InterviewSolution
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लेखक ने क्यों कहा है कि मैं विद्वान नहीं हूँ जो शब्दों पर अटकें? |
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Answer» तृष्णा, लोभ, लालच, संग्रह की प्रवृत्ति आदि दुर्गुण मनुष्य में फिजूलखर्ची को बढ़ाते हैं। इस विषय में सभी समान हैं। उनके सूक्ष्म अन्तर पर ध्यान देना लेखक जरूरी नहीं समझते। |
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