1.

लालमणि के रूप-रंग का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

Answer»

एक वर्ष बाद गौरा ने एक वत्स को जन्म दिया। वह लाल रंग का था। लाल रंग के कारण वह गेरू के पुतले जैसा प्रतीत होता था। उसके माथे पर पान के आकार का श्वेत तिलक था। चारों पैरों में खुरों के ऊपर सफेद वलय थे जो ऐसे लगते थे मानो गेरू की बनी वत्समूर्ति को चाँदी के आभूषणों से अलंकृत कर दिया गया हो। रंग-रूप के कारण उसका नाम लालमणि रखा गया, जिसे सभी लालू कहकर पुकारते थे। माता-पुत्र पास रहने पर हिमराशि और जलते अंगारे से लगते थे।



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