 
                 
                InterviewSolution
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    				| 1. | “मुझे कष्ट और आश्चर्य दोनों की अनुभूति हुई।” महादेवी को कष्ट और आश्चर्य क्यों हुआ? | 
| Answer» गौरा जो सबके साथ हिल-मिल गई थी अब अस्वस्थ हो गई थी। इलाज कराने पर भी कोई लाभ नहीं हो रहा था। निरीक्षण करने पर ज्ञात हुआ कि उसे सुई खिलाई गई है जो रक्त संचार के साथ उसके हृदय तक पहुँच गई है। उसकी मृत्यु निश्चित है। यह जानकर महादेवी को बड़ा कष्ट हुआ। आश्चर्य इसलिए हुआ क्योंकि जिस ग्वाले पर विश्वास करके दूध दुहने के लिए रखा था। उसी ने विश्वासघात किया और अपना दूध देने के लोभ में उसे सुई खिला दी। आदमी इतना स्वार्थी होता है। मनुष्य इतना गिर सकता है। यह सोचकर महादेवी को आश्चर्य हुआ। प्रियदर्शनी गाय की मृत्यु की कल्पना कष्टकारक बन गई और ग्वाले की करनी आश्चर्य का कारण बन गई। | |