Explore topic-wise InterviewSolutions in .

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

क्या कारण है कि उच्च सामर्थ्य का विधुत हीटर मेन्स में लगाने पर घर में जल रहे अन्य बल्बों कि रोशनी कुछ मन्द पद जाती है ?

Answer» घर में सभी विधुत उपकरण समान्तर क्रम में लगे होते हैं | अतः उच्च सामर्थ्य का विधुत हीटर मेन्स में लगाने पर हीटर में उच्च धारा प्रवाहित होती है, जिससे मेन्स से आने वाले तारो में अत्यधिक विभव पतन हो जाता है | फलस्वरूप बल्ब के सिरों पर विभवान्तर का मान कम हो जाता है अतः बल्बों की रोशनी कुछ कम हो जाता है |
2.

1kWh एवं जूल में क्या संबंध है?

Answer» 1 k Wh`=3.6xx10^(6)` जूल |
3.

अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है-A. अनंतB. बहुत अधिकC. बहुत कमD. शून्य |

Answer» Correct Answer - A
4.

किसी ताँबे एक चालक में मुक्त इलेक्ट्रॉनों का संख्या घनत्व `8.5xx10^(28)m^(-3)` आकलित किया गया हैं | 3m लंबे तार के एक सिरे से दूसरे सिरे तक अपवाह करने इलेक्ट्रॉन कितना समय लेता हैं ? तार की अनुप्रस्थ-काट `2.0xx10^(-6)m^(2)`है और इसमें `3.0A`धारा प्रवाहित हो रही हैं |

Answer» दिया हैं- `n=8.5xx10^(28)m^(-3), l=3m`,
`A=2.0xx10^(-6)m^(2)`
`I=3.0A,e=1.6xx10^(-19)C`
सूत्र- `" "I="ne"Av_(d)`
किंतु `" "v_(d)=(l)/(t)=(लंबाई)/(समय)`
`:. " "I="ne"A(l)/(t)`
या `" " t=("ne"Al)/(l)=(8.5xx10^(28)xx1.6xx10^(-19)xx2xx10^(-6)xx3)/(3.0)`
`=27.2xx10^(3)=2.72xx10^(4)s`
`=2.7xx10^(4)s`.
5.

धातुओं में इलेक्ट्रॉनों का श्रांतिकाल-A. ताप में वृध्दि के साथ बढ़ता हैB. ताप में वृध्दि के साथ घटता हैC. ताप पर निर्भर नहीं करता हैD. 400 K पर एकाएक परिवर्तित होता है |

Answer» Correct Answer - B
6.

ओमीय प्रतिरोध है-A. संधि डायोडB. प्रकाश उत्सृजक डायोडC. ट्रांसजिस्टरD. ताँबे का तार |

Answer» Correct Answer - D
7.

यदि P,Q,R व स व्हीटस्टोन सेतु की भुजाओ के प्रतिरोध हैं तो निम्नलिखित में से किस स्थिति में सेतु सर्वाधिक सुग्राही होगा-A. `P+Q gt R+S`B. `P-Q=R-S`C. P=QएवंR=SD. P=Q=R=S.

Answer» Correct Answer - D
8.

किसी स्त्रोत का वोल्टेज मापने के लिए सबसे श्रेष्ठ युक्ति है-A. वोल्ट्मीटरB. वोल्टामीटरC. धारामापीD. विभवमापी |

Answer» Correct Answer - D
9.

`1Omega,2Omega`,और`2Omega` के तीन प्रतिरोधक श्रेणी में संयोजित है | प्रतिरोधकों के संयोजन का कुल प्रतिरोध क्या है ?

Answer» दिया है- `R_(1)=1Omega,R_(2)=2Omega,R_(3)=2Omega`
सूत्र- `R=R_(1)+R_(2)+R_(3)=1+2+2=5Omega`
10.

ओम का नियम लिखिए |

Answer» ओम का नियम- यदि किसी चालक की भौतिक अवस्था (जैसे-लम्बाई, ताप आदि) में परिवर्तन न हो तो उसमें प्रवाहित होने वाली विधुत धारा उसके सिरों पर लगाये गये विभवान्तर के अनुक्रमानुपाती होती है |
यदि चालक के सिरों पर लगाया गया विभवान्तर V और उसमें बहनें वाली धारा I हो,तो
`V prop I` या V=R.I
यहाँ R एक नियतांक है, जिसे उस चालक का प्रतिरोध कहते हैं |
11.

उन दो परिस्थितियों को लिखिए जिनमें ओम का नियम लागू नहीं होता है ?

Answer» (i)ताप परिवर्तित हो, (ii)तार की लम्बाई परिवर्तित हो |
12.

क्या ओम का नियम सभी चालकों के लिए सत्य है ? ओम का नियम लागू होने होने की क्या अनिवार्यता है ?

Answer» ओम का नियम केवल धातु चालकों के लिए सत्य है | ओम का नियम लागू होने के लिए अनिवार्यता यह है कि चालक की भौतिक अवस्था (जैसे-लम्बाई, ताप आदि) में परिवर्तन न हो |
13.

विधुत सेल स्त्रोत है-A. इलेक्ट्रॉनों काB. विधुत ऊर्जा काC. चुंबकीय ऊर्जा काD. विधुत धारा का |

Answer» Correct Answer - B
14.

निम्नलिखित में से किसका विधुत प्रतिरोध ताप वृध्दि के साथ घटता है-A. धातुओं काB. अर्ध्दचालकों काC. सोने काD. चाँदी का |

Answer» Correct Answer - B
15.

ताप में वृध्दि के साथ निम्नलिखित में से किसका प्रतिरोध कम होता है-A. ताँबाB. टंगस्टनC. जर्मेनियमD. ऐल्युमिनियम |

Answer» Correct Answer - C
16.

विभवमापी की संतुलन की स्थिति में उसका प्रतिरोध कितना होता है ?

Answer» Correct Answer - अनंत |
17.

विभवमापी के तार में विभव प्रवणता दुगुनी करने पर शून्य विक्षेप की स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?

Answer» यदि सेल का वि.वा.बल E हो तथा उच्च विभव के सिरे से सन्तुलन बिन्दु की दूरी l हो,तो
`E=rho l ""`[जहाँ `rho`=विभव प्रवणता]
या `" "l=(E )/(rho)`
या `" "l prop (1)/(rho)`
अतः विभव प्रवणता को दुगुनी करने पर संतुलन बिन्दु (शून्य विक्षेप)की लम्बाई आधी हो जायेगी |
18.

विभवमापी के तार की लम्बाई अधिक क्यों होती है ?

Answer» विभवमापी में तारों की संख्या अधिक रखने या तार की लम्बाई अधिक होने से सूत्र `rho=(V)/(L)` के अनुसार विभव प्रवणता का मान कम हो जाता है |
विभव प्रवणता `rho`का मान कम होने से सूत्र`E=rho l`या`E=rho l` के अनुसार सन्तुलन बिन्दु की लम्बाई बढ़ जाती है, जिसे अधिक शुध्दतापूर्वक और यथार्थतापूर्वक ज्ञात किया जा सकता है |
19.

विभवमापी में विक्षेप एक ही ओर प्राप्त होने के दो संभावित कारण लिखिए |

Answer» (i)प्राथमिक परिपथ में लगे बैटरी का विधुत वाहक बल, प्रायोगिक सेल के विधुत वाहक बल से कम होने पर | (ii)प्राथमिक सेल में लगे बैटरी और प्रोयोगिक सेलों में धनात्मक सिरे विभवमापी के एक ही सिरे से न जुड़े होने पर | (iii)विभवमापी के तार का विशिष्ट प्रतिरोध निम्न (10W)होने पर |
20.

मोटर गाड़ी को स्टार्ट करते समय उसकी हैडलाइट कुछ मंद पड़ जाती है, क्यों ?

Answer» जब मोटरगाड़ी को स्टार्ट किया जाता है, तो स्टार्टर द्वारा बैटरी से अधिक धारा ली जाती है, जिससे सूत्र `""V=E-Ir`
के अनुसार बैटरी की प्लेटों के बीच का विभवान्तर कम हो जाता है | फलस्वरूप हैडलाइट कुछ मन्द पड़ जाती है |
21.

विभवमापी की विभव प्रवणता से आप क्या समझते हैं ? इसका मात्रक भी बताइये |

Answer» विभवमापी के तार की प्रति एकांक लम्बाई पर विभव के पतन को विभव प्रवणता कहते हैं | यदि विभवमापी के तार की लम्बाई L तथा उसके सिरों का विभवान्तर V हो, तो विभव
`rho=(V)/(L)`
इसका मात्रक वोल्ट/मीटर है |
22.

विभवमापी वोल्ट्मीटर से किस प्रकार श्रेष्ठ है ?

Answer» वोल्ट्मीटर कि सहायता से विधुत परिपथ के किन्हीं दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापते समय कुछ विधुत धारा वोल्ट्मीटर से प्रवाहित होने लगती है | अतः वोल्ट्मीटर से नपा गया विभवान्तर वास्तविक विभवान्तर से कुछ कम होता है, किन्तु विभवमापी कि सहायता से उन्ही दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापते समय सन्तुलन कि स्थिति में उसके द्वारा तनिक भी विधुत धारा नहीं ली जाती है | अतः विभवमापी द्वारा विभवान्तर या वि.बल का सही मान प्राप्त हो जाता है |
स्पष्ट है कि विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर है |
23.

प्रतिरोध ताप गुणांक किसे कहते हैं ? इसके मात्रक लिखिए |

Answer» `0^(@)C` पर 1 ओम प्रतिरोध वाले तार को `1^(@)C` बढ़ाने पर उसके प्रतिरोध में जो वृद्धि होती है उसे तार का धातु का प्रतिरोधी ताप गुणांक कहते हैं |
यदि `0^(@)C` ताप पर किसी तार का प्रतिरोध `R_(0)` तथा `t^(@)C` पर हो, तो प्रतिरोध ताप गुणांक `alpha=(R-R_(0))/(R_(0)xxt)`
इसका मात्रक प्रति `""^(0)C`है |
24.

विभवमापी का सिद्धान्त लिखिए |

Answer» मानलो अब विभवमापी का तार है, जिसकी लम्बाई L है इसके साथ श्रेणीक्रम में संचायक सेल C,कुंजी K तथा K तथा धारा नियंत्रक Rh जोड़ा गया है |
कुंजी K के प्लग को लगाने पर अब में विधुत धारा प्रवाहित होने लगती है फलस्वरूप उसमें विभवान्तर उतपन्न हो जाता है | मानलो विभवमापी के तार AB के सिरों के बीच का विभवान्तर V है |
अतः विभव प्रवणता `rho=(V)/(L)`
अब मालो प्रायोगिक सेल E के धन सिरे को बिन्दु A से तथा ऋण सिरे को धारामापी G तथा जॉकी J से जोड़ दिया जाता है | जब जॉकी J को A के पास स्पर्श कराते हैं, तो विक्षेप एक दिशा में तथा जब B के पास स्पर्श कराते हैं, तो विक्षेप विपरीत दिशा में प्राप्त होता है इन दोनों बिन्दुओं के मध्य एक ऐसा बिन्दु J प्राप्त करते हैं, जिस पर जॉकी को स्पर्श कराने पर धारामापी में कोई विक्षेप नहीं होता |
इस स्थिति में धारामापी से कोई धारा प्रवाहित नहीं होती, फलस्वरूप सेल खुले परिपथ में होता है | इस बिन्दु J को सन्तुलन बिन्दु कहते हैं |
स्थिति में AJ के बीच विभवान्तर,सेल के वि.व.बल के बराबर होता है |
मानलो उच्च विभव के बिन्दु A से सन्तुलन बिन्दु J को दूरी l है |
अतः सेल का वि.व.बल =AJ के बीच विभवान्तर
या `" "E=rhol`
इस प्रकार `rho`और l के मान ज्ञात होने पर E का मान ज्ञात किया जा सकता है |
25.

किसी परिपथ का विभवांतर मापने के लिये विभवमापी, वोल्ट्मीटर की अपेक्षा ज्यादा श्रेष्ठ होता है क्योकि-A. विभवमापी ज्यादा सुग्राही होता हैB. विभवमापी का प्रतिरोध कम होता हैC. विभवमापी सस्ता होता हैD. शून्य विक्षेप की स्थिति में विभवमापी से कोई धारा प्रवाहित नहीं होती |

Answer» Correct Answer - D
26.

विधुत शक्ति किसे कहते है ? इसका SI मात्रक लिखिए |

Answer» किसी विधुत परिपथ में ऊर्जा क्षय होने के दर को विधुत कहते हैं | इसका SI मात्रक वाट है |
27.

समझाइये कि विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर है |

Answer» वोल्ट्मीटर कि सहायता से विधुत परिपथ के किन्हीं दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापते समय कुछ विधुत धारा वोल्ट्मीटर से प्रवाहित होने लगती है | अतः वोल्ट्मीटर से नपा गया विभवान्तर वास्तविक विभवान्तर से कुछ कम होता है, किन्तु विभवमापी कि सहायता से उन्ही दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापते समय सन्तुलन कि स्थिति में उसके द्वारा तनिक भी विधुत धारा नहीं ली जाती है | अतः विभवमापी द्वारा विभवान्तर या वि.बल का सही मान प्राप्त हो जाता है |
स्पष्ट है कि विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर है |
28.

कार्बन प्रतिरोध पर अंकित बैडों के क्रम निम्न है- हरा, बैंगनी, लाल एवं चाँदी | इसका प्रतिरोध कितना होगा ?

Answer» `57xx10^(2)-+10%` ओम |
29.

कमरे के ताप `(27.0^(@)C)`पर किसी तापन-अवयव का प्रतिरोध `100 Oemega`है | यदि तापन अवयव का प्रतिरोध `117Omega` हो तो अवयव का ताप क्या होगा ? प्रतिरोधक के पदार्थ का ताप-गुणांक `1.70xx10^(-4)""^(@)C^(-1)`है |

Answer» दिया है- `T_(1)=27^(@)C,R_(1)=100Oemga, R_(2)=117Omega alpha=1.70xx10^(-4)""^(@)C^(-1)`
सूत्र- `R_(2)=R_(1)[1+alpha(T_(2)-T_(1))]`
या `R_(2)-R_(1)=R_(1)alpha(T_(2)-T_(1))`
या `T_(2)-T_(1)=(R_(2)-R_(1))/(R_(1)alpha)`
या `" "T_(2)=(R_(2)-R_(1))/(R_(1)alpha)+T_(1)`
`=(117-100)/(100xx1.7xx10^(-4))+27`
`=(1700)/(1.7)+27=1027""^(@)C`.
30.

मिश्रधातु के तारो का उपयोग प्रतिरोध बॉक्स बनाने में क्यों किया जाता है ?

Answer» मिश्रधातु के तारो की प्रतिरोधकता अधिक होती हैं, किन्तु प्रतिरोध ताप गुणांक कम होता हैं अर्थात ताप बढ़ाने से इनके प्रतिरोध में बहुत ही कम वृध्दि होती हैं अतः प्रामाणिक प्रतिरोध के रूप में प्रतिरोध बॉक्स बनाने में इनका किया जाता हैं |
31.

वे पदार्थ जो निम्नतर तापों में अपनी प्रतिरोधकता खो देते हैं, कहलाते हैं-A. सुचालकB. अर्ध्दचालकC. अतिचालकD. परावैधुत

Answer» Correct Answer - C
32.

किसी चालक की प्रतिरोधकता से आप क्या समझते हैं ? निम्न के लिए ताप निर्भरता (i)चालक ,(ii)अर्ध्दचालक , (iii)विधुत-अपघट्य |

Answer» चालक- ताप बढ़ाने पर चालक की प्रतिरोधकता बढ़ जाती हैं |
अर्ध्दचालक-ताप बढ़ाने पर अर्ध्दचालक की प्रतिरोधकता कम हो जाती है |
विधुत-अपघट्य- ताप बढ़ाने पर विधुत-अपघट्य की प्रतिरोधकता कम हो जाती है |
33.

धात्वीय चालक का ताप बढ़ाने पर उसका प्रतिरोध ...... है |

Answer» Correct Answer - बढ़ता
34.

किसी कार की संचायक बैटरी का विधुत बल 12V है | यदि बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध `0.4Omega`हो, तो बैटरी से ली जाने वाली अधिकतम धारा का मान क्या है ?

Answer» दिया है- `epsilon=12V,r=0.4Omega`
सूत्र-धारा `" "I=(epsilon)/(R+r)`
अधिकतम धारा के लिए, R=0
`I_("max")=(epsilon)/(r )=(12)/(0.4)=30A`.
35.

`2Omega, 4Omega` और `5Omega` के तीन प्रतिरोधक पाश्र्व में संयोजित है | संयोजन का कुल प्रतिरोध क्या होगा ?

Answer» दिया है- `R_(1)=2Omega, R_(2)=4Omega, R_(3)=5Omega`
सूत्र- `(1)/(R_(p))=(1)/(R_(1))+(1)/(R_(2))+(1)/(R_(3))=(1)/(2)+(1)/(4)+(1)/(5)`
`(10+5+4)/(20)=(19)/(20)`
`:. " "R_(p)=(20)/(19)Omega`.
36.

मीटर सेतु किस द्वितीय सिध्दांत पर आधारित है ?

Answer» व्हीटस्टोन सेतु के सिद्धांत पर |
37.

किसी तार का प्रतिरोध किन-किन कारको पर निर्भर करता है और किस प्रकर ? विशिष्ट परिरोध की परिभासा लिखकर मात्रक ज्ञात कीजिए | इनका मान किन-किन कारको पर निर्भर करता है ?

Answer» किसी चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित कारको पर निर्भर करता है-
(i)लम्बाई पर- किसी तार का प्रतिरोध R उसकी लम्बाई l के अनुक्रमानुपाती होता है अर्थात
`R prop l`
(ii)अनुप्रस्थ-काट के क्षेत्रफल पर- किसी तार का प्रतिरोध र उसके अनुप्रस्थ-काट के क्षेत्रफल A के व्युत्क्रमानुपाती होता है अर्थात
`R prop (1)/(A)`
(III) ताप पर-ताप बढ़ाने पर किसी चालक का प्रतिरोध बढ़ जाता है |
(iv)चालक के पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करता है |
क्रमांक (i)और (ii)को मिलाने पर
`R prop (l)/(A)`
या `" "R=rho.(l)/(A)`
यहाँ `rho`एक नियतांक है, जिसे तार के पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता कहते हैं |
उपर्युक्त सूत्र में यदि l=1 तथा A=1 हो,तो `R=rho` अतः किसी पदार्थ के एकांक अनुप्रस्थ-काट वाले एकांक लम्बाई के तार को उसका विशिष्ट प्रतिरोध कहते हैं |
इसका मात्रक ओम`xx`सेमी हैं यह चालक के पदार्थ एवं उसके ताप पर निर्भर करता है |
38.

आपको एक ही धातु के समान लम्बाई के किंतु विभिन्न व्यास के दो तार दिये गये है । किसका प्रतिरोध अधिक होगा ? किस तार का विशिष्ट प्रतिरोध अधिक होगा ?

Answer» पतले तार (जिसका व्यास कम है) का प्रतिरोध अधिक होगा, क्योकि `R prop (1)/(A)`दोनों तार का विशिष्ट प्रतिरोध समान होगा, क्योकि दोनों एक ही धातु के bane हैं |
39.

किरचॉफ का प्रथम नियम किस नियम पर आधारित है ?

Answer» आवेश संरक्षण का नियम |
40.

एक तार को खींचकर उसकी लम्बाई `0.1%`बढ़ा दी जाती हैं | इसके प्रतिरोध में कितने प्रतिशत परिवर्तन होगा ?

Answer» सूत्र- `" "(R_(1))/(R_(2))=((l_(1))/(l_(2)))^(2)`से,
`(R_(2))/(R_(1))=((l_(2))/(l_(1)))^(2)`
`rArr " "(R_(2))/(R_(1))=[((l_(1)+(0.1))/(100)l_(1))/(l_(1))]^(2)=(1+(0.1)/(100))^(2)`
या `" "(R_(2))/(R_(1))=(1+0.001)^(2)=1.002`लगभग
अतः प्रतिरोध में प्रतिशत परिवर्तन `=((R_(2)-R_(1))/(R_(1)))xx100`
`=((1.002-1)/(1))xx100=0.002xx100=2%`
41.

विधुत धारा की दिशा क्या होती है ?

Answer» इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह की दिशा के विपरीत |
42.

बिंदु A से B तक `10^(9)` इलेक्ट्रॉन `10^(-3)`सेकंड में प्रवाहित हो रहे हैं | विधुत धारा की गणना कीजिये एवं इसकी दिशा बताइये |

Answer» दिया हैं : इलेक्ट्रॉनों की संख्या `n=10^(9)`
`:. " "`कुल आवेश q=ne
`=10^(9)xx1.6xx10^(-19)=1.6xx10^(-10)`कूलॉम
समय `t=10^(-3)`सेकंड
`:. " "` विधुत धारा `I=(q)/(t)`
`=(1.6xx10^(-10))/(10^(-3))=1.6xx10^(-7)`ऐम्पियर
विधुत धारा की दिशा B से A की ओर होगी |
43.

विधुत धारा और अनुगमन वेग में संबन्ध स्थापित कीजिए |

Answer» मानलो किसी चालक तार के अनुप्रस्थ-काट का क्षेत्रफल A है | उनके प्रति एकांक आयतन में इलेक्ट्रॉनों की संख्या n है | यदि इलेक्ट्रॉनों का अनुगमन वेग `v_(d)`हो, तो
1 सेकंड में तार के अनुप्रस्थ-काट से गुजरने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या `=nA.v_(d)`
`:.t`सेकंड में तार के अनुप्रस्थ-काट से गुजरने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या `=nA.v_(d)t`
यदि प्रत्येक इलेक्ट्रान पर e आवेश हो, तो t सेकंड में तार के किसी अनुप्रस्थ-काट से गुजरने वाला आवेश
`Q=nAv_(d)te`
परन्तु `" "I=(Q)/(t)`
`:. " " I=neAv_(d)`
यही विधुत धारा और अनुगमन वेग में संबन्ध है |
या `" "` धारा घनत्व `J=(I)/(A)=nev_(d)`.