InterviewSolution
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2.5 सेमी साइज़ की कोई छोटी मोमबत्ती 36 सेमी वक्रता त्रिज्या के किसी अवतल दर्पण से 27 सेमी दूरी पर रखी है । दर्पण से किसी परदे को कितनी दूरी पर रखा जाए कि उसका सुस्पष्ट प्रतिबिम्ब परदे पर बने ? प्रतिबिम्ब की प्रकृति और साइज़ का वर्णन कीजिए । यदि मोमबत्ती को दर्पण की ओर ले जाएँ, तो परदे को किस ओर हटाना पड़ेगा ? |
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Answer» दिया है : u=-27 सेमी, वस्तु का आकार, `y_(1)=2.5` सेमी `f=(r)/(2)=-(36)/(2)=-18` सेमी दर्पण के सूत्र `(1)/(f)=(1)/(v)+(1)/(u)` से, `(1)/(v)=(1)/(f)-(1)/(u)=(1)/(-18)-(1)/((-27))` `=-(1)/(18)+(1)/(27)=(-3+2)/(54)` v=-54 सेमी अर्थात प्रतिबिम्ब दर्पण के सामने से 54 सेमी की दूरी पर बनेगा, अतः पर्दा दर्पण के सामने 54 सेमी की दूरी पर रखना होगा । प्रतिबिम्ब का आकार, `y_(2)=-(v)/(u)y_(1)` `=-((-54"सेमी")/(-27"सेमी"))xx2.5` सेमी `=-5` सेमी | अतः प्रतिबिम्ब वास्तविक , उल्टा तथा 5 सेमी ऊँचा है यदि मोमबत्ती को पर्दे की ओर ले जायें, तो पर्दे को दर्पण दूर ले जाना होगा । यदि मोमबत्ती को 18 सेमी से काम दूरी तक खिसकाये, तो प्रतिबिम्ब आभासी बनेगा तथा परदे पर प्राप्त नहीं होगा । |
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