahi ho ?

answer jee Jaan Laga ke (kriya visheshan)

6996.

निम्नलिखित वाक्यों से शुद्ध वाक्य चुनिए। (a) चहारदिवारी के पार एक सुन्दर इमारत है।(b) उपरोक्त वाक्य का संज्ञान लें।(c) शिक्षणेत्तर कर्मचारी आज शाम को एकत्र होंगे।(d) यह कार्य अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है।​

Answer»

ong>Answer:

chardiwari KE par ek Sundar emarat hai

upyukt VAKY ka gyan LE

6997.

शिक्षण शुल्क माफ करने हेतु अपने प्रधानाध्यापक के पास एक पत्र लिखें​

Answer» ONG>ANSWER:

xory I can't understand hindi

....... WRITE in English

Explanation:

dn feel bad☺️☺️☺️☺️☺️

6998.

Tulsidas autobiography in hindi 350 words

Answer» ONG>ANSWER:

FOLLOW me

Make me Brainliest

Thank me

Explanation:

गोस्वामी तुलसीदास (1511 - 1623) हिंदी साहित्य के महान कवि थे। इन्हें आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है। श्रीरामचरितमानस का कथानक रामायण से लिया गया है। रामचरितमानस लोक ग्रन्थ है और इसे उत्तर भारत में बड़े भक्तिभाव से पढ़ा जाता है। इसके बाद विनय पत्रिका उनका एक अन्य महत्त्वपूर्ण काव्य है। महाकाव्य श्रीरामचरितमानस को विश्व के १०० सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में ४६वाँ स्थान दिया गया।

6999.

सफल संचार के लिए क्या आवश्यक है?​

Answer» ONG>EXPLANATION:

प्रभावी संचार के लिए सक्रिय सुनने की आवश्यकता होती है, इसलिए सक्रिय सुनने का तब तक अभ्यास करें जब तक कि यह आपके लिए दूसरी प्रकृति न बन जाए। ... सक्रिय रूप से सुनने और समझने में शामिल है कि कोई व्यक्ति आपसे क्या कह रहा है। जब तक आप स्पष्ट रूप से नहीं समझते कि कोई व्यक्ति आपको क्या बता रहा है, आप उचित प्रतिक्रिया नहीं दे सकते।

please make me BRAINLIST DEAR and follow me

कृपया मुझे ब्रेनलिस्ट बनाएं and प्रिय और मेरे पीछे आओ

7000.

8:00 बजे सपादपञ्चवादनम् अष्टवादनम् षडवादनम सप्तवादनं

Answer»

ong>ANSWER:

अष्टवादनम्

PLEASE mark me as Brainliest please..