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101.

जल के स्वतः प्रोटोनीकरण से आप क्या समझते है ? इसका क्या महत्त्व है ?

Answer» जल का स्वतः प्रोटीनीकरण वास्तव में इसका स्वतः आयनन है , को निम्न प्रकार से सम्पन्न होता है - `underset("(Acid-1(acid))")(H_(2)O(l)) + underset("Base -2 (base)")(H_(2)O(l)) to underset("(conjugate acid)")underset("Acid -2")(H_(3)O^(+)(eq)) + underset("(conjugate base)")underset("Base-1")(OH^(-)(aq))`
जल का स्वतः प्रोटीनीकरण जल को उभयधर्मी बनाता है | इसलिए जल एसिड और बेस दोनों की तरह क्रिया करता है |
जल अपने से प्रबल एसिड के साथ अभिक्रिया करने पर बेस की तरह व्यवहार करता है और अपने से प्रबल बेस से अभिक्रिया करने पर बेस की तरह व्यवहार करता है और अपने से प्रबल बेस से अभिक्रिया करने पर एसिड की तरह व्यवहार करता है जैसे -
`underset("Acid")(H_(2)O(l)) + underset("Base")(NH_(3)(aq)) hArr NH_(4)^(-) (aq) +OH^(-)(aq)`
`underset("Base")(H_(2)O(l)) +underset("Acid")(H_(2)S (aq)) hArr H_(3)O^(+)(aq) +HS^(-)(aq)`
102.

हाइड्रोजन भंडारण के लिए धात्विक हाइड्राइड किस प्रकार उपयोगी है? समझाइए।

Answer» Pt, Pd आदि धातुओं में `H_(2)` गैस के उच्च आयतन को अवशोषित करने की क्षमता होती है। ये गर्म करने पर `H_(2)` मुक्त करते है तथा उत्सर्जित `H_(2)` गैस को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इस कारण ये धातुएँ `H_(2)` के अभिगमन तथा भंडारण के लिए प्रयोग की जाती है। ये हाइड्रोजनयुक्त धातु अपचायक का भी कार्य करते है।
103.

`F_(2)` के साथ जल की अभिक्रिया में ऑक्सीकरण तथा अपचयन के पदों पर विचार कीजिए एवं बताइए कि कौन-सी स्पीशीज ऑक्सीकृत /अपचयित होती है ?

Answer» `underset("(oxidising agent)")overset(0)(2F_(2)(g)) +overset(+1-2)underset("(reducing agent)")(2H_(2)O(l)) hArr overset(+1)(4H^(+))(aq) + overset(-1)(4F)(aq) +overset(0)(O_(2))(g)`
अतः इस अभिक्रिया में जल (water) अपचायक है क्योकि यह ऑक्सीकृत होकर `O_(2)` देता है | `F_(2)` अपचयित होकर `F^(-)` आयन देती है इसलिए यह ऑक्सीकारक है |
104.

कर्टन और वेल्डिंग में परमाण्वीय हाइड्रोजन अथवा ऑक्सी हाइड्रोजन टोर्च किस प्रकार कार्य करती है? समझाइए।

Answer» `H_(2)underset(2000-4000)overset("विद्युत धारा, टंगस्टन इलेक्ट्रोड")rarrunderset("परमाणुक हाइड्रोजन")(2H)DeltaH=435.9` kJ/mol
परमाणुक हाइड्रोजन की अर्द्ध-आयु बहुत कम (0.3 sec) होती है, इसलिए H-परमाणु शीघ्रता से परस्पर जुड़कर आण्विक `H_(2)` गैस बनाते है। इस प्रक्रम में अत्यधिक ऊर्जा निकलती है। इस ऊर्जा को कर्तन तथा वेल्डिंग में प्रयोग किया जाता है। यही परमाणुक हाइड्रोजन टोर्च का भी सिद्धान्त है। जब हाइड्रोजन को ऑक्सीजन में जलाया जाता है तो अत्यधिक ऊर्जा निकलती है तथा उच्च ताप उत्पन्न होता है। इसे वेल्डिंग में ऑक्सी हाइड्रोजन टोर्च के रूप में प्रयोग किया जाता है।
105.

`H_(2)O` तथा `F_(2)` की अभिक्रिया में `H_(2)O` क्या कार्य करता है?

Answer» Correct Answer - अपचायक का
106.

`H_(2)O_(2)` क्रमशः `KIO_(4)` तथा `NH_(2)OH` से अभिक्रिया में कार्य कर रहा है:A. अपचायक, ऑक्सीकारकB. अपचायक, अपचायकC. ऑक्सीकारक, ऑक्सीकारकD. ऑक्सीकारक, अपचायक

Answer» Correct Answer - A
`KIO_(4)+underset(("अपचायक"))(H_(2)O_(2))rarrKIO_(3)+O_(2)+H_(2)O`
`2NH_(2)OH+underset(("ऑक्सीकारक"))(H_(2)O_(2))rarrN_(2)+4H_(2)O`
107.

अपनी रासायनिक अभिक्रियाओं में `H_(2)` की क्रियाशीलता की दर कम होती है। क्यों?

Answer» चूँकि `H_(2)` की बन्ध ऊर्जा (किलो जूल `"मोल"^(-1)`) बहुत उच्च होती है।
108.

निम्न में से कौन-सी धातु हाइड्रोजन का अधिशोषण करती है ?A. ZnB. PdC. AlD. K

Answer» Correct Answer - b
109.

न्यूट्रॉन तथा प्रोटॉनों की संख्या का अन्तर निम्न में से किस के लिये धनात्मक होता है।A. हाइड्रोजन परमाणुB. ड्यूटीरियम परमाणुC. ट्राइटियम परमाणुD. इनमे से कोई नहीं

Answer» Correct Answer - C
ट्राइट्रियम परमाणु में 1 प्रोटॉन, 1 इलेक्ट्रॉन तथा 2 न्यूट्रॉन होते है।
110.

डयूटीरियम के नाभिक का सघटन है -A. एक इलेक्ट्रॉन , एक प्रोटॉनB. एक प्रोटॉन , एक न्यूट्रॉनC. एक न्यूट्रॉन , एक इलेक्ट्रॉनD. , दो प्रोटॉन , एक इलेक्ट्रॉन |

Answer» Correct Answer - b
111.

निम्नलिखित संकेतो से व्यक्त पदार्थो का नाम लिखो- (i) `H^(+)` (ii) `D^(+)` (iii) `T^(+)` (iv) तीनो का मिश्रण

Answer» (i) प्रोटॉन (ii) ड्यूट्रॉन (iii) ट्रिटॉन (iv) हाइड्रोन
112.

ब्रह्मण्ड में सर्वाधिक पाये जाने वाले दो तत्वों के संकेत लिखो।

Answer» `H(~~76%), He(~~23%)`
113.

हाइड्रोजन के कौन से समस्थायनिक के नाभिक में न्यूट्रॉन नहीं होता ?

Answer» Correct Answer - प्रोटियम में
114.

`H_(2)` वायुमण्डल में मुक्त अवस्था में नहीं पायी जाती है क्यों?

Answer» यह अत्यधिक हल्की होती है।
115.

हाइड्रोजन का कोण-सा समस्थायनिक नाभिकीय रिएक्टरो में प्रयोग होता है?

Answer» Correct Answer - ड्यूटीरियम
116.

प्रोटियम तथा ड्यूटीरियम, हाइड्रोजन के स्थायी समस्थानिक है जबकि ट्राइटियम अस्थायी समस्थानिक है। क्यों?

Answer» ट्राइटियम रेडियोएक्टिव है। यह विघटित होकर नाभिक से `beta`-कण (इलेक्ट्रॉन) निकलता है।
`._(1)^(3)Hrarr._(2)^(3)He+._(-1)e^(0)`
117.

कौन-से तत्व हाइड्रोजन के साथ क्रिया करके अन्तराकोशी हाइड्राइड बनाते है?

Answer» Correct Answer - संक्रमण धातुएँ
118.

परमाणु क्रमांक 15, 19, 23 तथा 44 वाले तत्व यदि डाइहाइड्रोजन से अभिक्रिया कर हाइड्राइड बनाते है, तो उनकी प्रकृति से आप क्या आशा करेंगे? जल के प्रति इनके व्यवहार की तुलना कीजिए

Answer» (a) Z = 15 वाला तत्व एक अधातु फॉस्फोरस (P) है, जो सहसंयोजी हाइड्राइड `(PH_(3))` बनाता है।
(b) Z = 19 एक क्षार धातु पौटेशियम (K) है, जो आयनिक हाइड्राइड `(K^(+)H^(-)` बनाता है।
(c ) Z = 23 वाला तत्व एक संक्रमण वैनेडियम तत्व (V) है, जो धात्विक हाइड्राइड `(VH_(0.56))` बनाता है।
(d) Z = 44 एक संक्रमण धातु रुथेनियम (Ru) है, जो कोई हाइड्राइड नहीं बनाता (हाइड्राइड गैप) है। केवल आयनिक हाइड्राइड ही जल से अभिक्रिया करके `H_(2)` गैस उत्पन्न करते है।
`KH(s)+H_(2)O(aq)rarrKOH(aq)+H_(2)(g)`
119.

अरससमीकरण हाइड्राइड (Non-Stochiometric hydride) से आप क्या समझते है | क्या आप क्षारीय धातुओ से ऐसे यौगिकों की आशा करते है | अपने उत्तर को न्यायसंगत ठहराइए |

Answer» वह हाइड्राइड जिनमे धातुओ और हाइड्रोजन का अनुपात भिन्नात्मक होता है , अरससमीकरणमितीय हाइड्राइड कहलाता है |
क्षार धातु अरससमीकरणमितीय हाइड्राइड नहीं बनाते | क्षार धातुओ के संयोजी (valence) कोश में केवल एक इलेक्ट्रॉन होता है | हाइड्राइड के निर्माण के समय क्षार धातु अपना संयोजी इलेक्ट्रॉन जुड़ने वाले H परमाणु (approching H atom) को देता है जिसमे H परमाणु `H^(-)` आयन में बदल जाता है और क्षार धातु एक धन आवेश युक्त कैटायन बनाती है इसलिए जो हाइड्राइडस क्षार धातुओ द्वारा बनाये जाते है , वे आयनिक होते है | चूँकि `H^(-)` आयन का निर्माण इलेक्ट्रॉन के क्षार धातु से हाइड्राइड हमेश ससमीकरणमितीय होगा , अर्थात धातु तथा हाइड्रोजन का अनुपात हमेशा ससमीकरणमितीय होगा , अर्थात धातु तथा हाइड्रोजन का अनुपात हमेश निश्चित होगा | इसी कारण क्षार कारण क्षार धातु से बने हाइड्राइड हमेशा ससमीकरणमितीय (stoichiometric) होते है |
120.

`CuO(s)+H_(2)rarr`

Answer» `CuO(s)+H_(2)rarrCu+H_(2)O`
121.

निम्नलिखित समीकरणों को पूरा कीजिए: (a) `H_(2)(g)+M_(m)O_(o)overset(Delta)rarr` (b) `CO(g)+H_(2)(g)overset(Delta)underset("उत्प्रेरक")rarr` (c ) `C_(3)H_(8)(g)+3H_(2)O(g)overset(Delta)underset("उत्प्रेरक")rarr` (d) `Zn(s)+NaOH(aq)overset("गर्म")rarr`

Answer» (a) `oH_(2)(g)+M_(m)O_(o)(s)overset(Delta)rarrmM(s)+oH_(2)O(l)`
(b) `CO(g)+2H_(2)(g)overset(Delta)underset("उत्प्रेरक")rarrunderset("मेथेनॉल")(CH_(3)OH(l))`
(c ) `C_(3)H_(8)(g)+3H_(2)O(g)overset("Ni, 1270 K")rarr3CO(g)+7H_(2)(g)`
(d) `Zn(s)+2NaOH(aq)overset("गर्म")rarrunderset("सोडियम जिंकेट")(Na_(2)ZnO_(2)(aq))+H_(2)(g)`