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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1001.

खेती में प्रयोग किए जाने वाले साधनों तथा औज़ारों की सूची बनाइए।​

Answer»

ANSWER:

TRACTOR, machines,bull,bullocart,CAMELCART. horsecart, seeds.tree.water, plants, SAND.

1002.

Koi to good meeting rakh lo​

Answer»

Answer:

hey dear..yea i conduct good meets sometimes but not at NIGHT time..CUZ i GIVE answers on brainly at night or study at this time. so.. me sham ko ya dopeher ko rkhti hu MEETINGS.. kabhi kabhi..

and meri meetings sirf good purpose KE liye hoti h.. friendship. hasi mazak..that's it..

1003.

भारतीय राजयों के किसी चार वयंजनों के बारे में चित्रों के साथ 25-30 पकितयों में विरतार में लिखिए​

Answer»

ANSWER:

भारतीय भोजन या भारतीय खाना अपने भीतर भारत के सभी क्षेत्र, राज्य के अनेक भोजनों का नाम है। जैसे भारत मैं सब कुछ अनेक और विविध है, भारतीय भोजन भी उसी तरह विविध है। पूरब पश्चिम, उत्तर और दक्षिण भारत का आहार एक दूसरे से बहुत अलग है। भारतीय भोजन पे अनेक तत्वों का प्रभाव पड़ा है, जैसे उतर भारत मैं हम मुगलय प्रभाव देकते है। हर क्षेत्र का खाना दुसरे क्षेत्र से बहुत अलग हौता है, यह भरतीय भोजन को अपनी एक निराला व अनोखा रूप देती है। पूरन पूरी हो या दाल बाटी, तंदूरी रोटी हो या शाही पुलाव, पंजाबी खाना हो या मारवाड़ी खाना, भारतीय भोजन की अपनी एक विशिष्टता है और इसी कारण से आज संसार के सभी बड़े देशों में भारतीय भोजनालय पाये जाते हैं जो कि अत्यंत लोकप्रिय हैं। विदेशों में प्रायः सप्ताहांत अथवा अवकाशों पर भोजन के लिये लोग भारतीय भोजनालयों में ही जाना अधिक पसंद करते हैं।[कृपया उद्धरण जोड़ें] स्वादिष्ट खाना बनाना एक कला है, इसी कारणवश भारतीय संस्कृति में इसे पाक कला कहा गया है। भारतीय भोजन विभिन्न प्रकार की पाक कलाओं का संगम है। इसमें पंजाबी खाना, मारवाड़ी खाना, दक्षिण भारतीय खाना, शाकाहारी खाना, मांसाहारी खाना आदि सभी सम्मिलित हैं।

भारतीय ग्रेव्ही, जिसे कि अक्सर करी/तरी भी कहा जाता है, का अपना अलग ही इतिहास है। जी हाँ, आपको जानकर आश्‍चर्य होगा कि भारतीय करी का इतिहास 5000 वर्ष पुराना है। प्राचीन काल में, जब भारत आने के लिये केवल खैबर-दर्रा ही एकमात्र मार्ग था क्योंकि उन दिनों समुद्री मार्ग की खोज भी नहीं हुई थी। उन दिनों में भी यहाँ आने वाले विदेशी व्यापारियों को भारतीय भोजन इतना अधिक पसंद था कि वे इसे पकाने की विधि सीख कर जाया करते थे और भारत के मोतियों के साथ ही साथ विश्‍वप्रसिद्ध गरम मसाला खरीद कर अपने साथ ले जाना कभी भी नहीं भूलते थे।

करी शब्द तमिल के कैकारी, जिसका अर्थ होता है विभिन्न मसालों के साथ पकाई गई सब्जी, से बना है। ब्रिटिश शासनकाल में कैकारी अंग्रेजों को इतना पसंद आया कि उन्होंने उसे काट-छाँट कर छोटा कर दिया और करी बना दिया। आज तो यूरोपियन देशों में करी इंडियन डिशेस का पर्याय बन गया है।

1004.

Ale jao mat kalo baat mein bhi ja ra​

Answer»

ANSWER:

PECH la answer dekh lo

thik hai

phir MARNE bhi gaee to kuch nahi ho GA

1005.

(संस्कृत)असौ का मूल धातु कौन है ? O अदस् O अमू O अः Oआस​

Answer»

ANSWER:

आस is the RIGHT answer I THINK

1006.

निम्नलिखित शब्द के शुद्ध रूप लिखिए1 अभिरोक​

Answer»

ANSWER:शुद्ध रूप लिखिए

Explanation:

1007.

'अनायास ही सिहंनी' का अर्थ स्पष्ट करे ?​

Answer»

ANSWER:

[क्रि.वि.] - 1. बिना कोशिश के; बिना मेहनत के 2. आसानी से 3. स्वतः।

Explanation:

1008.

Cheef ki dabat kahani ki samicha kijey​

Answer»

ANSWER:

what is the MEANING of the QUESTION ❓❓

1009.

निम्नलिखित वाक्यों में संज्ञा के भेद बताइए 1. गंगा हिमालय से निकलती है

Answer»

ANSWER:

व्यक्ति वाचक संज्ञा

EXPLANATION:

hopeithelps.

1010.

Sandhi viched of prernadayak

Answer»

pererdayak KA SANDHI viched

Explanation:

prer + nadayak

1011.

Explanation of vargiya vyajana

Answer»

OH you

SWETA sukhani

U WANT to earn points

that's why you are writing

all this in all the answers

That's y I have

re PORTED

all of your answers

lol

abb karo AISA

1012.

Aaksh par vakya banae please tell me

Answer»

ANSWER:

आकाश के तारे स्थिर थे और नदी में उनका प्रतिबिम्ब लहरों के साथ चंचल।"

1013.

,हमें झूठ नही बोलना चाहिए निबंध

Answer»

ANSWER:

सच बोलना हमारी मूलभूत प्रवृत्ति है। सच के प्रति हम बहुत संवेदनशील होते हैं। अगर झूठ सुनकर हमें दुख होता है तो ऐसी बातें बोलने से भी बचना चाहिए क्योंकि इससे दूसरों की भावनाएं आहत हो सकती हैं। बचपन में हम झूठ नहीं बोलते पर बाद में बडों को देखकर अपनी सुविधाओं के लिए झूठ बोलना सीखते हैं।

1014.

1. मंटू चोरी से मिठाई खाने के बाद उखड़ा-उखड़ा रहने लगा। आप से कोई गलती हो जाए आपको कैसा लगता है?​

Answer»

EXPLANATION:

जब मुझसे कोई गलती होती है और मुझे उसका एहसास होता है तो मुझे बहुत पछतआवा होता है और मुझे बुरा लगता है।

HOPE it HELPS :)

1015.

जनसंचार माध्यम का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। 100 शब्दों में स्पष्ट करें ​

Answer»

EXPLANATION:

संचार और जनसंचार के माध्यम हमारी अनिवार्य आवश्यकता बन गए हैं। हमारे रोज़मर्रा के जीवन में उनकी बहुत अहम भूमिका हो गई है। उनके बिना हम आज आधुनिक जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। वे हमारे लिए न सिर्फ सूचना के माध्यम हैं बल्कि वे हमें जागरूक बनाने और हमारा मनोरंजन करने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

1016.

What is scalar quantity. . . ​

Answer»

Explanation:

A SCALAR or scalar quantity is a quantity that can be described by a SINGLE element of a NUMBER field, such as a REAL number,

⋆ ˚。⋆୨୧˚ ˚୨୧⋆。˚ ⋆⋆ ˚。⋆୨୧˚ ˚୨୧⋆。˚ ⋆

1017.

Ale koi tooh baat krliya.kro mere se​

Answer»

Answer:

SORRY per aap ke bhai ki vajah se aap ko SAB galat samaj te hai zini mini bhi

or ha ye ID per our

zohi

ki I'd per JO aap ko gali padi thi na

vo zini ke bf ne di thi

sorry us ke liye

1018.

यदि गाँव में मीडिया की पहुँच होती तो कथा के अंत में किस प्रकार के बदलाव देखने को मिलते ?पाठ: हरिहर काका

Answer»

Answer:

The lower the level of RESISTIVITY, the more electrical CONDUCTIVITY a metal has. Copper has low resistivity, and therefore is an excellent CONDUCTOR. Copper is also less oxidative than other METALS.

1019.

कल्पना /संबोधन कथा मगर आणि माकड कथा मराठी ​

Answer»

ANSWER:

GOOD EVENING good evening good evening good evening

1020.

Write down Letter for teacher in hindi​

Answer»

ANSWER:

सेवा में,

आदरणीय अध्यापक महोदय,

_____विद्यालय,

_______(शहर)

श्रीमान जी,

मैं आपके विद्यालय का एक भूतपूर्व छात्र हूं और आपका एक पुराना शिष्य हैं। श्रीमान जी मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा है। पढ़ाई के अतिरिक्त आपने जो संस्कार और जीवन के आदर्श हमें सिखाएं हैं उनकी कोई कीमत नहीं है। मुझे याद है आप हमें अवकाश वाले दिन घर में बुलाकर पढ़ाया करते थे और काफी देर तक हमें स्कॉलरशिप के लिए तैयार करने के लिए बहुत मेहनत करते थे। आप मेरे आदर्श हैं। मैं आजकल एक अच्छी जगह पर एक बहुत सम्मानजनक नौकरी कर रहा हूं और यह सब आपकी वजह से संभव हो पाया है।

मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं हो रहा कि आजकल ऐसे शिक्षक बहुत कम मिलते हैं। आपका सिर्फ एक ही उद्देश्य या लक्ष्य होता था कि मेरा विद्यार्थी जीवन में सफल हो सके। मैं आपको अक्सर याद करता हूं। भगवान आपको दीर्घायु प्रदान करें। अगर मैं आपके कुछ काम आ सकूं तो यह मेरा सौभाग्य होगा।

आपका पुराना शिष्य,

______ (नाम)

मोबाइल नंबर: ______

1021.

आदमी' शब्द की भाववाचक संज्ञा सही विकल्प चुनकर लिखिए - *

Answer»

ANSWER:

Aadmiyat

Explanation:

Aadmi Ka BHAVVACHAK sangha HAI Aadmiyat

1022.

Deepak ke jalne me aali fir bhi h jeevan ki laali

Answer»

ANSWER:

आज सुबह जब 'कर्मनाशा' पर 'प्रेम कई तरह से आपको छूता है' शीर्षक से एक पोस्ट लगाई तो तो दुनिया जहान की और अपनी कई प्रेम कविताओं की याद हो आई। फिर सोचा कि क्या प्रेम सिर्फ कविताओं में है / कविताओं के लिए है? हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी में प्रेम कहाँ, कैसा और कितना है? यह सब गुनते - बुनते काम पर निकल गया लेकिन भीतर ही भीतर 'एक विकल रागिनी' बजती रही। मौका मिलने पर बार- बार अपने भीतर झाँकता रहा और तमाम तरह की प्रतिकूलताओं के बावजूद अपने भीतर की नमी की मिकदार को आँकता रहा।

जैसा कि कह चुका हूँ कुछ कवितायें / कुछ और कवितायें आद आती रहीं और 'क्या भूलूँ क्या याद करूँ' वाली हालत होती रही। किशोरावस्था में पढ़ी गई एक कविता हमेशा संग- साथ रही है।आज उसे ही साझा करते हैं। अच्छी तरह याद है कि यह उसी तरह 'परिभाषा' ( प्रेम की ! ) की तर याद की गई थी जैसी उन दिनों अर्थशास्त्र की विभिन्न परिभा्षायें याद की गईं थीं। वक्त बहुत बीत गया है लेकिन अब भी लगता है कि इस 'परिभाषा' में कुछ न कुछ बात जरूर है ! खैर , आइए पढ़ते - देखते हैं हिन्दी की आधुनिक कविता के सर्वाधिक प्रसिद्ध हस्ताक्षरों में से एक और 'भारत- भारती' के रचयिता मैथिलीशरण गुप्त की यह कविता ' दोनो ओर प्रेम पलता है' और ऊर्दू कविता में सर्वाधिक व्यवहृत प्रतिकों 'शमा और परवाना' को 'दीपक और पतंग' के रूप में यहाँ देखते हुए अपनी अंदरूनी दुनिया की पैमाइश करें कि वहाँ की तरावट अब भी कुछ बची है कि 'वक्त ने किया क्या हसीं सितम' का आलम अवतरित हो गया है ? और हो सके तो यह पड़ताल भी करें कि प्रेम कवितायें वक्त के हसीं सितम को सोखने के वस्ते कितनी कारगर सोख्ते का काम करती है?

MARK as BRAINLIST

1023.

Sapna pura karana matlab kya

Answer»
1024.

)शुध्द शब्द का चयन कीजिए-क)यूवकभारतीख)युवकभारती ग)यूवकभारति घ)युवकभारति

Answer»

ANSWER:

क)यूवकभारती

Explanation:

I THINK this is RIGHT answer

1025.

Aji aur uttara ka Pratik khari samjhe ya maji kavitri ko kahan pahunch jata hai

Answer»

mtlb

question KO ch. ke naam ke SATH LIKHA KRO

1026.

Ham kaise Desh ke nivasi Hain

Answer»

ANSWER: भारत

Explanation:

1027.

Find different examples of circular mation in daily life.please answer it​

Answer»

Answer:

Examples of Circular Motion

Planets Revolving around SUN. The planets revolving around the sun is a prominent example of circular motion in real life. ...

Giant Wheel. ...

Satellites Orbiting around Planets. ...

Stone Tied to a STRING. ...

STIRRING Batter. ...

Running on a Circular TRACK. ...

Merry GO Round. ...

Movement of Electrons around Nucleus.

1028.

Hllw di suno app meeting banao agar bana sakte hi tho​

Answer»

Answer:

anuska DATTA meet bana tu ✌️✌️✌️✌️✌️

main CHALI JAATI hu ISLIYE HOST tu ban jaa

1029.

Falak Tak Chal Saath MereFalak Tak Chal Saath ChalFalak Tak Chal Saath MereFalak Tak Chal Saath ChalYeh Badal Ki ChaadarYeh Taaro Ke AnchalMein Chup Jaye Hum, Pal Do PalHooo.Oo.Falak Tak Chal Saath Mere:)​

Answer»

Answer:

hi dear

Explanation:

good night in advance

have sweet dreams ( ◜‿◝ )♡

Ions are formed as ATOMS lose or gain electrons to satisfy the octet law and have complete electron shells of the outer VALENCE. They become positively charged as they lose electrons, and are called CATIONS. They are charged negatively when they gain electrons, and are called anions.

1030.

मुंबई सपनों का शहर है इसमें कौन कौन सी संग्या है​

Answer»

ANSWER:

मुंबई is the RIGHT answer.

Hope it HELPS you.

Please mark as a brainliest ANS

1031.

खाली दिलेल्या मुद्द्याच्या आधारे तुम्ही भेट दिलेल्य कोणत्याही एका ठिकाणी चे अहवाल लेखन करणे सर्व प्रदेशाची भेट अहवाल लेखन प्रस्तावना ठिकाणाचे नाव स्थान प्रवासाचा मार्ग प्रवासाचे कारखान्यात उत्पादन होणारे महालाचे नाव कच्चामाल कुठून येतो बघ कामाला कडे कोणी विकला जातो कामगारांची संख्या कामगारांसाठी उपलब्ध असलेल्या सुविधा इतर घटक बारा तुमचे मत नोंदवा​

Answer»

ANSWER:

PLEASE MARK my answer BRAINLIST

1032.

9.१. एकपदेन उत्तरत इन्द्रः केन रूपेण कर्णसमीपम् अगच्छत्? २.कर्ण कः न्यवारयत्?३. इन्द्रः किं ग्रहीतुम् ऐच्छत्? ४.लोके मातरम् इव का रक्षति?५. पुरुषस्य विनाशाय का भवति?Sanskrit work please help mewrong answer will be reported​

Answer»

ANSWER:

यह बात भी नहीं है कि वह अपने पति और पत्नी दोनों ही औरतखोर भी हो सकते हैं कि वह अपने घर पर ही औरतखोर भी है जो कि अपने पति को अपने पति से कहा था ना अपने पति को अपने घर में कोई कसर नहीं छोड़ी है कि वह अपने घर में कोई भी हो सकता है कि वह अपनी पत्नी को भी हो सकते हैं कि वह इस प्रकार यह वांछनीय है जो इस प्रकार हैं कि आप उन्हीं तिथियों पर विशेषकर महिलाओं को

1033.

.. Fill in the table with the place and place value of the coloured digit. PLACE PLACE VALUE NUMBER 17362 2130 600951 32415 950242 Write the digit that has the greatest place value in the number. 2. 5432 3. 912345 26473 4.78123 Write the digit that has the least place value in the number.​

Answer»

ANSWER:

FO llow me and i will fo llow you

1034.

Todti Partha kavita keep vastu vidhan ka varnan kijiye​

Answer»

ANSWER:

what is your QUESTION???

1035.

Daindin jivnat purnank sankhech a vapar kothe kela jaato

Answer»

ANSWER:

YET ANOTHER EMBODIMENT of the CLASS from Bansal the class from Bansal the class from Bansal the

1036.

पंच परमेश्वर का समास विग्रह ओर समास का नाम

Answer»

ANSWER:

VIGRAH :: 5 PARAM ishvar

samas :: ????

1037.

चेस्तनत क्या हैनिम्न शब्दो का अर्थ लिखो

Answer»

ANSWER:

चेतन संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] 1. आत्मा 2. जीव 3. मनुष्य ; आदमी।

1038.

रचना के आधार पर शब्द कितने प्रकार के होते हैं पहला पॉइंट डॉक्टर दूसरा पॉइंट घर तीसरा पॉइंट लंबोदर पॉइंट पॉइंट

Answer»

ANSWER:

what's your QUESTION I don't understand

Explanation:

PLEASE MARK me as branillest

1039.

Alokik shabd mai prayokt mool shabd tatha pratya konsa hai​

Answer»

ANSWER:

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

राम और श्याम भाई हैं

Explanation:

1040.

सीधी रीढ़ से कवि का क्या तात्पर्य है? poem is aap kinke sath hai written by Harivansh rai bacchan​

Answer»

EXPLANATION:

सीधी रीढ से कवि कहता है कि मन में अच्छे सकारात्मक विचार आते है

1041.

सफेद मुर्गी हरी पूंछ तुझे तुझे ना आए तो नानी से पूंंछ बताओ इस पहेली का सही जवाब​

Answer»

Answer:

Muli RADDISH White Murgi MEANS uska khane vala cheez AUR GREEN means uska uper vala PART

1042.

Ye imtehaaan kesa, Sooraj nai par chaand dekha, Likhari jaan leva, Urdu Rap ko saaans deta, Kisse larrun jung sab waaqif hai ye Medaan mera Rap meri jaan mai Karachi k liye jaan deraha, Ye larkay likhtay mujhe dikhtay apne bars bhai, Darta nai girnay se bas dunya se naraaz bhai, Ainay ko torden yu jorrte alfaaaz bhai, Lafz kese tolte jab bhaaari ye awaaz bhai, Dil mera saaaf, mai industry ka woh raaz bhai, Darte mujhse aaj bhi, shaheen ata baaz nai, Bhai full pachaas, Talha jaanay khola hath nahi, Kaghaz ko mai aag du, pichwaray inke rakh bhai, Sarr apna nochrahay hum sote we bhi soch rahay, Khuaabon mai bhi apno k khushi k ansu poch rahay, I ain't a role model, aaj bhi on the road ay, Underground ko laya mainstream walay shows mai,Afsanay by YOUNG STUNNERS​

Answer»

Answer:

JAAN" (and any subsequent WORDS) was IGNORED because we limit queries to 32 words.

1043.

गद्य आकलन: निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर गद्यांश में एक-एक वाक्य स्वाधीन भारत में अभी तक अंग्रेजी हवाओं में कुछ लोग यह करते मिलेंगे-जब तक विज्ञान और तकनीकी ग्रंथ हिंदी में न हो तब तक कैसे हिंदी में शिक्षा दी जाए। जब कि स्वामी श्रद्धानंद स्वाधीनता से भी चालीस साल पहले गुरुकुल काँगडी में हिंदी के माध्यम से विज्ञान जैसे गहन विषयों की शिक्षा दे रहे थे। ग्रंथ भी हिंदी में थे और पढ़ानेवाले भी हिंदी के थे। जहाँ चाह होती है वही राह निकलती है। एक लंबे अरसे तक अंग्रेज गुरुकुल काँगडी को भी राष्ट्रीय आंदोलन का विभिन्न अंग मानते रहे। इसमें कोई संदेह भी नहीं कि गुरुकुल के स्नातकों में स्वाधीनताकी​

Answer»

Answer:

HOPE u UNDERSTAND this answer and LIKE it and MARK it as BRAINLIEST

1044.

25. ਸਹੀ ਜਾਂ ਗ਼ਲਤ ਵਿੱਚ ਉੱਤਰ ਦਿਓ :- ਚਾਰਟਗਰੁੱਪ ਇਨਸਰਟ ਟੈਬ ਵਿੱਚ ਮੌਜੂਦ ਹੁੰਦੇ ਹਨ? Ch​

Answer»

ANSWER:

True

Explanation:

i HOPE it's HELPFUL for you!!

1045.

​1.सत्यवती कौन थी2.केवट रानी राजा शांतनु के आगे क्या शर्त रखी है 3.देवव्रत ने अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए क्या किया 4.देवव्रत का नाम विभीषण क्यों पड़ा 5.राजा शूरसेन ने कुंतीभोज को क्या वचन दिया था6.प्रथा कौन थी 7.प्रथा का नाम कुंती कैसे हुआ 8.कुंती ने किस ऋषि की सेवा की थी 9.ऋषि दुर्वासा ने कुंती को क्या वरदान दिया 10.कर्ण कौन था उसका पालन पोषण किसने किया 11.कुंती का विवाह किससे हुआ 12.महाराज पांडु को श्राप क्यों मिला 13.पांडवों का जन्म कैसे हुआ 14.महाराज पांडु की मृत्यु कैसे हुई ​can any one tell me these in short i will give him brilent anf wrong would be reported​

Answer»

ANSWER:

which CLASS QUESTION is this ???????? because I will answer class WISE

1046.

Answer The Following:1) कठपुतली कविता का मुख्य संदेश क्या है?2) हमें अपने मन के छंद हुए का क्या अर्थ है?3) कठपुतली शब्द का क्या मतलब है?4) कठपुतली कविता के कवि कौन है?5) पाँवों पर छोड़ देने का क्या आशय है?Hindi Vasant - Chapter 4: कठपुतलीClass 7

Answer»

EXPLANATION:

(1) सभी को आजादी मिलनी चाहिए

(2) सोचकर

(3) काठ की पुतली

(4) रिटन in book

1047.

Swaro ke wargikaran sanchep me bataiye .question of Hindi gr ​

Answer»

स्वरों का वर्गीकरण ( मात्रा, स्थान व प्रयत्न के आधार पर )

देवनागरी लिपि की मानक वर्णमाला में 12 स्वर हैं – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, ऑ |

स्वरों का वर्गीकरण मुख्यतः तीन आधार पर किया जा सकता है –

1⃣ मात्रा के आधार पर

2⃣ प्रयत्न के आधार पर

3⃣ स्थान के आधार पर

1⃣ मात्रा के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण

मात्रा के आधार पर स्वरों के तीन भेद हैं – ह्रस्व स्वर, दीर्घ स्वर, प्लुत स्वर |

ह्रस्व स्वर – इन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है – अ, इ, उ, ऋ |

इन्हें मूल स्वर भी कहते हैं |

दीर्घ स्वर – इन स्वरों के उच्चारण में अपेक्षाकृत अधिक समय लगता है – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ तथा ऑ |

प्लुत स्वर – इन स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वरों के उच्चारण की अपेक्षा अधिक समय लगता है | ‘ओ३म’ प्लुत स्वर का उदाहरण है|

अब हिंदी में प्लुत स्वर का प्रचलन नहीं है |

2⃣ प्रयत्न के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण

प्रयत्न के आधार पर स्वरों को तीन प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है –

1. जिह्वा की स्थिति के आधार पर

ओष्ठों की स्थिति के आधार पर

3. कंठ की मांसपेशियों की शिथिलता या दृढ़ता के आधार पर

1. जिह्वा की स्थिति के आधार पर

जिह्वा की स्थिति के आधार पर स्वरों को चार भागों में बांटा जा सकता है – संवृत, ईषद संवृत, विवृत, ईषद विवृत |

संवृत – जिन स्वरों का उच्चारण करते समय जिह्वा बिना किसी प्रकार की रगड़ के ऊपर की ओर उठ जाती है, उन्हें संवृत स्वर कहते हैं | जैसे – इ, ई, उ, ऊ |

ईषद संवृत ( अर्ध संवृत ) – जिन स्वरों का उच्चारण करते समय जिह्वा और मुख-विवर के ऊपरी भाग की दूरी संवृत स्वर की अपेक्षा अधिक होती है यानी जिह्वा संवृत स्वर के उच्चारण की अपेक्षा थोड़ा कम ऊपर की ओर उठती है, उन्हें ईषद संवृत स्वर कहते हैं | जैसे – ए , ओ |

विवृत स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा और मुख विवर के ऊपरी भाग की दूरी अधिक होती है, उन्हें विवृत स्वर कहते हैं | जैसे – आ |

ईषद विवृत – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा और मुख-विवर के ऊपरी भाग की दूरी विवृत स्वर की अपेक्षा कम होती है, उन्हें ईषद विवृत स्वर ( अर्ध विवृत ) कहते हैं |

जैसे – अ, ऐ, औ, ऑ |

◼ जिह्वा की स्थिति के आधार पर स्वरों का एक वर्गीकरण इस प्रकार से भी किया जा सकता है – अग्र स्वर, मध्य स्वर तथा पश्च स्वर |

अग्र स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का अग्रभाग ऊपर तालु की ओर कुछ ऊंचा उठता है परंतु तालु को स्पर्श नहीं करता, उन्हें अग्र स्वर कहते हैं | जैसे – इ, ई, ए, ऐ |

मध्य स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का मध्य भाग ऊपर की ओर थोड़ा ऊंचा उठता है, उन्हें मध्य स्वर कहते हैं | जैसे – अ,आ |

पश्च स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का पश्च भाग कोमल तालु की ओर उठकर मुख-विवर से निकलने वाली ध्वनियों को प्रभावित करता है, उन्हें पश्च स्वर कहते हैं | जैसे – उ, ऊ |

2. ओष्ठों की स्थिति के आधार पर

ओष्ठों की स्थिति के आधार पर स्वरों को तीन भागों में बांटा जा सकता है – अवृत्ताकार, वृत्ताकार तथा अर्धवृत्ताकार |

अवृत्ताकार स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में ओष्ठों की स्थिति उदासीन बनी रहती है, वह स्वर अवृत्ताकार कहलाते हैं | सभी अग्र स्वर इसी श्रेणी में आते हैं |

इ, ई, ए, ऐ अवृत्ताकार स्वर हैं |

वृत्ताकार स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में ओष्ठों की आकृति वृत्ताकार हो जाती है, उन्हें वृत्ताकार स्वर कहते हैं |

जैसे – उ, ऊ, ओ |

अर्धवृत्ताकार स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में ओष्ठों की स्थिति न तो उदासीन रहती है और न पूरी तरह वृत्ताकार होती है, उन्हें अर्धवृत्ताकार स्वर कहते हैं | जैसे – आ |

3. कंठ की मांसपेशियों की शिथिलता या दृढ़ता के आधार पर

कंठ की मांसपेशियों की शिथिलता या दृढ़ता के आधार पर स्वरों के दो भेद हैं – दृढ़ स्वर व शिथिल स्वर |

दृढ स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में कंठपिटक और चिबुक के बीच के भाग की मांसपेशियां दृढ़ हो जाती हैं, उन्हें दृढ़ स्वर कहते हैं | जैसे – ई, ऊ |

शिथिल स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में कंठपिटक और चिबुक के बीच के भाग की मांसपेशियां शिथिल रहती हैं, उन्हें शिथिल स्वर कहते हैं | जैसे – इ, उ |

3⃣ स्थान के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण ( Sthan KE AADHAR Par Svaro Ke Bhed )

स्थान के आधार पर स्वरों के निम्नलिखित आठ भेद माने गए हैं :-

(1) कण्ठ्य – जिन स्वरों के उच्चारण में कंठ की महती भूमिका होती है उन्हें कण्ठ्य स्वर कहते हैं जैसे – अ |

(2) तालव्य – जिन स्वरों का उच्चारण तालु से होता है, उन्हें तालव्य स्वर कहते हैं | जैसे – इ |

(3) मूर्धन्य – जिन स्वरों का उच्चारण मूर्धा से होता है, उन्हें मूर्धन्य स्वर कहते हैं | जैसे – ऋ |

(4) दन्त्य – जिन स्वरों का उच्चारण करते समय जिह्वा दन्त पंक्ति को स्पर्श करती है, उन्हें दन्त्य स्वर कहते हैं | जैसे – लृ | ‘लृ’ स्वर का प्रचलन अब हिंदी में नहीं है |

(5) ओष्ठ्य – जिन स्वरों के उच्चारण में ओष्ठों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, उन्हें ओष्ठ्य स्वर कहते हैं | जैसे – उ, ऊ |

(6) कंठतालव्य – जिन स्वरों का उच्चारण करने में कंठ और तालु दोनों स्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, उन्हें कंठतालव्य स्वर कहा जाता है | जैसे – ए, ऐ |

(7) कंठोष्ठय – जिन स्वरों के उच्चारण में कंठ और ओष्ठ दोनों की भूमिका होती है, उन्हें कंठोष्ठय स्वर कहते हैं | जैसे – ओ, औ |

(8) दन्तोष्ठ्य –जिन स्वरों का उच्चारण दन्त और ओष्ठ दोनों से एक साथ होता है, उन्हें दन्तोष्ठ्य स्वर कहते हैं जैसे – व |

‘व’ अर्ध स्वर है |

1048.

Kavita me aye vastu ki visheshtayeAlmariKitabeKamputer

Answer»

ANSWER:

which LESSON PLS can U TELL

1049.

What is your name what do you do

Answer»

EXPLANATION:

hdnsksosownsbbdjdisosnsnsbdhdi

1050.

वितरण के सीमांत उत्पादकता सिद्धांत की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए। ​

Answer»

EXPLANATION:

वितरण का सीमान्त उत्पादकता सिद्धान्त साधनों के पारिश्रमिक का निर्धारण करता है । सीमान्त उत्पादकता सिद्धान्त यह बताता है कि दी हुई मान्यताओं के अन्तर्गत दीर्घकाल में किसी साधन के पुरस्कार में उसकी सीमान्त उत्पादकता के समान होने की प्रवृत्ति पायी जाती है ।