InterviewSolution
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खगोलीय दूरदर्शी के अभिदृश्यक तथा नेत्रिका लेंसों की फोकस - दूरियाँ क्रमशः 200 सेमी तथा 5 सेमी है । अंतिम प्रतिबिम्ब (i) स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी तथा (ii) अनंतता पर बनता है दोनों दशाओ में आवर्धन - क्षमता की गणना कीजिए |
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Answer» (i) जब अंतिम प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी D पर बनता है, तब खगोलीय दूरदर्शी की आवर्धन - क्षमता `M=-(f_(o))/(f_(e))(1+(f_(e))/(D))` जहाँ `f_(o)` तथा `f_(e)` क्रमशः अभिदृश्यक तथा की फोकस दूरियाँ है । यहाँ `f_(o)=+200` सेमी, `f_(e)=+5` सेमी तथा D=25 सेमी | `:.M=-(200)/(5)(1+(5)/(25))=-48`. ऋण चिन्ह यह प्रकट करता है कि प्रतिबिम्ब उल्टा है (ii) जब अंतिम प्रतिबिम्ब अनंतता पर बनता है तब आवर्धन क्षमता `M=-(f_(o))/(f_(e))=-(200)/(5)=-40`. |
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