1.

खीरा खाने की इच्छा होते हुए भी लेखक ने उसे खाने से इंकार क्यों कर दिया?

Answer» नवाब साहब की भाव-भंगिमा देखकर\xa0लेखक\xa0के मन में यह विचार आया कि नवाब साहब का मुँह\xa0खीरे\xa0के स्वाद की कल्पना से ही भर गया है। पूर्व में\xa0इनकार कर\xa0चुकने के कारण आत्मसम्मान की रक्षा के लिए\xa0लेखक ने खीरा खाने से इंकार कर दिया।
नवाब साहब खीरे खाने की तैयारी और इस्तेमाल से थक कर लेट गए - इस पंक्ति में निहित व्यंग्य स्पष्ट कीजिए।\u200b


Discussion

No Comment Found