

InterviewSolution
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An essay on " Gandagi mukt mera Gaon " |
Answer» My village is a perfect village, free from dirt. People have worked hard to make our village free from dirt. Earlier there was a lack of toilets in my village, but the toilets built under the government toilets campaign have made toilets in my village door-to-door, now no one in our village has to go to the toilets outside the fields etc.A dustbin will be found in our village every 100 meters and no person litter the road. All the roads in our village are paved and adequate drains are made for the drainage of water, due to which there is neither mud nor water in our village. There is no municipality like system in our village for water, so we use hand pumps, but do not use wells and we have covered all the wells, so that mosquitoes etc. do not flourish.The air in our village is clean, because we do not use petrol and diesel vehicles very much except for only a few tractors. We mostly use bicycles. Overall, the health of the people of our village is good, and there is no dirt at all in our village. In this way, my village is a dirt-free ideal village. Please send essay in English. That can help me In English स्वच्छता व बेहतर स्वास्थ्य की दृष्टि से वातावरण को अनुकूल बनाने के लिए कई नवाचार किए जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण, संचारी रोग से बचाव व स्वच्छता के विकास को लेकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जलशक्ति मंत्रालय द्वारा 8 से 15 अगस्त के बीच में ‘गंदगी मुक्त भारत’ अभियान सप्ताह चलाकर स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा रहा है।\xa0इस संबंध में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के असैनिक कार्य प्रबन्धक ने प्रारम्भिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ को पत्र लिखकर ऑनलाइन कार्यक्रम कराने को कहा है। स्वच्छता केंद्र, पॉलीथिन नियंत्रण, वाल पेंटिंग, श्रमदान व पौधरोपण, ऑनलाइन पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता, प्राथमिक स्वास्थ्य केंदों पर सफाई व सैनिटाइजेशन के साथ-साथ ग्राम सभाओं में ओडीएफ प्लस गांवों की घोषणा की योजना बनाई गई है। एई रुपेन्द्र कुमार ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा आयोजनों को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं। उसका अनुपालन कराया जाएगा।\xa0उन्होंने कहा कि इस पूरे अभियान के दौरान कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी निर्देशों का पालना सुनिश्चित करने को कहा गया है, जिसमें निर्धारित संख्या, मास्क की अनिवार्यता व सेनेटाइजर का उपयोग शामिल है। डीईओ मनोज कुमार ने बताया कि सभी प्रतियोगिता ऑनलाइन कराया जाएगा। उन्होने बताया कि 8 से 15 अगस्त तक चलने वाले व्यवहार परिवर्तन के इस साप्ताहिक अभियान के तहत जिले में विभिन्न माध्यमों से हर स्तर के अधिक से अधिक लोगों को जोडऩे को कहा गया है।विद्यालय एवं छात्रों को मिलेगा वेबकास्ट लिंकसर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ को जिले के सभी विद्यालय और छात्र-छात्राओं को वेबकास्ट लिंक pmindiawebcast.nic.in को उपलब्ध कराने को कहा गया है। इस वेबकास्ट लिंक पर शनिवार को राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र के शुभारंभ कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। साथ ही सभी छात्र-छात्राओं को इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को देखने के लिए प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। मेरा गाँव एक आदर्श गांव है, जो गंदगी से मुक्त है। गंदगी से मुक्त बनाने के लिये हमारे गाँव को लोगों ने बहुत मेहनत की है। पहले मेरे गाँव में शौचालयों का अभाव था, लेकिन सरकार शौचालय अभियान के तहत बनवाए गए शौचालयों से मेरे गाँव के घर-घर में आज शौचालय बन गए हैं अब हमारे गांव के किसी भी व्यक्ति को बाहर खेत आदि में शौचालय के लिए नहीं जाना पड़ता।हमारे गाँव में हर 100 मीटर पर एक कूड़ेदान मिलेगा और कोई भी व्यक्ति सड़क पर कूड़ा नहीं डालता। हमारे गाँव की सारी सड़कें पक्की बनी हुई है तथा पानी के निकासी हेतु पर्याप्त नालियां बनी हुई है, जिससे बारिश में हमारे गांव में ना ही कीचड़ होता और ना ही पानी जमा होता है। पानी के लिये हमारे गाँव में कोई नगर पालिका जैसी व्यवस्था तो नही है, इसलिये हम लोग हैंडपंप का उपयोग करते है, लेकिन कुओं का उपयोग नही करते और सारे कुओं को हमने पाट दिया है, जिससे मच्छर आदि नही पनपते।हमारे गाँव की हवा एकदम स्वच्छ है, क्योंकि केवल कुछेक ट्रैक्टरों को छोड़कर हम पेट्रोल-डीजल वाले वाहनों का ज्यादा उपयोग नही करते। हम लोग अधिकतक साईकिल का ही उपयोग करते हैं। कुल मिलाकर हमारा गाँव के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा ही रहता है, और हमारे गाँव में गंदगी बि्ल्कुल नही है। इस तरह मेरा गाँव गंदगी मुक्त आदर्श गाँव है। |
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