InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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सर्वाधिक स्थायी आयन है -A. `[Fe(OH)_(5)]^(3-)`B. `[FeCl_(6)]^(3-)`C. `[Fe(CN)_(6)]^(3-)`D. `[Fe(H_(2)O)_(6)]^(3+)`. |
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Answer» Correct Answer - C सायनो जटिल अधिक स्थायी होते है क्योंकि `CN ^(-)` प्रबल लीगैंड होने के कारण जटिल को अधिक स्थायित्व प्रदान करते है। |
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| 2. |
निम्नलिखित में से किसके समावयवियों की संख्या सर्वाधिक है ?A. `[Ru(NH_(3))_(4)Cl_(2)]^(+)`B. `[Co(NH_(3))_(5)Cl]^(2+)`C. `[Ir(PH_(3))_(2)H(CO)]^(2+)`D. `[Co(en)_(2)Cl_(2)]^(+)`. |
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Answer» Correct Answer - D `[Co(en)_(2)Cl_(2)]^(+)` प्रकाशिक तथा ज्यामितीय दोनों प्रकार की समावयवताएँ दर्शाता है। |
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| 3. |
`[Co(NH_(3))_(5)Cl]Cl_(2)` में Co की ऑक्सीजन अवस्था है -A. `+1`B. `+2`C. `+3`D. `+4` |
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Answer» Correct Answer - C |
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| 4. |
हेटेरोलैप्टिक संकर है -A. `[Fe(CN)_(6)]^(4-)`B. `[Co(NH_(3))_(5)SO_(4)]^(+)`C. `[HgI_(4)]^(2-)`D. `[Co(NH_(3))_(6)]^(3+)` |
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Answer» Correct Answer - C::D |
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| 5. |
`[Pt(NH_(3))_(2)Cl_(2)]` यौगिक के त्रिविम समावयवियों की संख्या है -A. 1B. 2C. 4D. 3 |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 6. |
`[Cr(H_(2)O)_(4)Cl_(2)]^(+)` आयन में Cr की संयोजकता होती है -A. 3B. 1C. 6D. 5 |
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Answer» Correct Answer - C |
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| 7. |
जटिल यौगिक `[Fe(H_(2)O)_(5)NO]SO_(4)` में Fe के अ युगिमत इलेक्ट्रॉनों की संख्या है -A. 2B. 3C. 4D. इनमें से कोई नहीं |
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Answer» Correct Answer - D |
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| 8. |
निम्नलिखित वर्ग समतली योगिकों में से कौन - सा समपक्ष एवं विपक्ष समावयवी रूप में वीघमान होता है -A. `Ma_(4)`B. `Ma_(3)b`C. `Ma_(2)b_(2)`D. Mabcd |
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Answer» Correct Answer - A::B |
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| 9. |
Co (परमाणु क्रमांक = 27 ) के निम्नलिखित में से किस अष्टफल्कीय संकुल के लिए `Delta _(0 )` का मान उच्चतम होगा ?A. `[Co(CN)_(6)]^(3-)`B. `[Co(C_(2)O_(4))_(3)]^(3-)`C. `[Co(H_(2)O)_(6)]^(3+)`D. `[Co(NH_(3))_(6)]^(3+)`. |
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Answer» Correct Answer - A क्षेत्र सामर्थ्य के बढ़ते क्रम में लैगैण्डों की व्यवस्था स्पेक्ट्रोकैमिकल श्रेणी कहलाती है। यह श्रेणी निम्न है- `I^(-) lt Br^(-) lt S^(2-) lt SCN^(-)lt Cl^(-) lt NO_(3)^(-) lt F^(-) lt OH^(-) lt C_(2)O_(4)^(2-) lt H_(2)O lt NCS^(-) lt CH_(3)CN lt NH_(3) lt en lt NO_(2)^(-) lt CN^(-) lt CO.` अतः दिये गये जटिलों में उपस्थिति लीगैंडों में से `CN ^(-) ` प्रबलतम लीगैंड है तथा केंद्रीय धातु आयन के d - कक्षकों को अधिकतम विपाटित करता है। अतः `[Co(CN)_(6)]^(3-)` के लिए `Delta_(o)` का परिमाण उच्चतम होगा। |
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| 10. |
निम्नलिखित के चुम्बकीय आघुर्णों ( BM में चक्रण केवल मान ) का सही क्रम है -A. `[MnCl_(4)]^(2-)gt [CoCl_(4)]^(2-) gt [Fe(CN)_(6)]^(4-)`B. `[MnCl_(4)]^(2-)gt [Fe(CN)_(6)]^(4-)gt [CoCl_(4)]^(2-) `C. `[Fe(CN)_(6)]^(4-)gt[MnCl_(4)]^(2-)gt [CoCl_(4)]^(2-) `D. `[Fe(CN)_(6)]^(4-)gt [CoCl_(4)]^(2-) gt[MnCl_(4)]^(2-)` |
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Answer» Correct Answer - A दिए गये जटिलों में `Mn^(2+), Co^(2+)` तथा `Fe^(2+)` में अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्रमशः 5, 3 तथा 0 है। अतः `[MnCl_(4)]^(2-)` का चुम्बकीय आघूर्ण अधिकतम तथा `[Fe(CN)_(6)]^(4-)` का चुम्बकीय आघूर्ण न्यूनतम होगा। |
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| 11. |
`[CoCl(NO_(2))(NH_(3))_(4)]ClO_(4)` जटिल का IUPAC नाम लिखिए। |
| Answer» टेट्राएमाइनक्लोराइडोनाइट्राइटो - N - कोबाल्ट (III ) परक्लोरेट | |
| 12. |
`[Fe(CN)_(6)]^(4-)` तथा `[Fe(H_(2)O)_(6)]^(2+)` दोनों तनु विलयन में भिन्न-भिन्न रंग के होते हैं। क्यों ? |
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Answer» दोनों जटिलों में आयरन की ऑक्सीकरण अवस्था +2 है। `Fe ^(2 +)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `3d ^(6 )` है तथा इसमें चार अयुग्मित इलेक्ट्रॉन है। `[Fe(CN)_(6)]^(4-)` में `CN ^(-)` लीगैंडस प्रबल हैं तथा इलेक्ट्रॉनों को युग्मित कर देते हैं। जबकि `[Fe(H_(2)O)_(6)]^(2+)` में `H _(2)O ` लीगैंडस दुर्बल हैं तथा इलेक्ट्रॉनों को युग्मित करने में असमर्थ होते हैं। अतः अयुग्मित इलेक्ट्रॉन की संख्या में अंतर के कारण ये जटिल तनु विलयन में भिन्न-भिन्न रंग प्रदर्शित करते हैं। |
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| 13. |
`K[Co(CO)_(4)]` में कोबाल्ट की ऑक्सीकरण संख्या का मान है -A. `+1`B. `+3`C. `-1`D. `-3` |
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Answer» Correct Answer - C `[+1+x+4xx(0)=0 therefore x = -1]` |
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| 14. |
निम्नलिखित के लिए दृश्य क्षेत्र में अवशोषण की तरंगदैर्ध्य का सही क्रम क्या होगा ? `[Ni(NO_(2))_(6)]^(4-)` `[Ni(NH_(3))_(6)]^(2+)` `[Ni(H_(2)O)_(6)]^(2+)` |
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Answer» स्पैक्ट्रोकैमिकल श्रेणी में दिए गए संकर यौगिकों में उपस्थित लीगैंडस का क्रम निम्न प्रकार है - `H_(2)O lt NH_(3) lt NO_(3)^(-)` इसलिए अवलोकित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य का क्रम निम्न होगा - `[Ni(H_(2)O)_(6)]^(2+) lt [Ni(NH_(3))_(6)]^(2+) lt [Ni(NO_(2))_(6)]^(4-)` चूँकि अवलोकित तरंगदैर्ध्य अवशोषित तरंगदैर्ध्य की पूरक होती है इसलिए अवशोषित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य `(E=(hc)/(lambda))` विपरीत क्रम में होगी अर्थात ` [Ni(NO_(2))_(6)]^(4-)lt [Ni(NH_(3))_(6)]^(2+)lt [Ni(H_(2)O)_(6)]^(2+)` |
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| 15. |
निम्नलिखित के संरचना सूत्र लिखिए - (i) पोटैशियम टेट्रा आयोडोमरक्यूरेट (III) (ii) हेक्साएक्वाआयरन (II) सल्फेट (iii) सोडियम एथिलीनडाइएमीनटेट्राएसीटैटोनिकिलेट (II) (iv) हेक्साएमाइनकोबाल्ट (III) क्लोराइड । |
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Answer» `"(i) "K_(2)[HgI_(4)] " (ii) " [Fe(H_(2)O)_(6)]SO_(4)` `"(iii) " Na_(2)(Ni(EDTA)] " (iv) " [Co(NH_(3))_(6)]Cl_(3)` |
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| 16. |
स्पष्ट कीजिए `[Ti(H_(2)O)_(6)]^(3+)` क्यों रंगीन होता है, जबकि `[Sc(H_(2)O)_(6)]^(3+)` रंगहीन ? |
| Answer» Ti (III) में एक अयुग्मित इलेक्ट्रॉन उपस्थित है जबकि Sc (III) में कोई अयुग्मित इलेक्ट्रॉन उपस्थित नहीं है। | |
| 17. |
जटिल `[Cr(NH_(3))_(6)]^(3+)` में केंद्रीय धातु आयन का संकरण `d^(2)sp^(3)` है। बताइए कि यह एक अन्तः कक्षक जटिल है अथवा बाह्य कक्षक जटिल । |
| Answer» अन्तः कक्षक संकर ( जटिल ) | |
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स्पैक्ट्रोकैमिकल श्रेणी क्या है ? दुर्बल क्षेत्र लीगैंड तथा प्रबल क्षेत्र लीगैंड के भेद को समझाइये। |
| Answer» क्षेत्र क्षमता के बढ़ते हुए क्रम में लीगेंडों की व्यवस्था स्पैक्ट्रोकैमिकल श्रेणी कहलाती है। वे लीगैंडस, जो केंद्रीय धातु परमाणु या आयन को d - ऑर्बिटल में कम मात्रा में विपाटन उत्पन्न करते हैं, दुर्बल क्षेत्र लीगैंडस कहलाते है। इस प्रकार के लीगैंडस की CFSE ( `Delta ` या 10 Dq ) बहुत कम होती है। इसके विपरीत वे लीगैंडस, जो d - ऑर्बिटल में अधिक मात्रा में विपाटन उत्पन्न करते है, प्रबल क्षेत्र लीगैंडस कहलाते हैं। इस लीगैंडस की `Delta ` या 10 Dq का मान बहुत अधिक होता है। | |
| 19. |
IUPAC पद्धति के अनुसार निम्नलिखित जटिलों के सूत्र लिखिए - (a) टेट्राहाइड्रोक्सोजिंकेट (II) (b) हेक्साएमाइकोबाल्ट (III) सल्फेट (c) पोटैशियम टेट्राक्लोराइडोपैलेडेट (II) (d) पोटैशियम ट्राइ( ऑक्जेलेटो ) क्रोमेट (III) (e) डाइएमाइनडाइक्लोराइडोपलैटिनम (II) (f) हेक्साएमाइनप्लैटिनम (IV) (g) पोटैशियम टेट्रासायनाइडोनिकिलेट (II) (h) टेट्राब्रोमाइडोक्युप्रेट (II) (i) पेंटाएमाइननाइट्राइटो- O - कोबाल्ट (III) (j) पेंटाएमाइननाइट्राइटो- N - कोबाल्ट (III) |
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Answer» (a) `[Zn(OH)_(4)]^(2-)` (b) `[Co(NH_(3))_(6)]_(2)(SO_(4))_(3)` (c) `K_(2)[PdCl_(4)]` (d) `K_(3)[Cr("ox")_(3)]` (e) `[PtCl_(2)(NH_(3))_(2)]` (f) `[Pt(NH_(3))_(6)]^(4+)` (g) `K_(2)[Ni(CN)_(4)]` (h) `[CuBr_(4)]^(2-)` (i) `[Co(NH_(3))_(5)(ONO)]^(2+)` (j) `[Co(NH_(3))_(5)(NO_(2))]^(2+)` |
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| 20. |
निमनिलखित उपसहसंयोजन सत्ता में कितने ज्यामितीय समयाव संभव हैं? i) `[Cr(C_(2)O_(4))_(3)]^(3-)` ii) `[Co(NH_(3))_(3)Cl_(3)]` |
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Answer» (i ) यह `[M(A A)_(3)]^(npm)` प्रकार का संकर आयन है तथा ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित करने में असमर्थ है। इसलिए इसका कोई ज्यामितीय समावयवी संभव नहीं है। (ii ) दो ( फेशियल तथा पेरीफेरल )। |
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| 21. |
IUPAC नियमों के आधार पर निम्निलिखित के लिए सूत्र लिखिए- i)टेट्राहाइड्रॉक्सीजिंकेट (II) ii) पोटाशियम टेट्राक्लोरीडोपैलेडेट (II) iii) डाईएमीनन्डाइक्लोरीडो प्लैटिनम(II) iv) पोटाशियम टेट्रासायनीडोनिकैलेट (II) v) पेंटा एम्मीननाइट्राइटो - O- कोबाल्ट (III) vi) हेक्सा एम्मीनकोबाल्ट (III)सल्फेट vii) पोटैशियम ट्राईआक्साइलेटरोक्रोमेट (III) viii) हेक्साएमिनप्लैटिनम (IV) ix) टेंट्रब्रोमिडो क्यूप्रेट (II) x) पेंटा एमीनननाइट्रिटो-N-कोबाल्ट (III) |
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Answer» (i) `[Zn(OH)_(4)]^(2-)` (ii) `K_(2)[PdCl_(4)]` (iii) `[Pt(NH_(3))Cl_(2)]` (iv) `K_(2)[Ni(CN)_(4)]` (v) `[Co(NH_(3))_(5)(ONO)]^(2+)` (vi) `[Co(NH_(3))_(6)]_(2)(SO_(4))_(3)` (vii) `K_(3)[Cr(C_(2)O_(4))_(3)]` (viii) `[Pt(NH_(3))_(6)]^(4+)` (ix) `[CuBr_(4)]^(2-)` (x) `[Co(NH_(3))_(5)(NO_(2))]^(2+).` |
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| 22. |
IUPAC नियमों के आधार पर निम्निलिखित के लिए सूत्र लिखिए- i) `[Co(NH_(3))_(6)]Cl_(3)`,ii) `[Pt(NH_(3))_(2)Cl(NH_(2)CH_(3))]Cl` iii) `[Ti(H_(2)O)_(6)]^(3+)` iv) `[Co(NH_(3))_(4)Cl(NO)_(2))]Cl` v) `[Mn(H_(2)O)_(6)]^(2+)` vi) `[NiCl_(4)]^(2-)` vii) `[Ni(NH_(3))_(6)]Cl_(2)` viii) `[Co(en)_(3)]^(3+)` ix) `[Ni(CO)_(4)]` |
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Answer» (i) hexamminecobalt (III) chloride (ii) diamminechlorido (methylamine) platinum (II) chloride (iii) hexaquatitanium (III) ion (iv) tetraamminechloridonitrito-N-cobalt (III) chloride (v) hexaquamanganese (II) ion (vi) tetrachloridonickelate (II) ion (vii) hexaamminenickel (II) chloride (viii) tris (ethane- 1, 2-diamine) cobalt (III) ion (ix) tetracarbonylnickel (0). |
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निम्नलिखित में से धनायनिक, ऋणायनिक तथा उदासीन जटिलों को पृथक कीजिए- `K_(2)[Hgl_(4)],[Co(NH_(3))_(6)]Cl_(3),K_(3)[Fe(CN)_(6)],[Ni(CO)_(4)],[Pt(NH_(3))_(2)Cl_(2)], [Fe(H_(2)O)_(6)]Cl_(3).` |
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Answer» धनायनिक- `[Co(NH_(3))_(6)]Cl_(3),[Fe(H_(2)O)_(6)]Cl_(3),` ऋणायनिक- `K_(2)[HgI_(4)],K_(3)[Fe(CN)_(6)],` उदासीन- `[Ni(CO)_(4)],[Pt(NH_(3))_(2)Cl_(2)]` |
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| 24. |
संयोजकता आबंध सिद्धांत के आधार पर निम्निलिखित उपसहसंयोजन सत्ता में आबंध की प्रकृति की विवेचना कीजिये- i) `[Fe(CN)_(6)]^(4-)` ii) `[FeF_(6)]^(3-)` iii) `[Co(C_(2)O_(4))_(3)]^(3-)`iv) `[CoF_(6)]^(3-)` |
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Answer» (i) `d^(2) sp^(3)` अष्टफलकीय, प्रतिचुम्बकीय, (ii) `sp^(3) d^(2)` अष्टफलकीय, अनुचुम्बकीय, (iii) `d^(2) sp^(3)`, अष्टफलकीय, प्रतिचुम्बकीय, (iv) `sp^(3) d^(2)`, अष्टफलकीय, अनुचुम्बकीय। |
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निम्नलिखित में धातुओ की ऑक्सीकरण संख्याएँ बताइये - (a) `[Co(CN)(H_(2)O)(en)_(2)]^(2+)` (b) `[PtCl_(4)]^(2-)` (c ) `[CrCl_(3)(NH_(3))_(3)]` (d) `[CoBr_(2)(en)_(2)]^(+)` (e ) `K_(3)[Fe(CN)_(6)]` (f) `[Cu(NH_(3))_(4)]SO_(4)` |
| Answer» `(a) +3,(b)+2, (c) +3, (d) +3,(e)+3` | |
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जलीय कॉपर सल्फेट विलयन (नीला रंग) (i ) जलीय KF के साथ हरा अवक्षेप देता है तथा (ii ) जलीय KCl के साथ चमकीला हरा विलयन देता है। इन प्रयोगिक परिणामों को समझाइए । |
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Answer» जलीय कॉपर सल्फेट विलयन `[Cu(H_(2)O)_(4)]SO_(4)` के रूप में स्थित रहता है तथा `[Cu(H_(2)O)_(4)]^(2+)` आयनों के कारण इसका रंग नीला होता है। (i) जब KF विलयन मिलाया जाता है तो दुर्बल `H_(2)O ` लीगैंडस प्रबल `F^(-)` लीगैंडस के द्वारा प्रतिस्थापित हो जाते है। इस प्रकार, `[CuF_(4)]^(2-)` आयन बनते हैं, जो हरा अवक्षेप देते हैं। `underset("आयन")underset("टेट्राएक्वाकॉपर (II)")([Cu(H_(2)O)_(4)]^(2+)) +4F^(-) to underset("( हरा अवक्षेप )")underset("टेट्राफ्लोराइडोक्यूप्रेट (II) आयन")([CuF_(4)]^(2-)+4H_(2)O)` (ii) जब KCl विलयन मिलाया जाता है तो `Cl^(-)` लीगैंडस दुर्बल `H_(2 )O ` लीगैंडस को प्रतिस्थापित कर देते हैं और `[CuCl_(4)]^(2-)` आयन बनाते हैं, जो चमकीले हरे रंग के होते हैं। `[Cu(H_(2)O)_(4)]^(2+) +4Cl^(-) to underset("टेट्राक्लोराइडोक्यूप्रेट (II) आयन")([CuCl_(4)]^(2-)+4H_(2)O)` |
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कॉपर सल्फेट के जलीय विलयन में KCN का आधिक्य मिलाने पर कौन-सी उप-सहसंयोजक स्पीशीज प्राप्त होती है ? इस विलयन में `H _(2 ) S ` गैस प्रवाहित करने पर कॉपर सल्फाइड का अवक्षेप प्राप्त नहीं होता है, क्यों ? |
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Answer» `CuSO_(4)+4KCN to K_(2)[Cu(CN)_(4)]+K_(2)SO_(4)` बनने वाला उप-संसंयोजन मण्डल `[Cu(CN)_(4)]^(2-)` है। यह मण्डल स्थायी है तथा वियोजित होकर `Cu^(2+)` आयन नहीं देता है। अतः इस विलयन में `H_(2)S` प्रवाहित करने पर कोई अवक्षेप प्राप्त नहीं होता है। |
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KCN के आधिक्य को जलीय कॉपर सल्फेट विलयन में मिलाने पर कौन-सी उप-सहसंयोजन स्पीशीज प्राप्त होगी ? इस विलयन में `H_(2)S `(g) प्रवाहित करने पर कॉपर सल्फाइड का अवक्षेप क्यों प्राप्त नहीं होता है ? |
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Answer» जब जलीय KCN विलयन को जलीय कॉपर सल्फेट के विलयन में मिलाया जाता है तो निम्न प्रकार से `[Cu(CN)_(4)]^(2-)` उप-सहसंयोजन स्पीशीज प्राप्त होती है - `underset(" में उप-सहसंयोजक स्पीशीज )")underset("( जलीय कॉपर सल्फेट विलयन")([Cu(H_(2)O)_(4)]^(2+))+4CN^(-) to[Cu(CN)_(4)]^(2-)+4H_(2)O` इस प्रकार बनी उप-सहसंयोजन स्पीशीज `[Cu(CN)_(4)]^(2-)` अत्यधिक स्थिर होती है क्योंकि `CN^(-)` प्रबल लीगैंड होते हैं। इसलिए इस विलयन में `H_(2 )S ` गैस प्रवाहित करने पर CuS का अवक्षेप प्राप्त नहीं होता है क्योंकि मुक्त `Cu^(2+)` आयन उपलब्ध नहीं होते है। |
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निम्नलिखित उप-सहसंयोजन स्पीशीज में धातु की ऑक्सीकरण संख्या की गणना कीजिए - (i) `[Co(H_(2)O)(CN)(en)_(2)]^(2+)` (ii) `[CoBr_(2)(en)_(2)]^(+)` (iii) `[PtCl_(4)]^(2-)` (iv) `K_(3)[Fe(CN)_(6)]` (v) `[Cr(NH_(3))_(3)Cl_(3)].` |
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Answer» माना कि दिये गये संकर आयनों में धातु की ऑक्सीकरण संख्या x है। अतः (i) `x+(0)+(-1)+2xx(0)=+2," " therefore x=+3` (ii) `x+2xx(-1)+2xx(0)=+1," "therefore x=+3` (iii) `x+4xx(-1)=-2, " " therefore x=+2` (iv) `3xx(+1)+x+6xx(-1)=0," "therefore x= +3` (v) `x+3xx(0)+3xx(-1)=0, " "therefore x =+3` |
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| 30. |
चतुष्फलकीय संरचना वाली स्पीशीज है -A. `[PdCl_(4)]^(2-)`B. `[Ni(CN)_(4)]^(2-)`C. `[Pd(CN)_(4)]^(2-)`D. `[NiCl_(4)]^(2-)`. |
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Answer» Correct Answer - D `Cl^(-)` दुर्बल लीगैंड होने के कारण `Ni ^(2 +)` आयन के 3d इलेक्ट्रॉनों को अयुग्मित करने में सक्षम नहीं है अतः यह जटिल `sp ^(3 )` संकरण के फलस्वरूप बनता है तथा इसकी आकृति चतुष्फलकीय होती है। |
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हीमोग्लोबिन, क्लोरोफिल तथा विटामिन `B _(12 )` में उपस्थित धातुओं के नाम लिखिए। |
| Answer» Correct Answer - Fe, Mg, Co. | |