This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 4301. |
Is there any Tirunelvelians ??? |
|
Answer» No I am from Puducherry but tamilian Explanation: Please MARK this as BRAINLIEST |
|
| 4302. |
Maza avadta that Ambassador essay in Marathi |
|
Answer» ayrsusufzifxifsugdkf xjzufckgridztic usjgxhdzig hfsykxhdatkxjrazhrazhdd gxigcigcgocogcococyoc YC igcgi yovubib be n cybhcufxig gixigcigxohvayrsusufzifxifsugdkf xjzufckgridztic usjgxhdzig hfsykxhdatkxjrazhrazhdd gxigcigcgocogcococyoc yc igcgi yovubib be nayrsusufzifxifsugdkf xjzufckgridztic usjgxhdzig hfsykxhdatkxjrazhrazhdd gxigcigcgocogcococyoc yc igcgi yovubib be n cybhcufxig gixigcigxohv cybhcufxig gixigcigxohvayrsusufzifxifsugdkf xjzufckgridztic usjgxhdzig hfsykxhdatkxjrazhrazhdd gxigcigcgocogcococyoc yc igcgi yovubib be n cybhcufxig gixigcigxohvayrsusufzifxifsugdkf xjzufckgridztic usjgxhdzig hfsykxhdatkxjrazhrazhdd gxigcigcgocogcococyoc yc igcgi yovubib be n cybhcufxig gixigcigxohv |
|
| 4304. |
Changing Indian festival essay in Marathi |
|
Answer» hstisidkstjzmhdjfzgksjvxtixvmejfzgjejgdyodmbeitxkh |
|
| 4305. |
Bhonsale ghat essay in marathi |
|
Answer» COMPULSORY in MARATHI. ....... |
|
| 4306. |
Shala Nasti tar essay in Marathi for class seven |
|
Answer» उत्तरः श/ला नस्ती तर ......... शाला सांगल्याचा जीवनशैली महत्वाचा अनि अनिवार्य घटक आहे शाला नास्ती तार मानवी ने इवदी विकास पन्ना केla नास्ती आज जया गोशिती आपल्याला एकl क्लिक वर भेटाट टया पन अशक्य झाल्या अस्त्या .एवधाच नाहिटर आप बहरिल जग ती पैन नास्टो झलो, कनेक्ट करते. विज्ञान सारखा महत्वाचा सबपूकेट आपल्याला शैलेट शिकवत शला नास्ती तारा खु سر्या चुकिच्य गोष्टी आपन फॉलो कराt आलो महनुन शाला अस्ने खुप महतावाचे आहे. शाला नास्ती तार देश पुधे प्रगती पाठवार गेला नास्ता देशवार गारीबी चे संकेत वधले असते बेरोजगारी वधली अस्ती |
|
| 4307. |
Essay in Marathi about blind people and their autobiography |
|
Answer» व्हिज्युअल कमजोरी, ज्याला दृष्टीदोष किंवा दृष्टीदोष देखील म्हणतात, ही एक पदवी इतकी पाहण्याची कमी क्षमता आहे ज्यामुळे चष्मासारख्या सामान्य पद्धतींनी निराकरण न होणारी समस्या उद्भवतात. काहींमध्ये ज्यांची चश्मा किंवा कॉन्टॅक्ट लेन्समध्ये प्रवेश नसतो ते पाहण्याची क्षमता कमी झाली आहे अशा लोकांचा देखील समावेश आहे. व्हिज्युअल अशक्तपणा सहसा एकतर 20/40 किंवा 20/60 पेक्षा वाईट असलेल्या सर्वोत्कृष्ट दुरुस्त व्हिज्युअल एक्युटी म्हणून परिभाषित केले जाते. अंधत्व हा शब्द पूर्ण किंवा जवळजवळ संपूर्ण दृष्टी कमी करण्यासाठी वापरला जातो. व्हिज्युअल कमजोरीमुळे लोकांना सामान्य दैनंदिन कार्यात अडचणी येऊ शकतात जसे की वाहन चालविणे, वाचन करणे, सामाजिक करणे आणि चालणे |
|
| 4308. |
Essay on Darbhanga Ghat in Marathi please write today |
|
Answer» महात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारत |
|
| 4309. |
Changing of festival in now a days essay in Marathi language |
|
Answer» safstdtdgdgdgddgdhfhrhfuckumh |
|
| 4310. |
Manikarnika Ghat essay in Marathi |
|
Answer» प्रस्तावना: स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है । जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है। स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है । महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की 2 अक्टूबर 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की । महात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना था कि( स्वच्छ भारत ) इसके तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर देश को साफ रखने के बारे में सोचते थे इसी के तहत जिस आश्रम में वो रहते थे वहां रोजाना सुबह 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे । उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वम का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन शुबह – शाम साफ भी करते थे । गांधी जी की यही स्वच्छ भारत के सपनों को पूरा करने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी। स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य। (1) खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है। (2) लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे। (3) लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके। (4) शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना। (5) गांवो को साफ रखना। (6) 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे। (7) ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना। (8) सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना। (9) साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान स्वच्छ भारत अभियान में ना केवल आम लोग, सरकारी मंत्रालय के साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा सहयोग प्रदान करने वाले लोगों में मृदुला सिन्हा, बाबा रामदेव, शशी थरूर, कमल हासन, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा जैसे बड़े-बड़े हस्तियां अपना योगदान दिखा रहे है। उपसंहार- जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं वह सबसे पहले अपने आप में लागू करें। ……………..महात्मा गांधी। महात्मा गांधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है । हमारा मन भी साफ रहता है। स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है। इसी को मध्य रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी भवनों की सफाई और स्वच्छता को ध्यान में रखकर तंबाकू, गुटका ,पान , आदि उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसकी जरूरत उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश में आवश्यक है। |
|
| 4312. |
Marathi essay on Dr Sivan |
|
Answer» महात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारतमहात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना थाभारतकि( स्वच्छ भारत |
|
| 4313. |
I want essay on सफाई कामगार in Marathi |
|
Answer» I Cant TYPE it here...... It takes TIME..........CD hope it helps you out PLS mark as brainliest answer |
|
| 4314. |
Computer a boon or curse essay in Marathi |
| Answer» | |
| 4315. |
Give me a very beautiful and heart touching essay on the day of farewell 12 the on teacher and friends in Marathi |
|
Answer» प्रस्तावना: स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है । जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है। स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है । महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की 2 अक्टूबर 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की । महात्मा गांधी जी का सपना हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना था कि( स्वच्छ भारत ) इसके तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर देश को साफ रखने के बारे में सोचते थे इसी के तहत जिस आश्रम में वो रहते थे वहां रोजाना सुबह 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे । उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वम का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन शुबह – शाम साफ भी करते थे । गांधी जी की यही स्वच्छ भारत के सपनों को पूरा करने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी। स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य। (1) खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है। (2) लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे। (3) लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके। (4) शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना। (5) गांवो को साफ रखना। (6) 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे। (7) ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना। (8) सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना। (9) साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान स्वच्छ भारत अभियान में ना केवल आम लोग, सरकारी मंत्रालय के साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा सहयोग प्रदान करने वाले लोगों में मृदुला सिन्हा, बाबा रामदेव, शशी थरूर, कमल हासन, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा जैसे बड़े-बड़े हस्तियां अपना योगदान दिखा रहे है। उपसंहार- जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं वह सबसे पहले अपने आप में लागू करें। ……………..महात्मा गांधी। महात्मा गांधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है । हमारा मन भी साफ रहता है। स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है। इसी को मध्य रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी भवनों की सफाई और स्वच्छता को ध्यान में रखकर तंबाकू, गुटका ,पान , आदि उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसकी जरूरत उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश में आवश्यक है। |
|
| 4316. |
Santanchi kamgiri essay in Marathi |
|
Answer» संतांचे कार्य- संतांच्या कामगिरीविषयी आतापर्यंत खूप लिहिले गेले आहे. आजही त्याविषयी चर्चा झडतच आहेत. यावरून संतप्रभाव चांगल्या प्रकारे प्रत्ययास येतो,असे वाटते. कोणताही पूर्वग्रह न ठेवता संतांच्या कामगिरीविषयी पुढीलप्रमाणे सांगता येईल, असे मला वाटते. संतांचे मुख्य लक्ष्य हे पारलौकिक हित हेच होते. आणि याच लक्ष्याचा त्यांनी समाजात प्रचार केला.ऐहिक सुख हे त्यांचे मुख्य लक्ष्य कधीच नव्हते. ‘अवघाची संसार सुखाचा करीन’ अशी काही वचणे पुढे करून विचारवंतांनी वाचकांची दिशाभूल करू नये. संसार, स्त्री, ऐहिक सुखोपभोग या बाबतीत संतांनी टोकाचे नकारात्मक विचार व्यक्त केले आहेत. आणि तेही अनेकवेळा. त्यामुळे ‘संसार हा असार आहे’ हेच संतविचाराचे सार आहे, हे मान्य करण्यात अडचण येऊ नये. वरीलप्रमाणे विचार करताना संतांनी बऱ्याच प्रमाणात परंपरेच्या विरुद्ध विचार आणि कृती केल्या.आध्यात्मिक पातळीवर का होईना समता,बंधुता,भूतदया, औदार्य अशा तत्त्वांचा पुरस्कार केला. त्याचा प्रत्यक्षाप्रत्यक्ष व्यावहारिक जीवनावरही प्रभाव पडला असणारच. लोक आध्यात्मिक मार्गाद्वारे जागृत झाले. त्यामुळेच या संत मंडळीत अठरापगड जातींचा समावेश होऊ शकला. जनसामान्यांत अशी चेतना निर्माण करणे ही त्या काळाची गरजच होती. आणि संतांनी आपल्या कार्याद्वारे ती पूर्ण केली. जरी विठ्ठलप्राप्ती हे संतांचे मुख्य गंतव्य असले तरी त्याकडे जाणारी संतांची वाट ही समता, भूतदया, करुणा,परोपकार,औदार्य या मैदानातूनच जात होती. या मार्गाने विठ्ठलप्रप्ती जरी झाली नाही तरी त्या वाटेने जाताना समाजाचे एकंदर हितच झाले, हे आपण मान्य करायला हरकत नाही. ऐहिक सुखाचे आपण फार कौतुक करीत असलो तरी या ऐहिक सुखाच्या अभिलाषेने माणूस आपले माणूसपण विसरत चालला आहे. आपल्या या सुखासाठी तो वाट्टेल ते करायला तयार आहे. त्यामुळे समाजात अशांती, अविश्वास, संघर्ष, मानसिक तणाव निर्माण होत आहेत. तसेच निसर्गाचे शोषण व पर्यावरणाची हानी झाल्याशिवाय आपल्याला तथाकथित सुख देणारा विकासही होऊ शकत नाही. मानवजातीला या संकटातून वाचविण्यासाठी आपल्या गरजा नियंत्रित करणे, नैसर्गिक साधनसंपत्तीचा संयमित उपयोग करणे, आपापसातील विश्वास व प्रेम वाढविणे या बाबींची गरज आहे. या साठी संत विचार आणि कार्य प्रेरक ठरतील. या अर्थाने संतांची प्रासंगिकता आपण लक्षात घेतली पाहिजे. संतांच्या विचार व कार्यावर अपेक्षांचे अवाजवी ओझे टाकणे आणि आधुनिक ओझे त्यांना पेलता येणार नाहीत, अशी टीका करण्याची आपणास काहीही आवश्यकता नाही. Hope it is USEFUL... MARK as BRAINLIEST...!! READ more on Brainly.in - brainly.in/question/5142796#readmore |
|
| 4317. |
Majhi aai maza abhiman essay in marathi |
| Answer» | |
| 4318. |
Telling my experience with my mom and dad in a picnic essay in Marathi |
|
Answer» Explanation: Hamare school mein EK picnic HO GAYA THA picnic Mein Main BHI |
|
| 4319. |
Which pen should I use in boards....which company |
|
Answer» In the category of ball PEN. I prefer pentonic. Yeah LINC pentonic. The best pen ever..... A smooth, CLEAN and clear handwriting.... |
|
| 4320. |
Essay on changing modes of communication in Marathi |
| Answer» | |
| 4321. |
Rukshy essay in Marathi |
|
Answer» Answer: angle of elevation of the top of a cloud as OBSERVED from a 16 tall building is 60 degree and the angle of depression of a foot of a HILL is 30 degree find the height of the cloud you are indian I am also india hi any |
|
| 4322. |
Marathi essay on grandmothers changing importance in family |
| Answer» | |
| 4323. |
Marathi essay on Nainital |
|
Answer» नैनिताल भारताच्या उत्तराखंड राज्यातील एक शहर आहे. हे शहर नैनिताल जिल्ह्याचे प्रशासकीय केंद्र आहे. हे एक लोकप्रिय गिरीस्थान आहे. नैनिताल समुद्रसपाटीपासून २०८४ मीटर उंचीवर एका दरीत वसलेले आहे.नैनिताल हे नाव या गावातील प्रसिद्ध नैनी तलावावरून पडले आहे. नैनितालच्या सभोवती हिमालयीन पर्वतरांगेतील पर्वत आहेत. उत्तरेला नैना (२६१५ मीटर), पश्चिमेला देवपाठा (२४३८ मीटर), दक्षिणेला अयरपाठा (२२७८ मीटर) हे पर्वत आहेत. या पर्वतांच्या शिखरावरून हिमालयातील बर्फाच्छादित पर्वतांचे सुंदर दृश्य दिसते. |
|
| 4325. |
Short essay on sack race game in Marathi |
|
Answer» MEANING and DEFINITIONS of sack race, TRANSLATION in marathi language for sack race with similar and OPPOSITE words. Also find spoken pronunciation of sack race in marathi and in English language. Tags for the entry "sack race" What sack race means in marathi, sack race meaning in marathi, sack race definition, examples and pronunciation of sack race in marathi language. |
|
| 4327. |
Swachata hich seva essay in marathi |
|
Answer» जैसे खुले में शौच न करना, जिन स्थानों पर शौचालय नहीं हैं वहाँ शौचालयों का निर्माण, पुराने शौचालयों को नवीनीकरण, कचरों का सही रूप से विभाजन जैसे जैविक एवं अजैविक को अलग-अलग रखना, सफाई के सही तरीके अपनाना, सफाई की अच्छी आदतों का विकास करना, स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सफाई ... |
|
| 4328. |
Me krida bolto marathi essay |
|
Answer» sorry Explanation:IAM UNABLE to UNDERSTAND |
|
| 4329. |
Marathi essay on ek rangeela samna of olympic games |
| Answer» | |
| 4330. |
Cloth shop essay in Marathi |
|
Answer» Answer: A clothes shop or clothes STORE is any shop which sells items of ready-made clothing.[1]:59 A small shop which sells expensive or designer clothing may be CALLED a boutique. A shop that sells clothes for a narrowly-restricted MARKET such as school uniforms or outdoor sports may be called an outfitter. Explanation: I don't know Marathi Sorry..................! Mark me as a brainliest |
|
| 4331. |
Khel shapath ki vardan essay in marathi |
|
Answer» I can't know marathi language. So I can't WRITE in marathi. But I can write in ENGLISH or hindi. So you comment me and I will answer you speedily. Thanks |
|
| 4332. |
Essay on kavi kishor bali in marathi |
|
Answer» GOOGLE it Explanation: I don't KNOW MARATHI so you can Google it it will be HELPFUL to you |
|
| 4333. |
Plastic gaspar zali essay in marathi |
|
Answer» I don't KNOW the MARHATI LANGUAGE Explanation: |
|
| 4334. |
Birbal sahni ke upar marathi mein essay |
|
Answer» I don't knowgsgagahauahahhagayayqgagag |
|
| 4335. |
can anybody explain me this vichar vistar in gujrati ...plz its urgent if anybody knows then help me?? |
| Answer» | |
| 4336. |
Essay on broom in Marathi |
|
Answer»
ENGLISH to marathi DICTIONARY: broom. Meaning and definitions of broom, translation in marathi language for broom with similar and OPPOSITE WORDS. ... What broom means in marathi, broom meaning in marathi, broom definition, examples and pronunciation of broom in marathi language.
|
|
| 4338. |
Vidnyan ek avishkar 8 class marathi essay |
|
Answer» असे म्हणतात की आधुनिक युग हे विज्ञान आणि तंत्रज्ञानाचे एक युग आहे. सध्याच्या युगात अनेक वैज्ञानिक शोध लागले आहेत. यामुळे आपले जीवन सुलभ आणि आरामदायक झाले आहे. विज्ञान आणि तंत्रज्ञान आपल्या जीवनातील प्रत्येक चालण्यात महत्त्वपूर्ण भूमिका बजावते. सध्याच्या युगात आपण विज्ञान आणि तंत्रज्ञानाशिवाय जगू शकत नाही. आपल्या दैनंदिन जीवनात विज्ञान आणि तंत्रज्ञानाचे महत्त्व अफाट आहे. आपण जिथे जिथे बघतो तिथे विज्ञानाची अद्भुत चिन्हे आढळतात. वीज, संगणक, बस, ट्रेन, टेलिफोन, मोबाइल, संगणक - सर्व काही विज्ञानाची देणगी आहे. वैद्यकीय विज्ञानाच्या विकासाने आपले आयुष्य वाढवले आहे. दुसरीकडे, संप्रेषण आणि माहिती आणि तंत्रज्ञान क्षेत्रातही इंटरनेटने उल्लेखनीय बदल केला आहे. टेलिव्हिजनने संपूर्ण जगाला आमच्या बेडरूममध्ये आणले आहे. विज्ञान आणि तंत्रज्ञानातील प्रगतीमुळे आपले जीवन आनंददायी झाले आहे, परंतु यामुळे काही प्रमाणात जीवन देखील जटिल झाले आहे. परंतु आपण आपल्या दैनंदिन जीवनात विज्ञान आणि तंत्रज्ञानाचे फायदे नाकारू शकत नाही. आपल्या जुन्या काळाकडे आपण मागे वळून पाहिले तर आपल्याला जगात इतका विकास दिसतो. जगात गॅझेट आणि यंत्रसामग्री भरली आहे. यंत्रणा आपल्या सभोवताल सर्वकाही करते. हे कसे शक्य झाले? आपण इतके आधुनिक कसे झाले? विज्ञानाच्या मदतीने हे सर्व शक्य झाले. आपल्या समाजाच्या प्रगतीत विज्ञानाची मोठी भूमिका आहे. शिवाय, विज्ञानाने आपले जीवन सुलभ आणि निश्चिंत केले आहे. विज्ञानाने आम्हाला चंद्रापर्यंत पोहोचवले. पण आम्ही तिथे कधीच थांबलो नाही. याने आम्हाला मंगळाकडे एक नजर देखील दिली. ही एक मोठी कामगिरी आहे. हे केवळ विज्ञानाद्वारे शक्य होते. आजकाल शास्त्रज्ञ बरेच उपग्रह तयार करतात. ज्यामुळे आपण हाय-स्पीड इंटरनेट वापरत आहोत. हे उपग्रह दररोज आणि रात्री पृथ्वीभोवती फिरतात. जरी आम्हाला याची जाणीव न करता. विज्ञान ही आपल्या समाजाची कणा आहे. आपल्या वर्तमान काळात विज्ञानाने आम्हाला बरेच काही दिले. यामुळे आमच्या शाळांमधील शिक्षक अगदी लहानपणापासूनच विज्ञानाचे शिक्षण देतात. |
|
| 4339. |
Marathi essay on tootle la capa chi atmakatha |
|
Answer» Mujay NAHI PATA HTTPS://media.giphy.com/media/z0owfnH2wjYI0/giphy.gif |
|
| 4340. |
Literacy essay in Marathi |
Answer» साक्षरता म्हणजे शिक्षित असणे.Explanation:
To LEARN more: LITERACY essay in Marathi 1. IMPORTANCE of literacy essay in Marathi 2.Importance of education in Marathi essay |
|
| 4341. |
Essay on India and its culture in Marathi |
|
Answer» SEE in google Explanation: |
|
| 4342. |
Plastic Bandi essay in Marathi for STD 8th |
|
Answer» ,अविघटनशील कचरा (नियंत्रण) अधिनियम, 2006 नुसार सरकारने महाराष्ट्रमध्ये प्लास्टिकचे उत्पादन, वापर, विक्री, साठवण, तसेच थर्माकोल इत्यादींच्या वापरावर पूर्ण बंदी घातली आहे. सरकारने घेतलेल्या निर्णयानुसार, प्लास्टिकपासून बनलेल्या ज्या वस्तूंचे विघटन होत नाही, अशा वस्तू वापरण्यास मनाई केली आहे. सरकारने विविध प्लास्टिक आणि थर्माकोल उत्पादनांचा वापर, विक्री, उत्पादनांवर बंदी घातली आहे आणि काही वस्तूच्या उत्पादनाची गरज लक्षात घेऊन त्या वस्तूंवर कठोर नियम व अटी लादून परवानगी देण्यात आली आहे. सरकारने जाहीर केलेल्या अधिसूचनेनुसार, कोणत्या प्लास्टिकच्या वस्तूंवर निर्बंध आहेत आणि कोणत्या वस्तू वापरायला परवानगी आहे, हे स्पष्ट होत नसल्याने सामान्य जनतेमध्ये संभ्रम निर्माण झाला आहे. बंदी घालण्यात आलेली उत्पादने आणि नियम व अटींनुसार राज्यातील अनुज्ञेय असलेली उत्पादने यांची यादी खालीलप्रमाणे आहेत. |
|
| 4344. |
My favourite bird Cuckoo essay in Marathi |
|
Answer» मोर हा सुंदर पक्षी आहे . मोर मला खूप आवडतो. मोराला पाहताच मन आनंदित होते .त्याचे चमकदार निळे हिरवे अंग सुंदर दिसते. त्याच्या डोक्यावर चमकदार तुरा असतो . तो रुबाबात चालतो. प्राचीन काळापासून मोर हा लोकप्रिय पक्षी आहे. मोर हे देवी सरस्वतीचे वाहन आहे . आपल्या देशातील चित्रकारांचाही तो आवडता पक्षी आहे. कवींनीसुद्धा मोरावर खूप कविता लिहिल्या आहेत. मोर हा आपला राष्ट्रीय पक्षी आहे . मोर आपल्या खूप उपयोगी पडतो . तो शेतकऱ्यांचा मित्र आहे. साप, उंदीर , बेडूक इत्यादी उपद्रवी प्राणांना मोर खातो . तो आपल्या बागांची, वनांची शोभा वाढवतो . पाऊस सुरु झाला कि , मोर पिसारा फुलवून नाचतो . मला मोराचा नाच खूप आवडतो . मी नाचणाऱ्या मोराची खूप चित्रे जमवली आहेत . READ more on Brainly.in - brainly.in/question/320430#readmore |
|
| 4345. |
In Marathi essay on Peppermint |
|
Answer» Answer: Mentha (ALSO known as mint, from Greek μίνθα míntha,Linear B mi-ta) is a genus of plants in the family Lamiaceae (mint family). The EXACT distinction between species is UNCLEAR; it is estimated that 13 to 24 species exist. Hybridization occurs naturally where some species range overlap. Many hybrids and CULTIVARS are known. |
|
| 4346. |
Marathi essay on good uses of mobile |
|
Answer» Answer: 2.internet 3.for TIME pass 4.youtube 5.google |
|
| 4348. |
Effects of after the rainy season in environment essay Marathi |
|
Answer» The rainy SEASON is the basis of life; at this time, the weather becomes pleasant, the mind of all the CREATURES and human beings becomes hilarious. Our country is an agro-based country, so the rainy season is very crucial for US. We cannot imagine life without rain, because by rain, water is like nectar for every living organism on this planet. When the monsoon comes after the oppressive heat of summer season, then prosperity and greenery surround, Cold WINDS run on every side, crops flutter in the fields, the faces of farmers begin to grow, children also enjoy the rain and cold air. I DON'T KNOW THE MARHATI LANGUAGE SO I RETURN IN ENGLISH
|
|
| 4350. |
Essay on vishwa bandhutva in marathi |
|
Answer» ‘विश्व बंधुत्व भावना आज के समाज की आवश्यकता’ ‘विश्व बंधुत्व भावना आज के समाज की आवश्यकता’ / ‘विश्व बंधुत्व भावना आज के समाज की आवश्यकता’ रतलाम | प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शास्त्रीनगर एवं डोंगरा नगर के संयुक्त तत्वावधान में डोंगरेनगर स्थित दिव्य दर्शन भवन पर मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि का पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि सेवा बहन सुषमा श्रीवास्तव ने कहा विश्व में प्रेम की भावना का अभाव हो रहा है। जिससे परिवार टूटने की नौबत आ रही है। बहन डॉ. गायत्री ने कहा विश्व में बंधुत्व की भावना आज के समाज के लिए आवश्यक है। नामली से पार्षद श्रीनाथ योगी, सविता दीदी आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में सभी भाई व बहन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सोनू बहन ने |
|