InterviewSolution
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                                    Sarweswar dyal Saksena ka jivan Parichay | 
                            
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Answer» उन्होंने कुछ बाल रचनाए भी की थी। ये बस सामान्य है जानकारी के लिए हैं सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जन्म 15 सितंबर 1927 को उत्तर प्रदेश का बस्ती जिले में हुआ । उनकी उच्च शिक्षा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय और प्रयाग (इलाहबाद ) बिष्वाबिधलया से किया । बे अध्यापक , दिनमान में उपसंपादक और प्रयाग के संपादक थे। बे आकाशवाणी के सहायक प्रोडयूसर थें।उनका निधन 1983 में हुआ। उनके प्रमुख रचना है :- काठ की घाटियां, कुआनो नदी, जंगल का दर्द , खूटियों में टांगे लोग, लड़ाई, पागल कुत्ते का मसीहा, बकरी, लाख की नाक । खुतियों में टांगे लोग पर उन्हें साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला ।  | 
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