InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
ऐसी जीन जो सभी प्रकार की कोशिकाओं में सक्रीय रहती है ? |
| Answer» Correct Answer - हाउस कीपिंग जीन । | |
| 2. |
रेट्रोवाइरस क्या है ? |
| Answer» वह विषाणु जो व्युत्क्रम अनुलेखन में समर्थ होते है । | |
| 3. |
पारक्रमण क्या है ? |
| Answer» इस क्रिया में विषाणु द्वारा डी .एन .ए का स्थानांतरण एक विषाणु से दूसरे जीवाणु में किया जाता है । | |
| 4. |
किस वैज्ञानिक के प्रयोग द्वारा स्ट्रेप्टोकोकस निमोनी का अनुग्र विभेद किस प्रकार उग्र विभेद किस प्रकार उग्र विभेद में परिवर्तित हो गया ? |
| Answer» ग्रिफिथ के प्रयोग द्वारा उग्र विभेद के डी .एन . ए के अनुग्र विनहेड को कैप्सूल युक्त बना दिया । | |
| 5. |
Hn RNA में पाए जाने वाले वे खंड जो प्रोटीन संश्लेषण में भाग नहीं लेते हैं, क्या कहलाते हैं? |
| Answer» Correct Answer - इंट्रॉन (Intron) | |
| 6. |
किस वैज्ञानिक ने m-RNA की उपस्थिति की जानकारी दी ? |
| Answer» Correct Answer - जेकब एवं मोनोड़ । | |
| 7. |
DNA संश्लेषण में भाग लेने वाले दो प्रकिण्वों के नाम लिखिए। |
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Answer» कोर्नबर्ग ने ईश्चिरीचिया कोलाई में इसके लिए निम्नलिखित प्रकिण्वों की खोज की- 1. न्युक्लिएज - फोस्फोडाइऐस्टर बन्ध का जल - अपघटन करना। 2. DNA पॉलिमरेज़ - पुनरावृत्ति करना। 3. DNA लाइपेज - न्यूक्लियोटाइड को जोड़ना। |
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| 8. |
समारम्भं कोडोन का नाम लिखिए। |
| Answer» Correct Answer - AUG. | |
| 9. |
सेंट्रल डोग्मा का उत्क्रमण किन विषाणु में पाया गया ? |
| Answer» Correct Answer - रेट्रोवाइरस | | |
| 10. |
प्रोटीन संश्लेषण में समारंभन करने वाले अमीनों अम्ल का नाम बताइए। |
| Answer» Correct Answer - मिथयोनिन। | |
| 11. |
रेप्लिसोम (Replisome) किसे कहते हैं? |
| Answer» DNA प्रतिकृति विधि में एन्जाइमों की एक शृंखला भाग लेती है, जिसे रेप्लिसोम कहते हैं। | |
| 12. |
शृंखला समारंभन एवं शृंखला समापन कोडॉनों के नाम लिखिए। |
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Answer» (i) शृंखला समारम्भं कोडोन - AUG (ii) शृंखला समापन कोडोन = UAA, UAG, UGA |
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| 13. |
DNA के एक कुण्डलीकी लम्बाई तथा एक कुण्डली में नाइट्रोजनी क्षारकों की संख्या बताइए। |
| Answer» लम्बाई `34 Å` तथा क्षारकों की संख्या 10 होती है। | |
| 14. |
सेन्ट्रल डोग्मा से आप क्या समझते हैं? |
| Answer» आण्विक आनुवंशिकी में आनुवंशिक सूचनाओं के DNA से DNA अथवा DNA से RNA में परवाह को सेन्ट्रल डोग्मा कहते हैं। | |
| 15. |
प्रूफ रीडिंग एवं DNA की मरम्मत क्या है? |
| Answer» कभी-कभी DNA प्रतिकृतिकरण के समय DNA शृंखला में क्षारकों का क्रम बदल जाता है, तब DNA पॉलिमरेज़ एन्जाइम इस गलती का पाता लगा लेता है, तो इसे प्रूफ रीडिंग कागते हैं। बाद में यह एन्जाइम गलत क्षारक को वहाँ से हटा देता है, लेकिन जब कोई ऐसी गलती DNA की पकड़ में नहीं आती है, तो कुछ एन्जाइम DNA के इन गलत खण्डों को काटकर उसके स्थान पर सही खंड जोड़ देते हैं। इसे DNA मरम्मत कहते हैं। | |
| 16. |
RNA कितने प्रकार के होते हैं? |
| Answer» तीन प्रकार के- r-RNA, t-RNA, m-RNA तथा इनके अतिरिक्त विषमांगी केन्द्रकी `RNA (HnRNA)` तथा लघु केन्द्रकीय RNA भी होते हैं। | |
| 17. |
सिस्ट्रोन की संख्या के आधार पर m -RNA कितने प्रकार के होते हैं? |
| Answer» दो प्रकार के- मोनोसिस्ट्रॉनिक (Monocistronic) तथा पोलिसिस्ट्रॉनिक (Polycistronic)। | |
| 18. |
यदि एक द्विरज्जुक DNA में 20 प्रतिशत साइटोसीन है, तो DNA में मिलाने वाले एडेनीन के प्रतिशत की गणना कीजिए। |
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Answer» इरविन चरगाफ ने परिक्षण के आधार पर बताया की एडेनीन व थायमिन तथा ग्वानीन व साइटोसीन के बीच अनुपात स्थिर व एक -दूसरे के बराबर रहता है। यदि द्विरज्जुक DNA में नाइट्रोजनी क्षार की कुल संख्या 100 है, और इसमें साइटोसीन का मात्रा 20 प्रतिशत है तो ग्वानीन की मात्रा भी 20 प्रतिशत होगी। साइटोसीन तथा ग्वानीन की कुल मात्रा `20%+20%=40%` होगी। इसका तात्पर्य यह है एडेनीन तथा थाइमीन का कुल प्रतिशत `100-40=60%` होगी। एडेनीन तथा थाइमीन की मात्रा बराबर होती है अर्थात एडेनीन 30 प्रतिशत और थाइमीन 30 प्रतिशत होगा। अतः उक्त द्विरज्जुक DNA में एडेनीन की मात्रा 30 प्रतिशत होगी। |
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| 19. |
निम्न के बीच अंतर बताइए- पुनरावृत्ति DNA एवं अनुषंगी DNA |
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Answer» पुनरावृत्ति डी० एन० ए० एवं अनुषंगी डी० एन० ए० में अंतर- DNA फिंगर प्रिंटिंग में DNA अनुक्रम में उपस्थित कुछ विशिष्ट स्थानों के बीच भिन्नता का पता लगाते हैं, जिसे पुनरावृत्ति DNA कहते हैं। अनुक्रमों में DNA का छोटा भाग कई बार पुनरावृत्ति करता है। इस पुनरावृत्ति DNA को जीनोमिक DNA के ढेर (समूह) से अलग करने के लिए जो शिखर बनाते हैं, घनत्व प्रवणता अपकेंद्रीकरण (Density gradient centrifugation) विधि द्वारा पृथक करते हैं। DNA ढेर एक बहुत बड़ा शिखर (Peck) बनाता है। जबकि साथ में अन्य छोटे-छोटे शिखर बनाते हैं जिसे अनुषंगी डी० एन० ए० (Satellite DNA) कहते हैं। |
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| 20. |
DNA द्विकुंडली की कौन-सी विशेषता वाटसन व क्रिक को DNA प्रतिकृति के सेमी- कंजर्वेटिव रूप को कल्पित करने में सहयोग किया। इसकी व्याख्या कीजिए। |
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Answer» जब वाटसन व क्रिक ने DNA संरचना का द्विकुंडली नमूना प्रस्तुत किया तब उनके प्रस्तावों में पॉली न्यूक्लियोटाइड श्रंखलाओ के दो लड़ियों के बीच क्षार युग्मन की उपस्थिति एक बहुत प्रभावित शृंखला (Chain) थी। यह प्रस्ताव द्विकुंडली DNA के चरगाफ के परीक्षण के आधार पर भी था जिसमे उसने बताया की एडिनीन व थाइमीन तथा ग्वानीन व साइटोसीन के बीच अनुपात स्थित व एक दूसरे के बराबर रहता है। क्षार युग्मन पॉलीन्यूक्लियोटाइड शृंखलाओं की मुख्य विशेषता है। ये श्रंखलाएँ एक-दूसरे की पूरक होती है इसलिए एक रज्जुक में स्थित क्षार क्रमों के विषय में ज्ञान होने पर दूसरे रज्जुक क्षार के क्रमों की कल्पना के सकते है। DNA का प्रत्येक रज्जुक नये रज्जुक संश्लेषण हेतु टेम्पलेट का कार्य करता है। इस तरह से दो द्विरज्जुकी DNA का निर्माण होता है, जो पैतृक अनु के समान होता है। इसी आधार पर वाटसन व क्रिक ने DNA प्रतिकृति के अर्ध -संरक्षी (Semiconservative) योजना को प्रस्तुत किया। |
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| 21. |
टेम्पलेट (DNA व RNA) के रासायनिक प्रकृति व इससे (DNA व ) संश्लेषित न्यूक्लिक अम्लों की प्रकृति के आधार पर न्यूक्लिक अम्ल पोलीमरेज के विभिन्न प्रकार की सूची बनाइए। |
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Answer» (i) DNA आधारित DNA पॉलिमरेज़ एन्जाइम प्रतिकृति के लिए आवश्यक है। यह DNA संश्लेषण के लिए DNA टेम्पलेट (DNA templete) का उपयोग करता है। (ii) DNA पर निर्भर RNA पॉलिमरेज़ (DNA dependent RNA polymerase) जो RNA संश्लेषण के लिए DNA टेम्पलेट का उपयोग करता है। RNA पॉलिमरेज़ अस्थायी रूप से प्रारम्भ कारक या समापन कारक से जुड़कर अनुलेखन का प्रारंभन व समापन करता है। केन्द्रक में RNA पॉलिमरेज़ के अतिरिक्त निम्नलिखित तीन प्रकार के पॉलिमरेज़ मिलते हैं- (अ) RNA पॉलिमरेज़ -I यह r -RNA (285, 185, 585) को अनुलेखित करता है। (ब) RNA पॉलिमरेज़ -II यह t -RNA तथा छोटे केन्द्रकीय RNA का अनुलेखन करता है। (स) RNA पॉलिमरेज़ विषमांगी केन्द्रकीय RNA (heterogenous nuclear RNA = hn RNA) का अनुलेखन करता है। |
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| 22. |
कार्यों का वर्णन (एक या दो पंक्तियों में) कीजिए - एक्ज़ान (Exons) |
| Answer» एक्सॉन (Exons) - कूटलेखन अनुक्रम (coding sequences) या अभिव्यक्त अनुक्रमों (Expressed sequences) को एक्सॉन (exons) कहते हैं। ये वे अनुक्रम है जो परिपक्व या संशोधित RNA (Processed -RNA) में मिलते हैं। ये इन्टरोंन (Introns) द्वारा अन्तरोपित होते हैं। | |
| 23. |
डी .एन . ए फिंगर प्रिंटिंग तकनीक का विकास किस वैज्ञानिक ने किया ? |
| Answer» Correct Answer - एलेक जैफरी । | |
| 24. |
वह विशिष्ट क्रम जो न्यूक्लिकोटाइड में मिलता है क्या कहलाता है ? |
| Answer» Correct Answer - आनुवंशिक संकेत । | |
| 25. |
कूट को परिभाषित कीजिए । |
| Answer» नाइट्रोजन क्षारो का निर्मित त्रिकूट जो एक विशिष्ट अमीनो अम्ल कुटित करता है । | |
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आनुवंशिक कूट में कोमारहित का क्या तात्पर्य है? |
| Answer» दो कोडोन के बीच विराम नहीं होता है, एक के बाद दूसरा कोडोन तुरंत प्रारम्भ हो जाता है। | |
| 27. |
DNA प्रतिलिपिकरण में DNA के दोनों स्ट्रेंड्स के अलग होने की प्रक्रिया क्या कहलाती है? |
| Answer» Correct Answer - डिनेचुरेशन। | |
| 28. |
आनुवंशिक कूट की खोज किसने की ? |
| Answer» नीरेनबर्ग एवं मेथाइ ने 1968 में । | |
| 29. |
Y फॉर्क कब निर्मित होता है? |
| Answer» DNA द्विगुणन के समय। | |
| 30. |
रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेज की खोज किसने की? |
| Answer» हावर्ड टेमिन और डेविड बाल्टीमोर ने। | |
| 31. |
आर. एन . ए आनुवंशिक पदार्थ किस जीव में होता है ? |
| Answer» तम्बाकू मोजेक विषाणु में । | |