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Format of पत्र for both अनौपचारिक and औपचारिक।

Answer» I think that it will help you
Priksha bhawanK kh gHisarDinakSampadak mahadyaDainik jagranHisarVishayMahodya,------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------Bhavdiy/prarthi
Priksha bhawanK kh g vidyalyaHisarDinakPradhanachrya mahodyaK kh g vidyalyaHisarVishayMhodya,---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------DhanyavaadAapka agyakatishishayA b c
पत्र लेखन नमूनाअनौपचारिक पत्र - पत्र लेखन नमूनापत्र लेखन प्रारूप (फॉरमैट) पर ध्यान देना आवश्यक है जो आपके पत्र लेखन को बिल्कुल आसान बना देता है ! एक पुत्र अपने पिता जी को कैसे पत्र लिखता है, उदाहरण से समझाता हूं ! पत्र के तीन भागों को अलग-अलग रंगों से रेखांकित किया गया है, इस पर ध्यान दें ताकि दूसरा अनौपचारिक पत्र आप आसानी से लिख सकें !अनौपचारिक पत्र लेखन में\tशीर्ष भाग\xa0में पता, दिनांक, संबोधन और प्रशस्ति आते हैं !\tमध्य भाग\xa0में संदेश व कथा का विवरण होता है!\xa0\tअंतिम भाग\xa0आभार सूचक वाक्य जैसे आप का, प्रणाम, धन्यवाद आदि का प्रयोग किया जाता है !पिताजी को पत्र - अनौपचारिक पत्र Formatस्थान का नाम ………तिथि …………पूजनीय पिता जी,सादर प्रणामकल ही संध्याकालीन भारतीय डाक से आपका पत्र मिला ! आप सभी का कुशल-क्षेम जानकर अत्यधिक प्रसन्नता हुई ! यहां पर गौरव एवं मीनाक्षी ठीक हैं !आपने अपने पत्र में परीक्षा की तैयारी के विषय में पूछा था ! आपको बता दूं कि हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है जो भी बचा है मैं समय रहते पूरा कर लूंगा ! हमें कुछ और पुस्तक खरीदने की आवश्यकता है जो हमारी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए उत्तम सिद्ध हो सकता है !मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि ₹10,000 हमें भेज दें ! मैं उससे पुस्तक खरीद लूंगा !शेष सब कुशल है ! माता-जी, बुआ आदि को मैं और मेरे मित्र उनको प्रणाम कहते हैं !आपका सदैव आज्ञाकारी पुत्रनाम………औपचारिक पत्र - पत्र लेखन नमूनाऔपचारिक पत्र लेखन में आवेदन / प्रार्थना पत्र, नौकरी के लिए आवेदन पत्र, सरकारी / अर्ध सरकारी संस्थाओं के लिए आवेदन पत्र और संपादक के नाम आवेदन पत्र शामिल है ! इन सभी प्रकार के पत्र को कैसे लिखा जाए आपको उदाहरण देकर समझाता हूं !पत्र लेखन प्रारूप\xa0पर ध्यान देना आवश्यक है जो आपके पत्र लेखन को आसान बना देता है !\xa0औपचारिक पत्र लेखन में\tशीर्ष भाग\xa0में पत्र-प्रेक्षक का पता बायीं ओर लिखा जाता है तथा पत्र-प्रेषक अपना नाम के नीचे स्वनिर्देशि के बाद लिखते हैं !\tमध्य भाग\xa0में संदेश का विवरण होता है !\tअंतिम भाग\xa0आभार सूचक वाक्य जैसे धन्यवाद आदि का प्रयोग किया जाता है !\xa0पोस्ट मास्टर के नाम औपचारिक पत्र\xa0परीक्षा भवननई दिल्लीदिनांक - 20 जनवरी 2019डाकपाल महोदयसंसद मार्गनई दिल्लीप्रिय महोदय,विषय - रजिस्ट्री पत्र प्राप्त ना होने की शिकायतडाकपाल महोदय का निवेदन के साथ ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि, मैंने 20 दिसंबर 2018 को अपने पिता के नाम एक पत्र रजिस्ट्री के द्वारा भेजा था ! किंतु उसे एक महीने के बाद भी प्राप्त नहीं हो पाया है !मैंने अपने गांव स्थित डाकघर से भी संपर्क स्थापित करने का प्रयत्न किया था ! वहां के डाक मास्टर ने बताया कि इस तरह का हमें कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है ! रजिस्ट्री पत्र का रसीद नंबर 234 है जो 20 दिसंबर 2018 को भेजा गया था ! रशीद का फोटो स्टेट कॉपी पत्र के साथ संलग्न है !आपसे प्रार्थना है कि इस संबंध में आवश्यक जांच पड़ताल कर के मुझे मामले की वास्तविक स्थिति से अवगत किया जाए !धन्यवादभवदीयकुलदीप कुमार झा
Priksha bhawanK.kh.gHisarDinakPujya pita jiSadar pranam------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------Aapka putra --------------------


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